सोमवार, 23 दिसंबर 2019

साथ



      जब मैं परमेश्वर के वचन बाइबल में मत्ती रचित सुसमाचार में प्रभु यीशु के जन्म से संबंधित विवरण को पढ़ता हूँ, तो मुझे पांचवीं सदी के केल्टिक मसीही, संत पैट्रिक द्वारा लिखे गए एक मसीही भजन के शब्द याद आ जाते हैं। उन्होंने लिखा था, “मसीह मेरे साथ, मसीह मेरे आगे, मसीह मेरे पीछे, मसीह मेरे ऊपर, मसीह मेरे दाएं, मसीह मेरे बाएँ...” जिससे मुझे अनुभव होता है कि मैं कभी अकेला नहीं हूँ, मसीह ने मुझे अपने आलिंगन में ले रखा है।

      मत्ती द्वारा लिखा गया विवरण हमें बताता है कि क्रिसमस का मर्म है परमेश्वर हम मनुष्यों के साथ निवास करता है। मत्ती ने यशायाह नबी द्वारा की गई भविष्यवाणी का संदर्भ दिया कि एक कुंवारी से एक पुत्र जन्म लेगा जिसका नाम इम्मानुएल अर्थात “परमेश्वर हमारे साथ” होगा (यशायाह 7:14)। मत्ती बताता है कि यह भविष्यवाणी, पवित्र आत्मा की सामर्थ्य से प्रभु यीशु के जन्म के द्वारा, पूरी हुई; मसीह यीशु हमारे साथ रहने वाला परमेश्वर है। यह सत्य इतना महत्वपूर्ण है कि मत्ती अपने द्वारा रचित सुसमाचार का आरम्भ और अंत इसी के साथ करता है। मत्ती रचित सुसमाचार का अंत प्रभु यीशु द्वारा अपने शिष्यों से कहे गए इन शब्दों के साथ ओता है: “उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्‍त तक सदैव तुम्हारे संग हूं” (मत्ती 28:20)।

      संत पैट्रिक द्वारा लिखित गीत के शब्द मुझे स्मरण दिलाते हैं कि मसीह यीशु अपने विश्वासियों के साथ सर्वदा बना रहता है, उनमें निवास करने वाले पवित्र आत्मा के द्वारा। मैं जब भी घबराता या परेशान होता हूँ तो मैन उसकी प्रतिज्ञा कि वह मुझे कभी नहीं छोड़ेगा का ध्यान करके शांत हो सकता हूँ। जब मैं बेचैन होता हूँ और ठीक से सो नहीं पाता हूँ, तो मैं उससे उसकी शान्ति को मांग सकता हूँ। जब मैं आनंदित होता हूँ और उत्सव मना रहा होता हूँ, तब मैं उसका धन्यवादी एवं कृतज्ञ हो सकता हूँ मेरे जीवन में उसके द्वारा किए गए अनुग्रह के कार्य और उसकी अनगिनित भलाईयों के लिए।

      प्रभु यीशु, इम्मानुएल – परमेश्वर हमारे साथ। - एमी बाउचर पाई

परमेश्वर का प्रेम बैतलहेम में देहधारी होकर प्रकट हुआ।

इस कारण प्रभु आप ही तुम को एक चिन्ह देगा। सुनो, एक कुमारी गर्भवती होगी और पुत्र जनेगी, और उसका नाम इम्मानूएल रखेगी। - यशायाह 7:14

बाइबल पाठ: मत्ती 1:18-23
Matthew 1:18 अब यीशु मसीह का जन्म इस प्रकार से हुआ, कि जब उस की माता मरियम की मंगनी यूसुफ के साथ हो गई, तो उन के इकट्ठे होने के पहिले से वह पवित्र आत्मा की ओर से गर्भवती पाई गई।
Matthew 1:19 सो उसके पति यूसुफ ने जो धर्मी था और उसे बदनाम करना नहीं चाहता था, उसे चुपके से त्याग देने की मनसा की।
Matthew 1:20 जब वह इन बातों के सोच ही में था तो प्रभु का स्वर्गदूत उसे स्‍वप्‍न में दिखाई देकर कहने लगा; हे यूसुफ दाऊद की सन्तान, तू अपनी पत्‍नी मरियम को अपने यहां ले आने से मत डर; क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है।
Matthew 1:21 वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्धार करेगा।
Matthew 1:22 यह सब कुछ इसलिये हुआ कि जो वचन प्रभु ने भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा था; वह पूरा हो।
Matthew 1:23 कि, देखो एक कुंवारी गर्भवती होगी और एक पुत्र जनेगी और उसका नाम इम्मानुएल रखा जाएगा जिस का अर्थ यह है परमेश्वर हमारे साथ

एक साल में बाइबल: 
  • नहूम 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 14