ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें : rozkiroti@gmail.com / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

मंगलवार, 22 अप्रैल 2014

खज़ाने


   मैं और मेरे पति विर्जीनिया के पूर्वी तट पर भ्रमण के लिए निकले थे और उस यात्रा में हम नक्शे का बारीकी से अध्ययन कर रहे थे। हम एक ऐसे मार्ग को ढूँढ रहे थे जो हमें समुद्र तट पर ले जाए। अन्ततः मुझे वह मार्ग मिल गया और मैंने गाड़ी उस पर डाल दी। कुछ ही समय में हम आनन्द से हंसने लगे क्योंकि समुद्र तट से कुछ ही पहले हम एक राष्ट्रीय वन्य जीव संरक्षण उद्द्यान पहुँच गए थे। हमारे चारों ओर रेत के टीले, दलदल, समुद्र तटीय घास और बहुतायत से पक्षी, बगुले आदि थे। वह क्षेत्र सक्रीय, शोरगुल से भरपूर और बहुत मनोरम था। हम शिनकोटीग तथा असाटीग द्वीपों पर पहुँच गए थे - जो एक द्वीप से दुसरे द्वीप तक होने वाली वार्षिक खच्चर तैराकी के लिए जाने जाते थे। बहुत से अन्य लोगों ने इन्हें देखा और सराहा था, लेकिन हमारे लिए तो यह अन्देखा, अनखोजा अद्भुत नज़ारा था।

   परमेश्वर का वचन बाइबल भी बहुत से लोगों के लिए ऐसा ही अन्देखा, अनखोजा और अद्भुत रोमांचकारी अनुभव है। बहुत से लोगों ने कभी इस पवित्र शास्त्र में छुपे बहुमूल्य खज़ानों को जाना ही नहीं है। इब्रानियों का लेखक परमेश्वर के वचन के लिए कहता है कि: "क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा है, और जीव, और आत्मा को, और गांठ गांठ, और गूदे गूदे को अलग कर के, वार पार छेदता है; और मन की भावनाओं और विचारों को जांचता है" (इब्रानियों 4:12)। भजनकार ने उसे मार्ग को उजियाला देने वाला दीपक कहा है (भजन 119:105), और प्रेरित पौलुस ने उसे परमेश्वर के उद्देश्य बताने और सिखाने वाला कहा है (2 तिमुथियुस 3:16-17)।

   बाइबल को लेकर प्रार्थना पूर्वक पढ़ना आरंभ कीजिए, परमेश्वर से उसके विचारों और बातों को जानने की समझ माँगिए, और आप उन बहुमूल्य खज़ानों को देखने पाएंगे जो आपके जीवन को चकाचौंध कर देंगे। खज़ाने आपकी प्रतीक्षा में हैं; क्या आप उनकी लालसा रखते हैं? - सिंडी हैस कैसपर


परमेश्वर के वचन के अन्मोल रत्न खोजे जाने की प्रतीक्षा में हैं।

तेरा वचन मेरे पांव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है। - भजन 119:105

बाइबल पाठ: 2 तिमुथियुस 3:14-17
2 Timothy 3:14 पर तू इन बातों पर जो तू ने सीखीं हैं और प्रतीति की थी, यह जानकर दृढ़ बना रह; कि तू ने उन्हें किन लोगों से सीखा था 
2 Timothy 3:15 और बालकपन से पवित्र शास्त्र तेरा जाना हुआ है, जो तुझे मसीह पर विश्वास करने से उद्धार प्राप्त करने के लिये बुद्धिमान बना सकता है। 
2 Timothy 3:16 हर एक पवित्रशास्‍त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है। 
2 Timothy 3:17 ताकि परमेश्वर का जन सिद्ध बने, और हर एक भले काम के लिये तत्‍पर हो जाए।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 27-29


सोमवार, 21 अप्रैल 2014

निवेश


   वह वित्तीय सलाहकार अपने श्रोताओं से कह रहा था, "मैं आपकी सहायता करना चाहता हूँ जिससे आप अपने भविष्य के लिए बुद्धिमानी से अपने पैसे का निवेश कर सकें।" वह चाहता था कि उसके श्रोता सेवानिवृत्ति निधी में निवेश करें, स्टॉक मार्केट या शेयर बाज़ार तथा अर्थव्यवस्था के उतार चढ़ाव से निश्चिंत होकर; क्योंकि, उसके अनुसार, अन्ततः उसके परिणाम बहुत लाभदायक होने वाले थे।

   परमेश्वर भी चाहता है कि हम बुद्धिमानी के साथ एक अन्य निवेश करें - अपने आत्मिक भविष्य के लिए। जीवन और परिस्थितियों के उतार-चढ़ाव के दौरान हमें लगातार अपने "आत्मिक जमा-खाते" में अपने चरित्र का निवेश करते रहना चाहिए। मसीह यीशु पर उद्धार के लिए विश्वास ले आने के पश्चात, हमें अपने चरित्र के साथ इन अन्य सद्गुणों का निवेश करना चाहिए: विश्वास, सद्गुण, समझ, संयम, धीरज, भक्ति, भाई-चारे की प्रीति और प्रेम (2 पतरस 1:5-11)।

   चरित्र निर्माण में किए गए इस निवेश के भविष्य में मिलने वाले परिणाम होंगे, ईश्वरीय स्वभाव, मसीह यीशु के ज्ञान में बढ़ते हुए फलवन्त जीवन, हमारी बुलाहट के प्रति निश्चय, पाप पर मिलने वाली विजय (पद 5-10)।

   सेवानिवृत्ति निधी में निवेश करना सांसारिक धन पाने के दृष्टिकोण से लाभदायक हो सकता है, लेकिन वह निवेश या मिलने वाला धन आपके अनन्त भविष्य की सुरक्षा का निश्चय कतई नहीं है। आत्मिक जीवन में परमेश्वर के वचन बाइबल के निर्देशों के अनुसार समझदारी से किया गया निवेश ही पृथ्वी और स्वर्ग दोनों ही स्थानों पर निश्चित लाभ देना वाला निवेश है। यदि आपने आज तक यह निवेश नहीं किया है, तो अभी अवसर है, प्रभु यीशु में विश्वास लाने के द्वारा स्वर्ग में अपना खाता खोल लीजिए और फिर उसमें अपने चरित्र तथा अनन्त भविष्य का परमेश्वर के वचन के अनुसार निवेश करना आरंभ कर दीजिए। - ऐनी सेटास


अनन्त के लाभ के लिए निवेश करने का समय और अवसर अभी ही है।

पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज, और कृपा, भलाई, विश्वास, नम्रता, और संयम हैं; ऐसे ऐसे कामों के विरोध में कोई भी व्यवस्था नहीं। - गलतियों 5:22-23

बाइबल पाठ: 2 पतरस 1:1-11
2 Peter 1:1 शमौन पतरस की और से जो यीशु मसीह का दास और प्रेरित है, उन लोगों के नाम जिन्होंने हमारे परमेश्वर और उद्धारकर्ता यीशु मसीह की धामिर्कता से हमारा सा बहुमूल्य विश्वास प्राप्त किया है। 
2 Peter 1:2 परमेश्वर के और हमारे प्रभु यीशु की पहचान के द्वारा अनुग्रह और शान्‍ति तुम में बहुतायत से बढ़ती जाए। 
2 Peter 1:3 क्योंकि उसके ईश्वरीय सामर्थ ने सब कुछ जो जीवन और भक्ति से सम्बन्‍ध रखता है, हमें उसी की पहचान के द्वारा दिया है, जिसने हमें अपनी ही महिमा और सद्गुण के अनुसार बुलाया है। 
2 Peter 1:4 जिन के द्वारा उसने हमें बहुमूल्य और बहुत ही बड़ी प्रतिज्ञाएं दी हैं: ताकि इन के द्वारा तुम उस सड़ाहट से छूट कर जो संसार में बुरी अभिलाषाओं से होती है, ईश्वरीय स्‍वभाव के समभागी हो जाओ। 
2 Peter 1:5 और इसी कारण तुम सब प्रकार का यत्‍न कर के, अपने विश्वास पर सद्गुण, और सद्गुण पर समझ। 
2 Peter 1:6 और समझ पर संयम, और संयम पर धीरज, और धीरज पर भक्ति। 
2 Peter 1:7 और भक्ति पर भाईचारे की प्रीति, और भाईचारे की प्रीति पर प्रेम बढ़ाते जाओ। 
2 Peter 1:8 क्योंकि यदि ये बातें तुम में वर्तमान रहें, और बढ़ती जाएं, तो तुम्हें हमारे प्रभु यीशु मसीह के पहचानने में निकम्मे और निष्‍फल न होने देंगी। 
2 Peter 1:9 और जिस में ये बातें नहीं, वह अन्‍धा है, और धुन्‍धला देखता है, और अपने पूर्वकाली पापों से धुल कर शुद्ध होने को भूल बैठा है। 
2 Peter 1:10 इस कारण हे भाइयों, अपने बुलाए जाने, और चुन लिये जाने को सिद्ध करने का भली भांति यत्‍न करते जाओ, क्योंकि यदि ऐसा करोगे, तो कभी भी ठोकर न खाओगे। 
2 Peter 1:11 वरन इस रीति से तुम हमारे प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनन्त राज्य में बड़े आदर के साथ प्रवेश करने पाओगे।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 24-26


रविवार, 20 अप्रैल 2014

सुरक्षा का स्थान


   हवाई द्वीप समूह में मौवी के उत्तरी समुद्र तटीय क्षेत्र में जब कभी सुनामी की चेतावनी दी जाती है, लोग तुरंत पास के पहाड़ पर चढ़ जाते हैं; वही उनकी सुरक्षा का स्थान है। वहीं पर लकड़ी से बना एक ऊँचा क्रूस स्थित है, जिसे कई वर्ष पहले वहाँ लगाया गया था। अपनी सुरक्षा के लिए लोग उसी स्थान पर जाते हैं जहाँ वह क्रूस है।

   इसी प्रकार हम सब को आत्मिक सुरक्षा के लिए भी एक स्थान की आवश्यकता है। क्यों? क्योंकि परमेश्वर के वचन बाइबल में चेतावनी दी गई हैं: "इसलिये कि सब ने पाप किया है और परमेश्वर की महिमा से रहित हैं" तथा "क्योंकि पाप की मजदूरी तो मृत्यु है, परन्तु परमेश्वर का वरदान हमारे प्रभु मसीह यीशु में अनन्त जीवन है" (रोमियों 3:23, रोमियों 6:23)। इब्रानियों 9:27 में लिखा है: "और जैसे मनुष्यों के लिये एक बार मरना और उसके बाद न्याय का होना नियुक्त है"। संभवतः हमें अपने पापों तथा उनके परिणाम के बारे में सोचना पसन्द नहीं हो, लेकिन पवित्र परमेश्वर के आगे खड़े होकर जीवन का हिसाब देना तो प्रत्येक के लिए अवश्यंभावी है, और "जीवते परमेश्वर के हाथों में पड़ना भयानक बात है" (इब्रानियों 10:31)।

   लेकिन अच्छी खबर, अर्थात सुसमाचार, यह है कि परमेश्वर हमसे प्रेम करता है और अपने इसी प्रेम में होकर उसने हमारे लिए एक सुरक्षा का स्थान भी तैयार कर के दिया है। परमेश्वर ने अपने पुत्र प्रभु यीशु को हमारे पापों के लिए बलिदान होने भेजा, उसने हम सबके पापों के दण्ड को अपने ऊपर ले लिया और हमारे पापों के लिए अपने प्राण बलिदान किए। प्रभु यीशु क्रूस पर मारा गया, दफनाया गया और फिर तीसरे दिन मृतकों में से पुनः जी भी उठा और आज जीवित परमेश्वर है। परमेश्वर ने अपने पुत्र को इसलिए बलिदान होने दिया जिससे हम पापी मनुष्यों को उससे अलग ना होना पड़े, वरन अनन्त काल के लिए हम उसके साथ रह सकें (रोमियों 5:8-10; कुलुस्सियों 1:19-22)।

   प्रभु यीशु के क्रूस पर मारे जाने और मृत्कों में से पुनरुत्थान के कारण पाप के परिणाम से बचने के लिए वह सुरक्षा का स्थान सब के लिए उपलब्ध है। क्या आप ने वहाँ शरण ले ली है? - ऐनी सेटास


पाप के श्राप से बच निकलने के लिए मसीह यीशु के क्रूस की शरण में आ जाएं।

और उसके क्रूस पर बहे हुए लोहू के द्वारा मेल मिलाप कर के, सब वस्‍तुओं का उसी के द्वारा से अपने साथ मेल कर ले चाहे वे पृथ्वी पर की हों, चाहे स्वर्ग में की। - कुलुस्सियों 1:20

बाइबल पाठ: इब्रानियों 10:28-39
Hebrews 10:28 जब कि मूसा की व्यवस्था का न मानने वाला दो या तीन जनों की गवाही पर, बिना दया के मार डाला जाता है। 
Hebrews 10:29 तो सोच लो कि वह कितने और भी भारी दण्‍ड के योग्य ठहरेगा, जिसने परमेश्वर के पुत्र को पांवों से रौंदा, और वाचा के लोहू को जिस के द्वारा वह पवित्र ठहराया गया था, अपवित्र जाना है, और अनुग्रह की आत्मा का अपमान किया। 
Hebrews 10:30 क्योंकि हम उसे जानते हैं, जिसने कहा, कि पलटा लेना मेरा काम है, मैं ही बदला दूंगा: और फिर यह, कि प्रभु अपने लोगों का न्याय करेगा। 
Hebrews 10:31 जीवते परमेश्वर के हाथों में पड़ना भयानक बात है।
Hebrews 10:32 परन्तु उन पहिले दिनों को स्मरण करो, जिन में तुम ज्योति पाकर दुखों के बड़े झमेले में स्थिर रहे। 
Hebrews 10:33 कुछ तो यों, कि तुम निन्‍दा, और क्‍लेश सहते हुए तमाशा बने, और कुछ यों, कि तुम उन के साझी हुए जिन की र्दुदशा की जाती थी। 
Hebrews 10:34 क्योंकि तुम कैदियों के दुख में भी दुखी हुए, और अपनी संपत्ति भी आनन्द से लुटने दी; यह जान कर, कि तुम्हारे पास एक और भी उत्तम और सर्वदा ठहरने वाली संपत्ति है। 
Hebrews 10:35 सो अपना हियाव न छोड़ो क्योंकि उसका प्रतिफल बड़ा है। 
Hebrews 10:36 क्योंकि तुम्हें धीरज धरना अवश्य है, ताकि परमेश्वर की इच्छा को पूरी कर के तुम प्रतिज्ञा का फल पाओ। 
Hebrews 10:37 क्योंकि अब बहुत ही थोड़ा समय रह गया है जब कि आने वाला आएगा, और देर न करेगा। 
Hebrews 10:38 और मेरा धर्मी जन विश्वास से जीवित रहेगा, और यदि वह पीछे हट जाए तो मेरा मन उस से प्रसन्न न होगा। 
Hebrews 10:39 पर हम हटने वाले नहीं, कि नाश हो जाएं पर विश्वास करने वाले हैं, कि प्राणों को बचाएं।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 20-23


शनिवार, 19 अप्रैल 2014

क्षमाशील प्रेम


   परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड में होशे नबी की पुस्तक अपनी विश्वासघाती प्रजा के प्रति परमेश्वर के वफादार और क्षमाशील प्रेम का एक सच्चा उदाहरण है। परमेश्वर ने अपने नबी होशे से कहा कि वह एक ऐसी स्त्री से विवाह करे जो आगे चलकर अपने विवाह के वचन तोड़कर उसे दुख देने वाली थी (होशे 1:2-3)। कुछ समय के बाद ऐसा ही हुआ, उस स्त्री ने होशे को छोड़ दिया और अन्य लोगों के साथ सम्बंध बना कर रहने लगी। परमेश्वर ने फिर से होशे से कहा कि वह जाकर उसे वापस ले आए - यह सारी घटना परमेश्वर के अपने लोगों इस्त्रएल के प्रति प्रेम को दर्शाने का माध्यम थी, उस इस्त्राएल के प्रति जिसने अपने परमेश्वर से मुँह मोड़ कर अन्य देवताओं की ओर फिर गया था, "फिर यहोवा ने मुझ से कहा, अब जा कर एक ऐसी स्त्री से प्रीति कर, जो व्यभिचारिणी होने पर भी अपने प्रिय की प्यारी हो; क्योंकि उसी भांति यद्यपि इस्राएली पराए देवताओं की ओर फिरे, और दाख की टिकियों से प्रीति रखते हैं, तौभी यहोवा उन से प्रीति रखता है" (होशे 3:1)।

   बाद में परमेश्वर ने होशे के द्वारा इस्त्राएलियों को सन्देश पहुँचाया कि उनके परमेश्वर के विरुद्ध विश्वासघात करने के कारण वे विदेशी शक्तियों के हाथों बन्धुवाई में चले जाएंगे, "इस कारण तुम्हारे लोगों में हुल्लड़ उठेगा, और तुम्हारे सब गढ़ ऐसे नाश किए जाएंगे जैसा बेतर्बेल नगर युद्ध के समय शल्मन के द्वारा नाश किया गया; उस समय माताएं अपने बच्चों समेत पटक दी गईं थी" (होशे 10:14)। लेकिन इस पाप और दण्ड के काल में भी परमेश्वर का उनके प्रति प्रेम समाप्त नहीं होगा, परमेश्वर ने उन्हें अपने बड़े अनुग्रह में होकर यह भी कहा कि, "अपने लिये धर्म का बीज बोओ, तब करूणा के अनुसार खेत काटने पाओगे; अपनी पड़ती भूमि को जोतो; देखो, अभी यहोवा के पीछे हो लेने का समय है, कि वह आए और तुम्हारे ऊपर उद्धार बरसाए" (होशे 10:12)।

   यदि हमने दुष्टता भी करी है और पाप ही कमाया है तौ भी परमेश्वर का हमारे प्रति प्रेम समाप्त नहीं हो जाता। उसका प्रेम क्षमाशील प्रेम है; आज हमारी जो भी हालात हो, परमेश्वर के प्रेम, क्षमा और अनुग्रह की सीमा से हम कभी बाहर नहीं हो सकते। आज, अभी, पश्चाताप में उसकी ओर मुड़िए, प्रभु यीशु में प्रगट हुए उसके अनुग्रह को अपनाईए और उस से क्षमा पाकर एक नई शुरुआत कीजिए। परमेश्वर के प्रेम और क्षमा की कोई सीमा नहीं है। - डेविड मैक्कैसलैंड


परमेश्वर के प्रेम से बढ़कर और कोई सामर्थ है ही नहीं।

क्योंकि जो अपने शरीर के लिये बोता है, वह शरीर के द्वारा विनाश की कटनी काटेगा; और जो आत्मा के लिये बोता है, वह आत्मा के द्वारा अनन्त जीवन की कटनी काटेगा। - गलतियों 6:8

बाइबल पाठ: होशे 10:9-15
Hosea 10:9 हे इस्राएल, तू गिबा के दिनों में पाप करता आया है; वे उसी में बने रहें; क्या वे गिबा में कुटिल मनुष्यों के संग लड़ाई में न फंसे? 
Hosea 10:10 जब मेरी इच्छा होगी तब मैं उन्हें ताड़ना दूंगा, और देश देश के लोग उनके विरुद्ध इकट्ठे हो जाएंगे; क्योंकि वे अपने दोनों अधर्मों में फसें हुए हैं।
Hosea 10:11 एप्रैम सीखी हुई बछिया है, जो अन्न दांवने से प्रसन्न होती है, परन्तु मैं ने उसकी सुन्दर गर्दन पर जुआ रखा है; मैं एप्रैम पर सवार चढ़ाऊंगा; यहूदा हल, और याकूब हेंगा खींचेगा। 
Hosea 10:12 अपने लिये धर्म का बीज बोओ, तब करूणा के अनुसार खेत काटने पाओगे; अपनी पड़ती भूमि को जोतो; देखो, अभी यहोवा के पीछे हो लेने का समय है, कि वह आए और तुम्हारे ऊपर उद्धार बरसाए।। 
Hosea 10:13 तुम ने दुष्टता के लिये हल जोता और अन्याय का खेत काटा है; और तुम ने धोखे का फल खाया है। और यह इसलिये हुआ क्योंकि तुम ने अपने कुव्यवहार पर, और अपने बहुत से वीरों पर भरोसा रखा था। 
Hosea 10:14 इस कारण तुम्हारे लोगों में हुल्लड़ उठेगा, और तुम्हारे सब गढ़ ऐसे नाश किए जाएंगे जैसा बेतर्बेल नगर युद्ध के समय शल्मन के द्वारा नाश किया गया; उस समय माताएं अपने बच्चों समेत पटक दी गईं थी। 
Hosea 10:15 तुम्हारी अत्यन्त बुराई के कारण बेतेल से भी इसी प्रकार का व्यवहार किया जाएगा। भोर होते ही इस्राएल का राजा पूरी रीति से मिट जाएगा। 

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 17-19


शुक्रवार, 18 अप्रैल 2014

सर्वोत्तम प्रेम


   बिल अपनी पत्नि के साथ एक पहाड़ी मार्ग से होकर कार से जा रहा था, और एक ट्रक के साथ टक्कर को बचाने के लिए जब उसने तेज़ी से कार एक किनारे को काटी तो उनकी कार मार्ग के किनारे से फिसल कर नीचे बह रही नदी में जा गिरी। अपनी डूबती हुई कार से जैसे तैसे निकलकर वे दोनों नदी के तेज़ बहाव में बचने के लिए हाथ-पैर मारने लगे। एक अन्य ट्रक ड्राइवर ने यह दुर्घटना देखी थी और वह तेज़ी से आगे गया और उनसे आगे निकलकर नदी के किनारे पर उतर कर उनके लिए पानी में रस्सी फेंक कर उन्हें बचाने का प्रयास करने लगा। बिल ने अपनी पत्नि को आगे किया और उसे पीछे से सहारा देता हुआ रस्सी के पास तक ले गया जिस से वह रस्सी पकड़कर किनारे तक पहुँच सकी और उस ट्रक ड्राइवर ने उसे बाहर खींच लिया, लेकिन यह सब होते होते बिल तेज़ बहाव में बहता हुआ काफी आगे तक निकल गया और उसे बचाया नहीं जा सका। बिल ने अपने प्राण अपनी पत्नि के लिए, जिस से वह बहुत प्रेम करता था, दे दिए।

   किसी के लिए अपने प्राण दे देना उसके प्रति प्रेम का सर्वोच्च प्रमाण है। जिस रात प्रभु यीशु को पकड़वाया गया, उसने अपने चेलों पर अपनी मनसा प्रकट करी कि वह संसार के सभी लोगों के लिए अपने प्राण बलिदान करने को है। प्रभु ने उन से कहा, "इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं, कि कोई अपने मित्रों के लिये अपना प्राण दे" (यूहन्ना 15:13), और फिर उस ने यह कर के भी दिखाया, क्रूस पर अपने बलिदान के द्वारा।

   क्या आपने कभी इस बात पर विचार किया है कि प्रभु यीशु ने आप के लिए यह किया है - वह आपके बदले में मारा गया? ऐसा करके प्रभु ने ना केवल आपके लिए अपने प्रेम को प्रमाणित किया, वरन उस ने आपके पापों की क्षमा और उस पाप के दण्ड को आपके ना भोगने का मार्ग भी बना कर दे दिया, आपके लिए स्वर्ग में अनन्त काल तक रहने का द्वार खोल दिया।

   प्रभु यीशु के उस सर्वोच्च प्रेम को क्या आपने अपना लिया है? - डेनिस फिशर


मसीह यीशु का बलिदान परमेश्वर की इच्छा और हमारी आवश्यकता के लिए था।

किसी धर्मी जन के लिये कोई मरे, यह तो र्दुलभ है, परन्तु क्या जाने किसी भले मनुष्य के लिये कोई मरने का भी हियाव करे। परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा। - रोमियों 5:7-8 

बाइबल पाठ: यूहन्ना 15:1-13
John 15:1 सच्ची दाखलता मैं हूं; और मेरा पिता किसान है। 
John 15:2 जो डाली मुझ में है, और नहीं फलती, उसे वह काट डालता है, और जो फलती है, उसे वह छांटता है ताकि और फले। 
John 15:3 तुम तो उस वचन के कारण जो मैं ने तुम से कहा है, शुद्ध हो। 
John 15:4 तुम मुझ में बने रहो, और मैं तुम में: जैसे डाली यदि दाखलता में बनी न रहे, तो अपने आप से नहीं फल सकती, वैसे ही तुम भी यदि मुझ में बने न रहो तो नहीं फल सकते। 
John 15:5 मैं दाखलता हूं: तुम डालियां हो; जो मुझ में बना रहता है, और मैं उस में, वह बहुत फल फलता है, क्योंकि मुझ से अलग हो कर तुम कुछ भी नहीं कर सकते। 
John 15:6 यदि कोई मुझ में बना न रहे, तो वह डाली की नाईं फेंक दिया जाता, और सूख जाता है; और लोग उन्हें बटोरकर आग में झोंक देते हैं, और वे जल जाती हैं। 
John 15:7 यदि तुम मुझ में बने रहो, और मेरी बातें तुम में बनी रहें तो जो चाहो मांगो और वह तुम्हारे लिये हो जाएगा। 
John 15:8 मेरे पिता की महिमा इसी से होती है, कि तुम बहुत सा फल लाओ, तब ही तुम मेरे चेले ठहरोगे। 
John 15:9 जैसा पिता ने मुझ से प्रेम रखा, वैसा ही मैं ने तुम से प्रेम रखा, मेरे प्रेम में बने रहो। 
John 15:10 यदि तुम मेरी आज्ञाओं को मानोगे, तो मेरे प्रेम में बने रहोगे: जैसा कि मैं ने अपने पिता की आज्ञाओं को माना है, और उसके प्रेम में बना रहता हूं। 
John 15:11 मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि मेरा आनन्द तुम में बना रहे, और तुम्हारा आनन्द पूरा हो जाए। 
John 15:12 मेरी आज्ञा यह है, कि जैसा मैं ने तुम से प्रेम रखा, वैसा ही तुम भी एक दूसरे से प्रेम रखो। 
John 15:13 इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं, कि कोई अपने मित्रों के लिये अपना प्राण दे। 

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 14-16


गुरुवार, 17 अप्रैल 2014

मेज़


   इतवार, जुलाई 18, 2010 को यूरोप का एक सबसे व्यस्त राजमार्ग, "विश्व की सबसे लंबी मेज़" बन गया। अधिकारियों नें जर्मनी के रूहर क्षेत्र में A40 औटोबाह्न के एक 60 कि०मि० (37 मील) भाग को यातायात के लिए बन्द कर दिया जिस से लोग पैदल चलकर या साईकल द्वारा वहाँ लगाई गई 20,000 में से किसी भी मेज़ पर बैठ सकते थे और लगभग 20 लाख लोगों ने इस सहभागिता में भाग लिया, जिसका उद्देश्य था कि अनेकों राष्ट्रों, सभ्यताओं और पीढ़ीयों के लोग एक दुसरे के साथ मिलें, संपर्क करें।

   इस घटना ने मुझे एक अन्य इससे भी अधिक शान्दार मेज़ की याद दिलाई - वह मेज़ जिस के चारों ओर मसीही विश्वासी प्रति इतवार एकत्रित होकर प्रभु भोज में सम्मिलित होते हैं। इस भोज में सम्मिलित होते समय हम हमारे पापों के लिए प्रभु यीशु के बलिदान को स्मरण करते हैं और उसके पुनःआगमन पर इस पापमय संसार और उसके इतिहास के समापन की आशा रखते हैं।

   क्रूस पर चढ़ाए जाने से पहले, प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों के साथ फसह के पर्व का भोजन किया और उनसे कहा, "मैं तुम से कहता हूं, कि दाख का यह रस उस दिन तक कभी न पीऊंगा, जब तक तुम्हारे साथ अपने पिता के राज्य में नया न पीऊं" (मत्ती 26:29)।

   प्रभु भोज की यह मेज़ प्रभु यीशु के लहु द्वारा पापों के दण्ड से छुड़ाए गए उसके प्रत्येक विश्वासी को अन्य प्रत्येक विश्वासी के साथ जोड़ती है (प्रकाशितवाक्य 5:9)। एक दिन पुनःमिलन और आनन्द का वह समय होगा जब हम सब मसीही विश्वासी मसीह यीशु के साथ बैठेंगे, एक ऐसी मेज़ पर जो जर्मनी के औटोबाह्न की उस मेज़ और वहाँ एकत्रित हुए लोगों की संख्या को बौना कर देगी।

   हम मसीही विश्वासी उस मेज़ और समय की आनन्दपूर्वक प्रतीक्षा कर रहे हैं। क्या आप भी हमारे साथ उस मेज़ में सम्मिलित होंगे? - डेविड मैक्कैसलैंड


मसीह यीशु का प्रेम भिन्नता में भी एकता उत्पन्न कर देता है।

और वे यह नया गीत गाने लगे, कि तू इस पुस्‍तक के लेने, और उसकी मुहरें खोलने के योग्य है; क्योंकि तू ने वध हो कर अपने लोहू से हर एक कुल, और भाषा, और लोग, और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल लिया है। - प्रकाशितवाक्य 5:9

बाइबल पाठ: मत्ती 26:26-30
Matthew 26:26 उसने उस से कहा, तू कह चुका: जब वे खा रहे थे, तो यीशु ने रोटी ली, और आशीष मांग कर तोड़ी, और चेलों को देकर कहा, लो, खाओ; यह मेरी देह है। 
Matthew 26:27 फिर उसने कटोरा ले कर, धन्यवाद किया, और उन्हें देकर कहा, तुम सब इस में से पीओ। 
Matthew 26:28 क्योंकि यह वाचा का मेरा वह लोहू है, जो बहुतों के लिये पापों की क्षमा के निमित्त बहाया जाता है। 
Matthew 26:29 मैं तुम से कहता हूं, कि दाख का यह रस उस दिन तक कभी न पीऊंगा, जब तक तुम्हारे साथ अपने पिता के राज्य में नया न पीऊं।
Matthew 26:30 फिर वे भजन गाकर जैतून पहाड़ पर गए। 

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 10-13


बुधवार, 16 अप्रैल 2014

धन्यवादी


   मेरे लड़कपन का नायक था सीमान्त निवासी डेविड क्रौकेट। David Crockett: His Life and Adventures नामक पुस्तक में एक स्थान पर आया है कि डेविड यात्रा करते हुए एक बहुत सुन्दर दृश्य को देखता है जिसके फलस्वरूप वो परमेश्वर की आराधना करने को वशीभूत हो जाता है। लेखक ने इस घटना का वर्णन इस प्रकार से किया है: "पेड़ों के झुरमुट के पार एक वृक्षविहीन मैदान था, हरियाली और सुन्दर फूलों से भरा हुआ। उस अद्भुत दृश्य को देखकर कर्नल क्रौकेट ने, जो भक्ति भावना में कोई रुचि नहीं रखते थे, अपना घोड़े को रोका और स्तब्ध होकर उस दृश्य को देखने लगे, और स्वतः ही उनके मुँह से निकल पड़ा, ’हे परमेश्वर, आप ने मनुष्य के लिए कितनी सुन्दर पृथ्वी बनाई है! और तब भी मनुष्य उसके लिए आपके प्रति धन्यवादी नहीं होता’"। क्रौकेट ने पहचाना कि सृष्टिकर्ता परमेश्वर की विलक्षण सृष्टि धन्यवादी प्रत्युत्तर की हकदार है, किंतु ऐस प्रत्युत्तर की अकसर या तो अवहेलना होती है या उपेक्षा।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार ने लिखा: "आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है" (भजन 19:1)। परमेश्वर की हस्तकला एक ऐसा भव्य दृश्य है जो यदि सही रीति से समझ लिया जाए तो ना केवल हमें स्तब्ध कर देता है वरन हमें परमेश्वर की आराधना और प्रशंसा करने को वशीभूत भी कर देता है।

   डेविड क्रौकेट की प्रतिक्रिया सही थी - परमेश्वर की सृष्टि की सुन्दरता और अचरज को देखकर हम उसके प्रति कम से कम धन्यवादी होने का रवैया तो रख ही सकते हैं। क्या हम परमेश्वर के प्रति धन्यवादी हैं? - बिल क्राउडर


परमेश्वर की महिमा उसकी सृष्टि में होकर चमकती है।

पशुओं से तो पूछ और वे तुझे दिखाएंगे; और आकाश के पक्षियों से, और वे तुझे बता देंगे। पृथ्वी पर ध्यान दे, तब उस से तुझे शिक्षा मिलेगी; ओर समुद्र की मछलियां भी तुझ से वर्णन करेंगी। कौन इन बातों को नहीं जानता, कि यहोवा ही ने अपने हाथ से इस संसार को बनाया है। - अय्युब 12:7-9

बाइबल पाठ: भजन 19:1-6
Psalms 19:1 आकाश ईश्वर की महिमा वर्णन कर रहा है; और आकशमण्डल उसकी हस्तकला को प्रगट कर रहा है। 
Psalms 19:2 दिन से दिन बातें करता है, और रात को रात ज्ञान सिखाती है। 
Psalms 19:3 न तो कोई बोली है और न कोई भाषा जहां उनका शब्द सुनाई नहीं देता है। 
Psalms 19:4 उनका स्वर सारी पृथ्वी पर गूंज गया है, और उनके वचन जगत की छोर तक पहुंच गए हैं। उन में उसने सूर्य के लिये एक मण्डप खड़ा किया है, 
Psalms 19:5 जो दुल्हे के समान अपने महल से निकलता है। वह शूरवीर की नाईं अपनी दौड़ दौड़ने को हर्षित होता है। 
Psalms 19:6 वह आकाश की एक छोर से निकलता है, और वह उसकी दूसरी छोर तक चक्कर मारता है; और उसकी गर्मी सब को पहुंचती है। 

एक साल में बाइबल: 
  • 1 इतिहास 7-9