बुधवार, 22 फ़रवरी 2012

थोड़े समय वाले

   कई वर्ष पहले मैंने सेना में कार्य किया था, और मैं इस बात के लिए सदैव धन्यवादी रहूंगा कि मुझे अपने देश के लिए अपने जीवन के कुछ साल देने का अवसर मिला। सेना में बिताए उस समय में से जो समय मेरा सबसे यादगार समय रहा वह था मेरी सेवा के अन्तिम कुछ सप्ताह का, जब मैं एक "थोड़े समय वाला" बन गया था।

   "थोड़े समय वाले" वे सैनिक होते हैं जो शीघ्र ही सेवा-निवृत होने वाले होते हैं। उन्हें कोई विशेष कार्य नहीं सौंपे जाते, उनका वक्त सेवा-निवृति की कारवाई पुरी करने में निकलता है। वे दफतरों में जाकर अपने हिसाब-किताब चुकाने, सामान वापस करने, फार्म भरवाने आदि में ही लगे रहते हैं। उन दिनों के बारे में जो मुझे स्पष्ट स्मरण आता है वह है मेरी निश्चिंत और आनन्दित मन तथा हल्की चाल जिसके साथ मैं अपने सेवा-निवृति के कार्य पूरे कर रहा था, क्योंकि मुझे यह निश्चय था कि मैं अब अपने घर जा रहा हूँ।

   अब मैं बुज़ुर्ग हो गया हूँ, अब मैं फिर वही "थोड़े समय वाला" बन गया हूँ। थोड़े समय में मुझे इस शरीर से "छुट्टी" मिल जाएगी। इस विचार से अब फिर मेरी आत्मा उन्मुक्त है और मेरी चाल में हल्कापन है, क्योंकि मुझे फिर यह निश्चय है कि मैं अपने "घर" जाने वाला हूँ। इसी नज़रिए को प्रभु यीशु और उसके चेलों ने "आशा" कहा (प्रेरितों २४:१५; रोमियों ५:२, ५)।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के अनुसार, "आशा" का अर्थ है निश्चय और विश्वास होना। प्रत्येक मसीही विश्वासी की यह दृढ़, अडिग और अमिट आशा है कि वह मृतकों में से अपने प्रभु के समान ही पुनः जी उठेगा और अनन्तकाल के अपने "घर" में उसका स्वागत होगा। बस यही वह अनन्त काल की आशा है जो अब मुझ "थोड़े समय वाले" के मन को आनन्दित और चाल को हल्का करती है।

   क्या आपके पास यह आशा है? - डेविड रोपर


पुनरुत्थित यीशु स्वर्ग से आएगा, अपनों को स्वर्ग ले जाने के लिए।

आशा से लज्ज़ा नहीं होती.... - रोमियों ५:५


बाइबल पाठ: रोमियों ५:१-५
Rom 5:1  सो जब हम विश्वास से धर्मी ठहरे, तो अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर के साथ मेल रखें।
Rom 5:2 जिस के द्वारा विश्वास के कारण उस अनुग्रह तक, जिस में हम बने हैं, हमारी पहुंच भी हुई, और परमेश्वर की महिमा की आशा पर घमण्‍ड करें।
Rom 5:3 केवल यही नहीं, वरन हम क्‍लेशों में भी घमण्‍ड करें, यही जानकर कि क्‍लेश से धीरज।
Rom 5:4 और धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्‍पन्न होती है।
Rom 5:5 और आशा से लज्ज़ा नहीं होती, क्‍योंकि पवित्र आत्मा जो हमें दिया गया है उसके द्वारा परमेश्वर का प्रेम हमारे मन में डाला गया है।


एक साल में बाइबल: 

  • गिनती ४-६ 
  • मरकुस ४:१-२०

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें