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रविवार, 28 मई 2017

पहेली


   उस पहेली ने मुझे चकरा दिया; किसी ने पूछा, ऐसा क्या है जो परमेश्वर से महान और शैतान से भी अधिक दुष्ट है? वह गरीबों के पास होता है, अमीरों को उसकी आवश्यकता है, और यदि आप उसका सेवन करोगे तो मर जाओगे? क्योंकि मेरा मस्तिष्क प्रगट से भटक गया था, इसलिए मैं उत्तर देने से चूक गया। उस पहेली का उत्तर था "कुछ नहीं"।

   यह पहेली मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में दी गई एक अन्य पहेली का स्मरण करवाती है, जिसे, जब वह पूछी गई थी, बूझना और भी अधिक कठिन रहा होगा। प्राचीन काल के एक बुध्दिमान व्यक्ति अगूर ने पूछा था, "कौन स्वर्ग में चढ़ कर फिर उतर आया? किस ने वायु को अपनी मुट्ठी में बटोर रखा है? किस ने महासागर को अपने वस्त्र में बान्ध लिया है? किस ने पृथ्वी के सिवानों को ठहराया है? उसका नाम क्या है? और उसके पुत्र का नाम क्या है? यदि तू जानता हो तो बता!" (नीतिवचन 30:4)।

   आज हम इन प्रश्नों के उत्तर जानते तो हैं; परन्तु कभी कभी जब हम जीवन के प्रश्नों, चिंताओं और आवश्यकताओं से घिरे हुए होते हैं तो प्रगट उत्तर को नज़रन्दाज़ कर देते हैं। जीवन की परेशान करने वाली बातें, जीवन के स्त्रोत, और हमारे सृजनहार, पालनहार तथा तारणहार पर से हमारी नज़रें भटका सकती हैं। इसलिए हमें एक अन्य अति महत्वपूर्ण पहेली को सदा ध्यान में रखना चाहिए: वह कौन हो जो परमेश्वर के साथ एक है, शैतान से कहीं अधिक सामर्थी है, उसकी आवश्यकता संसार के प्रत्येक व्यक्ति को है, धनी और निर्धन सभी उसे जब भी वे चाहे सेंत-मेंत प्राप्त कर सकते हैं, और यदि उसकी मेज़ से खाएंगे-पीएंगे तो कभी नाश नहीं होंगे? उत्तर है प्रभु यीशु मसीह। - मार्ट डीहॉन


जब हम अपनी आँखें प्रभु परमेश्वर पर केंद्रित करते हैं
 तो हमें विचलित करने वाली हमारी परिस्थितियाँ 
हमारा ध्यान अपनी ओर नहीं खींच पाती हैं।

जो यहोवा की बाट जोहते और उसके पास जाते हैं, उनके लिये यहोवा भला है। यहोवा से उद्धार पाने की आशा रख कर चुपचाप रहना भला है। - विलापगीत 3:25-26

बाइबल पाठ: नीतिवचन 30:1-9
Proverbs 30:1 याके के पुत्र आगूर के प्रभावशाली वचन। उस पुरूष ने ईतीएल और उक्काल से यह कहा, 
Proverbs 30:2 निश्चय मैं पशु सरीखा हूं, वरन मनुष्य कहलाने के योग्य भी नहीं; और मनुष्य की समझ मुझ में नहीं है। 
Proverbs 30:3 न मैं ने बुध्दि प्राप्त की है, और न परमपवित्र का ज्ञान मुझे मिला है। 
Proverbs 30:4 कौन स्वर्ग में चढ़ कर फिर उतर आया? किस ने वायु को अपनी मुट्ठी में बटोर रखा है? किस ने महासागर को अपने वस्त्र में बान्ध लिया है? किस ने पृथ्वी के सिवानों को ठहराया है? उसका नाम क्या है? और उसके पुत्र का नाम क्या है? यदि तू जानता हो तो बता! 
Proverbs 30:5 ईश्वर का एक एक वचन ताया हुआ है; वह अपने शरणागतों की ढाल ठहरा है। 
Proverbs 30:6 उसके वचनों में कुछ मत बढ़ा, ऐसा न हो कि वह तुझे डांटे और तू झूठा ठहरे।
Proverbs 30:7 मैं ने तुझ से दो वर मांगे हैं, इसलिये मेरे मरने से पहिले उन्हें मुझे देने से मुंह न मोड़: 
Proverbs 30:8 अर्थात व्यर्थ और झूठी बात मुझ से दूर रख; मुझे न तो निर्धन कर और न धनी बना; प्रतिदिन की रोटी मुझे खिलाया कर। 
Proverbs 30:9 ऐसा न हो, कि जब मेरा पेट भर जाए, तब मैं इन्कार कर के कहूं कि यहोवा कौन है? वा अपना भाग खो कर चोरी करूं, और अपने परमेश्वर का नाम अनुचित रीति से लूं।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 4-6
  • यूहन्ना 10:24-42


शनिवार, 27 मई 2017

छाप


   जुलाई 1860 में विश्व का सबसे पहला नर्सिंग विद्यालय लंडन के सेंट थॉमस हॉस्पिटल में खोला गया। आज वह विद्यालय किंग्स कॉलेज का एक भाग है और वहाँ नर्सिंग पढ़ने आई छात्राओं को "नाईटिंगेल्स" कहा जाता है। नर्सिंग ही के समान, उस विद्यालय को भी फ्लोरेंस नाईटिंगेल्स ने, जिसने क्रीमियाई युध्द के दौरान नर्सिंग पध्द्ति में क्रांतिकारी परिवर्तन ला दिया था, स्थापित किया था। जब भावी नर्सें अपना प्रशिक्षण पूरा कर लेती हैं तो वे सेवा की शपथ लेती हैं जिसे "नाईटिंगेल शपथ" कहा जाता है। यह सब नर्सिंग पर फ्लोरेंस नाईटिंगेल द्वारा छोड़ी गई छाप को दिखाता है।

   फ्लोरेंस नाईटिंगेल के समान ही अनेकों लोगों ने हमारे संसार में प्रभावी छाप छोड़ी है। परन्तु जितनी प्रभावी छाप प्रभु यीशु ने छोड़ी है, उतनी किसी ने कभी भी, कहीं भी नहीं छोड़ी है। प्रभु यीशु के जन्म, जीवन, क्रूस पर दिया गया बलिदान और मृतकों में से पुनरुत्थान की गाथा पिछले 2000 वर्षों से सारे संसार में लोगों के जीवनों को परिवर्तित करती आ रही है।

   सारे संसार में प्रभु यीशु के नाम से उनके अनुयायी जाने जाते रहे हैं, आरंभिक मसीही विश्वासियों की मण्डलियों में भी: "और जब उन से मिला तो उसे अन्‍ताकिया में लाया, और ऐसा हुआ कि वे एक वर्ष तक कलीसिया के साथ मिलते और बहुत लोगों को उपदेश देते रहे, और चेले सब से पहिले अन्‍ताकिया ही में मसीही कहलाए" (प्रेरितों 11:26)।

   जो प्रभु यीशु मसीह के नाम को उपनाते हैं, फिर वे उसके नाम से ही पहचाने जाते हैं क्योंकि उनके जीवन उसके प्रेम और अनुग्रह के द्वारा बदल दिए जाते हैं। हम मसीही विश्वासी, यीशु मसीह के नाम को अपनाने के द्वारा संसार के समक्ष यह घोषणा करते हैं कि प्रभु यीशु ने हमारे जीवनों में अनन्तकाल का परिवर्तन किया है, हम पर अपनी अमिट छाप छोड़ी है; और अब हमारी यह लालसा है कि यही छाप औरों के जीवन में भी दिखाई दे। - बिल क्राउडर


मसीह यीशु के अनुयायी - मसीही - उसके नाम की छाप द्वारा जाने जाते हैं।

और वह इस निमित्त सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएं परन्तु उसके लिये जो उन के लिये मरा और फिर जी उठा। - 2 कुरिन्थियों 5:15

बाइबल पाठ: प्रेरितों 11:19-26
Acts 11:19 सो जो लोग उस क्‍लेश के मारे जो स्‍तिफनुस के कारण पड़ा था, तित्तर बित्तर हो गए थे, वे फिरते फिरते फीनीके और कुप्रुस और अन्‍ताकिया में पहुंचे; परन्तु यहूदियों को छोड़ किसी और को वचन न सुनाते थे। 
Acts 11:20 परन्तु उन में से कितने कुप्रुसी और कुरेनी थे, जो अन्‍ताकिया में आकर युनानियों को भी प्रभु यीशु का सुसमचार की बातें सुनाने लगे। 
Acts 11:21 और प्रभु का हाथ उन पर था, और बहुत लोग विश्वास कर के प्रभु की ओर फिरे। 
Acts 11:22 तब उन की चर्चा यरूशलेम की कलीसिया के सुनने में आई, और उन्होंने बरनबास को अन्‍ताकिया भेजा। 
Acts 11:23 वह वहां पहुंचकर, और परमेश्वर के अनुग्रह को देखकर आनन्‍दित हुआ; और सब को उपदेश दिया कि तन मन लगाकर प्रभु से लिपटे रहो। 
Acts 11:24 क्योंकि वह एक भला मनुष्य था; और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण था: और और बहुत से लोग प्रभु में आ मिले। 
Acts 11:25 तब वह शाऊल को ढूंढने के लिये तरसुस को चला गया। 
Acts 11:26 और जब उन से मिला तो उसे अन्‍ताकिया में लाया, और ऐसा हुआ कि वे एक वर्ष तक कलीसिया के साथ मिलते और बहुत लोगों को उपदेश देते रहे, और चेले सब से पहिले अन्‍ताकिया ही में मसीही कहलाए।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 1-3
  • यूहन्ना 10:1-23


शुक्रवार, 26 मई 2017

तूफान


   जब चक्रवादी तूफान कैट्रीना मिसीसिपी प्रांत के समुद्र तट की ओर बढ़ रहा था, तो एक सेवानिवृत हुए पास्टर और उसकी पत्नि से उनकी पुत्री ने बहुत आग्रह किया कि वे अटलांटा आ जाएं जहाँ वह उनकी देखभाल कर सकती थी। परन्तु क्योंकि बैंक बन्द हो गए थे इसलिए वह दंपति अटलांटा की यात्रा के लिए पर्याप्त पैसे का इन्तज़ाम नहीं कर सका और उन्हें अपना घर छोड़ कर एक आश्रय स्थल में जाना पड़ा। तूफान के गुज़र जाने के पश्चात, वे अपने घर गए जिससे कि अपने सामान को संभाल सकें, जहाँ पानी में तैर रही केवल कुछ पारिवारिक फोटो ही उन्हें मिलीं। जब वह पास्टर फोटो फ्रेम में से सुखाने के लिए अपने पिता की फोटो निकाल रहे थे तो उस फ्रेम में से $366 बाहर निकल कर गिरे, जो उन दोनों के लिए अटलांटा जाने का हवाई टिकिट खरिदने के लिए पर्याप्त रकम थी। यह उनके लिए पाठ था कि अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए वे प्रभु यीशु पर विश्वास रख सकते थे।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में मरकुस 4:35-41 में दी गई घटना प्रभु यीशु के चेलों के लिए प्रभु में विश्वास बनाए रखने का पाठ था। प्रभु यीशु ने अपने चेलों से गलील की झील के उस पार जाने के लिए कहा और नाव में सो गया। झील पार करते हुए अनायास ही एक तेज़ तूफान ने उन्हें घेर लिया और उफनती हुई लहरों तथा तेज़ हवा को देखकर चेले घबरा गए। उन्होंने प्रभु को सोते से उठाया और कहा, "हे गुरू, क्या तुझे चिन्‍ता नहीं, कि हम नाश हुए जाते हैं?" (पद 38); तब प्रभु यीशु ने "उठ कर आन्‍धी को डांटा, और पानी से कहा; “शान्‍त रह, थम जा”: और आन्‍धी थम गई और बड़ा चैन हो गया" (पद 39)।

   जीवन में हम सब को अनेक प्रकार के तूफानों - सताव, आर्थिक कठिनाईयाँ, बीमारियाँ, निराशाएँ, एकाकीपन इत्यादि का सामना करना पड़ता है - और प्रभु यीशु सदा उनको रोक कर नहीं रखता है। परन्तु उसने हम से प्रतिज्ञा की है कि वह हमें कभी नहीं छोड़ेगा, कभी नहीं त्यागेगा (इब्रानियों 13:5)। वह हर तूफान में हमें शान्त रखेगा। - मार्विन विलियम्स


जीवन के तूफानों में हम अपने प्रभु परमेश्वर के चरित्र को देख सकते हैं।

तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। - इब्रानियों 13:5

बाइबल पाठ: मरकुस 4:35-41
Mark 4:35 उसी दिन जब सांझ हुई, तो उसने उन से कहा; आओ, हम पार चलें,। 
Mark 4:36 और वे भीड़ को छोड़कर जैसा वह था, वैसा ही उसे नाव पर साथ ले चले; और उसके साथ, और भी नावें थीं। 
Mark 4:37 तब बड़ी आन्‍धी आई, और लहरें नाव पर यहां तक लगीं, कि वह अब पानी से भरी जाती थी। 
Mark 4:38 और वह आप पिछले भाग में गद्दी पर सो रहा था; तब उन्होंने उसे जगाकर उस से कहा; हे गुरू, क्या तुझे चिन्‍ता नहीं, कि हम नाश हुए जाते हैं? 
Mark 4:39 तब उसने उठ कर आन्‍धी को डांटा, और पानी से कहा; “शान्‍त रह, थम जा”: और आन्‍धी थम गई और बड़ा चैन हो गया। 
Mark 4:40 और उन से कहा; तुम क्यों डरते हो? क्या तुम्हें अब तक विश्वास नहीं? 
Mark 4:41 और वे बहुत ही डर गए और आपस में बोले; यह कौन है, कि आन्‍धी और पानी भी उस की आज्ञा मानते हैं?

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 28-29
  • यूहन्ना 9:24-41


गुरुवार, 25 मई 2017

संगीत


   संगीतकार और बैण्ड निर्देशक जौन फिलिप सॉसा, जिन्हें "द मार्च किंग" भी कहा जाता है ने ऐसा संगीत और धुनें बनाईं हैं जिन्हें संसार भर में सौ से भी अधिक वर्षों से मिलिट्री बैण्ड बजाते आ रहे हैं। संगीत के इतिहासकार तथा विरजीनिया ग्रैण्ड मिल्ट्री बैण्ड के संचालक लॉरस जौन स्कीसल के अनुसार, "जैसे बिथोवेन सुरीली संगीत रचनाओं के लिए हैं, वैसे ही सॉसा सैनिक मार्च संगीत के लिए हैं।" सॉसा ने लोगों को प्रभावित करने, प्रोत्साहित करने, प्रेरणा देने में सक्षम संगीत की शक्ति को समझा था।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में, पुराने नियम के समय में, परमेश्वर के लोगों ने आवश्यकता के समयओं में परमेश्वर से मिलने वाली सहायता से प्रेरित होकर अनेकों भजन और स्तुति-गान लिखे और गाए-बजाए। जब परमेश्वर ने फिरौन की सेना से इस्त्राएलियों को बचाया, "तब मूसा और इस्राएलियों ने यहोवा के लिये यह गीत गाया। उन्होंने कहा, मैं यहोवा का गीत गाऊंगा, क्योंकि वह महाप्रतापी ठहरा है; घोड़ों समेत सवारों को उसने समुद्र में डाल दिया है। यहोवा मेरा बल और भजन का विषय है, और वही मेरा उद्धार भी ठहरा है; मेरा ईश्वर वही है, मैं उसी की स्तुति करूंगा, (मैं उसके लिये निवासस्थान बनाऊंगा), मेरे पूर्वजों का परमेश्वर वही है, मैं उसको सराहूंगा" (निर्गमन 15:1-2)।

   जब हम बीते समयों में हमारे प्रति बनी रही परमेश्वर की विश्वासयोग्यता को स्मरण करते हैं, उसका धन्यवाद तथा अराधना करते हैं, तो यह अराधना संगीत हमारी आत्माओं को उत्साह के साथ ऊँचाईयों पर ले जाता है। जब हम निराश हों, तब भी हम भजन और गीतों के द्वारा अपनी आँखें उन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों से ऊपर उठा कर परमेश्वर की सामर्थ्य और हमारे साथ बनी रहने वाली उसकी उपस्थिति पर लगाए रख सकते हैं। परमेश्वर ही सदा हमारी सामर्थ्य, संगीत और उध्दार रहा है। - डेविड मैक्कैसलैंड


स्तुति के गीत हमारी आँखें परमेश्वर की विश्वासयोग्यता पर केंद्रित कर सकते हैं।

तू मेरे छिपने का स्थान है; तू संकट से मेरी रक्षा करेगा; तू मुझे चारों ओर से छुटकारे के गीतों से घेर लेगा। - भजन 32:7

बाइबल पाठ: निर्गमन 15:10-19
Exodus 15:10 तू ने अपने श्वास का पवन चलाया, तब समुद्र ने उन को ढांप लिया; वे महाजलराशि में सीसे की नाईं डूब गए।
Exodus 15:11 हे यहोवा, देवताओं में तेरे तुल्य कौन है? तू तो पवित्रता के कारण महाप्रतापी, और अपनी स्तुति करने वालों के भय के योग्य, और आश्चर्य कर्म का कर्त्ता है।
Exodus 15:12 तू ने अपना दहिना हाथ बढ़ाया, और पृथ्वी ने उन को निगल लिया है।
Exodus 15:13 अपनी करूणा से तू ने अपनी छुड़ाई हुई प्रजा की अगुवाई की है, अपने बल से तू उसे अपने पवित्र निवासस्थान को ले चला है।
Exodus 15:14 देश देश के लोग सुनकर कांप उठेंगे; पलिश्तियों के प्राण के लाले पड़ जाएंगे।
Exodus 15:15 एदोम के अधिपति व्याकुल होंगे; मोआब के पहलवान थरथरा उठेंगे; सब कनान निवासियों के मन पिघल जाएंगें।
Exodus 15:16 उन में डर और घबराहट समा जाएगा; तेरी बांह के प्रताप से वे पत्थर की नाईं अबोल होंगे, जब तक, हे यहोवा, तेरी प्रजा के लोग निकल न जाएं, जब तक तेरी प्रजा के लोग जिन को तू ने मोल लिया है पार न निकल जाएं।
Exodus 15:17 तू उन्हें पहुँचाकर अपने निज भाग वाले पहाड़ पर बसाएगा, यह वही स्थान है, हे यहोवा जिसे तू ने अपने निवास के लिये बनाया, और वही पवित्रस्थान है जिसे, हे प्रभु, तू ने आप स्थिर किया है।
Exodus 15:18 यहोवा सदा सर्वदा राज्य करता रहेगा।
Exodus 15:19 यह गीत गाने का कारण यह है, कि फिरौन के घोड़े रथों और सवारों समेत समुद्र के बीच में चले गए, और यहोवा उनके ऊपर समुद्र का जल लौटा ले आया; परन्तु इस्राएली समुद्र के बीच स्थल ही स्थल पर हो कर चले गए।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 25-27
  • यूहन्ना 9:1-23


बुधवार, 24 मई 2017

भय और विश्वास


   मैंने अपने आहते में पत्थरों को लगाकर कुछ सजावट करने के लिए उस सजावाट के नमूने के अनुसार धरती पर जाल बिछाया हुआ था। मैं काम समाप्त करने के निकट ही था तभी मैंने देखा कि एक गिलहरी जाल के एक भाग में फँस गई है। मैंने अपने दस्ताने पहने और उस गिलहरी को मुक्त करने के लिए उसके आस-पास के जाल को काटने लगा। परन्तु वह मुझसे और मेरे कार्य से प्रसन्न नहीं थी; मुझे अपने पास आता देख उसने लपक कर मुझे काटने का प्रयास किया। मैंने शान्त स्वर में कहा, "डरो नहीं, मैं तुम्हें कोई हानि पहुँचाना नहीं चाहता हूँ; बस थोड़ा शान्त रहो।" परन्तु उसे मेरी बात समझ नहीं आ रही थी, और अपने भय में होकर वह मेरा प्रतिरोध करती रही। अन्ततः उसे फँसाए रखने वाला जाल का अन्तिम भाग भी कट गया और वह गिलहरी कूद कर भाग गई।

   अनेकों बार हम मनुष्य भी परमेश्वर के प्रति यही रवैया रखते हैं; अपनी परिस्थितियों में फँस कर हम परमेश्वर को भय तथा अविश्वास की प्रतिक्रिया देते हैं। युगों और शताब्दियों से प्रभु परमेश्वर हमें बचाने, सुरक्षित रखने, हमें आश्वस्त रखने और अपने निकट लाने के प्रयास करता आ रहा है; परन्तु फिर भी हम अपने प्रति उसके भले उद्देश्यों को न समझते हुए, उसका प्रतिरोध करते रहते हैं, उसके कार्य में बाधा डालते रहते हैं, उसे गलत समझते रहते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम पाते हैं कि यशायाह भविष्यद्वक्ता में होकर परमेश्वर कहता है, "क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा, तेरा दहिना हाथ पकड़कर कहूंगा, मत डर, मैं तेरी सहायता करूंगा" (यशायाह 41:13)।

   आज अपने जीवन और परिस्थितियों को लेकर आप अपने जीवन में प्रभु परमेश्वर की भूमिका को किस प्रकार से देखते हैं? क्या आप अपना जीवन और जीवन से जुड़ी सभी बातों को उसके हाथों में सौंपने से डरते हैं कि कहीं वह आपकी कोई हानि न कर दे? उस पर विश्वास रखें, वह भला है और संसार के हर व्यक्ति के साथ भलाई ही करना चाहता है। वह आपको शैतान द्वारा आप पर लाई गई बुराइयों और परिस्थितियों के जाल से निकालना चाहता है। उस से भयभीत न हों, उस पर विश्वास करें; अपना जीवन और जीवन की सभी बातें उसके हाथों में सौंप दें, शान्त और आश्वस्त होकर उसके कार्यों को देखें। - डेव ब्रैनन


भय का सर्वोत्तम तोड़ विश्वास है।

वरन अपने शत्रुओं से प्रेम रखो, और भलाई करो: और फिर पाने की आस न रखकर उधार दो; और तुम्हारे लिये बड़ा फल होगा; और तुम परमप्रधान के सन्तान ठहरोगे, क्योंकि वह उन पर जो धन्यवाद नहीं करते और बुरों पर भी कृपालु है। जैसा तुम्हारा पिता दयावन्‍त है, वैसे ही तुम भी दयावन्‍त बनो। - लूका 6:35-36

बाइबल पाठ: यशायाह 41:10-20
Isaiah 41:10 मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूं, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं; मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा, अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्हाले रहूंगा।
Isaiah 41:11 देख, जो तुझ से क्रोधित हैं, वे सब लज्जित होंगे; जो तुझ से झगड़ते हैं उनके मुंह काले होंगे और वे नाश हो कर मिट जाएंगे। 
Isaiah 41:12 जो तुझ से लड़ते हैं उन्हें ढूंढने पर भी तू न पएगा; जो तुझ से युध्द करते हैं वे नाश हो कर मिट जाएंगे। 
Isaiah 41:13 क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा, तेरा दहिना हाथ पकड़कर कहूंगा, मत डर, मैं तेरी सहायता करूंगा।
Isaiah 41:14 हे कीड़े सरीखे याकूब, हे इस्राएल के मनुष्यों, मत डरो! यहोवा की यह वाणी है, मैं तेरी सहयता करूंगा; इस्राएल का पवित्र तेरा छुड़ाने वाला है। 
Isaiah 41:15 देख, मैं ने तुझे छुरीवाले दांवने का एक नया और चोखा यन्त्र ठहराया है; तू पहाड़ों को दांव दांवकर सूक्षम धूलि कर देगा, और पहाडिय़ों को तू भूसे के समान कर देगा। 
Isaiah 41:16 तू उन को फटकेगा, और पवन उन्हें उड़ा ले जाएगी, और आंधी उन्हें तितर-बितर कर देगी। परन्तु तू यहोवा के कारण मगन होगा; और इस्राएल के पवित्र के कारण बड़ाई मारेगा।
Isaiah 41:17 जब दीन और दरिद्र लोग जल ढूंढ़ने पर भी न पाएं और उनका तालू प्यास के मारे सूख जाए; मैं यहोवा उनकी बिनती सुनूंगा, मैं इस्राएल का परमेश्वर उन को त्याग न दूंगा
Isaiah 41:18 मैं मुण्डे टीलों से भी नदियां और मैदानों के बीच में सोते बहऊंगा; मैं जंगल को ताल और निर्जल देश को सोते ही सोते कर दूंगा। 
Isaiah 41:19 मैं जंगल में देवदार, बबूल, मेंहदी, और जलपाई उगाऊंगा; मैं अराबा में सनौवर, तिधार वृक्ष, और सीधा सनौबर इकट्ठे लगाऊंगा; 
Isaiah 41:20 जिस से लोग देखकर जान लें, और सोचकर पूरी रीति से समझ लें कि यह यहोवा के हाथ का किया हुआ और इस्राएल के पवित्र का सृजा हुआ है।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 22-24
  • यूहन्ना 8:28-59


मंगलवार, 23 मई 2017

सहायता


   हम कीचड़ में बिलकुल फँस चुके थे। हम कब्रिस्तान में मेरे माता-पिता की कब्रों पर फूल चढ़ाने गए थे, और एक दूसरी गाड़ी को निकलने का स्थान देने के लिए मेरे पति ने अपनी गाड़ी सड़क से कच्चे में उतार दी। हमारे इलाके में कई सप्ताह से बरसात चल रही थी और वहाँ गाड़ी खड़ी करने के स्थान पर बहुत कीचड़ था। जब हम वापस जाने के लिए गाड़ी निकालने लगे तो पता चला कि गाड़ी कीचड़ में फँस गई है। जितना उसे चलाकर निकालने का प्रयास करते, पहिए घूम-घूमकर कीचड़ में और अधिक धँसते चले जाते।

   प्रकट था कि गाड़ी को धक्का लगाए बिना हम कीचड़ से बाहर नहीं निकल सकते थे, परन्तु मेरे पति का कँधा चोटिल था और मैं भी अभी बीमारी से उठी थी। हमें सहायता आवश्यकता थी! मैंने दूर दो जवानों को देखा, और उनका ध्यान मेरे हाथ हिलाने और सहायता के लिए चिल्लाने की ओर गया। मैं बहुत धन्यवादी हूँ कि उन्होंने हमारी सहायता करना स्वीकार किया और उनके धक्का लगाने से गाड़ी कीचड़ से बाहर निकल कर सड़क पर आ सकी।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 40 दाऊद द्वारा सहायता के लिए परमेश्वर को पुकारने और परमेश्वर द्वारा उसकी सहायता करना बताता है: "मैं धीरज से यहोवा की बाट जोहता रहा; और उसने मेरी ओर झुककर मेरी दोहाई सुनी। उसने मुझे सत्यानाश के गड़हे और दलदल की कीच में से उबारा, और मुझ को चट्टान पर खड़ा कर के मेरे पैरों को दृढ़ किया है" (भजन  40:1-2)। जिस गड़हे और दलदल का दाऊद यहाँ उल्लेख कर रहा है, वह वास्तव में कोई गड़हा या दलद्ल रहे हों अथवा कोई विकट परिस्थिति जिसमें दाऊद ने अपने आप को फँसा हुआ पाया, दाऊद यह बात भली-भाँति जानता था कि वह अपनी सहायता के लिए परमेश्वर को कभी भी पुकार सकता है और परमेश्वर उसकी सुनेगा, उसे उस समस्या से बाहर निकालेगा।

   हम मसीही विश्वासी, हम जो परमेश्वर की सन्तान हैं, जब भी परमेश्वर को पुकारते हैं, परमेश्वर हमारी भी सुनता है, और हमारी निकासी के लिए मार्ग बनाता है। कभी कभी तो हमारी सहायता के लिए वह स्वयं हस्तक्षेप करता है, परन्तु अधिकतर वह किसी अन्य मनुष्य के द्वारा हमें सहायता भेजता है। जब भी हम उसके, और आवश्यकतानुसार उसके लोगों के सामने, सहायता की अपनी आवश्यकता को स्वीकार कर लेते हैं, हम उससे मिलने वाली सहायता के लिए आश्वस्त भी रह सकते हैं। - मेरियन स्ट्राउड


परमेश्वर तथा औरों की सहयाता से आशा आती है।

जिन्होंने उसकी ओर दृष्टि की उन्होंने ज्योति पाई; और उनका मुंह कभी काला न होने पाया। इस दीन जन ने पुकारा तब यहोवा ने सुन लिया, और उसको उसके सब कष्टों से छुड़ा लिया। यहोवा के डरवैयों के चारों ओर उसका दूत छावनी किए हुए उन को बचाता है। - भजन 34:5-7

बाइबल पाठ: भजन  40:1-5
Psalms 40:1 मैं धीरज से यहोवा की बाट जोहता रहा; और उसने मेरी ओर झुककर मेरी दोहाई सुनी। 
Psalms 40:2 उसने मुझे सत्यानाश के गड़हे और दलदल की कीच में से उबारा, और मुझ को चट्टान पर खड़ा कर के मेरे पैरों को दृढ़ किया है। 
Psalms 40:3 और उसने मुझे एक नया गीत सिखाया जो हमारे परमेश्वर की स्तुति का है। बहुतेरे यह देखकर डरेंगे, और यहोवा पर भरोसा रखेंगे।
Psalms 40:4 क्या ही धन्य है वह पुरूष, जो यहोवा पर भरोसा करता है, और अभिमानियों और मिथ्या की ओर मुड़ने वालों की ओर मुंह न फेरता हो। 
Psalms 40:5 हे मेरे परमेश्वर यहोवा, तू ने बहुत से काम किए हैं! जो आश्चर्यकर्म और कल्पनाएं तू हमारे लिये करता है वह बहुत सी हैं; तेरे तुल्य कोई नहीं! मैं तो चाहता हूं की खोल कर उनकी चर्चा करूं, परन्तु उनकी गिनती नहीं हो सकती।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 19-21
  • यूहन्ना 8:1-27


सोमवार, 22 मई 2017

बुध्दि


   प्रत्येक वर्ष स्कूलों एवं कॉलेजों में दीक्षान्त समारोह आयोजित होते हैं, उन छात्रों के उपलक्ष में जिन्होंने अपना पाठ्यक्रम पूरा कर के उससे संबंधित उपाधियों को प्राप्त करने की योग्यता प्राप्त की है। उस दीक्षान्त समारोह के उपरान्त वे छात्र संसार में जाकर चुनौतियों का सामना करते हैं। संसार में चुनौतियों का सामना करने के लिए केवल शैक्षिक ज्ञान होना ही काफी नहीं होता है। सफलता की कुंजी है, जो उन्होंने सीखा है उसे बुध्दिमानी के साथ व्यावाहरिक जीवन में लागू करना।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में बुध्दि को एक ऐसे खज़ाने के समान दर्शाया गया है जो खोजे जाने के सर्वथा योग्य है। वह धन-संपत्ति से बढ़कर है (नीतिवचन 3:13-18); उसका स्त्रोत एकमात्र सिध्द तथा बुध्दिमान परमेश्वर है (रोमियों 16:27); और यह प्रभु यीशु के कार्यों तथा व्यवहार में, जिसमें "बुध्दि और ज्ञान के सारे भण्डार छिपे हुए हैं" (कुलुस्सियों 2:3) मिलती है। बुध्दि परमेश्वर के वचन के अध्ययन और उसे व्यवहार में लाने से आती है। इसका एक उदाहरण है प्रभु यीशु का पवित्र-शास्त्र के अपने ज्ञान द्वारा शैतान द्वारा लाई गई परीक्षाओं पर जयवन्त होना (लूका 4:1-13)। कहने का तात्पर्य है कि वास्तव में बुध्दिमान व्यक्ति जीवन को परमेश्वर के दृष्टिकोण से देखने का प्रयास करता है और परमेश्वर की बुध्दि के अनुसार जीवन जीने का प्रयास करता है।

   इस प्रकार जीवन जीने का प्रतिफल क्या है? बाइबल में नीतिवचन हमें बताते हैं कि बुध्दि मधु के समान के मीठी (नीतिवचन 24:13-14) है, और धन्य हैं वे जो इसे पाते हैं (नीतिवचन 3:13)। इसलिए, परमेश्वर की सम्मति के अनुसार बुध्दि की खोज में रहिए, क्योंकि इसका मोल सोने और चान्दी से भी कहीं अधिक बढ़कर है। - जो स्टोवैल


बुध्दि को खोजने और उसके अनुसार जीवन जीने से ही आशीषें प्राप्त होती हैं।

तेरे उपदेशों के कारण मैं समझदार हो जाता हूं, इसलिये मैं सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूं। तेरा वचन मेरे पांव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है। - भजन 119:104-105

बाइबल पाठ: नीतिवचन 3:1-13
Proverbs 3:1 हे मेरे पुत्र, मेरी शिक्षा को न भूलना; अपने हृदय में मेरी आज्ञाओं को रखे रहना; 
Proverbs 3:2 क्योंकि ऐसा करने से तेरी आयु बढ़ेगी, और तू अधिक कुशल से रहेगा। 
Proverbs 3:3 कृपा और सच्चाई तुझ से अलग न होने पाएं; वरन उन को अपने गले का हार बनाना, और अपनी हृदय रूपी पटिया पर लिखना। 
Proverbs 3:4 और तू परमेश्वर और मनुष्य दोनों का अनुग्रह पाएगा, तू अति बुद्धिमान होगा।
Proverbs 3:5 तू अपनी समझ का सहारा न लेना, वरन सम्पूर्ण मन से यहोवा पर भरोसा रखना। 
Proverbs 3:6 उसी को स्मरण कर के सब काम करना, तब वह तेरे लिये सीधा मार्ग निकालेगा। 
Proverbs 3:7 अपनी दृष्टि में बुद्धिमान न होना; यहोवा का भय मानना, और बुराई से अलग रहना। 
Proverbs 3:8 ऐसा करने से तेरा शरीर भला चंगा, और तेरी हड्डियां पुष्ट रहेंगी। 
Proverbs 3:9 अपनी संपत्ति के द्वारा और अपनी भूमि की पहिली उपज दे देकर यहोवा की प्रतिष्ठा करना; 
Proverbs 3:10 इस प्रकार तेरे खत्ते भरे और पूरे रहेंगे, और तेरे रसकुण्डों से नया दाखमधु उमण्डता रहेगा।
Proverbs 3:11 हे मेरे पुत्र, यहोवा की शिक्षा से मुंह न मोड़ना, और जब वह तुझे डांटे, तब तू बुरा न मानना, 
Proverbs 3:12 क्योंकि यहोवा जिस से प्रेम रखता है उसको डांटता है, जैसे कि बाप उस बेटे को जिसे वह अधिक चाहता है।
Proverbs 3:13 क्या ही धन्य है वह मनुष्य जो बुद्धि पाए, और वह मनुष्य जो समझ प्राप्त करे

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 16-18
  • यूहन्ना 7:28-53