ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें : rozkiroti@gmail.com / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

मंगलवार, 20 फ़रवरी 2018

चार बातें


   जोन, जब आराधना सभा में आकार बैठी, तब वह अपने बच्चों के साथ कुछ कठिन समस्याओं से जूझ रही थी। वह थक चुकी थी और मातृत्व की जिम्मेदारियों से “सेवानिवृत्ति” लेना चाहती थी। तभी उस सभा के उपदेशक ने परमेश्वर के वचन बाइबल से अपना सन्देश आरंभ किया, जो उन लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए ही था जो अपनी परिस्थितियों से थक-हार चुके हैं और हथियार डाल देने की कगार पर हैं। जोन ने उस प्रातः, परमेश्वर के वचन में से, उस सन्देश के द्वारा जो बाते सुनीं और सीखीं उनमें से इन चार बातों ने उसे हताश होकर बैठ जाने की बजाए आगे बढ़ते रहने में सहायता की:

   ऊपर की ओर नज़रें गड़ाएँ और प्रार्थना करें – आसाप ने सारी रात प्रार्थना की, और अपनी भावनाएँ व्यक्त करने के लिए यह भी प्रगट किया कि उसे लगता है जैसे परमेश्वर उसे भूल गया है और उसको त्याग दिया है (भजन 77:9-10)। हम परमेश्वर से सब कुछ कह सकते हैं, और अपनी भावनाओं के विषय में स्पष्ट और ईमानदार हो सकते हैं। हम उससे कुछ भी पूछ सकते हैं। हो सकता है कि उसके उत्तर तुरंत ना आएँ और न ही वैसे हों जैसे हम चाहते हैं, परन्तु अपने आप को खुली रीति से व्यक्त करने के लिए वह हमारी आलोचना कदापि नहीं करेगा।

   अपने जीवन में पीछे मुड़कर देखें और उन बातों कोई स्मरण करें जो परमेश्वर ने आपके तथा औरों की जीवनों में की हैं – आसाप ने परमेश्वर से केवल अपने दुखों के बारे में ही बातें नहीं कीं; उसने परमेश्वर की सामर्थ्य और महान कार्यों को भी स्मरण किया, जो परमेश्वर ने उसके तथा औरों की जीवनों में किए थे। उसने लिखा, “मैं याह के बड़े कामों की चर्चा करूंगा; निश्चय मैं तेरे प्राचीन काल वाले अद्भुत कामों को स्मरण करूंगा” (पद 11)।

   आगे की ओर देखें – उस परिस्थिति से हो सकने वाली संभावित भलाईयों के बारे में विचार करें। यह विचार करें कि आप इन परिस्थितियों से क्या सीख सकते हैं; उनमें होकर परमेश्वर आपसे क्या चाह सकता है कि आप करें? इस पर विचार करें कि क्योंकि परमेश्वर के मार्ग सिद्ध हैं, इसलिए आपकी जानकारी के अनुसार वह आगे क्या कर सकता है? (पद 13)।

   पुनःअवलोकन करें  - इस बार परमेश्वर पर विश्वास की नज़रों से अपनी परिस्थितियों पर दृष्टि करें। अपने आप को स्मरण करवाएं कि वह अद्भुत आश्चर्यकर्म करने वाला परमेश्वर है, जिस पर सदैव भरोसा किया जा सकता है (पद 14)।

   ये चार बातें हमारी भी सहायता करें कि हम प्रभु यीशु में विश्वास की अपनी यात्रा को सही दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ते रहें। - ऐनी सेटास


हमारी समस्याएं परमेश्वर के समाधान खोज निकालने के अवसर होते हैं।

और उसने मुझ से कहा, मेरा अनुग्रह तेरे लिये बहुत है; क्योंकि मेरी सामर्थ निर्बलता में सिद्ध होती है; इसलिये मैं बड़े आनन्द से अपनी निर्बलताओं पर घमण्‍ड करूंगा, कि मसीह की सामर्थ मुझ पर छाया करती रहे। इस कारण मैं मसीह के लिये निर्बलताओं, और निन्‍दाओं में, और दरिद्रता में, और उपद्रवों में, और संकटों में, प्रसन्न हूं; क्योंकि जब मैं निर्बल होता हूं, तभी बलवन्‍त होता हूं। - 2 कुरिन्थियों 12: 9-10

बाइबल पाठ: भजन 77:1-15
Psalms 77:1 मैं परमेश्वर की दोहाई चिल्ला चिल्लाकर दूंगा, मैं परमेश्वर की दोहाई दूंगा, और वह मेरी ओर कान लगाएगा।
Psalms 77:2 संकट के दिन मैं प्रभु की खोज में लगा रहा; रात को मेरा हाथ फैला रहा, और ढीला न हुआ, मुझ में शांति आई ही नहीं।
Psalms 77:3 मैं परमेश्वर का स्मरण कर कर के करहाता हूं; मैं चिन्ता करते करते मूर्छित हो चला हूं। (सेला)
Psalms 77:4 तू मुझे झपक्की लगने नहीं देता; मैं ऐसा घबराया हूं कि मेरे मुंह से बात नहीं निकलती।।
Psalms 77:5 मैंने प्राचीन काल के दिनों को, और युग युग के वर्षों को सोचा है।
Psalms 77:6 मैं रात के समय अपने गीत को स्मरण करता; और मन में ध्यान करता हूं, और मन में भली भांति विचार करता हूं:
Psalms 77:7 क्या प्रभु युग युग के लिये छोड़ देगा; और फिर कभी प्रसन्न न होगा?
Psalms 77:8 क्या उसकी करूणा सदा के लिये जाती रही? क्या उसका वचन पीढ़ी पीढ़ी के लिये निष्फल हो गया है?
Psalms 77:9 क्या ईश्वर अनुग्रह करना भूल गया? क्या उसने क्रोध कर के अपनी सब दया को रोक रखा है? (सेला)
Psalms 77:10 मैने कहा यह तो मेरी दुर्बलता ही है, परन्तु मैं परमप्रधान के दाहिने हाथ के वर्षों को विचारता हूं।।
Psalms 77:11 मैं याह के बड़े कामों की चर्चा करूंगा; निश्चय मैं तेरे प्राचीन काल वाले अद्भुत कामों को स्मरण करूंगा।
Psalms 77:12 मैं तेरे सब कामों पर ध्यान करूंगा, और तेरे बड़े कामों को सोचूंगा।
Psalms 77:13 हे परमेश्वर तेरी गति पवित्रता की है। कौन सा देवता परमेश्वर के तुल्य बड़ा है?
Psalms 77:14 अद्भुत काम करने वाला ईश्वर तू ही है, तू ने अपने देश देश के लोगों पर अपनी शक्ति प्रगट की है।
Psalms 77:15 तू ने अपने भुजबल से अपनी प्रजा, याकूब और यूसुफ के वंश को छुड़ा लिया है।। (सेला)


एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 26-27
  • मरकुस 2



सोमवार, 19 फ़रवरी 2018

विश्वास


   समाचार स्तब्ध कर देने वाला था; सुनते ही आँसू इतनी तेज़ी से निकलने लगे कि वह उन्हें रोक ही नहीं पाई। उसका मस्तिष्क सवालों से भर गया, और भय उसे अभिभूत करने का प्रयास करने लगा। जीवन इतना सुचारू चल रहा था, और अब अचानक बिना किसी चेतावनी के बाधित होकर सदा के लिए बदल गया।

   त्रासदी अनेकों स्वरूपों में आ सकती है – किसी प्रिय जन का देहांत, कोई बीमारी, संपत्ति की हानि, या जीविका की हानि, आदि अनहोनी घटनाएँ किसी पर भी कभी भी आ सकती हैं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में हम पाते हैं कि यद्यपि हबक्कूक नबी जानता था कि त्रासदी आने वाली है, फिर भी उसकी प्रतीक्षा ने उसके हृदय को भय से भर दिया। बाबुल द्वारा यहूदा के राज्य पर आने वाले हमले की प्रतीक्षा में उसके हृदय की धड़कन बढ़ गई, उसके होंठ थरथराने लगे और पाँव काँपने लगे (हबक्कूक 3:16)।

   त्रासदी के सम्मुख भय एक वैध प्रतिक्रया है, परन्तु उससे हमें जड़ नहीं हो जाना चाहिए। जब हम उन परीक्षाओं के बारे में कुछ समझ नहीं पाते हैं जिनसे होकर हम निकल रहे हैं, तब हमें स्मरण करना चाहिए कि इतहास में परमेश्वर ने कैसे अपने कार्य किए हैं (पद 3-15)। हबक्कूक ने यही किया। ऐसा करने से उसके भय का कारण तो चला जाता नहीं रहा, परन्तु उसे परमेश्वर की स्तुति करते हुए आगे बढ़ने का साहस अवश्य मिल गया (पद 18)।

   हमारा प्रभु परमेश्वर जिसने अपने आप को सदा ही विश्वासयोग्य प्रमाणित किया है, सदा हमारे साथ बना रहता है। क्योंकि उसका चरित्र कभी नहीं बदलता है, इसलिए अपने सब भय के सामने हबक्कूक के समान आज हम भी दृढ़ आवाज में विश्वास के साथ कह सकते हैं, “यहोवा परमेश्वर मेरा बलमूल है...” (पद 19)। - पो फैंग चिया


हम परीक्षाओं की पाठशाला में ही विश्वास के पाठ सीखने पाते हैं।

इतना हो कि तू हियाव बान्धकर और बहुत दृढ़ हो कर जो व्यवस्था मेरे दास मूसा ने तुझे दी है उन सब के अनुसार करने में चौकसी करना; और उस से न तो दाहिने मुड़ना और न बांए, तब जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा काम सफल होगा। व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए, इसी में दिन रात ध्यान दिए रहना, इसलिये कि जो कुछ उस में लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे; क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सफल होंगे, और तू प्रभावशाली होगा। - यहोशू 1: 7-8

बाइबल पाठ: हबक्कूक 3:13-19
Habakkuk 3:13 तू अपनी प्रजा के उद्धार के लिये निकला, हां, अपने अभिषिक्त के संग हो कर उद्धार के लिये निकला। तू ने दुष्ट के घर के सिर को घायल कर के उसे गल से नेव तक नंगा कर दिया।
Habakkuk 3:14 तू ने उसके योद्धाओं के सिरों को उसी की बर्छी से छेदा है, वे मुझ को तितर-बितर करने के लिये बवंडर की आंधी के समान आए, और दीन लोगों को घात लगा कर मार डालने की आशा से आनन्दित थे।
Habakkuk 3:15 तू अपने घोड़ों पर सवार हो कर समुद्र से हां, जलप्रलय से पार हो गया।
Habakkuk 3:16 यह सब सुनते ही मेरा कलेजा कांप उठा, मेरे ओंठ थरथराने लगे; मेरी हड्डियां सड़ने लगीं, और मैं खड़े खड़े कांपने लगा। मैं शान्ति से उस दिन की बाट जोहता रहूंगा जब दल बांध कर प्रजा चढ़ाई करे।
Habakkuk 3:17 क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल न लगें, और न दाखलताओं में फल लगें, जलपाई के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए और खेतों में अन्न न उपजे, भेड़शालाओं में भेड़-बकरियां न रहें, और न थानों में गाय बैल हों,
Habakkuk 3:18 तौभी मैं यहोवा के कारण आनन्दित और मगन रहूंगा, और अपने उद्धारकर्त्ता परमेश्वर के द्वारा अति प्रसन्न रहूंगा।
Habakkuk 3:19 यहोवा परमेश्वर मेरा बलमूल है, वह मेरे पांव हरिणों के समान बना देता है, वह मुझ को मेरे ऊंचे स्थानों पर चलाता है।


एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 25
  • मरकुस 1:23-45



रविवार, 18 फ़रवरी 2018

सेवा


   हास्य-कलाकार फ्रेड एलेन ने कहा, “एक ख्याति प्राप्त व्यक्ति वह होता है जो सारी उम्र प्रसिद्ध होने के लिए कठिन परिश्रम करता है, फिर काला चश्मा लगाकर घूमता है कि कहीं पहचान न लिया जाए।” ख्याति मिलने के साथ ही, व्यक्तिगत समय की हानि तथा लोगों के लगातार ध्यान में रहना भी आता है।

   जब प्रभु यीशु ने सिखाने और चंगाई देने की अपनी सार्वजनिक सेवा का आरंभ किया, तो वे तुरंत ही लोगों की नज़रों में चढ़ गए और सहायता माँगने वालों की भीड़ से घिरे रहते थे। वे जहाँ भी जाते थे, भीड़ उनके पीछे चली आती थी। परन्तु प्रभु यीशु जानते थे कि सामर्थ्य और सही दृष्टिकोण बनाए रखने के लिए उन्हें परमेश्वर के साथ एकांत में समय बिताना कितना आवश्यक था।

   जब प्रभु यीशु के शिष्य अपने सफल प्रथम प्रचार सेवा से लौट कर आए, जिसमें उन्होंने परमेश्वर के राज्य का प्रचार और बीमारों को चंगाई देने का कार्य किया, तब प्रभु यीशु उन्हें एक एकांत स्थान पर विश्राम करवाने के लिए ले गए (लूका 9:2, 10)। लेकिन शीघ्र ही लोगों की भीड़ ने उन्हें ढूँढ लिया, और प्रभु यीशु ने उस भीड़ का स्वागत भी किया। प्रभु ने उन्हें परमेश्वर के राज्य के बारे में सिखाया, और जिन्हें चंगाई की आवश्यकता थी, उन्हें चँगा भी किया (पद 11)। भोजन के लिए अपना इंतज़ाम करने के लिए भेजने के स्थान पर, प्रभु यीशु ने उनके लिए वहीं 5000 से अधिक की उस भीड़ के लिए भोजन का इंतजाम भी कर के दिया (पद 12-17)।

   प्रभु यीशु जिज्ञासु और दुखी लोगों की सेवा से आने वाले दबाव से अपरिचित नहीं थे, इसीलिए वे सामाजिक सेवा और व्यक्तिगत एकांत के मध्य संतुलन बनाए रखने के लिए प्रार्थना और विश्राम के लिए समय निकाला करते थे।

   हम जब प्रभु यीशु के नाम में सेवा करते हैं, तो हम भी प्रार्थना और विश्राम के लिए समय निकालने के प्रभु के इस उदाहरण का अनुसरण करें। - डेविड मैक्कैस्लैंड


हमें परमेश्वर की आवाज़ को सुनने के लिए 
जीवन के शोर की ध्वनि की तीव्रता को कम करना ही होगा।

उसने उन से कहा; तुम आप अलग किसी जंगली स्थान में आकर थोड़ा विश्राम करो; क्योंकि बहुत लोग आते जाते थे, और उन्हें खाने का अवसर भी नहीं मिलता था। - मरकुस 6:31

बाइबल पाठ: लूका 9:1-2, 10-17
Luke 9:1 फिर उसने बारहों को बुलाकर उन्हें सब दुष्टात्माओं और बिमारियों को दूर करने की सामर्थ और अधिकार दिया।
Luke 9:2 और उन्हें परमेश्वर के राज्य का प्रचार करने, और बिमारों को अच्छा करने के लिये भेजा।
Luke 9:10 फिर प्रेरितों ने लौटकर जो कुछ उन्होंने किया था, उसको बता दिया, और वह उन्हें अलग कर के बैतसैदा नाम एक नगर को ले गया।
Luke 9:11 यह जानकर भीड़ उसके पीछे हो ली: और वह आनन्द के साथ उन से मिला, और उन से परमेश्वर के राज्य की बातें करने लगा: और जो चंगे होना चाहते थे, उन्हें चंगा किया।
Luke 9:12 जब दिन ढलने लगा, तो बारहों ने आकर उस से कहा, भीड़ को विदा कर, कि चारों ओर के गावों और बस्‍तियों में जा कर टिकें, और भोजन का उपाय करें, क्योंकि हम यहां सुनसान जगह में हैं।
Luke 9:13 उसने उन से कहा, तुम ही उन्हें खाने को दो: उन्होंने कहा, हमारे पास पांच रोटियां और दो मछली को छोड़ और कुछ नहीं: परन्तु हां, यदि हम जा कर इन सब लोगों के लिये भोजन मोल लें, तो हो सकता है: वे लोग तो पांच हजार पुरूषों के लगभग थे।
Luke 9:14 तब उसने अपने चेलों से कहा, उन्हें पचास पचास कर के पांति में बैठा दो।
Luke 9:15 उन्होंने ऐसा ही किया, और सब को बैठा दिया।
Luke 9:16 तब उसने वे पांच रोटियां और दो मछली लीं, और स्वर्ग की और देखकर धन्यवाद किया, और तोड़ तोड़कर चेलों को देता गया, कि लोगों को परोसें।
Luke 9:17 सो सब खाकर तृप्‍त हुए, और बचे हुए टुकड़ों से बारह टोकरी भरकर उठाईं।


एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 23-24
  • मरकुस 1:1-22



शनिवार, 17 फ़रवरी 2018

द्वार


   अमेरिका में खेल-क्रीड़ाओं में चार्ली सिफ्फोर्ड का नाम महत्वपूर्ण है। वे पहले अफ्रीकी-अमेरिकन (अश्वेत) थे जिन्हें व्यावासायिक गोल्फर्स संघ में सदस्यता मिली, एक ऐसे खेल में जिसमें 1961 तक, संघ के नियमानुसार केवल श्वेत लोगों को ही सदस्यता दी जा सकती थे। नस्ल-भेद से संबंधित अन्याय और उत्पीड़न सहते हुए सिफ्फोर्ड ने खेल की उच्चतम श्रेणी पर नाम कमाया, दो प्रतिस्पर्धाएं जीतीं, और 2004 में वर्ल्ड गोल्फ हॉल ऑफ फेम में स्थान पाने वाले वे पहले अफ्रीकी-अमेरिकन बनें। चार्ली सिफ्फोर्ड ने व्यावसायिक गोल्फ के द्वार सभी नस्ल के खिलाड़ियों के लिए खोल दिए।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भी हम पाते हैं कि द्वारों को खोलना सुसमाचार की सेवकाई का मर्म है। प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों से कहा, “इसलिये तुम जा कर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्रआत्मा के नाम से बपतिस्मा दो। और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्‍त तक सदैव तुम्हारे संग हूं” (मत्ती 28:19-20)।

   पद 19 में प्रयुक्त हुआ शब्द ‘जाति’ यूनानी शब्द ethnos से आया है, जिससे फिर अंग्रेज़ी शब्द ethnic बना है। अर्थात, प्रभु यीशु मसीह की शिष्यों से कही गई बात का अभिप्राय था, “जाओ और बिना किसे भेद-भाव के, सभी जातियों के लोगों को मेरे शिष्य बनाओ।” प्रभु यीशु द्वारा कलवारी के क्रूस पर दिए गए बलिदान के द्वारा सँसार के सभी लोगों के लिए परमेश्वर पिता के पास पहुँचने के मार्ग का द्वार खुल गया है, उपलब्ध है।

   अब हमारे पास यह सौभाग्य है कि जैसे परमेश्वर ने हमारी देखा-भाल की है, हम भी औरों की देखभाल करें। हम भी औरों के लिए परमेश्वर के परिवार के सदस्य बनने का द्वार खोल सकते हैं, ऐसों के लिए भी जिन्होंने कभी परमेश्वर के घर में प्रवेश कर पाने की कल्पना भी नहीं की होगी। - बिल क्राऊडर


प्रभु यीशु ने उस पर विश्वास करने वाले 
प्रत्येक व्यक्ति के लिए उद्धार के द्वार को खोल दिया है।

परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं। - यूहन्ना 1:12-13

बाइबल पाठ: मत्ती 28:16-20
Matthew 28:16 और ग्यारह चेले गलील में उस पहाड़ पर गए, जिसे यीशु ने उन्हें बताया था।
Matthew 28:17 और उन्होंने उसके दर्शन पाकर उसे प्रणाम किया, पर किसी किसी को सन्‍देह हुआ।
Matthew 28:18 यीशु ने उन के पास आकर कहा, कि स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है।
Matthew 28:19 इसलिये तुम जा कर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्रआत्मा के नाम से बपतिस्मा दो।
Matthew 28:20 और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्‍त तक सदैव तुम्हारे संग हूं।


एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 21-22
  • मत्ती 28



शुक्रवार, 16 फ़रवरी 2018

साझा


   बहुत से परिवारों में कोई-कोई वयंजन बनाने की पारिवारिक विधि होती है, जो पीढ़ी से पीढ़ी को सौंपी जाती है, और उस व्यंजन को एक विशेष स्वाद देती है। हम हक्कास चीनियों के पास भी ऐसी ही एक व्यंजन बनाने की विधि होती थी, और हमारी दादी उसे सबसे बढ़िया बनाती थीं। प्रति वर्ष चीनी नए वर्ष के उपलक्ष में जब परिवार के सभी सदस्य एकत्रित होते थे, और दादी अपनी उस विधी से वह व्यंजन बनाती थीं, तो हम एक दूसरे से कहते थे, “हमें दादी से इसे बनाने की यह वीधी अवश्य सीखनी चाहिए।” परन्तु हमने कभी दादी से उसे सीखा नहीं, और अब वे हमारे बीच में नहीं रही हैं; उनके साथ ही उनकी वह विधी भी जाती रही है।

   हमें दादी की कमी खलती है, और उनकी उस विधी की भी। परन्तु इससे भी कहीं अधिक दुखद बात होगी विश्वास की उस विरासत को बिसरा देना जो परमेश्वर ने हमें सौंपी है। परमेश्वर चाहता है कि प्रत्येक पीढ़ी अगली पीढ़ी को परमेश्वर द्वारा किए गए महान कार्यों के बारे में बताए। परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने कहा, “तेरे कामों की प्रशंसा और तेरे पराक्रम के कामों का वर्णन, पीढ़ी पीढ़ी होता चला जाएगा” (भजन 145:4), जो सदियों पहले मूसा ने भी कहा था “प्राचीनकाल के दिनों को स्मरण करो, पीढ़ी पीढ़ी के वर्षों को विचारो; अपने बाप से पूछो, और वह तुम को बताएगा; अपने वृद्ध लोगों से प्रश्न करो, और वे तुझ से कह देंगे” (व्यवस्थाविवरण 32:7)।

   परमेश्वर ने हमें ऐसा बनाया है कि हम अपने अनुभवों को औरों के साथ साझा करने के द्वारा एक दूसरे के साथ का आनन्दित भी हों और एक दूसरे के अनुभवों से लाभान्वित भी हों। जब हम अपने उद्धार पाने और परमेश्वर से विभिन्न परिस्थितियों में मिली सहायता की बातों और घटनाओं को दूसरों के साथ साझा करते हैं, तो न केवल हम उन्हें भी प्रोत्साहित करते हैं तथा परमेश्वर को आदर देते हैं, परन्तु शैतान और उसकी युक्तियों पर जयवंत होने के अपने मार्ग को भी दृढ़ करते हैं (प्रकाशितवाक्य 12:11)। - पो फैंग चिया


आज जो हम अपने बच्चों को सिखाते हैं, 
वह कल के सँसार को प्रभावित करेगा।

और वे मेम्ने के लोहू के कारण, और अपनी गवाही के वचन के कारण, उस पर जयवन्‍त हुए, और उन्होंने अपने प्राणों को प्रिय न जाना, यहां तक कि मृत्यु भी सह ली। - प्रकाशितवाक्य 12:11

बाइबल पाठ: भजन 145:1-13
Psalms 145:1 हे मेरे परमेश्वर, हे राजा, मैं तुझे सराहूंगा, और तेरे नाम को सदा सर्वदा धन्य कहता रहूंगा।
Psalms 145:2 प्रति दिन मैं तुझ को धन्य कहा करूंगा, और तेरे नाम की स्तुति सदा सर्वदा करता रहूंगा।
Psalms 145:3 यहोवा महान और अति स्तुति के योग्य है, और उसकी बड़ाई अगम है।
Psalms 145:4 तेरे कामों की प्रशंसा और तेरे पराक्रम के कामों का वर्णन, पीढ़ी पीढ़ी होता चला जाएगा।
Psalms 145:5 मैं तेरे ऐश्वर्य की महिमा के प्रताप पर और तेरे भांति भांति के आश्चर्यकर्मों पर ध्यान करूंगा।
Psalms 145:6 लोग तेरे भयानक कामों की शक्ति की चर्चा करेंगे, और मैं तेरे बड़े बड़े कामों का वर्णन करूंगा।
Psalms 145:7 लोग तेरी बड़ी भलाई का स्मरण कर के उसकी चर्चा करेंगे, और तेरे धर्म का जयजयकार करेंगे।।
Psalms 145:8 यहोवा अनुग्रहकारी और दयालु, विलम्ब से क्रोध करने वाला और अति करूणामय है।
Psalms 145:9 यहोवा सभों के लिये भला है, और उसकी दया उसकी सारी सृष्टि पर है।
Psalms 145:10 हे यहोवा, तेरी सारी सृष्टि तेरा धन्यवाद करेगी, और तेरे भक्त लोग तुझे धन्य कहा करेंगे!
Psalms 145:11 वे तेरे राज्य की महिमा की चर्चा करेंगे, और तेरे पराक्रम के विषय में बातें करेंगे;
Psalms 145:12 कि वे आदमियों पर तेरे पराक्रम के काम और तेरे राज्य के प्रताप की महिमा प्रगट करें।
Psalms 145:13 तेरा राज्य युग युग का और तेरी प्रभुता सब पीढ़ियों तक बनी रहेगी।


एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 19-20
  • मत्ती 27:51-66



गुरुवार, 15 फ़रवरी 2018

सांतवना


   हमारी एक मित्र के पति का अचानक ही देहांत हो गया, और उसके साथ हम भी शोकित हुए। हमारी मित्र स्वयं एक सलाहकार हैं, और उन्होंने अनेकों लोगों को ऐसी ही परिस्थितियों में सांतवना दी है, उन्हें संभाला है। अब विवाह के 40 वर्ष पश्चात, उन्हें स्वयं रोज संध्या को एक खाली घर में आने की अप्रिय परिस्थिति का सामना करना था।

   अपने इस दुःख में उस मित्र ने उसका सहारा लिया जिसके विषय परमेश्वर के वचन बाइबल में आया है कि वह “टूटे मन वालों के समीप रहता है।” परमेश्वर उनके साथ उनके दुःख में चला, और उन्होंने हम से कहा कि उन्होंने अपने “विधवा” नाम को गर्व के साथ स्वीकार करने का निर्णय लिया क्योंकि उन्हें निश्चय था कि उनका विधवा होना परमेश्वर की ओर से है।

   प्रत्येक दुःख व्यक्तिगत होता है, और सब का दुःख सहने का अपना तरीका होता है। उनके दुःख सहने के इस तरीके से न तो दुःख कम होता है और न ही उनके घर का खालीपन कम होता है। परन्तु परमेश्वर के साथ चलना यह स्मरण करवाता है कि हमारे सबसे घोर दुःख में भी हम परमेश्वर पर विश्वास बनाए रख सकते हैं, हमारा प्रेमी परमेश्वर पिता सदा हमारे साथ रहता है।

   हमारे स्वर्गीय परमेश्वर पिता ने भी अलगाव की अत्यंत पीड़ा सही थी। जब प्रभु यीशु मसीह, सारे सँसार के सभी मनुष्यों के पापों को लिए क्रूस पर बलिदान हुए, तो वे पुकार उठे, “...हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?” (मत्ती 27:46)। परन्तु फिर भी उन्होंने क्रूस की मृत्यु तथा परमेश्वर पिता से दूरी की पीड़ा को हमारे लिए, हमारे प्रति अपने प्रेम के लिए सहा।

   वह हमारे दुखों को समझता है! और क्योंकि “यहोवा टूटे मन वालों के समीप रहता है” (भजन 34:18), इसलिए उसमें हमें हर परिस्थिति के लिए उपयुक्त सांतवना मिलाती है। वह सदा हमारे निकट रहता है। - डेव ब्रैनन


परमेश्वर हमारे दुखों को बांट लेता है।

क्योंकि जो महान और उत्तम और सदैव स्थिर रहता, और जिसका नाम पवित्र है, वह यों कहता है, मैं ऊंचे पर और पवित्र स्थान में निवास करता हूं, और उसके संग भी रहता हूं, जो खेदित और नम्र हैं, कि, नम्र लोगों के हृदय और खेदित लोगों के मन को हषिर्त करूं। - यशायाह 57:15

बाइबल पाठ: भजन 34:15-22
Psalms 34:15 यहोवा की आंखे धर्मियों पर लगी रहती हैं, और उसके कान भी उसकी दोहाई की ओर लगे रहते हैं।
Psalms 34:16 यहोवा बुराई करने वालों के विमुख रहता है, ताकि उनका स्मरण पृथ्वी पर से मिटा डाले।
Psalms 34:17 धर्मी दोहाई देते हैं और यहोवा सुनता है, और उन को सब विपत्तियों से छुड़ाता है।
Psalms 34:18 यहोवा टूटे मन वालों के समीप रहता है, और पिसे हुओं का उद्धार करता है।
Psalms 34:19 धर्मी पर बहुत सी विपत्तियां पड़ती तो हैं, परन्तु यहोवा उसको उन सब से मुक्त करता है।
Psalms 34:20 वह उसकी हड्डी हड्डी की रक्षा करता है; और उन में से एक भी टूटने नहीं पाती।
Psalms 34:21 दुष्ट अपनी बुराई के द्वारा मारा जाएगा; और धर्मी के बैरी दोषी ठहरेंगे।
Psalms 34:22 यहोवा अपने दासों का प्राण मोल ले कर बचा लेता है; और जितने उसके शरणागत हैं उन में से कोई भी दोषी न ठहरेगा।


एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 17-18
  • मत्ती 27:27-50



बुधवार, 14 फ़रवरी 2018

कृतघ्न


   तेज बारिश में मैं एक पुरानी गाड़ी चलाने का, जो 80,000 किलोमीटर से अधिक चल चुकी थी, जिस में साईड से टक्कर लगने पर बच्चों की सुरक्षा के लिए कोई एयरबैग भी नहीं थे, और जिसे मैंने अभी खरीदा था, अदि होने का प्रयास कर रहा था। उस गाड़ी को चला पाने का आदि होने का प्रयास और तेज बारिश में कार के वाईपरों का शोर मुझे खिसिया रहा था। इस गाड़ी को तथा कुछ अतिआवश्यक किराने के सामान को खरीद पाने के लिए आवश्यक धन जुटाने के लिए मुझे अपना अंतिम ‘खज़ाना’ 1992 में निर्मित मेरी वोल्वो गाड़ी, जिसमें बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतज़ाम थे, बेचनी पड़ी थी, क्योंकि तब तक और सब कुछ बिक चुका था। हमारा घर, हमारी बचत, सब कुछ जीवन के लिए घातक हो सकने वाली बीमारियों के इलाज की भेंट चढ़ चुका था।

   मैंने खिसियाहट में, ऊँची आवाजा में बोल ही दिया, “परमेश्वर ठीक है; अब मैं अपने बच्चों को सुरक्षा भी नहीं दे सकता हूँ। अब यदि उन्हें कुछ हुआ न तो फिर देखना मैं क्या करता हूँ...”; और तुरंत मैं अपने किए और कहे पर शर्मिन्दा हो गया। पिछले दो वर्षों में परमेश्वर ने मुझे, मेरी पत्नि और मेरे बेटे को लगभग निश्चित मृत्यु से बचाया था, लेकिन यहाँ मैं उन ‘वस्तुओं’ को लेकर खिसिया रहा था जो मेरे पास से जाती रही थीं। मैंने तुरंत एहसास किया कि कितने जल्दी मैं परमेश्वर के प्रति कृतघ्न हो सकता हूँ। उस प्रेमी पिता परमेश्वर के प्रति जिसने मुझे मेरे पापों के दण्ड और परिणाम से बचाने के लिए अपने पुत्र को बलिदान होने के लिए स्वर्ग से पृथ्वी पर भेज दिया; जिस पिता ने मेरे बेटे को चमत्कारिक रीति से बचाया था।

   मैंने तुरंत प्रार्थना की, “हे पिता मुझे क्षमा करें” और मुझे उत्तर भी मिल गया, “मेरे बेटे, मैंने पहले ही कर दिया था!” – रैंडी किल्गोर


धन्यवादी होना वह भूमि है जिसमें आनन्द पनपने पाता है।

यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है। - 1 यूहन्ना 1:9

बाइबल पाठ: इब्रानियों 12:18-29
Hebrews 12:18 तुम तो उस पहाड़ के पास जो छूआ जा सकता था और आग से प्रज्‍वलित था, और काली घटा, और अन्‍धेरा, और आन्‍धी के पास।
Hebrews 12:19 और तुरही की ध्‍वनि, और बोलने वाले के ऐसे शब्द के पास नहीं आए, जिस के सुनने वालों ने बिनती की, कि अब हम से और बातें न की जाएं।
Hebrews 12:20 क्योंकि वे उस आज्ञा को न सह सके, कि यदि कोई पशु भी पहाड़ को छूए, तो पत्थरवाह किया जाए।
Hebrews 12:21 और वह दर्शन ऐसा डरावना था, कि मूसा ने कहा; मैं बहुत डरता और कांपता हूं।
Hebrews 12:22 पर तुम सिय्योन के पहाड़ के पास, और जीवते परमेश्वर के नगर स्‍वर्गीय यरूशलेम के पास।
Hebrews 12:23 और लाखों स्‍वर्गदूतों और उन पहिलौठों की साधारण सभा और कलीसिया जिन के नाम स्वर्ग में लिखे हुए हैं: और सब के न्यायी परमेश्वर के पास, और सिद्ध किए हुए धर्मियों की आत्माओं।
Hebrews 12:24 और नई वाचा के मध्यस्थ यीशु, और छिड़काव के उस लोहू के पास आए हो, जो हाबिल के लोहू से उत्तम बातें कहता है।
Hebrews 12:25 सावधान रहो, और उस कहने वाले से मुंह न फेरो, क्योंकि वे लोग जब पृथ्वी पर के चितावनी देने वाले से मुंह मोड़ कर न बच सके, तो हम स्वर्ग पर से चितावनी करने वाले से मुंह मोड़ कर क्योंकर बच सकेंगे?
Hebrews 12:26 उस समय तो उसके शब्द ने पृथ्वी को हिला दिया पर अब उसने यह प्रतिज्ञा की है, कि एक बार फिर मैं केवल पृथ्वी को नहीं, वरन आकाश को भी हिला दूंगा।
Hebrews 12:27 और यह वाक्‍य एक बार फिरइस बात को प्रगट करता है, कि जो वस्तुएं हिलाई जाती हैं, वे सृजी हुई वस्तुएं होने के कारण टल जाएंगी; ताकि जो वस्तुएं हिलाई नहीं जातीं, वे अटल बनी रहें।
Hebrews 12:28 इस कारण हम इस राज्य को पाकर जो हिलने का नहीं, उस अनुग्रह को हाथ से न जाने दें, जिस के द्वारा हम भक्ति, और भय सहित, परमेश्वर की ऐसी आराधना कर सकते हैं जिस से वह प्रसन्न होता है।
Hebrews 12:29 क्योंकि हमारा परमेश्वर भस्म करने वाली आग है।


एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 15-16
  • मत्ती 27:1-26