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रविवार, 26 मई 2019

मार्गदर्शक


      मैं अपने प्रथम तेज़ बहती उथली नदी पर रबर की नौका में यात्रा करने के अभियान के आरंभ का आनन्द ले रहा था, कि मुझे आगे नदी में तीव्र धारा की गर्जन का शब्द सुनाई दिया। मेरे अन्दर तुरंत ही बहुतायत से अनिश्चितता, भय, और असुरक्षा के भाव एक साथ उठने लगे। उस तीव्र धारा से होकर निकलना बहुत रोमांचक था, हम हाथों से कसकर नौका को पकड़े हुए बैठे थे। और अचानक ही सब शान्त हो गया, हमारी नौका के चालाक और गाईड ने हमें सुरक्षित उस भयावह बहाव के पार निकाल लिया था। अब हमें अगली तीव्र धारा प्रवाह की प्रतीक्षा थी।

      हमारे जीवनों में होने वाले परिवर्तन ऐसे भयावह और रोमांचक अनुभवों के समान हो सकते हैं। जीवन के एक पड़ाव से दूसरे की ओर अपरिहार्य और अप्रत्याशित अनुभव में लिए चलते हैं – कॉलेज से जीविका कमाने की ओर, एक कार्य से दूसरे में परिवर्तन के समय, माता-पिता के साथ रहने से अकेले या जीवन साथी के साथ रहने के अनुभव, जीविका कमाने से सेवा-निवृत्ति पाने के अनुभव, जवानी से वृद्धावस्था के अनुभव – सभी में अनिश्चितता तथा असुरक्षा का भाव बना रहता है।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में दिए इतहास के सबसे महत्वपूर्ण परिवर्तनों में से एक था पुराने नियम में दिया गया सुलेमान का अपने पिता दाऊद की गद्दी पर आसीन होना। निःसंदेह सुलेमान भी भविष्य की अनिश्चितता के बारे में आशंका से भरा होगा। उसके पिता दाऊद ने उसे परामर्श दिया, “फिर दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान से कहा, हियाव बान्ध और दृढ़ हो कर इस काम में लग जा। मत डर, और तेरा मन कच्चा न हो, क्योंकि यहोवा परमेश्वर जो मेरा परमेश्वर है, वह तेरे संग है; और जब तक यहोवा के भवन में जितना काम करना हो वह न हो चुके, तब तक वह न तो तुझे धोखा देगा और न तुझे त्यागेगा” (1 इतिहास 28:20)।

      हम सबके जीवनों में ऐसे परिवर्तनों के अवसर अवश्य ही आएँगे। परन्तु हम मसीही विश्वासियों को यह आश्वासन है कि जब परमेश्वर हमारे साथ है, तो हम कभी अकेले या असहाय नहीं हैं। जीवन की तीव्र धरा के भयावह अनुभवों में जब हम अपने मार्गदर्शक प्रभु परमेश्वर पर अपनी दृष्टि लगाए रहते हैं, उसके वचन के निर्देशों के अनुसार आगे बढ़ते रहते हैं, तो वह हमें सुरक्षित पार निकाल लाता है। - जो स्टोवैल


परिवर्तन की तीव्र धारा में प्रभु परमेश्वर हमारा मार्गदर्शक रहता है।

इतना हो कि तू हियाव बान्धकर और बहुत दृढ़ हो कर जो व्यवस्था मेरे दास मूसा ने तुझे दी है उन सब के अनुसार करने में चौकसी करना; और उस से न तो दाहिने मुड़ना और न बांए, तब जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा काम सफल होगा। व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए, इसी में दिन रात ध्यान दिए रहना, इसलिये कि जो कुछ उस में लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे; क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सफल होंगे, और तू प्रभावशाली होगा। - यहोशू 1:7-8

बाइबल पाठ: 1 इतिहास 28:9-20
1 Chronicles 28:9 और हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा।
1 Chronicles 28:10 अब चौकस रह, यहोवा ने तुझे एक ऐसा भवन बनाने को चुन लिया है, जो पवित्रस्थान ठहरेगा, हियाव बान्धकर इस काम में लग जा।
1 Chronicles 28:11 तब दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान को मन्दिर के ओसारे, कोठरियों, भण्डारों अटारियों, भीतरी कोठरियों, और प्रायश्चित के ढकने से स्थान का नमूना,
1 Chronicles 28:12 और यहोवा के भवन के आंगनों और चारों ओर की कोठरियों, और परमेश्वर के भवन के भण्डारों और पवित्र की हुई वस्तुओं के भण्डारों के, जो जो नमूने ईश्वर के आत्मा की प्रेरणा से उसको मिले थे, वे सब दे दिए।
1 Chronicles 28:13 फिर याजकों और लेवियों के दलों, और यहोवा के भवन की सेवा के सब कामों, और यहोवा के भवन की सेवा के सब सामान,
1 Chronicles 28:14 अर्थात सब प्रकार की सेवा के लिये सोने के पात्रों के निमित्त सोना तौलकर, और सब प्रकार की सेवा के लिये चान्दी के पात्रें के निमित्त चान्दी तौलकर,
1 Chronicles 28:15 और सोने की दीवटों के लिये, और उनके दीपकों के लिये प्रति एक एक दीवट, और उसके दीपकों का सोना तौलकर और चान्दी के दीवटों के लिये एक एक दीवट, और उसके दीपक की चान्दी, प्रति एक एक दीवट के काम के अनुसार तौलकर,
1 Chronicles 28:16 ओर भेंट की रोटी की मेजों के लिये एक एक मेज का सोना तौलकर, और चान्दी की मेजों के लिये चान्दी,
1 Chronicles 28:17 और चोखे सोने के कांटों, कटोरों और प्यालों और सोने की कटोरियों के लिये एक एक कटोरी का सोना तौलकर, और चान्दी की कटोरियों के लिये एक एक कटोरी की चान्दी तौलकर,
1 Chronicles 28:18 और धूप की वेदी के लिये तपाया हुआ सोना तौलकर, और रथ अर्थात यहोवा की वाचा का सन्दूक ढांकने वाले और पंख फैलाए हुए करूबों के नमूने के लिये सोना दे दिया।
1 Chronicles 28:19 मैं ने यहोवा की शक्ति से जो मुझ को मिली, यह सब कुछ बूझ कर लिख दिया है।
1 Chronicles 28:20 फिर दाऊद ने अपने पुत्र सुलैमान से कहा, हियाव बान्ध और दृढ़ हो कर इस काम में लग जा। मत डर, और तेरा मन कच्चा न हो, क्योंकि यहोवा परमेश्वर जो मेरा परमेश्वर है, वह तेरे संग है; और जब तक यहोवा के भवन में जितना काम करना हो वह न हो चुके, तब तक वह न तो तुझे धोखा देगा और न तुझे त्यागेगा।

एक साल में बाइबल:  
  • 1 इतिहास 28-29
  • यूहन्ना 9:24-41