बुधवार, 1 अप्रैल 2020

गवाही



     दस वर्ष तक मेरी बुआ, कैथी, अपने घर में अपने पिता (मेरे दादा) की देखभाल करती रहीं। जब वे अपना ध्यान रख सकते थे, तब वे उनके लिए पकाती थीं, और उनके कपड़े धोती, कमरे की सफाई करती थीं; और जब उनका स्वास्थ्य गिरने लगा तो उन्होंने एक नर्स होने की भूमिका को भी ले लिया। उनके द्वारा की गई सेवा, परमेश्वर के वचन में प्रेरित पौलुस द्वारा थिस्सलुनीकियों को लिखे गए शब्दों का वर्तमान समय का उदाहरण है। पौलुस ने परमेश्वर का धन्यवाद करते हुए लिखा, “और अपने परमेश्वर और पिता के साम्हने तुम्हारे विश्वास के काम, और प्रेम का परिश्रम, और हमारे प्रभु यीशु मसीह में आशा की धीरता को लगातार स्मरण करते हैं” (1 थिस्सलुनीकियों 1:3)।

     मेरी बुआ ने प्रेम और विश्वास के साथ सेवा की। उनके द्वारा प्रतिदिन की जाने वाली विश्वसनीय देखभाल उनके इस विश्वास का परिणाम थी कि परमेश्वर ने ही उन्हें इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए बुलाया है। उनका परिश्रम उनके पिता तथा परमेश्वर के प्रति उनके प्रेम से उत्पन्न हुआ था।

     वे आशा के साथ धैर्य भी रखती थीं। मेरे दादा एक बहुत दयालु व्यक्ति थे, परन्तु उनके गिरते हुए स्वास्थ्य के कारण होने वाले उनके हाल को देखना दुखदायी था। मेरी बुआ ने परिवार तथा मित्रों के लिए अपने समय को कम कर दिया, अपने आने-जाने को बहुत सीमित कर दिया, जिस से वे अपने पिता की देखभाल कर सकें। वे धैर्य रख सकीं क्योंकि उन्हें आशा थी कि परमेश्वर प्रत्येक दिन की जिम्मेदारियों को पूरा करने के लिए उन्हें सामर्थ्य प्रदान करेगा, और उन्हें उस स्वर्ग की भी आशा थी जहां जाने की प्रतीक्षा मेरे दादा कर रहे थे।

     हम चाहे किसी रिश्तेदार की देखभाल करें, किसी पड़ौसी की सहायता करें, या स्वयंसेवी होकर अपने समय को समर्पित करें, जिस भी कार्य के लिए परमेश्वर ने हमें बुलाया है, प्रोत्साहित होकर उसे प्रसन्नता से करें। हमारा परिश्रम हमारे विश्वास, प्रेम और आशा की प्रबल गवाही हो सकता है। - लीसा सामरा

मसीही जीवन की महिमा प्रेम देने में न कि लेने में; 
सेवा करने में न की लेने में; 
तथा औरों को देने, न कि उन से लेने में है।

मैं ने तुम्हें सब कुछ कर के दिखाया, कि इस रीति से परिश्रम करते हुए निर्बलों को सम्भालना, और प्रभु यीशु की बातें स्मरण रखना अवश्य है, कि उसने आप ही कहा है; कि लेने से देना धन्य है। - प्रेरितों 20:35

बाइबल पाठ: 1 थिस्सलुनीकियों 1: 1-10
1 थिस्स्लुनीकियों 1:1 पौलुस और सिलवानुस और तीमुथियुस की ओर से थिस्‍सलुनिकियों की कलीसिया के नाम जो परमेश्वर पिता और प्रभु यीशु मसीह में है। अनुग्रह और शान्‍ति तुम्हें मिलती रहे।
1 थिस्स्लुनीकियों 1:2 हम अपनी प्रार्थनाओं में तुम्हें स्मरण करते और सदा तुम सब के विषय में परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं।
1 थिस्स्लुनीकियों 1:3 और अपने परमेश्वर और पिता के साम्हने तुम्हारे विश्वास के काम, और प्रेम का परिश्रम, और हमारे प्रभु यीशु मसीह में आशा की धीरता को लगातार स्मरण करते हैं।
1 थिस्स्लुनीकियों 1:4 और हे भाइयो, परमेश्वर के प्रिय लोगों हम जानतें हैं, कि तुम चुने हुए हो।
1 थिस्स्लुनीकियों 1:5 क्योंकि हमारा सुसमाचार तुम्हारे पास न केवल वचन मात्र ही में वरन सामर्थ्य और पवित्र आत्मा, और बड़े निश्‍चय के साथ पहुंचा है; जैसा तुम जानते हो, कि हम तुम्हारे लिये तुम में कैसे बन गए थे।
1 थिस्स्लुनीकियों 1:6 और तुम बड़े क्‍लेश में पवित्र आत्मा के आनन्द के साथ वचन को मान कर हमारी और प्रभु की सी चाल चलने लगे।
1 थिस्स्लुनीकियों 1:7 यहां तक कि मकिदुनिया और अखया के सब विश्वासियों के लिये तुम आदर्श बने।
1 थिस्स्लुनीकियों 1:8 क्योंकि तुम्हारे यहां से न केवल मकिदुनिया और अखया में प्रभु का वचन सुनाया गया, पर तुम्हारे विश्वास की जो परमेश्वर पर है, हर जगह ऐसी चर्चा फैल गई है, कि हमें कहने की आवश्यकता ही नहीं।
1 थिस्स्लुनीकियों 1:9 क्योंकि वे आप ही हमारे विषय में बताते हैं कि तुम्हारे पास हमारा आना कैसा हुआ; और तुम कैसे मूरतों से परमेश्वर की ओर फिरे ताकि जीवते और सच्चे परमेश्वर की सेवा करो।
1 थिस्स्लुनीकियों 1:10 और उसके पुत्र के स्वर्ग पर से आने की बाट जोहते रहो जिसे उसने मरे हुओं में से जिलाया, अर्थात यीशु की, जो हमें आने वाले प्रकोप से बचाता है।

एक साल में बाइबल: 
  • न्यायियों 13-15
  • लूका 6:27-49