शनिवार, 22 दिसंबर 2018

उपहार



      उत्तरी इंग्लैण्ड में आयोजित की गई एक शीत-कालीन सभा में, एक व्यक्ति ने प्रश्न पूछा, “आपका सबसे पसंदीदा क्रिसमस उपहार क्या था?” खिलाड़ी दिखने वाला एक हट्टा-कट्टा व्यक्ति, इस प्रश्न का उत्तर देने के लिए आतुर दिखाई दिया। उसने अपने साथ बैठे अपने मित्र की ओर देखते हुए कहा, “यह तो सरल है; कुछ वर्ष पहले मैंने कॉलेज की पढ़ाई पूरी की और मैं सोच रहा था कि निश्चय ही मैं व्यावासायिक फुटबॉल का खिलाड़ी बन जाऊँगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मैं बहुत क्रोधित हो गया। कुंठा मुझे अन्दर से खाने लगी, और जो कोई भी मेरी सहायता करने के प्रयास करता, उसे मेरी इस कड़ुवाहट का सामना करना पड़ता।”

      उसने अपने मित्र की ओर संकेत करते हुए आगे कहा, “इससे अगले वर्ष और अगले क्रिसमस के समय, बिना फुटबॉल के दूसरे वर्ष में, मैं इस व्यक्ति के चर्च में क्रिसमस के नाटक को देखने के लिए गया। इसलिए नहीं क्योंकि मैं यीशु को चाहता था, परन्तु इसलिए क्योंकि वहाँ मेरी भांजी उस नाटक में भाग ले रही थी, और मैं उसे देखना चाहता था। इसके बाद जो हुआ उसका वर्णन करना तो कठिन है, क्योंकि वह मूर्खतापूर्ण लगता है, परन्तु वहाँ पर उस समय, उन बच्चों के नाटक के दौरान, मुझे लगा कि मुझे भी वहाँ उन चरवाहों और स्वर्गदूतों के साथ यीशु से मिलने वालों में होना चाहिए। जब उन लोगों ने क्रिसमस का भजन ‘सायलेंट नाईट’ गाना समाप्त किया, तब मैं वहाँ बैठ कर रो रहा था।”

      “मुझे मेरा सबसे अच्छा क्रिसमस उपहार वहाँ, उस रात्रि को तब मिला,” एक बार फिर अपने मित्र की ओर संकेत करते हुए वह बोला, “जब इसने अपने परिवार को तो घर भेज दिया परन्तु स्वयँ मेरे साथ वहीं रुक गया और मुझे बताया कि मैं यीशु से कैसे मिल सकता हूँ।” और तभी उसका वह मित्र भी उसकी ओर संकेत करते हुए बोल उठा, “और मित्रों, मुझे मिलने वाला भी वही सबसे अच्छा क्रिसमस का उपहार था।”

      इस क्रिसमस, आनन्द के साथ, प्रभु यीशु के जन्म की कहानी को हम औरों को सुनाने वाले बन सकें। - रैंडी किल्गोर


सर्वोत्तम क्रिसमस उपहार प्रभु यीशु द्वारा प्रदान किया जाने वाला, 
शान्ति, पाप क्षमा, और उद्धार के सुसमाचार का उपहार  है।

तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा। कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है। - लूका 2:10-11

बाइबल पाठ: 1 पतरस 3:8-16
1 Peter 3:8 निदान, सब के सब एक मन और कृपामय और भाईचारे की प्रीति रखने वाले, और करूणामय, और नम्र बनो।
1 Peter 3:9 बुराई के बदले बुराई मत करो; और न गाली के बदले गाली दो; पर इस के विपरीत आशीष ही दो: क्योंकि तुम आशीष के वारिस होने के लिये बुलाए गए हो।
1 Peter 3:10 क्योंकि जो कोई जीवन की इच्छा रखता है, और अच्‍छे दिन देखना चाहता है, वह अपनी जीभ को बुराई से, और अपने होंठों को छल की बातें करने से रोके रहे।
1 Peter 3:11 वह बुराई का साथ छोड़े, और भलाई ही करे; वह मेल मिलाप को ढूंढ़े, और उस के यत्‍न में रहे।
1 Peter 3:12 क्योंकि प्रभु की आंखे धर्मियों पर लगी रहती हैं, और उसके कान उन की बिनती की ओर लगे रहते हैं, परन्तु प्रभु बुराई करने वालों के विमुख रहता है।
1 Peter 3:13 और यदि तुम भलाई करने में उत्तेजित रहो तो तुम्हारी बुराई करने वाला फिर कौन है?
1 Peter 3:14 और यदि तुम धर्म के कारण दुख भी उठाओ, तो धन्य हो; पर उन के डराने से मत डरो, और न घबराओ।
1 Peter 3:15 पर मसीह को प्रभु जान कर अपने अपने मन में पवित्र समझो, और जो कोई तुम से तुम्हारी आशा के विषय में कुछ पूछे, तो उसे उत्तर देने के लिये सर्वदा तैयार रहो, पर नम्रता और भय के साथ।
1 Peter 3:16 और विवेक भी शुद्ध रखो, इसलिये कि जिन बातों के विषय में तुम्हारी बदनामी होती है उनके विषय में वे, जो तुम्हारे मसीही अच्‍छे चालचलन का अपमान करते हैं लज्ज़ित हों।
                                                                                                                                                        

एक साल में बाइबल: 
  • मीका 6-7
  • प्रकाशितवाक्य 13