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शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

दृष्टि

 

          बचपन में, मैं भी किसी भी अन्य बच्चे के समान ही शरारती थी, और अपनी शरारतों और बुराइयों को छिपाने के प्रयास करती थी, जिससे उनके लिए मुझे कोई दण्ड न मिले। लेकिन फिर भी अकसर मेरी माँ को तुरंत ही पता चल जाता था। मुझे अचंभा होता था कि वह कैसे मेरी शैतानियों के बारे में सब कुछ जान लेती थी। मैं जब भी अचंभित होकर उससे इसके बारे में पूछती, तो माँ का एक ही उत्तर होता था, “मेरे सिर के पीछे भी आँखें है।”  इस कारण जब भी उसकी पीठ मेरी ओर होती थी तो मैं बड़े ध्यान से उसके सिर को देखती रहती थी, कि उसकी उन आँखों को देखने पाऊँ – क्या वे आँखें अदृश्य थीं या उसके बालों से ढकी रहती थीं? बड़ी होते हुए, मैंने उसकी उन अतिरिक्त आँखों के प्रमाण को ढूँढना बन्द कर दिया, क्योंकि मुझे एहसास हो गया था कि मैं उतनी चतुर थी नहीं जितना मैं अपने आप को समझती थी। माँ की ध्यान से हम बच्चों पर लगी रहने वाली दृष्टि, हमारे प्रति उसके प्रेम और देखभाल का प्रमाण थी।

          मैं अपनी माँ की उस सतर्क दृष्टि और देखभाल के लिए बहुत कृतज्ञ हूँ (चाहे कभी-कभी मुझे लगता था कि मेरी शैतानी उसकी दृष्टि में नहीं आनी चाहिए थी), किन्तु उससे भी अधिक कृतज्ञ मैं इस बात के लिए हूँ कि परमेश्वर स्वर्ग पर से भी “सब मनुष्यों को निहारता है” (भजन 33:13)। वह केवल वह सब ही नहीं देखता है जो हम करते रहते हैं; वो हमारे दुखों, हमारी प्रसन्नता, और एक-दूसरे के प्रति हमारे प्रेम तथा व्यवहार आदि को भी देखता रहता है।

          परमेश्वर हमारे वास्तविक चरित्र को देखता है और उसे हमेशा पता होता है कि हमें किस बात की आवश्यकता है। अपनी सिद्ध दृष्टि से वह हमारे हृदयों की भीतरी दशा को भी देखता है, और जो उससे प्रेम करते हैं और उसमें अपनी आशा बनाए रखते हैं, उन पर अपनी सुरक्षा की दृष्टि बनाए रहता है। वह हम से प्रेम करने और हमारी देखभाल करने वाला पिता है, जिसकी दृष्टि से हम कभी ओझल नहीं होते हैं। - किर्स्टन होल्मबर्ग

 

परमेश्वर सारे संसार पर, विशेषकर अपने बच्चों पर, अपनी दृष्टि को बनाए रखता है।


 और हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा। - 1 इतिहास 28:9

बाइबल पाठ: भजन 33:6-19

भजन संहिता 33:6 आकाशमण्डल यहोवा के वचन से, और उसके सारे गण उसके मुंह ही श्वास से बने।

भजन संहिता 33:7 वह समुद्र का जल ढेर के समान इकट्ठा करता; वह गहिरे सागर को अपने भण्डार में रखता है।

भजन संहिता 33:8 सारी पृथ्वी के लोग यहोवा से डरें, जगत के सब निवासी उसका भय मानें!

भजन संहिता 33:9 क्योंकि जब उसने कहा, तब हो गया; जब उसने आज्ञा दी, तब वास्तव में वैसा ही हो गया।

भजन संहिता 33:10 यहोवा अन्य अन्य जातियों की युक्ति को व्यर्थ कर देता है; वह देश देश के लोगों की कल्पनाओं को निष्फल करता है।

भजन संहिता 33:11 यहोवा की युक्ति सर्वदा स्थिर रहेगी, उसके मन की कल्पनाएं पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहेंगी।

भजन संहिता 33:12 क्या ही धन्य है वह जाति जिसका परमेश्वर यहोवा है, और वह समाज जिसे उसने अपना निज भाग होने के लिये चुन लिया हो!

भजन संहिता 33:13 यहोवा स्वर्ग से दृष्टि करता है, वह सब मनुष्यों को निहारता है;

भजन संहिता 33:14 अपने निवास के स्थान से वह पृथ्वी के सब रहने वालों को देखता है,

भजन संहिता 33:15 वही जो उन सभों के हृदयों को गढ़ता, और उनके सब कामों का विचार करता है।

भजन संहिता 33:16 कोई ऐसा राजा नहीं, जो सेना की बहुतायत के कारण बच सके; वीर अपनी बड़ी शक्ति के कारण छूट नहीं जाता।

भजन संहिता 33:17 बच निकलने के लिये घोड़ा व्यर्थ है, वह अपने बड़े बल के द्वारा किसी को नहीं बचा सकता है।

भजन संहिता 33:18 देखो, यहोवा की दृष्टि उसके डरवैयों पर और उन पर जो उसकी करुणा की आशा रखते हैं बनी रहती है,

भजन संहिता 33:19 कि वह उनके प्राण को मृत्यु से बचाए, और अकाल के समय उन को जीवित रखे।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 31-32
  • प्रेरितों 23:16-35

गुरुवार, 22 जुलाई 2021

योजना

 

          1948 में, उस दिन प्रातः जब उसके दरवाज़े की घंटी बजी, तब हरालान पोपोव को अंदाजा भी नहीं था कि उसके साथ क्या होने वाला है। बिना किसी चेतावनी के, बुलगारिया की पुलिस हरालान को पकड़ कर ले गई और उसे उसके मसीही विश्वास के कारण जेल में डाल दिया गया। उसने जीवन के अगले तेरह वर्ष जेल में बिताए, और वह शक्ति तथा साहस के लिए प्रार्थना करता रहा। यद्यपि उसे बहुत कठोर व्यवहार का सामना करना पड़ा, परन्तु वह जानता था कि परमेश्वर उसके साथ है, और वह अपने साथी बन्दियों के साथ सुसमाचार बाँटता रहा – और बहुतों ने प्रभु यीशु में विश्वास किया।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में उत्पत्ति 37 के वृतांत में, यूसुफ को भी कोई अंदाजा नहीं था  कि उसके साथ क्या होने जा रहा है। उससे ईर्ष्या रखने वाले उसके भाइयों ने उसे निर्दयता से व्यापारियों को बेच दिया, जो उसे मिस्र ले गए और वहाँ उसे एक मिस्री अधिकारी पोतीपर के हाथों बेच दिया। यूसुफ ऐसे लोगों के मध्य में था जो हज़ारों देवताओं को मानते थे। उसके स्थिति और बदतर बन गई, क्योंकि पोतीपर की पत्नी ने उसपर कुदृष्टि डाली और उसके साथ व्यभिचार के संबंध बनाने चाहे। जब यूसुफ बार बार उसे मना करता रहा, तो एक दिन खिसिया कर उसने यूसुफ पर उसके साथ बलात्कार करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और उसे बंदीगृह में डाल दिया गया (39:16-20)। लेकिन वहाँ पर भी परमेश्वर ने उसे छोड़ नहीं दिया; वरन,जो काम वह करता है उसको यहोवा उसके हाथ से सफल कर देता” और “और बन्‍दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई” (39:3, 21)।

          आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि यूसुफ कितना भयभीत हुआ होगा। लेकिन वह विश्वासयोग्य बना रहा और अपनी ईमानदारी से कभी पीछे नहीं हटा। इस कठिन यात्रा में परमेश्वर यूसुफ के साथ था; यूसुफ के लिए परमेश्वर की एक योजना थी; और उस योजना के अंतर्गत वह मिस्र का प्रधानमंत्री, तथा मिस्र के लोगों और अपने संपूर्ण परिवार को अकाल से बचाने वाला बना।

          मेरे और आपके जीवनों के लिए भी परमेश्वर की योजना है। विश्वास और ईमानदारी के साथ परमेश्वर के साथ बने रहिए, उसके मार्गों पर चलते रहिए। परमेश्वर सब देखता है, सब जानता है, और अपनी योजना के अनुसार आपको आशीषित भी करेगा। - एस्तोरा पिरोसका एस्कोबार

 

हर परिस्थिति में हमारे साथ बने रहने और हमारा भला करने के लिए प्रभु आपका धन्यवाद।


इसलिये परमेश्वर के बलवन्‍त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है। - 1 पतरस 5:6-7

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 39:6-12, 20-23

उत्पत्ति 39:6 सो उसने अपना सब कुछ यूसुफ के हाथ में यहां तक छोड़ दिया: कि अपने खाने की रोटी को छोड़, वह अपनी सम्पत्ति का हाल कुछ न जानता था। और यूसुफ सुन्दर और रूपवान था।

उत्पत्ति 39:7 इन बातों के पश्चात ऐसा हुआ, कि उसके स्वामी की पत्नी ने यूसुफ की ओर आंख लगाई; और कहा, मेरे साथ सो।

उत्पत्ति 39:8 पर उसने अस्वीकार करते हुए अपने स्वामी की पत्नी से कहा, सुन, जो कुछ इस घर में है मेरे हाथ में है; उसे मेरा स्वामी कुछ नहीं जानता, और उसने अपना सब कुछ मेरे हाथ में सौंप दिया है।

उत्पत्ति 39:9 इस घर में मुझ से बड़ा कोई नहीं; और उसने तुझे छोड़, जो उसकी पत्नी है; मुझ से कुछ नहीं रख छोड़ा; सो भला, मैं ऐसी बड़ी दुष्टता कर के परमेश्वर का अपराधी क्योंकर बनूं?

उत्पत्ति 39:10 और ऐसा हुआ, कि वह प्रति दिन यूसुफ से बातें करती रही, पर उसने उसकी न मानी, कि उसके पास लेटे और उसके संग रहे।

उत्पत्ति 39:11 एक दिन क्या हुआ, कि यूसुफ अपना काम काज करने के लिये घर में गया, और घर के सेवकों में से कोई भी घर के अन्दर न था।

उत्पत्ति 39:12 तब उस स्त्री ने उसका वस्त्र पकड़कर कहा, मेरे साथ सो, पर वह अपना वस्त्र उसके हाथ में छोड़कर भागा, और बाहर निकल गया।

उत्पत्ति 39:20 और यूसुफ के स्वामी ने उसको पकड़कर बन्‍दीगृह में, जहां राजा के कैदी बन्द थे, डलवा दिया: सो वह उस बन्‍दीगृह में रहने लगा।

उत्पत्ति 39:21 पर यहोवा यूसुफ के संग संग रहा, और उस पर करुणा की, और बन्‍दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई।

उत्पत्ति 39:22 सो बन्‍दीगृह के दरोगा ने उन सब बन्धुओं को, जो कारागार में थे, यूसुफ के हाथ में सौंप दिया; और जो जो काम वे वहां करते थे, वह उसी की आज्ञा से होता था।

उत्पत्ति 39:23 बन्‍दीगृह के दरोगा के वश में जो कुछ था; क्योंकि उस में से उसको कोई भी वस्तु देखनी न पड़ती थी; इसलिये कि यहोवा यूसुफ के साथ था; और जो कुछ वह करता था, यहोवा उसको उस में सफलता देता था।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 31-32
  • प्रेरितों 23:16-35

बुधवार, 21 जुलाई 2021

विलंब

 

          मेरी सास को दिल का दौरा पड़ा, और उस चिंताजनक समय में वह सौभाग्यशाली रही कि उसे तुरंत ही सही चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध हो गई। बाद में मुझे डॉक्टर ने बताया कि यदि दिल का दौरा पड़ने के पंद्रह मिनिट के अन्दर सही उपचार आरंभ हो जाता है तो बचने का दर 33% होता है, किन्तु इससे अधिक विलम्ब हो जाए तो केवल 5% लोग ही बच पाते हैं।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि प्रभु यीशु याईर की बहुत बीमार और गंभीर हालत में पड़ी बेटी की सहायता के लिए उसके घर जा रहे थे, जिसे निःसंदेह तुरंत ही चिकित्सकीय सहायता की आवश्यकता थी। लेकिन प्रभु ने चलते चलते वह किया जो उस परिस्थिति में बिलकुल अनपेक्षित था; वे अचानक ही रुक गए (मरकुस 5:30); वे पता करना चाह रहे थे उन्हें किस ने छूआ था! जब तक उन्हें छूने वाली स्त्री सामने नहीं आ गई, और प्रभु ने उससे कृपा तथा ढाढ़स के साथ बात नहीं कर ली, वे आगे नहीं बढ़े। आप सोच सकते हैं कि ऐसे में याईर क्या सोच रहा होगा, ‘प्रभु, इस सब के लिए अभी समय नहीं है; मेरी बेटी मरने को है! और फिर वह हो गया जिसका याईर को भय था – उसके घर से समाचार आया कि उसकी बेटी का देहांत हो गया है (पद 35); शायद प्रभु ने अनावश्यक विलंब कर दिया था।

          लेकिन प्रभु ने याईर की ओर मुड़कर उसे प्रोत्साहित करते हुए, जो बात वे कह रहे थे, उसको यीशु ने अनसुनी कर के, आराधनालय के सरदार से कहा; मत डर; केवल विश्वास रख” (पद 36)। और फिर उपस्थित लोगों के उपहास की अवहेलना करते हुए, वह शांत भाव में याईर के घर गया, उसकी बेटी के पास जाकर उससे बात की, और वह जी उठी! प्रभु ने दिखा दिया की वह कभी विलंब से नहीं होता है। जो वह करना चाहता है, और जो वो कर सकता है, समय उसके लिए प्रभु को सीमित नहीं कर सकता है।

          कितनी ही बार हम भी याईर के समान सोचते हैं, कि प्रभु ने हमारी सहायता करने में अनुचित विलम्ब कर दिया है; अब बात बिगाड़ गई है, और जो हम चाहते थे अब वह नहीं होने पाएगा। किन्तु हमारे प्रभु परमेश्वर के लिए विलंब नाम की कोई बात नहीं है। हमारे जीवनों में अपने भले और कृपालु कार्य को करने में वह कोई विलम्ब नहीं करता है। - पीटर चिन

 

प्रभु, मैं यह कभी न भूलूँ, कि आप समय के भी स्वामी हैं।


छोटे से छोटा एक हजार हो जाएगा और सब से दुर्बल एक सामर्थी जाति बन जाएगा। मैं यहोवा हूं; ठीक समय पर यह सब कुछ शीघ्रता से पूरा करूंगा। - यशायाह 60:22

बाइबल पाठ: मरकुस 5:35-43

मरकुस 5:35 वह यह कह ही रहा था, कि आराधनालय के सरदार के घर से लोगों ने आकर कहा, कि तेरी बेटी तो मर गई; अब गुरु को क्यों दुख देता है?

मरकुस 5:36 जो बात वे कह रहे थे, उसको यीशु ने अनसुनी कर के, आराधनालय के सरदार से कहा; मत डर; केवल विश्वास रख।

मरकुस 5:37 और उसने पतरस और याकूब और याकूब के भाई यूहन्ना को छोड़, और किसी को अपने साथ आने न दिया।

मरकुस 5:38 और आराधनालय के सरदार के घर में पहुंचकर, उसने लोगों को बहुत रोते और चिल्लाते देखा।

मरकुस 5:39 तब उसने भीतर जा कर उस से कहा, तुम क्यों हल्ला मचाते और रोते हो? लड़की मरी नहीं, परन्तु सो रही है।

मरकुस 5:40 वे उस की हंसी करने लगे, परन्तु उसने सब को निकाल कर लड़की के माता-पिता और अपने साथियों को ले कर, भीतर जहां लड़की पड़ी थी, गया।

मरकुस 5:41 और लड़की का हाथ पकड़कर उस से कहा, ‘तलीता कूमी’; जिस का अर्थ यह है कि ‘हे लड़की, मैं तुझ से कहता हूं, उठ’।

मरकुस 5:42 और लड़की तुरन्त उठ कर चलने फिरने लगी; क्योंकि वह बारह वर्ष की थी। और इस पर लोग बहुत चकित हो गए।

मरकुस 5:43 फिर उसने उन्हें चिताकर आज्ञा दी कि यह बात कोई जानने न पाए और कहा; कि उसे कुछ खाने को दिया जाए।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 29-30
  • प्रेरितों 23:1-15

मंगलवार, 20 जुलाई 2021

उदाहरण

 उदाहरण

          मेरे छः वर्षीय पुत्र को एक नया उपहार मिला – घर के अन्दर और लोगों के साथ मिलकर खेले जाने वाला एक खेल। वह अपने उपहार से बहुत खुश और उत्साहित था। उसने बैठकर उस खेल को समझना और उसे खेलने के नियमों को पढ़ना आरंभ किया। किन्तु आधे-घंटे की माथा-पच्ची के बाद वह निरुत्साहित होने लगा, क्योंकि उसे समझ नहीं आ रहा था कि उस खेल को कैसे खेलना है। कुछ समय बाद उसका एक मित्र हमारे घर आया, जो उस खेल को खेलना जानता था; उसने मेरे पुत्र को उस खेल के बारे में बताया, और दोनों मिलकर उसे खेलने लगे। अपने मित्र के द्वारा समझाए और दिखाए जाने के बाद, मेरा पुत्र अपने उपहार का आनन्द लेने लगा।

          उन्हें साथ मिलकर खेलता देखकर मुझे ध्यान आया कि कोई नई बात सीखना कितना अधिक सहज हो जाता है यदि कोई अनुभवी शिक्षक आपके साथ हो और आपको उस बात के बारे में बताए। निःसंदेह निर्देशों को पढ़ना सहायक होता है, किन्तु यदि कोई मित्र साथ हो जो उसे कर के दिखा सके तो सीखना बहुत सरल हो जाता है।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि प्रेरित पौलुस भी यह बात समझता था। पौलुस ने अपने सहकर्मी तीतुस को लिखा कि वह अपने चर्च के लोगों की विश्वास में बढ़ते जाने में उनकी सहायता करे, और इस बात पर बल दिया कि उन अनुभवी विश्वासियों की सहायता से जिन्हें उदाहरण बना कर सिखाया जा सकता था, यह करना सहज हो जाएगा। निःसंदेह “सही सिद्धांतों” को सिखाना आवश्यक था, किन्तु केवल बोल कर सिखाना ही पर्याप्त नहीं था; उस शिक्षा को जी कर भी दिखाना, तथा उदाहरण स्थापित करना था। पौलुस ने लिखा कि प्रौढ़ पुरुषों और स्त्रियों को संयमी, दयालु, और प्रेम करने वाले होना चाहिए (तीतुस 2:2-5)। पौलुस ने कहा, सब बातों में अपने आप को भले कामों का नमूना बना” (पद 7)।

          मैं ठोस शिक्षा के लिए धन्यवादी हूँ, किन्तु साथ ही मैं उन अनेकों लोगों की भी धन्यवादी हूँ, जिन्होंने उदाहरण बनकर हमें सिखाया है। उन्होंने अपने जीवनों के द्वारा मुझे सिखाया है कि मसीह का शिष्य होने का क्या अर्थ होता है, और मेरे लिए उस मार्ग पर चलना, तथा दूसरों के लिए उदाहरण बनना सरल कर दिया है। - एमी पीटरसन

 

प्रभु आप के ऐसे अनुयायियों के लिए धन्यवाद जो हमारे लिए उदाहरण बने।


तुम मेरी सी चाल चलो जैसा मैं मसीह की सी चाल चलता हूं। - 1 कुरिन्थियों 11:1

बाइबल पाठ: तीतुस 2:1-8

तीतुस 2:1 पर तू ऐसी बातें कहा कर, जो खरे उपदेश के योग्य हैं।

तीतुस 2:2 अर्थात बूढ़े पुरुष, सचेत और गम्भीर और संयमी हों, और उन का विश्वास और प्रेम और धीरज पक्का हो।

तीतुस 2:3 इसी प्रकार बूढ़ी स्त्रियों का चाल चलन पवित्र लोगों सा हो, दोष लगाने वाली और पियक्कड़ नहीं; पर अच्छी बातें सिखाने वाली हों।

तीतुस 2:4 ताकि वे जवान स्त्रियों को चितौनी देती रहें, कि अपने पतियों और बच्चों से प्रीति रखें।

तीतुस 2:5 और संयमी, पतिव्रता, घर का कारबार करने वाली, भली और अपने अपने पति के आधीन रहने वाली हों, ताकि परमेश्वर के वचन की निन्दा न होने पाए।

तीतुस 2:6 ऐसे ही जवान पुरुषों को भी समझाया कर, कि संयमी हों।

तीतुस 2:7 सब बातों में अपने आप को भले कामों का नमूना बना: तेरे उपदेश में सफाई, गम्भीरता

तीतुस 2:8 और ऐसी खराई पाई जाए, कि कोई उसे बुरा न कह सके; जिस से विरोधी हम पर कोई दोष लगाने का अवसर न पाकर लज्जित हों।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 26-28
  • प्रेरितों 22

सोमवार, 19 जुलाई 2021

कौन है?

 

          हम अपने हनीमून की यात्रा से वापस लौट रहे थे, और हवाई-अड्डे पर अपन सामान को वायु-यान में चढ़ाने के लिए सौंपे जाने की अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे। मैंने हम से कुछ ही दूर खड़े एक व्यक्ति को देखा और अपने पति को कोहनी मार कर उसकी ओर देखने का संकेत किया। मेरे पति ने उसे ध्यान से देखने का प्रयास किया और फिर मुझ से पूछा “कौन है?” मैंने बताया कि वह एक प्रसिद्ध फ़िल्म कलाकार है और उसकी कई फिल्मों और उनमें उसके द्वारा निभाई गई भूमिकाओं की एक लम्बी सूची उस सूना दी। फिर मैंने अपने पति से कहा कि वे हमारी एक फोटो लें, और जाकर उस कलाकार के साथ खड़ी हो गई। इस बात को चौबीस वर्ष हो चुके हैं, किन्तु आज भी मुझे इस घटना का वर्णन करना अच्छा लगता है, मैं बड़े आनन्द के साथ उस दिन के बारे में बताती हूँ जब मैं एक फिल्म कलाकार से मिली थी।

          किसी प्रसिद्ध कलाकार को पहचानना एक बात है, लेकिन एक और है जो सभी मनुष्यों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, और मैं उसकी कृतज्ञ हूँ, कि अब मैं उसे व्यक्तिगत रीति से जानती हूँ। परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद ने पूछा “वह प्रतापी राजा कौन है?” (भजन 24:8)। भजनकार दाऊद सर्वशक्तिमान प्रभु की ओर संकेत करता है, जो सृष्टिकर्ता, संभालने वाला, और सभी पर राज्य करने वाला है। दाऊद कहता है, पृथ्वी और जो कुछ उस में है यहोवा ही का है; जगत और उस में निवास करने वाले भी। क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ कर के रखी, और महानदों के ऊपर स्थिर किया है” (भजन 24:1-2)। दाऊद विस्मय से अभिभूत होकर घोषित करता है कि परमेश्वर सबसे महान है, किन्तु फिर भी हम उसके निकट जा सकते हैं (पद 3-4)। जब हम परमेश्वर के लिए जीवन व्यतीत करते हैं, तो हम न केवल उसे घनिष्ठता से जान सकते हैं, वरन उससे सामर्थ्य प्राप्त कर सकते हैं, और भरोसा रख सकते हैं कि वह हमारी ओर से लड़ेगा (पद 8)।

          प्रभु परमेश्वर हमें अवसर प्रदान करता है कि हम बता सकें कि केवल एक वही ऐसा सुप्रसिद्ध है जिसका औरों से वर्णन करना सर्वथा उपयुक्त है। जब हमारे जीवनों में से उसका चरित्र प्रतिबिंबित होता है, तब जो लोग उसे नहीं जानते हैं, उनके पास भी अवसर होता है कि वे हम से पूछें कि हमारा यह प्रभु परमेश्वर “कौन है?” दाऊद के समान, हम भी अपने अद्भुत सर्वशक्तिमान, सबसे महान परमेश्वर के बारे में बता सकते हैं कि वह “कौन है?” – सोहचील डिक्सन

 

प्रभु आपका धन्यवाद प्रतिदिन के उन अवसरों के लिए 

जिनमें हम आपके बारे में लोगों को बता सकते हैं।


अन्यजातियों में तुम्हारा चालचलन भला हो; इसलिये कि जिन जिन बातों में वे तुम्हें कुकर्मी जान कर बदनाम करते हैं, वे तुम्हारे भले कामों को देख कर; उन्‍हीं के कारण कृपा दृष्टि के दिन परमेश्वर की महिमा करें। - 1 पतरस 2:12

बाइबल पाठ: भजन 24

भजन 24:1 पृथ्वी और जो कुछ उस में है यहोवा ही का है; जगत और उस में निवास करने वाले भी।

भजन 24:2 क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ कर के रखी, और महानदों के ऊपर स्थिर किया है।

भजन 24:3 यहोवा के पर्वत पर कौन चढ़ सकता है? और उसके पवित्र स्थान में कौन खड़ा हो सकता है?

भजन 24:4 जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है, जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर नहीं लगाया, और न कपट से शपथ खाई है।

भजन 24:5 वह यहोवा की ओर से आशीष पाएगा, और अपने उद्धार करने वाले परमेश्वर की ओर से धर्मी ठहरेगा।

भजन 24:6 ऐसे ही लोग उसके खोजी हैं, वे तेरे दर्शन के खोजी याकूब वंशी हैं।

भजन 24:7 हे फाटकों, अपने सिर ऊंचे करो। हे सनातन के द्वारों, ऊंचे हो जाओ। क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा।

भजन 24:8 वह प्रतापी राजा कौन है? परमेश्वर जो सामर्थी और पराक्रमी है, परमेश्वर जो युद्ध में पराक्रमी है!

भजन 24:9 हे फाटकों, अपने सिर ऊंचे करो हे सनातन के द्वारों तुम भी खुल जाओ! क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा!

भजन 24:10 वह प्रतापी राजा कौन है? सेनाओं का यहोवा, वही प्रतापी राजा है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 23-25
  • प्रेरितों 21:18-40