शनिवार, 8 मार्च 2014

छंटनी


   सेना के सेनापति निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति के लिए सदा ही पर्याप्त संख्या में सैनिक चाहते हैं; अधिकांशतः तो अनुमानित आवश्यकता से अधिक संख्या में सैनिक रखना चाहते हैं ना कि उस से कम संख्या में। लेकिन कितने सैनिक पर्याप्त होंगे, यह अनुमान सबका भिन्न ही होता है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल की एक घटना में परमेश्वर ने गिद्दोन को नियुक्त किया कि वह इस्त्राएल के आताताई मिद्यानियों के विरुद्ध युद्ध की तैयारी करे और सेना एकत्रित करे। जब गिद्दोन सेना एकत्रित कर चुका तो उसके पास 32,000 सैनिक थे। उन्हें देखकर परमेश्वर ने गिद्दोन से कहा, "...जो लोग तेरे संग हैं वे इतने हैं कि मैं मिद्यानियों को उनके हाथ नहीं कर सकता, नहीं तो इस्राएल यह कहकर मेरे विरुद्ध अपनी बड़ाई मारने लगे, कि हम अपने ही भुजबल के द्वारा बचे हैं" (न्यायियों 7:2)। और परमेश्वर ने गिद्दोन से उन सैनिकों की छंटनी के लिए कहा। जितने युद्ध से डर रहे थे जब उनसे वापस घर जाने के लिए कहा गया तो 22,000 लोग वापस लौट गए। बचे हुए 10,000 सैनिक भी परमेश्वर के लिए बहुत अधिक थे, इसलिए एक छंटनी और करी गई और फिर केवल 300 सैनिक ही बचे। उन 300 सैनिकों से ही परमेश्वर ने गिद्दोन को मिद्यानियों पर एक महान विजय दिलवाई।

   हमारे मसीही विश्वास के जीवन में अनेक बार हमारे अपने संसाधन या हमारी अपनी योजनाएं और योग्यताएं परमेश्वर के लिए बाधा बन जातीं हैं और वह पूरी स्वतंत्रता के साथ हमारे जीवनों में तथा हमारे जीवनों के द्वारा कार्य नहीं कर पाता। अपने कार्यों को कर पाने के लिए उसे हमारे जीवन से कई बातों की छंटनी करनी पड़ती है। परमेश्वर चाहता है कि हम केवल उस पर ही निर्भर रहें, ना कि अपनी सामर्थ, अपने संसाधन, अपनी आर्थिक स्थिति, अपनी बुद्धि इत्यादि पर। इसलिए यदि कभी परमेश्वर आपको किसी "छंटनी" से होकर निकाले और आपके संसाधनों तथा सामर्थ को "32,000" से घटा कर "300" कर दे तो उसे परमेश्वर से मिला कोई दण्ड ना समझें, वरन भरोसा रखें कि परमेश्वर आप में तथा आपके द्वारा कुछ बड़ा और अद्भुत करने जा रहा है जिस से अन्ततः उसकी महिमा और आपकी भलाई ही होगी।

   परमेश्वर पर भरोसा बनाए रखें, उसे अपने कार्य करने दें, नतीजा आपकी आशा और विचारों से भी कहीं अद्भुत होगा। - डेविड मैक्कैसलैंड


जब परमेश्वर कोई असंभव कार्य आपको करने के लिए सौंपे, तो भरोसा रखिए कि उसने उसे संभव करने के साधन जुटा दिए हैं।

तब उसने मुझे उत्तर देकर कहा, जरूब्बाबेल के लिये यहोवा का यह वचन है : न तो बल से, और न शक्ति से, परन्तु मेरे आत्मा के द्वारा होगा, मुझ सेनाओं के यहोवा का यही वचन है। - ज़कर्याह 4:6

बाइबल पाठ: न्यायियों 7:1-9
Judges 7:1 तब गिदोन जो यरूब्बाल भी कहलाता है और सब लोग जो उसके संग थे सवेरे उठे, और हरोद नाम सोते के पास अपने डेरे खड़े किए; और मिद्यानियों की छावनी उनकी उत्तरी ओर मोरे नाम पहाड़ी के पास तराई में पड़ी थी।
Judges 7:2 तब यहोवा ने गिदोन से कहा, जो लोग तेरे संग हैं वे इतने हैं कि मैं मिद्यानियों को उनके हाथ नहीं कर सकता, नहीं तो इस्राएल यह कहकर मेरे विरुद्ध अपनी बड़ाई मारने लगे, कि हम अपने ही भुजबल के द्वारा बचे हैं। 
Judges 7:3 इसलिये तू जा कर लोगों में यह प्रचार कर के सुना दे, कि जो कोई डर के मारे थरथराता हो, वह गिलाद पहाड़ से लौटकर चला जाए। तब बाईस हजार लोग लौट गए, और केवल दस हजार रह गए। 
Judges 7:4 फिर यहोवा ने गिदोन से कहा, अब भी लोग अधिक हैं; उन्हें सोते के पास नीचे ले चल, वहां मैं उन्हें तेरे लिये परखूंगा; और जिस जिसके विषय में मैं तुझ से कहूं, कि यह तेरे संग चले, वह तो तेरे संग चले; और जिस जिसके विषय मे मैं कहूं, कि यह तेरे संग न जाए, वह न जाए। 
Judges 7:5 तब वह उन को सोते के पास नीचे ले गया; वहां यहोवा ने गिदोन से कहा, जितने कुत्ते की नाईं जीभ से पानी चपड़ चपड़ कर के पीएं उन को अलग रख; और वैसा ही उन्हें भी जो घुटने टेककर पीएं। 
Judges 7:6 जिन्होंने मुंह में हाथ लगा चपड़ चपड़ कर के पानी पिया उनकी तो गिनती तीन सौ ठहरी; और बाकी सब लोगों ने घुटने टेककर पानी पिया। 
Judges 7:7 तब यहोवा ने गिदोन से कहा, इन तीन सौ चपड़ चपड़ कर के पीने वालों के द्वारा मैं तुम को छुड़ाऊंगा, और मिद्यानियों को तेरे हाथ में कर दूंगा; और सब लोग अपने अपने स्थान को लौट जाएं। 
Judges 7:8 तब उन लोगों ने हाथ में सीधा और अपने अपने नरसिंगे लिये; और उसने इस्राएल के सब पुरूषों को अपने अपने डेरे की ओर भेज दिया, परन्तु उन तीन सौ पुरूषों को अपने पास रख छोड़ा; और मिद्यान की छावनी उसके नीचे तराई में पड़ी थी।
Judges 7:9 उसी रात को यहोवा ने उस से कहा, उठ, छावनी पर चढ़ाई कर; क्योंकि मैं उसे तेरे हाथ कर देता हूं। 

एक साल में बाइबल: 
  • न्यायियों 5-8


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