सोमवार, 1 फ़रवरी 2021

क्षमा

 

          जब वे पहली बार मिले थे तो एडविन स्टैंटन ने न केवल अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन का व्यक्तिगत तथा व्यावसायिक रीति से अनादर किया, वरन साथ ही उन्हें “लम्बी बाँहों वाला जीव” भी कह दिया। किन्तु लिंकन को स्टैंटन के गुण पसंद थे और उन्होंने उसे क्षमा कर दिया, और आगे चलकर गृह युद्ध के दौरान अपने मंत्रिमंडल में एक महत्वपूर्ण पद भी दिया। बाद में स्टैंटन उन से प्रेम करने लगा और लिंकन का मित्र भी बन गया। जब लिंकन को गोली मारी गई, तब स्टैंटन ही था जो सारी रात उनके बिस्तर के पास उनके साथ बैठा रहा, और उनकी मृत्यु होने पर स्टैंटन ने रोते हुए फुसफुसाया,अब ये आने वाली पीढ़ियों की अमानत हो गए हैं।

          मेल-मिलाप हो जाना बहुत उत्तम बात है। परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पतरस ने प्रभु यीशु मसीह के अनुयायियों से इस ओर संकेत करते हुए कहा,और सब में श्रेष्ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो; क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढांप देता है” (1 पतरस 4:8)। पतरस के ये शब्द मुझे यह विचार करने पर बाध्य करते हैं कि यह लिखते समय क्या वह उसके द्वारा किए गए प्रभु यीशु के इनकार (लूका 22:54-62), और प्रभु ने क्रूस पर जो क्षमा उसे (और हमें) प्रदान की है, उसके बारे में सोच रहा था?

          क्रूस पर अपने बलिदान के द्वारा जिस महान प्रेम को प्रभु ने प्रदर्शित किया है वह हमें पापों के क़र्ज़ से मुक्त कर देता है और परमेश्वर के साथ हमारे मेल-मिलाप के लिए मार्ग प्रदान करता है (कुलुस्सियों 1:19-20)। उससे मिली क्षमा हमें औरों को भी क्षमा करने की सामर्थ्य प्रदान करती है, जब हम यह ध्यान करते हैं कि हम अपनी सामर्थ्य से क्षमा नहीं कर सकते हैं, किन्तु उसकी सामर्थ्य और सहायता हमें इसके लिए सक्षम करती है। जब हम औरों से इसलिए प्रेम करते हैं क्योंकि हमारे उद्धारकर्ता ने भी उनसे प्रेम किया है, और क्षमा करते हैं क्योंकि हमें भी क्षमा किया गया है, तो परमेश्वर हमें शक्ति देता है कि हम पिछली बातों को पीछे छोड़कर, उसके साथ आगे अनुग्रह के नए और मनोहर स्थानों में चलें, भरपूरी से क्षमा का आनन्द प्राप्त करें। - जेम्स बैंक्स

 

परमेश्वर की क्षमा वह कसौटी है जिस पर मैं परखा जाता हूँ। - ऑस्वाल्ड  चैम्बर्स


सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। - 2 कुरिन्थियों 5:17

बाइबल पाठ: 1 पतरस 4:7-11

1 पतरस 4:7 सब बातों का अन्त तुरन्त होने वाला है; इसलिये संयमी हो कर प्रार्थना के लिये सचेत रहो।

1 पतरस 4:8 और सब में श्रेष्ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो; क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढांप देता है।

1 पतरस 4:9 बिना कुड़कुड़ाए एक दूसरे का अतिथि-सत्कार करो।

1 पतरस 4:10 जिस को जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्‍डारियों के समान  एक दूसरे की सेवा में लगाए।

1 पतरस 4:11 यदि कोई बोले, तो ऐसा बोले, मानो परमेश्वर का वचन है; यदि कोई सेवा करे; तो उस शक्ति से करे जो परमेश्वर देता है; जिस से सब बातों में यीशु मसीह के द्वारा, परमेश्वर की महिमा प्रगट हो: महिमा और साम्राज्य युगानुयुग उसी की है। आमीन।

 

एक साल में बाइबल: 

  • निर्गमन 27-28 
  • मत्ती 21:1-22