शनिवार, 2 जुलाई 2016

चिंता


   मेरी सहेली ने मुझे पानी से भरा एक ग्लास पकड़ाया और कहा कि मैं उसे पकड़ कर रखूँ। जितनी अधिक देर तक मैं उस ग्लास को पकड़े रही वह मुझे और अधिक भारी होता हुआ प्रतीत होता रहा। अन्ततः मेरा हाथ थक गया और मैंने वह ग्लास नीचे रख दिया। मेरी सहेली बोली, "मैंने सीखा है कि चिंता करना इस ग्लास को पकड़े रहने के समान है; मैं जितना अधिक किसी बात के लिए चिंता करती हूँ, उतना ही अधिक मेरे भय मुझ पर भारी होते चले जाते हैं।"

   परमेश्वर के वचन बाइबल का एक नायक, राजा दाऊद, भी भय के बारे में जानता था। दाऊद का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। उसके बेटे अबशालोम ने उसकी प्रजा इस्त्राएल की राजभक्ति को बदल कर अपनी ओर कर लिया था और अब राजगद्दी को भी छीन लेने के प्रयास कर रहा था। दाऊद समझ नहीं पा रहा था कि कौन उसके साथ है और कौन उसके विरुद्ध है। उसे बस एक ही विकल्प सूझ पड़ रहा था कि वह वहाँ से बच कर भाग निकले: "तब दाऊद ने अपने सब कर्मचारियों से जो यरूशलेम में उसके संग थे कहा, आओ, हम भाग चलें; नहीं तो हम में से कोई भी अबशालोम से न बचेगा; इसलिये फुतीं करते चले चलो, ऐसा न हो कि वह फुतीं कर के हमें आ घेरे, और हमारी हानि करे, और इस नगर को तलवार से मार ले" (2 शमूएल 15:14)।

   अपने एक भजन में, जो संभवतः उसने तब लिखा जब वह अपने प्राण बचाने के लिए भाग रहा था, दाऊद ने लिखा: "मैं ऊंचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूं, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है" (भजन 3:4)। अपने भय के समय में दाऊद ने प्रभु परमेश्वर की ओर देखा, और परमेश्वर ने अपने अनुग्रह में होकर उसे उसके सिंहासन पर पुनः स्थापित कर दिया।

   हमारे जीवनों में भी अनेकों चिंताएं आकर हमें अभिभूत कर सकती हैं। लेकिन जब हम उन चिंताओं को स्वयं थामे रहने की बजाए उन्हें प्रभु के हाथों में सौंपकर उन्हें वहीं छोड़ देते हैं, प्रभु से उनके समाधान को खोजते हैं तब प्रभु परमेश्वर हमें हमारी परीक्षाओं और प्रत्येक चिंता से सुरक्षित निकाल कर ले आता है। - ऐनी सेटास


चिंता ऐसा बोझ है जिसे परमेश्वर नहीं चाहता कि हम उठाए रखें।

इसलिये परमेश्वर के बलवन्‍त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्‍ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है। - 1 पतरस 5:6-7

बाइबल पाठ: भजन 3
Psalms 3:1 हे यहोवा मेरे सताने वाले कितने बढ़ गए हैं! वह जो मेरे विरुद्ध उठते हैं बहुत हैं। 
Psalms 3:2 बहुत से मेरे प्राण के विषय में कहते हैं, कि उसका बचाव परमेश्वर की ओर से नहीं हो सकता। 
Psalms 3:3 परन्तु हे यहोवा, तू तो मेरे चारों ओर मेरी ढ़ाल है, तू मेरी महिमा और मेरे मस्तिष्क का ऊंचा करने वाला है। 
Psalms 3:4 मैं ऊंचे शब्द से यहोवा को पुकारता हूं, और वह अपने पवित्र पर्वत पर से मुझे उत्तर देता है। 
Psalms 3:5 मैं लेटकर सो गया; फिर जाग उठा, क्योंकि यहोवा मुझे सम्हालता है। 
Psalms 3:6 मैं उन दस हजार मनुष्यों से नहीं डरता, जो मेरे विरुद्ध चारों ओर पांति बान्धे खड़े हैं।
Psalms 3:7 उठ, हे यहोवा! हे मेरे परमेश्वर मुझे बचा ले! क्योंकि तू ने मेरे सब शत्रुओं के जबड़ों पर मारा है और तू ने दुष्टों के दांत तोड़ डाले हैं।
Psalms 3:8 उद्धार यहोवा ही की ओर से होता है; हे यहोवा तेरी आशीष तेरी प्रजा पर हो।

एक साल में बाइबल: 
  • अय्यूब 22-24
  • प्रेरितों 11