बुधवार, 5 दिसंबर 2018

ज्योति



      प्रति वर्ष, क्रिसमस के निकट के कुछ सप्ताह के लिए, सिंगापुर का सैलानियों का प्रमुख क्षेत्र, औरर्चर्ड रोड, ज्योति और रंगों के अद्भुत सँसार में परिवर्तित हो जाता है। ज्योति का यह नज़ारा, इस “व्यवसाय के सुनहरे माह” में, सैलानियों को आकर्षित कर के उन्हें वहाँ की दुकानों से सामान खरीदने में पैसा खर्च करवाने के लिए उत्साहित करने के लिए होता है। खरीददार आते हैं, उत्सव का आनन्द लेते हैं, संगीत मंडलियों को परिचित क्रिसमस गीत गाते हुए सुनते हैं, और कलाकारों को प्रदर्शन करते हुए देखते हैं।

      इसकी तुलना में, सबसे पहले “क्रिसमस” पर ज्योति का प्रदर्शन बिजली के तारों और चमकती हुई बत्तियों से नहीं हुआ था, परन्तु “प्रभु का एक दूत उन के पास आ खड़ा हुआ; और प्रभु का तेज उन के चारों ओर चमका” (लूका 2:9)। किसी सैलानी ने उस प्रदर्शन को नहीं देखा, केवल कुछ साधारण से चरवाहों ने, जो मैदान में भेड़ चारा रहे थे ही उसे देखा। उसके पश्चात स्वर्गदूतों की संगीत मण्डली ने परमेश्वर का स्तुतिगान किया (लूका 2:14)। और इस सब का उद्देश्य लोगों से पैसा कमाकर अपना लाभ अर्जित करना नहीं वरन सँसार के लिए बलिदान देकर पापों से बचने तथा उद्धार का मार्ग देने वाले प्रभु यीशु को प्रस्तुत करना था।

      वे चरवाहे बैतलहम गए, यह देखने के लिए कि जो कुछ बताया गया था वह सत्य है कि नहीं (लूका 2:15) और जब उन्होंने बात को सत्य पाया तो वे इस आनन्द के समाचार को अपनी तक सीमित नहीं रख सके, उन्होंने जाकर सब को बताया: “इन्हें देखकर उन्होंने वह बात जो इस बालक के विषय में उन से कही गई थी, प्रगट की” (लूका 2:17)।

      हम में से बहुतेरों ने क्रिसमस की कहानी अकसर सुनी है। इस क्रिसमस पर क्यों न जीवन की ज्योति की यह सच्चाई औरों के साथ भी बांटे कि “जगत की ज्योति” प्रभु यीशु सँसार में आ चुका है, अब किसी को भी पाप के अन्धकार में जीवन बिताने की आवश्यकता नहीं है। - सी. पी. हिया


हमारे अन्दर परमेश्वर के प्रेम का उपहार, 
किसी के भी अंधकारमय जीवन को ज्योतिर्मय बना सकता है।

तब यीशु ने फिर लोगों से कहा, जगत की ज्योति मैं हूं; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अन्धकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा। - यूहन्ना 8:12

बाइबल पाठ: लूका 2:4-18
Luke 2:4 सो यूसुफ भी इसलिये कि वह दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
Luke 2:5 कि अपनी मंगेतर मरियम के साथ जो गर्भवती थी नाम लिखवाए।
Luke 2:6 उन के वहां रहते हुए उसके जनने के दिन पूरे हुए।
Luke 2:7 और वह अपना पहिलौठा पुत्र जनी और उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा: क्योंकि उन के लिये सराय में जगह न थी।
Luke 2:8 और उस देश में कितने गड़ेरिये थे, जो रात को मैदान में रहकर अपने झुण्ड का पहरा देते थे।
Luke 2:9 और प्रभु का एक दूत उन के पास आ खड़ा हुआ; और प्रभु का तेज उन के चारों ओर चमका, और वे बहुत डर गए।
Luke 2:10 तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा।
Luke 2:11 कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है।
Luke 2:12 और इस का तुम्हारे लिये यह पता है, कि तुम एक बालक को कपड़े में लिपटा हुआ और चरनी में पड़ा पाओगे।
Luke 2:13 तब एकाएक उस स्वर्गदूत के साथ स्‍वर्गदूतों का दल परमेश्वर की स्‍तुति करते हुए और यह कहते दिखाई दिया।
Luke 2:14 कि आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्‍ति हो।
Luke 2:15 जब स्वर्गदूत उन के पास से स्वर्ग को चले गए, तो गड़ेरियों ने आपस में कहा, आओ, हम बैतलहम जा कर यह बात जो हुई है, और जिसे प्रभु ने हमें बताया है, देखें।
Luke 2:16 और उन्होंने तुरन्त जा कर मरियम और यूसुफ को और चरनी में उस बालक को पड़ा देखा।
Luke 2:17 इन्हें देखकर उन्होंने वह बात जो इस बालक के विषय में उन से कही गई थी, प्रगट की।
Luke 2:18 और सब सुनने वालों ने उन बातों से जो गड़िरयों ने उन से कहीं आश्चर्य किया।


एक साल में बाइबल: 
  • दानिय्येल 1-2
  • 1 यूहन्ना 4