ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

गुरुवार, 22 जुलाई 2021

योजना

 

          1948 में, उस दिन प्रातः जब उसके दरवाज़े की घंटी बजी, तब हरालान पोपोव को अंदाजा भी नहीं था कि उसके साथ क्या होने वाला है। बिना किसी चेतावनी के, बुलगारिया की पुलिस हरालान को पकड़ कर ले गई और उसे उसके मसीही विश्वास के कारण जेल में डाल दिया गया। उसने जीवन के अगले तेरह वर्ष जेल में बिताए, और वह शक्ति तथा साहस के लिए प्रार्थना करता रहा। यद्यपि उसे बहुत कठोर व्यवहार का सामना करना पड़ा, परन्तु वह जानता था कि परमेश्वर उसके साथ है, और वह अपने साथी बन्दियों के साथ सुसमाचार बाँटता रहा – और बहुतों ने प्रभु यीशु में विश्वास किया।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में उत्पत्ति 37 के वृतांत में, यूसुफ को भी कोई अंदाजा नहीं था  कि उसके साथ क्या होने जा रहा है। उससे ईर्ष्या रखने वाले उसके भाइयों ने उसे निर्दयता से व्यापारियों को बेच दिया, जो उसे मिस्र ले गए और वहाँ उसे एक मिस्री अधिकारी पोतीपर के हाथों बेच दिया। यूसुफ ऐसे लोगों के मध्य में था जो हज़ारों देवताओं को मानते थे। उसके स्थिति और बदतर बन गई, क्योंकि पोतीपर की पत्नी ने उसपर कुदृष्टि डाली और उसके साथ व्यभिचार के संबंध बनाने चाहे। जब यूसुफ बार बार उसे मना करता रहा, तो एक दिन खिसिया कर उसने यूसुफ पर उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और उसे बंदीगृह में डाल दिया गया (39:16-20)। लेकिन वहाँ पर भी परमेश्वर ने उसे छोड़ नहीं दिया; वरन,जो काम वह करता है उसको यहोवा उसके हाथ से सफल कर देता” और “और बन्‍दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई” (39:3, 21)।

          आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि यूसुफ कितना भयभीत हुआ होगा। लेकिन वह विश्वासयोग्य बना रहा और अपनी ईमानदारी से कभी पीछे नहीं हटा। इस कठिन यात्रा में परमेश्वर यूसुफ के साथ था; यूसुफ के लिए परमेश्वर की एक योजना थी; और उस योजना के अंतर्गत वह मिस्र का प्रधानमंत्री, तथा मिस्र के लोगों और अपने संपूर्ण परिवार को अकाल से बचाने वाला बना।

          मेरे और आपके जीवनों के लिए भी परमेश्वर की योजना है। विश्वास और ईमानदारी के साथ परमेश्वर के साथ बने रहिए, उसके मार्गों पर चलते रहिए। परमेश्वर सब देखता है, सब जानता है, और अपनी योजना के अनुसार आपको आशीषित भी करेगा। - एस्तोरा पिरोसका एस्कोबार

 

हर परिस्थिति में हमारे साथ बने रहने और हमारा भला करने के लिए प्रभु आपका धन्यवाद।


इसलिये परमेश्वर के बलवन्‍त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है। - 1 पतरस 5:6-7

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 39:6-12, 20-23

उत्पत्ति 39:6 सो उसने अपना सब कुछ यूसुफ के हाथ में यहां तक छोड़ दिया: कि अपने खाने की रोटी को छोड़, वह अपनी सम्पत्ति का हाल कुछ न जानता था। और यूसुफ सुन्दर और रूपवान था।

उत्पत्ति 39:7 इन बातों के पश्चात ऐसा हुआ, कि उसके स्वामी की पत्नी ने यूसुफ की ओर आंख लगाई; और कहा, मेरे साथ सो।

उत्पत्ति 39:8 पर उसने अस्वीकार करते हुए अपने स्वामी की पत्नी से कहा, सुन, जो कुछ इस घर में है मेरे हाथ में है; उसे मेरा स्वामी कुछ नहीं जानता, और उसने अपना सब कुछ मेरे हाथ में सौंप दिया है।

उत्पत्ति 39:9 इस घर में मुझ से बड़ा कोई नहीं; और उसने तुझे छोड़, जो उसकी पत्नी है; मुझ से कुछ नहीं रख छोड़ा; सो भला, मैं ऐसी बड़ी दुष्टता कर के परमेश्वर का अपराधी क्योंकर बनूं?

उत्पत्ति 39:10 और ऐसा हुआ, कि वह प्रति दिन यूसुफ से बातें करती रही, पर उसने उसकी न मानी, कि उसके पास लेटे और उसके संग रहे।

उत्पत्ति 39:11 एक दिन क्या हुआ, कि यूसुफ अपना काम काज करने के लिये घर में गया, और घर के सेवकों में से कोई भी घर के अन्दर न था।

उत्पत्ति 39:12 तब उस स्त्री ने उसका वस्त्र पकड़कर कहा, मेरे साथ सो, पर वह अपना वस्त्र उसके हाथ में छोड़कर भागा, और बाहर निकल गया।

उत्पत्ति 39:20 और यूसुफ के स्वामी ने उसको पकड़कर बन्‍दीगृह में, जहां राजा के कैदी बन्द थे, डलवा दिया: सो वह उस बन्‍दीगृह में रहने लगा।

उत्पत्ति 39:21 पर यहोवा यूसुफ के संग संग रहा, और उस पर करुणा की, और बन्‍दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई।

उत्पत्ति 39:22 सो बन्‍दीगृह के दरोगा ने उन सब बन्धुओं को, जो कारागार में थे, यूसुफ के हाथ में सौंप दिया; और जो जो काम वे वहां करते थे, वह उसी की आज्ञा से होता था।

उत्पत्ति 39:23 बन्‍दीगृह के दरोगा के वश में जो कुछ था; क्योंकि उस में से उसको कोई भी वस्तु देखनी न पड़ती थी; इसलिये कि यहोवा यूसुफ के साथ था; और जो कुछ वह करता था, यहोवा उसको उस में सफलता देता था।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 31-32
  • प्रेरितों 23:16-35