मंगलवार, 23 जून 2020

प्रेम


     मैं जैसे प्रत्येक शनिवार की संध्या को करता आया था, पिछली संध्या भी देर रात तक बाहर रहा था। मैं बीस वर्ष का था, और परमेश्वर से दूर जितना अधिक तेज़ी से दौड़ सकता था, मैं दौड़ा जा रहा था। परन्तु उस इतवार की प्रातः, अचानक ही, विचित्र रीति से, मैं अपने आप को उस चर्च में जाने के लिए विवश अनुभव कर रहा था, जिसमें मेरे पिता पादरी थे। मैंने अपनी बदरंग जींस और घिसी हुई पुरानी टी-शर्ट, खुले फीतों वाले टखनों से भी ऊँचे जूते पहने और शहर की दूसरी ओर स्थित उस चर्च में पहुँच गया।

     मुझे वह सन्देश तो याद नहीं है जो उस दिन मेरे पिता ने प्रचार किया, परन्तु जो मैं कभी नहीं भूल सकता हूँ वह है मुझे वहाँ देखने से उनका आनन्द। यद्यपि में उनका लेपालक पुत्र था फिर भी मेरे कन्धों पर हाथ रखकर, जितने लोग भी उनसे मिलते थे, उन सब से वह मेरा परिचय करवाते थे, गर्व और आनन्द के साथ से उन्हें कहते थे, “यह मेरा बेटा है!” उनका वह प्रेम मेरे लिए परमेश्वर के प्रेम का स्वरूप बन गया, और इतने दशकों के पश्चात आज भी मेरे मन में ताज़ा है।

     परमेश्वर के वचन बाइबल में सभी स्थानों पर परमेश्वर को प्रेम करने वाले एक पिता के समान दिखाया गया है। यशायाह 44 में, भविष्यद्वक्ता परमेश्वर के परिवार को दी जाने वाली चेतावनियों को बीच में ही रोक कर उनसे परमेश्वर के पारिवारिक प्रेम के बारे में कहता है, “तेरा कर्त्ता यहोवा, जो तुझे गर्भ ही से बनाता आया और तेरी सहायता करेगा, यों कहता है, हे मेरे दास याकूब, हे मेरे चुने हुए यशूरून, मत डर! क्योंकि मैं प्यासी भूमि पर जल और सूखी भूमि पर धाराएं बहाऊंगा; मैं तेरे वंश पर अपनी आत्मा और तेरी सन्तान पर अपनी आशीष उण्डेलूंगा” (पद 2-3)। यशायाह ने यह भी लिखा कि उन लोगों द्वारा इस बात का क्या प्रत्युत्तर मिलेगा, “कोई कहेगा, मैं यहोवा का हूं, कोई अपना नाम याकूब रखेगा, कोई अपने हाथ पर लिखेगा, मैं यहोवा का हूं, और अपना कुलनाम इस्राएली बताएगा” (पद 5)।

     पथभ्रष्ट इस्राएल फिर भी परमेश्वर का अपना था, ठीक वैसे ही जैसे मैं अपने दत्तक पिता के लिए उनका अपना था। मेरा कुछ भी करना कभी मेरे प्रति उनके प्रेम को कम नहीं कर सकता था। उन्होंने मुझे हमारे स्वर्गीय पिता परमेश्वर के हमारे प्रति प्रेम की एक झलक उस दिन मुझे प्रदान की। - टिम गुस्ताफसन

 

हमारे प्रति परमेश्वर का प्रेम हमें उस पहचान और अपनेपन का एहसास देता है 

जिसकी हम सभी लोग लालसा रखते हैं।


हे इस्राएल तेरा रचने वाला और हे याकूब तेरा सृजनहार यहोवा अब यों कहता है, मत डर, क्योंकि मैं ने तुझे छुड़ा लिया है; मैं ने तुझे नाम ले कर बुलाया है, तू मेरा ही है। - यशायाह 43:1

बाइबल पाठ: यशायाह 44:1-5

यशायाह 44:1 परन्तु अब हे मेरे दास याकूब, हे मेरे चुने हुए इस्राएल, सुन ले!

यशायाह 44:2 तेरा कर्त्ता यहोवा, जो तुझे गर्भ ही से बनाता आया और तेरी सहायता करेगा, यों कहता है, हे मेरे दास याकूब, हे मेरे चुने हुए यशूरून, मत डर!

यशायाह 44:3 क्योंकि मैं प्यासी भूमि पर जल और सूखी भूमि पर धाराएं बहाऊंगा; मैं तेरे वंश पर अपनी आत्मा और तेरी सन्तान पर अपनी आशीष उण्डेलूंगा।

यशायाह 44:4 वे उन मजनुओं के समान बढ़ेंगे जो धाराओं के पास घास के बीच में होते हैं।

यशायाह 44:5 कोई कहेगा, मैं यहोवा का हूं, कोई अपना नाम याकूब रखेगा, कोई अपने हाथ पर लिखेगा, मैं यहोवा का हूं, और अपना कुलनाम इस्राएली बताएगा।    

 

एक साल में बाइबल: 

  • एस्तेर 9-10
  • प्रेरितों 7:1-21