सोमवार, 7 नवंबर 2016

स्वर्ग


   एमी कैंसर से पाँच वर्ष से लड़ रही थी; अन्ततः डॉक्टरों ने कहा कि चिकित्सा और सफल नहीं हो पा रही है और एमी के पास जीवन के कुछ सप्ताह ही शेष बचे हैं। अपने उस आने वाले अनन्त के बारे में और समझ तथा आश्वासन पाने के लिए एमी ने अपने पास्टर से पूछा, "स्वर्ग कैसा होगा?"

   पास्टर ने एमी से पूछा कि इस पृथ्वी की कौन सी बातें उसे सबसे अच्छी लगती हैं? एमी ने कहा टहलने जाना, देखभाल और चिंता करने वाले मित्र, मेघधनुष, बच्चों को खुलकर हँसते हुए देखना; और फिर लालसा से पूछा, "तो क्या आप यह कह रहे हैं कि मुझे यह सब स्वर्ग में भी मिलेगा?"

   एमी के पास्टर ने उत्तर दिया, "मेरा मानना है कि वहाँ तुम्हारा जीवन तुम्हारे पृथ्वी के किसी भी बात के सुखद अनुभव, कैसे भी प्रेम से कहीं अधिक बढ़कर और सुन्दर होगा। तुम्हारे लिए यहाँ जो कुछ भी भला है उसके बारे में सोचो, और फिर उसके सुखद अनुभव को कई गुणा, और कई गुणा और फिर और कई गुणा बढ़ाती जाओ; मेरे विचार से स्वर्ग वैसा होगा।"

   परमेश्वर का वचन बाइबल स्वर्ग में अनन्तकाल बिताने का कोई विस्तृत वर्णन नहीं बताती है, लेकिन प्रेरित पौलुस के शब्दों में यह अवश्य बताती है कि स्वर्ग में मसीह यीशु के साथ होना हमारी किसी भी वर्तमान परिस्थिति से कहीं बेहतर है: "क्योंकि मैं दोनों के बीच अधर में लटका हूं; जी तो चाहता है कि कूच कर के मसीह के पास जा रहूं, क्योंकि यह बहुत ही अच्छा है" (फिलिप्पियों 1:23)। बाइबल की अन्तिम पुस्तक, प्रकाशितवाक्य स्वर्ग की परिस्थितियों के विषय लिखती है: "और वह[परमेश्वर] उन की आंखों से सब आंसू पोंछ डालेगा; और इस के बाद मृत्यु न रहेगी, और न शोक, न विलाप, न पीड़ा रहेगी; पहिली बातें जाती रहीं" (प्रकाशितवाक्य 21:4)। स्वर्ग की सर्वोत्तम बात होगी कि वहाँ हम प्रभु यीशु मसीह को आमने-सामने देखेंगे और हमारी सभी लालसाएं और अभिलाषाएं उसमें संपूर्ण हो जाएंगी। - ऐनी सेटास


कुल मिलाकर सारे आनन्द का योगफल है प्रभु यीशु के साथ होना।

परन्तु जैसा लिखा है, कि जो आंख ने नहीं देखी, और कान ने नहीं सुना, और जो बातें मनुष्य के चित्त में नहीं चढ़ीं वे ही हैं, जो परमेश्वर ने अपने प्रेम रखने वालों के लिये तैयार की हैं। - 1 कुरिन्थियों 2:9

बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य 22:1-5
Revelation 22:1 फिर उसने मुझे बिल्लौर की सी झलकती हुई, जीवन के जल की एक नदी दिखाई, जो परमेश्वर और मेंम्ने के सिंहासन से निकल कर उस नगर की सड़क के बीचों बीच बहती थी। 
Revelation 22:2 और नदी के इस पार; और उस पार, जीवन का पेड़ था: उस में बारह प्रकार के फल लगते थे, और वह हर महीने फलता था; और उस पेड़ के पत्तों से जाति जाति के लोग चंगे होते थे। 
Revelation 22:3 और फिर श्राप न होगा और परमेश्वर और मेम्ने का सिंहासन उस नगर में होगा, और उसके दास उस की सेवा करेंगे। 
Revelation 22:4 और उसका मुंह देखेंगे, और उसका नाम उन के माथों पर लिखा हुआ होगा। 
Revelation 22:5 और फिर रात न होगी, और उन्हें दीपक और सूर्य के उजियाले का प्रयोजन न होगा, क्योंकि प्रभु परमेश्वर उन्हें उजियाला देगा: और वे युगानुयुग राज्य करेंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 40-42
  • इब्रानियों 4