ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 27 दिसंबर 2020

स्थान

 

          मेरे पति ने अपने एक मित्र को चर्च सभा में आमंत्रित किया। सभा के समाप्त होने के बाद उनके मित्र ने कहा, “मुझे वहाँ के गीत और वातावरण अच्छा लगा, परन्तु मुझे यह समझ नहीं आया कि आप लोग यीशु को इतना आदर, इतना उच्च स्थान क्यों देते हैं?” फिर मेरे पति ने उन्हें समझाया कि मसीही विश्वास प्रभु यीशु मसीह के साथ, उनसे मिली पापों की क्षमा के द्वारा, एक घनिष्ठ व्यक्तिगत संबंध में होना है। प्रभु के बिना मसीहियत निरर्थक है। प्रभु यीशु ने जो हमारे लिए किया है, उसके कारण ही हम  एकत्रित होते हैं और उसकी आराधना और स्तुति करते हैं।

          प्रभु यीशु कौन है और उसने क्या किया है? प्रेरित पौलुस ने इस प्रश्न का उत्तर परमेश्वर के वचन बाइबल में कुलुस्सियों को लिखी अपनी पत्री में दिया है। कुलुस्सियों के 1 अध्याय में पौलुस लिखता है कि किसी ने परमेश्वर को नहीं देखा है, परन्तु प्रभु यीशु ने आकर उसे प्रकट किया और प्रतिबिंबित किया है (पद 15)। प्रभु यीशु, परमेश्वर के पुत्र होने के नाते, हमारे पापों के लिए बलिदान होने और हमें पापों से मुक्त कराने के लिए आए थे। पाप के कारण हम पवित्र परमेश्वर से अलग हो गए थे; इसीलिए परमेश्वर के साथ हमारा मेल-मिलाप उस पवित्र धार्मिकता के बहाल होने के द्वारा ही हो सकता था। वह सिद्ध पवित्रता हमें प्रभु यीशु मसीह से, जो स्वयं सिद्ध और पवित्र है, मिलती है (पद 14, 20)। दूसरे शब्दों में, प्रभु यीशु मसीह ने हमें वह प्रदान किया है जो कोई और कभी नहीं दे सकता था – सिद्ध पवित्रता, और परमेश्वर तथा अनन्त जीवन तक पहुँच (यूहन्ना 17:3)।

          वह इतने उच्च आदर के स्थान के योग्य क्यों है? क्योंकि उसने हमारे लिए मृत्यु पर विजय प्राप्त की है; और हमारे लिए दिए गए अपने बलिदान के द्वारा हमारे हृदयों को जीत लिया है। वह हमें प्रतिदिन नई सामर्थ्य प्रदान करता है। हमारे लिए वही सब कुछ है।

          हम उसे इसलिए महिमा देते हैं क्योंकि वह उस महिमा का हकदार है। हम उसे उच्च स्थान देते हैं क्योंकि वही उसका सही स्थान है। हम उसे अपने हृदयों में सदा ही सर्वोच्च स्थान दें। - कीला ओकोआ

 

प्रभु यीशु ही हमारी आराधना का केंद्र बिंदु है।


यह सुन थोमा ने उत्तर दिया, हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर! यीशु ने उस से कहा, तू ने तो मुझे देखकर विश्वास किया है, धन्य वे हैं जिन्होंने बिना देखे विश्वास किया। - यूहन्ना 20:28-29

बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 1:15-23

कुलुस्सियों 1:15 वह तो अदृश्य परमेश्वर का प्रतिरूप और सारी सृष्टि में पहलौठा है।

कुलुस्सियों 1:16 क्योंकि उसी में सारी वस्तुओं की सृष्टि हुई, स्वर्ग की हो अथवा पृथ्वी की, देखी या अनदेखी, क्या सिंहासन, क्या प्रभुताएँ, क्या प्रधानताएं, क्या अधिकार, सारी वस्तुएं उसी के द्वारा और उसी के लिये सृजी गई हैं।

कुलुस्सियों 1:17 और वही सब वस्तुओं में प्रथम है, और सब वस्तुएं उसी में स्थिर रहती हैं।

कुलुस्सियों 1:18 और वही देह, अर्थात कलीसिया का सिर है; वही आदि है और मरे हुओं में से जी उठने वालों में पहलौठा कि सब बातों में वही प्रधान ठहरे।

कुलुस्सियों 1:19 क्योंकि पिता की प्रसन्नता इसी में है कि उस में सारी परिपूर्णता वास करे।

कुलुस्सियों 1:20 और उसके क्रूस पर बहे हुए लहू के द्वारा मेल मिलाप कर के, सब वस्तुओं का उसी के द्वारा से अपने साथ मेल कर ले चाहे वे पृथ्वी पर की हों, चाहे स्वर्ग में की।

कुलुस्सियों 1:21 और उसने अब उसकी शारीरिक देह में मृत्यु के द्वारा तुम्हारा भी मेल कर लिया जो पहिले निकाले हुए थे और बुरे कामों के कारण मन से बैरी थे।

कुलुस्सियों 1:22 ताकि तुम्हें अपने सम्मुख पवित्र और निष्कलंक, और निर्दोष बनाकर उपस्थित करे।

कुलुस्सियों 1:23 यदि तुम विश्वास की नेव पर दृढ़ बने रहो, और उस सुसमाचार की आशा को जिसे तुम ने सुना है न छोड़ो, जिस का प्रचार आकाश के नीचे की सारी सृष्टि में किया गया; और जिस का मैं पौलुस सेवक बना।

 

एक साल में बाइबल: 

  • ज़कर्याह 1-4
  • प्रकाशितवाक्य 18