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मंगलवार, 22 नवंबर 2016

शोक


   बीच बॉयज़ बैण्ड के दो सदस्यों, ब्रायन विलसन और माईक लव ने नवंबर 1963 में एक अनूठा प्रेम-गीत लिखा जो उनकी विशिष्ट आशावादी शैली से बिलकुल भिन्न था; वह खोए हुए प्रेम के बारे में लिखा गया शोकपूर्ण गीत था। बाद में माईक ने कहा, "ऐसी हानि चाहे जितनी भी कठिन क्यों ना हो, जो एक भली बात उस से निकल कर आती है वह है कि आपको प्रेम करने का अनुभव तो हुआ।" उन्होंने उस गीत का शीर्षक रखा "The Warmth of the Sun." गीत लिखने के लिए शोक का उत्प्रेरक होना कोई नई बात नहीं है; अनेकों कवियों और गीतकारों ने दुःख भरे अनुभवों में होकर अति उत्तम कविताएं और गीत लिखें हैं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भी हम देखते हैं कि दाऊद के सबसे मर्मस्पर्शी भजनों में से कुछ गहरी व्यक्तिगत हानि के समय में लिखे गए, जैसे कि भजन 6, जिसके शब्द शोक से भरे हैं। यद्यपि हमें यह नहीं बताया गया है कि इस भजन को लिखते समय दाऊद किस परिस्थिति से होकर निकल रहा था, परन्तु उसका शोक प्रकट है: "मैं कराहते कराहते थक गया; मैं अपनी खाट आंसुओं से भिगोता हूं; प्रति रात मेरा बिछौना भीगता है। मेरी आंखें शोक से बैठी जाती हैं, और मेरे सब सताने वालों के कारण वे धुन्धला गई हैं" (पद 6-7)।

   लेकिन यह भजन का अन्त नहीं है। दाऊद ने दर्द और हानि को सहा, परन्तु साथ ही उसने परमेश्वर की सांत्वना का भी अनुभव किया; इसलिए उसने आगे, भजन के अन्त में लिखा: "यहोवा ने मेरा गिड़गिड़ाना सुना है; यहोवा मेरी प्रार्थना को ग्रहण भी करेगा" (पद 9)।

   अपने शोक में ना केवल दाऊद ने एक भजन पाया, उसने परमेश्वर पर विश्वास रखने का कारण, जिसकी विश्वासयोग्यता जीवन की हर कठिन परिस्थिति में भी साथ बनी रहती है, भी पाया। परमेश्वर की उपस्थिति की गरमाहट में, हमारे शोक को भी आशा का परिपेक्ष मिल जाता है। - बिल क्राउडर


दुःख भरा गीत हमारे हृदयों को परमेश्वर की ओर मोड़ सकता है; 
जिसका आनन्द अनन्तकाल का है।

तू ने मेरे लिये विलाप को नृत्य में बदल डाला, तू ने मेरा टाट उतरवाकर मेरी कमर में आनन्द का पटुका बान्धा है; ताकि मेरी आत्मा तेरा भजन गाती रहे और कभी चुप न हो। हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं सर्वदा तेरा धन्यवाद करता रहूंगा। - भजन 30:11-12

बाइबल पाठ: भजन 6
Psalms 6:1 हे यहोवा, तू मुझे अपने क्रोध में न डांट, और न झुंझलाहट में मुझे ताड़ना दे। 
Psalms 6:2 हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मैं कुम्हला गया हूं; हे यहोवा, मुझे चंगा कर, क्योंकि मेरी हडि्डयों में बेचैनी है। 
Psalms 6:3 मेरा प्राण भी बहुत खेदित है। और तू, हे यहोवा, कब तक? 
Psalms 6:4 लौट आ, हे यहोवा, और मेरे प्राण बचा अपनी करूणा के निमित्त मेरा उद्धार कर। 
Psalms 6:5 क्योंकि मृत्यु के बाद तेरा स्मरण नहीं होता; अधोलोक में कौन तेरा धन्यवाद करेगा? 
Psalms 6:6 मैं कराहते कराहते थक गया; मैं अपनी खाट आंसुओं से भिगोता हूं; प्रति रात मेरा बिछौना भीगता है। 
Psalms 6:7 मेरी आंखें शोक से बैठी जाती हैं, और मेरे सब सताने वालों के कारण वे धुन्धला गई हैं।
Psalms 6:8 हे सब अनर्थकारियों मेरे पास से दूर हो; क्योंकि यहोवा ने मेरे रोने का शब्द सुन लिया है। 
Psalms 6:9 यहोवा ने मेरा गिड़गिड़ाना सुना है; यहोवा मेरी प्रार्थना को ग्रहण भी करेगा। 
Psalms 6:10 मेरे सब शत्रु लज्जित होंगे और बहुत घबराएंगे; वे लौट जाएंगे, और एकाएक लज्जित होंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 18-19
  • याकूब 4


सोमवार, 21 नवंबर 2016

ध्यान


   यरूशालेम के निकट स्थित अबु घोष नामक गाँव के एक रेस्ट्रॉन्ट के मालिक, जॉदत इब्राहिम, ने अपने ग्राहकों को 50% छूट देने की घोषणा करी यदि वे जितने समय उसके रेस्ट्रॉन्ट में बैठते हैं, उतने समय तक अपने मोबाइल फोन बन्द रखें। जॉदत का मानना है कि स्मार्टफोन के कारण भोजन करते समय का वातावरण संगति और संवाद से हटकर फोन पर सर्फिंग, टेक्सटिंग, और व्यावसायिक बातचीत करते रहने का हो गया है। जॉदत कहते हैं, "टेक्नॉलॉजी बहुत अच्छी चीज़ है; परन्तु जब आप परिवार और मित्र जनों के साथ होते हैं, तो आधा घण्टा थम कर भोजन तथा संगति का आनन्द लें।"

   हमारे लिए, संसार की कितनी ही बातों के द्वारा, दूसरों के या प्रभु यीशु के प्रति अपने संबंधों में, उन पर से अपना ध्यान हटा लेना कितना सरल हो गया है। प्रभु यीशु ने अपने अनुयायियों से कहा कि आत्मिक ध्यान के भंग होने का आरंभ मन के संवेदनहीन हो जाने, कानों के कम सुनने, और आँखों से कम दिखने के साथ होता है (मत्ती 13:15)। बीज बोने वाले व्यक्ति के उदाहरण के द्वारा, प्रभु यीशु ने उन बीजों की, जो झाड़ियों में गिरे थे, तुलना ऐसे व्यक्ति से करी जो परमेश्वर का वचन सुनता तो है परन्तु जिसका मन और ही बातों पर केन्द्रित होता है; जिस कारण वह: "...वचन को सुनता है, पर इस संसार की चिन्‍ता और धन का धोखा वचन को दबाता है, और वह फल नहीं लाता" (मत्ती 13:22)।

   प्रतिदिन ऐसा समय निकालना, जिस में हम संसार और संसार की बातों से ध्यान हटा कर, अपना मन और ध्यान प्रभु यीशु और उसकी बातों पर लगाएं, हमारे लिए बहुत लाभदायक होगा। - डेविड मैक्कैसलैंड


मसीह यीशु पर ध्यान केंद्रित करने से बाकी सब कुछ स्वतः ही सही परिपेक्ष में आ जाता है।

इसलिये पहिले तुम उस [परमेश्वर] के राज्य और धर्म की खोज करो तो ये सब वस्तुएं भी तुम्हें मिल जाएंगी। - मत्ती 6:33

बाइबल पाठ: मत्ती 13:13-23
Matthew 13:13 मैं उन से दृष्‍टान्‍तों में इसलिये बातें करता हूं, कि वे देखते हुए नहीं देखते; और सुनते हुए नहीं सुनते; और नहीं समझते। 
Matthew 13:14 और उन के विषय में यशायाह की यह भविष्यद्ववाणी पूरी होती है, कि तुम कानों से तो सुनोगे, पर समझोगे नहीं; और आंखों से तो देखोगे, पर तुम्हें न सूझेगा। 
Matthew 13:15 क्योंकि इन लोगों का मन मोटा हो गया है, और वे कानों से ऊंचा सुनते हैं और उन्होंने अपनी आंखें मूंद लीं हैं; कहीं ऐसा न हो कि वे आंखों से देखें, और कानों से सुनें और मन से समझें, और फिर जाएं, और मैं उन्हें चंगा करूं। 
Matthew 13:16 पर धन्य है तुम्हारी आंखें, कि वे देखती हैं; और तुम्हारे कान, कि वे सुनते हैं। 
Matthew 13:17 क्योंकि मैं तुम से सच कहता हूं, कि बहुत से भविष्यद्वक्ताओं ने और धर्मियों ने चाहा कि जो बातें तुम देखते हो, देखें पर न देखीं; और जो बातें तुम सुनते हो, सुनें, पर न सुनीं। 
Matthew 13:18 सो तुम बोने वाले का दृष्‍टान्‍त सुनो। 
Matthew 13:19 जो कोई राज्य का वचन सुनकर नहीं समझता, उसके मन में जो कुछ बोया गया था, उसे वह दुष्‍ट आकर छीन ले जाता है; यह वही है, जो मार्ग के किनारे बोया गया था। 
Matthew 13:20 और जो पत्थरीली भूमि पर बोया गया, यह वह है, जो वचन सुनकर तुरन्त आनन्द के साथ मान लेता है। 
Matthew 13:21 पर अपने में जड़ न रखने के कारण वह थोड़े ही दिन का है, और जब वचन के कारण क्‍लेश या उपद्रव होता है, तो तुरन्त ठोकर खाता है। 
Matthew 13:22 जो झाड़ियों में बोया गया, यह वह है, जो वचन को सुनता है, पर इस संसार की चिन्‍ता और धन का धोखा वचन को दबाता है, और वह फल नहीं लाता। 
Matthew 13:23 जो अच्छी भूमि में बोया गया, यह वह है, जो वचन को सुनकर समझता है, और फल लाता है कोई सौ गुना, कोई साठ गुना, कोई तीस गुना।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 16-17
  • याकूब 3


रविवार, 20 नवंबर 2016

सहायक


   अलास्का के बैरो शहर के हाई स्कूल के प्रबन्धक यह देख देख कर थक चुके थे कि उनके छात्रों में से लगभग 50 प्रतिशत किसी ना किसी समस्या में पड़कर स्कूल छोड़ देते हैं। छात्रों की स्कूल में रुचि बनाए रखने और समस्याओं में पड़ने से बचाने के प्रयास में उन्होंने स्कूल की फुटबॉल टीम बनाई, जिसमें भाग लेने के द्वारा छात्रों को व्यक्तिगत कौशल विकसित करने, परस्पर सहयोग के साथ कार्य करने और जीवन के पाठ सीखने का अवसर मिले। बैरो में फुटबॉल खेलने के साथ समस्या यह है कि बैरो आई्सलैंड से भी अधिक उत्तर में है, इसलिए वहाँ घास का मैदान नहीं बन सकता क्योंकि वहाँ की ठंड के कारण वहाँ घास उगती ही नहीं है। इसलिए उन्हें फूटबॉल कंकर भरे मिट्टी के मैदान पर खेलनी पड़ती थी।

   वहाँ से चार हज़ार मील दक्षिण में, अमेरिका एक अन्य शहर फ्लोरिडा में कैथी पारकर ने इस फुटबॉल टीम और उन के खेलने के खतरनाक स्थान, और उस फुटबॉल टीम द्वारा उन छात्रों में आने वाले सकारात्मक परिवर्तनों के बारे में सुना। कैथी को लगा कि परमेश्वर उसे सहायता करने के लिए उकसा रहा है, और उसने उनके लिए कुछ करने की ठानी। इसके लगभग एक वर्ष पश्चात, उन्होंने बैरो में फुटबॉल खेलने के एक नए कृत्रिम घास के मैदान का समर्पण समारोह किया। कैथी ने बैरो के उन छात्रों की सहायता के लिए, जिन्हें वह जानती भी नहीं थी, हज़ारों डॉलर एकत्रित करके यह संभव कर दिया।

   बात फुटबॉल की नहीं है, और ना ही पैसे की है; बात है परमेश्वर के वचन बाइबल में दिए गए परमेश्वर के निर्देश "पर भलाई करना, और उदारता न भूलो; क्योंकि परमेश्वर ऐसे बलिदानों से प्रसन्न होता है" (इब्रानियों 13:16) के पालन करने की। प्रेरित याकूब हमें स्मरण कराता है कि हम अपना विश्वास अपने कार्यों से प्रमाणित करते हैं (याकूब 2:18)। हमारे संसार में अनेकों लोगों की भिन्न भिन्न तथा अभिभूत कर देने वाली आवश्यकताएं हैं; परन्तु जब हम, तब, जैसा कि प्रभु यीशु ने कहा है (मरकुस 12:31) अपने पड़ौसी से अपने समान प्रेम रखते हैं, जब हम उन के सहायक बनते हैं, तब हम परमेश्वर के प्रेम को लोगों तक पहुँचाते हैं। - डेव ब्रैनन


परमेश्वर के लिए अपने हृदय को खोलें जिससे अनुकंपा सीखें; 
अपने हाथों को औरों के लिए खोलें जिससे सहायता करने पाएं।

यीशु ने उसे उत्तर दिया, सब आज्ञाओं में से यह मुख्य है; हे इस्राएल सुन; प्रभु हमारा परमेश्वर एक ही प्रभु है। और तू प्रभु अपने परमेश्वर से अपने सारे मन से और अपने सारे प्राण से, और अपनी सारी बुद्धि से, और अपनी सारी शक्ति से प्रेम रखना। और दूसरी यह है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना: इस से बड़ी और कोई आज्ञा नहीं। - मरकुस 12:29-31

बाइबल पाठ: याकूब 2:14-20
James 2:14 हे मेरे भाइयों, यदि कोई कहे कि मुझे विश्वास है पर वह कर्म न करता हो, तो उस से क्या लाभ? क्या ऐसा विश्वास कभी उसका उद्धार कर सकता है? 
James 2:15 यदि कोई भाई या बहिन नगें उघाड़े हों, और उन्हें प्रति दिन भोजन की घटी हो। 
James 2:16 और तुम में से कोई उन से कहे, कुशल से जाओ, तुम गरम रहो और तृप्‍त रहो; पर जो वस्तुएं देह के लिये आवश्यक हैं वह उन्हें न दे, तो क्या लाभ? 
James 2:17 वैसे ही विश्वास भी, यदि कर्म सहित न हो तो अपने स्‍वभाव में मरा हुआ है। 
James 2:18 वरन कोई कह सकता है कि तुझे विश्वास है, और मैं कर्म करता हूं: तू अपना विश्वास मुझे कर्म बिना तो दिखा; और मैं अपना विश्वास अपने कर्मों के द्वारा तुझे दिखाऊंगा। 
James 2:19 तुझे विश्वास है कि एक ही परमेश्वर है: तू अच्छा करता है: दुष्टात्मा भी विश्वास रखते, और थरथराते हैं। 
James 2:20 पर हे निकम्मे मनुष्य क्या तू यह भी नहीं जानता, कि कर्म बिना विश्वास व्यर्थ है?

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 14-15
  • याकूब 2


शनिवार, 19 नवंबर 2016

अलविदा


   मैक्स लुकाडो ने जब हाफ-आयरनमैन प्रतियोगिता में भाग लिया तो उसके अन्तर्गत उन्होंने शिकायत करने के नकारात्मक प्रभाव की सामर्थ का एहसास किया। उन्होंने कहा, "1.2 मील तैरने और 56 मील साइकिल चलाने के बाद, मुझे लग रहा था कि 13.1 मील पैदल दौड़ने के लायक शक्ति अब मुझ में नहीं है। ऐसा ही मेरे साथ दौड़ने वाले एक और प्रतियोगी को लग रहा था; वह कहने लगा, ’क्या बेकार बात है, इस दौड़ में भाग लेना मेरे जीवन का सबसे मूर्खतापूर्ण निर्णय था।’ मैंने तुरंत उससे कहा ’अलविदा’ और आगे बढ़ गया।" मैक्स जानते थे कि यदि वे अधिक देर तक उसकी यह शिकायत सुनते रहेंगे, तो वे भी उसके साथ नकारात्मक विचारों में सहमत होना आरंभ कर देंगे, जिसका गलत फिर प्रभाव उनके भाग लेने पर पड़ेगा। इसलिए उन्होंने उसे अलविदा कहकर अपनी दौड़ ज़ारी रखी।

   जब परमेश्वर इस्त्राएल को मिस्त्र के दासत्व से निकालकर कनान देश में बसाने के लिए ले जा रहा था तो बहुत से ग़ैर-इस्त्राएलियों की एक मिली-जुली भीड़ मिस्त्र से निकलकर उनके साथ चल दी। उनके बियाबान के मार्ग में परमेश्वर उनका मार्गदर्शक था, उनके साथ-साथ चलता था, उनकी रक्षा करता था और वह उन्हें प्रतिदिन भोजन के लिए मन्ना और पीने का पानी प्रदान करता था। लेकिन वे इस्त्राएली उस मिली-जुली भीड़ की बातों में आकर परमेश्वर के विरूद्ध कुड़कुड़ाने लगे, परमेश्वर के प्रावधान को तुच्छ कहने लगे (गिनती 11:6); वे भूल गए कि मन्ना उन्हें परमेश्वर की ओर से मिलने वाली प्रेम भरी भेंट है। क्योंकि इस प्रकार शिकायत करना और कुड़कुड़ाना हृदय को कृतघ्नता से विषैला बना देता है, इसलिए परमेश्वर को उनके अन्दर पनपने वाले इस विष का न्याय करना पड़ा।

   शिकायत और कृतघ्नता से बचने, उसे अलविदा कहने का सटीक उपाय है हृदय को परमेश्वर की आराधना, स्तुति और धन्यवाद से भर लेना; प्रतिदिन परमेश्वर की भलाई और विश्वासयोग्यता के स्मरण को दोहराते रहना। - मार्विन विलियम्स


परमेश्वर की विश्वासयोग्यता का प्रचार करना 
असन्तोष की आवाज़ को मूक कर देता है।

विपत्ति और कल्याण, क्या दोनों परमप्रधान की आज्ञा से नहीं होते? सो जीवित मनुष्य क्यों कुड़कुड़ाए? और पुरुष अपने पाप के दण्ड को क्यों बुरा माने? - विलापगीत 3:38-39

बाइबल पाठ: गिनती 11:1-10
Numbers 11:1 फिर वे लोग बुड़बुड़ाने और यहोवा के सुनते बुरा कहने लगे; निदान यहोवा ने सुना, और उसका कोप भड़क उठा, और यहोवा की आग उनके मध्य जल उठी, और छावनी के एक किनारे से भस्म करने लगी। 
Numbers 11:2 तब मूसा के पास आकर चिल्लाए; और मूसा ने यहोवा से प्रार्थना की, तब वह आग बुझ गई, 
Numbers 11:3 और उस स्थान का नाम तबेरा पड़ा, क्योंकि यहोवा की आग उन में जल उठी थी।
Numbers 11:4 फिर जो मिली-जुली भीड़ उनके साथ थी वह कामुकता करने लगी; और इस्त्राएली भी फिर रोने और कहने लगे, कि हमें मांस खाने को कौन देगा। 
Numbers 11:5 हमें वे मछलियां स्मरण हैं जो हम मिस्र में सेंतमेंत खाया करते थे, और वे खीरे, और खरबूजे, और गन्दने, और प्याज, और लहसुन भी; 
Numbers 11:6 परन्तु अब हमारा जी घबरा गया है, यहां पर इस मन्ना को छोड़ और कुछ भी देख नहीं पड़ता। 
Numbers 11:7 मन्ना तो धनिये के समान था, और उसका रंग रूप मोती का सा था। 
Numbers 11:8 लोग इधर उधर जा कर उसे बटोरते, और चक्की में पीसते वा ओखली में कूटते थे, फिर तसले में पकाते, और उसके फुलके बनाते थे; और उसका स्वाद तेल में बने हुए पुए का सा था। 
Numbers 11:9 और रात को छावनी में ओस पड़ती थी तब उसके साथ मन्ना भी गिरता था। 
Numbers 11:10 और मूसा ने सब घरानों के आदमियों को अपने अपने डेरे के द्वार पर रोते सुना; और यहोवा का कोप अत्यन्त भड़का, और मूसा को भी बुरा मालूम हुआ।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 11-13
  • याकूब 1


शुक्रवार, 18 नवंबर 2016

सामर्थ


   परमेश्वर की महान सृष्टि की अद्भुत बातों पर जब मैं विचार करता हूँ, तो मैं विशाल सिकोइया वृक्ष को लेकर आश्चर्यचकित होता हूँ। जंगल के ये विशालकाय वृक्ष 300 फीट तक ऊँचे हो जाते हैं और इनके तनों की मोटाई का व्यास 20 फीट तक हो जाता है। ये 3000 वर्ष तक जीवित रह सकते हैं और आग लगने से जलते नहीं; वरन जंगल की आग की गरमी से इन वृक्षों के फल फट जाते हैं और बीज नीचे राख द्वारा उपजाऊ बन गई धरती पर गिरकर उगने पाते हैं। संभवतः सबसे अधिक आश्चर्यचकित कर देने वाला तथ्य है कि ये केवल तीन फीट गहरी मिट्टी में भी उग सकते हैं और तेज़ तूफानों के झकझोरों को सहन कर सकते हैं। उनकी इस सामर्थ का राज़ है उनकी जड़ों का आपस में एक दूसरे के साथ घुलमिलकर फंसा हुआ होना, जो उन्हें साथ-साथ खड़े रहने और एक दूसरे के साथ अपनी सामर्थ के स्त्रोत बाँटने देता है।

   हमारे लिए भी परमेश्वर की ऐसी ही योजना है। जीवन के थपेड़ों में हमारा स्थिर खड़े रहना निर्भर करता है उस प्रेम और सहारे पर जो हमें परमेश्वर से तथा एक दूसरे से मिलता है; इसीलिए इब्रानियों का लेखक कहता है कि हम भलाई करना और उदारता दिखाना ना भूलें (इब्रानियों 13:16)। थोड़ा विचार कीजिए कि यदि लोग हमारे साथ अपनी सामर्थ और सहारे की जड़ें बाँट ना रहे होते तो हमारे लिए परेशानियों में स्थिर खड़ा रहना कितना कठिन हो जाता।

   प्रोत्साहन के शब्दों, दूसरों के लिए प्रार्थना, एक -दूसरे के दुःख बाँटना, एक दूसरे को थामे रहना, और कभी-कभी बस एक दूसरे के साथ बैठ कर अपनी प्रेम भरी उपस्थिति उपलब्ध कराने में कितनी सामर्थ है; इसलिए हमें एक साथ इकट्ठा होना नहीं छोड़ना चाहिए। - जो स्टोवैल


आपके जीवन में परमेश्वर के प्रेम की जड़ों को दूसरों के साथ भी, 
जिन्हें आपके सहारे की आवश्यकता है, घुलमिल जाने दें।

और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो। - इब्रानियों 10:25

बाइबल पाठ: इब्रानियों 13:15-25
Hebrews 13:15 इसलिये हम उसके द्वारा स्‍तुति रूपी बलिदान, अर्थात उन होठों का फल जो उसके नाम का अंगीकार करते हैं, परमेश्वर के लिये सर्वदा चढ़ाया करें। 
Hebrews 13:16 पर भलाई करना, और उदारता न भूलो; क्योंकि परमेश्वर ऐसे बलिदानों से प्रसन्न होता है। 
Hebrews 13:17 अपने अगुवों की मानो; और उनके आधीन रहो, क्योंकि वे उन की नाईं तुम्हारे प्राणों के लिये जागते रहते, जिन्हें लेखा देना पड़ेगा, कि वे यह काम आनन्द से करें, न कि ठंडी सांस ले ले कर, क्योंकि इस दशा में तुम्हें कुछ लाभ नहीं। 
Hebrews 13:18 हमारे लिये प्रार्थना करते रहो, क्योंकि हमें भरोसा है, कि हमारा विवेक शुद्ध है; और हम सब बातों में अच्छी चाल चलना चाहते हैं। 
Hebrews 13:19 और इस के करने के लिये मैं तुम्हें और भी समझाता हूं, कि मैं शीघ्र तुम्हारे पास फिर आ सकूं।
Hebrews 13:20 अब शान्‍तिदाता परमेश्वर जो हमारे प्रभु यीशु को जो भेड़ों का महान रखवाला है सनातन वाचा के लोहू के गुण से मरे हुओं में से जिला कर ले आया। 
Hebrews 13:21 तुम्हें हर एक भली बात में सिद्ध करे, जिस से तुम उस की इच्छा पूरी करो, और जो कुछ उसको भाता है, उसे यीशु मसीह के द्वारा हम में उत्पन्न करे, जिस की बड़ाई युगानुयुग होती रहे। आमीन।
Hebrews 13:22 हे भाइयों मैं तुम से बिनती करता हूं, कि इन उपदेश की बातों को सह लो; क्योंकि मैं ने तुम्हें बहुत संक्षेप में लिखा है। 
Hebrews 13:23 तुम यह जान लो कि तीमुथियुस हमारा भाई छूट गया है और यदि वह शीघ्र आ गया, तो मैं उसके साथ तुम से भेंट करूंगा। 
Hebrews 13:24 अपने सब अगुवों और सब पवित्र लोगों को नमस्‍कार कहो। इतालिया वाले तुम्हें नमस्‍कार कहते हैं।
Hebrews 13:25 तुम सब पर अनुग्रह होता रहे। आमीन।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 8-10
  • इब्रानियों 13


गुरुवार, 17 नवंबर 2016

सुरक्षित


   गरजने वाला शेर जंगल का राजा माना जाता है। लेकिन सामान्यतः जो शेर हम में से अधिकांश देखने पाते हैं वे चिड़ियाघर में रखे गए सुस्त शेर होते हैं। इन सुस्त शेरों का दिन आराम करने में बीतता है; उन्हें भोजन के लिए कोई प्रयास नहीं करना पड़ता है, भोजन भी उन्हें परोस दिया जाता है।

   लेकिन अपने प्राकृतिक आवास में शेर आराम के साथ सुस्त जीवन नहीं बिताते। उन्हें जब भूख लगती है तो उन्हें शिकार करने के लिए जाना होता है। शिकार में वे बच्चों, कमज़ोरों, बीमारों या घायल जानवरों को ढूँढ़ते हैं जो सरलता से उनका शिकार बन जाते हैं। ऊँची घास छिपकर वे धीरे-धीरे अपने शिकार की ओर बढ़ते हैं, शिकार के निकट पहुँच कर अचानक ही झपटा मारकर अपने पंजे उसमें गड़ा देते हैं और अपने आहार के लिए उसे दबोच लेते हैं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पतरस ने शैतान के लिए गरजने वाले सिंह रूपक अलंकार का प्रयोग किया है। वह बड़ा आश्वस्त शिकारी है, जो अपने अहेर के लिए सरलता से पकड़ में आ जाने वाले शिकार की तलाश में रहता है: "सचेत हो, और जागते रहो, क्योंकि तुम्हारा विरोधी शैतान गर्जने वाले सिंह की नाईं इस खोज में रहता है, कि किस को फाड़ खाए" (1 पतरस 5:8)। इस शत्रु का सामना करने के लिए, परमेश्वर की सन्तान को बड़ा सचेत होकर, परमेश्वर के सारे हथियार बांधे हुए तैयार रहना चाहिए: "निदान, प्रभु में और उस की शक्ति के प्रभाव में बलवन्‍त बनो। परमेश्वर के सारे हथियार बान्‍ध लो; कि तुम शैतान की युक्तियों के साम्हने खड़े रह सको" (इफिसियों 6:10-11)।

   अच्छा समाचार यह है कि शैतान चाहे जैसा और जितना भी आश्वस्त प्रतीत हो, वास्तव में वह एक हारा हुआ शत्रु है - प्रभु यीशु ने उसे हमारे लिए हरा दिया है। यद्यपि शैतान बहुत बलवान शत्रु है, परन्तु जो प्रभु यीशु से मिलने वाले उद्धार और पापों की क्षमा, परमेश्वर के वचन के अध्ययन तथा पालन एवं प्रार्थना करने के द्वारा प्रभु में होकर सुरक्षित हो गए हैं, उन्हें इस गरजने वाले सिंह से डरने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि उन की "...रक्षा परमेश्वर की सामर्थ से, विश्वास के द्वारा उस उद्धार के लिये, जो आने वाले समय में प्रगट होने वाली है, की जाती है" (1 पतरस 1:5)। याकूब हमें आश्वस्त करता है, कि यदि हम परमेश्वर की आधीनता में रहकर शैतान का सामना करेंगे, तो सुरक्षित रहेंगे (याकूब 4:6-7)। - सिंडी हैस कैस्पर


परमेश्वर के हथियारों के कवच को कोई बुराई बेध नहीं सकती है।

वह तो और भी अनुग्रह देता है; इस कारण यह लिखा है, कि परमेश्वर अभिमानियों से विरोध करता है, पर दीनों पर अनुग्रह करता है। इसलिये परमेश्वर के आधीन हो जाओ; और शैतान का साम्हना करो, तो वह तुम्हारे पास से भाग निकलेगा। - याकूब 4:6-7

बाइबल पाठ: इफिसियों 6:10-18
Ephesians 6:10 निदान, प्रभु में और उस की शक्ति के प्रभाव में बलवन्‍त बनो। 
Ephesians 6:11 परमेश्वर के सारे हथियार बान्‍ध लो; कि तुम शैतान की युक्तियों के साम्हने खड़े रह सको। 
Ephesians 6:12 क्योंकि हमारा यह मल्लयुद्ध, लोहू और मांस से नहीं, परन्तु प्रधानों से और अधिकारियों से, और इस संसार के अन्धकार के हाकिमों से, और उस दुष्‍टता की आत्मिक सेनाओं से है जो आकाश में हैं। 
Ephesians 6:13 इसलिये परमेश्वर के सारे हथियार बान्‍ध लो, कि तुम बुरे दिन में साम्हना कर सको, और सब कुछ पूरा कर के स्थिर रह सको। 
Ephesians 6:14 सो सत्य से अपनी कमर कसकर, और धार्मिकता की झिलम पहिन कर। 
Ephesians 6:15 और पांवों में मेल के सुसमाचार की तैयारी के जूते पहिन कर। 
Ephesians 6:16 और उन सब के साथ विश्वास की ढाल ले कर स्थिर रहो जिस से तुम उस दुष्‍ट के सब जलते हुए तीरों को बुझा सको। 
Ephesians 6:17 और उद्धार का टोप, और आत्मा की तलवार जो परमेश्वर का वचन है, ले लो। 
Ephesians 6:18 और हर समय और हर प्रकार से आत्मा में प्रार्थना, और बिनती करते रहो, और इसी लिये जागते रहो, कि सब पवित्र लोगों के लिये लगातार बिनती किया करो।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 5-7
  • इब्रानियों 12


बुधवार, 16 नवंबर 2016

निर्देशक


   जब अभिनेता और अभिनेत्रियाँ फिल्मों के बनाए जाते समय कार्य करते हैं, तो वह फिल्म का निर्देशक ही होता है जो उस फिल्म का संपूर्ण स्वरूप जानता है और उसी स्वरूप के अनुसार वह उनका निर्देशन करता है। अभिनेत्री मेरियन कोटिलार्ड ने स्वीकार किया कि हाल ही में जिस फिल्म में वे अभिनय कर रही थीं उसके बनाए जाने के समय उन्हें उनके निर्देशक द्वारा कही और की जाने वाली सभी बातें समझ नहीं आ रही थीं। उन्होंने कहा, "मुझे बड़ा रोचक लगा अपने आप को किसी अन्य के हाथ में छोड़ कर, भटके हुए के समान इधर-उधर कुछ-कुछ करती रहूँ, क्योंकि मैं जानती थी कि मेरा एक अद्भुत मार्गदर्शक है....आप अपने आप को एक कहानी और निर्देशक के हाथों में छोड़ देते हैं और  अन्ततः वह सब बातों को मिलाकर अच्छा काम करवा देता है।"

   मेरे विचार में परमेश्वर के वचन बाइबल में यहोशू भी अपने जीवन के निर्देशक के बारे में कुछ ऐसा ही कहता होगा। आज के बाइबल पाठ में, इस्त्राएल का यह नया नियुक्त अगुवा प्रतिज्ञा किए हुई देश की कगार पर खड़ा है; बीस लाख से भी अधिक इस्त्राएली उसकी ओर नेतृत्व के लिए देख रहे हैं कि वह उन्हें लेजाकर उस देश कनान देश में बसाए। वह इस कार्य को कैसे करता? परमेश्वर ने उसे इस कार्य को करने के लिए कोई विस्तृत निर्देशन-लेख नहीं दिया, लेकिन उसे यह आश्वासन अवश्य दिया कि वह यहोशू के साथ-साथा सदा बना रहेगा, उसके साथ जाएगा।

   परमेश्वर ने यहोशू से कहा, "तेरे जीवन भर कोई तेरे साम्हने ठहर न सकेगा; जैसे मैं मूसा के संग रहा वैसे ही तेरे संग भी रहूंगा; और न तो मैं तुझे धोखा दूंगा, और न तुझ को छोडूंगा" (यहोशू 1:5)। परमेश्वर ने यहोशू को आज्ञा दी कि वह परमेश्वर के वचन में दी गई बातों का अध्ययन करे और उनका पालन करे (पद 7-8), और उसे वायदा दिया कि जहाँ कहीं भी यहोशू जाएगा परमेश्वर उसके साथ बना रहेगा। यहोशू ने पूरे समर्पण और निष्ठा के साथ अपने इस अद्भुत मार्गदर्शक की बात को स्वीकार किया और उसका पालन किया, और परिणामस्वरूप, बाइबल में यहोशू के वृतांत के अन्त की ओर आया है कि "जितनी भलाई की बातें यहोवा ने इस्राएल के घराने से कही थीं उन में से कोई भी न छूटी; सब की सब पूरी हुई" (यहोशू 21:45)।

   आज हम भी अपने जीवनों को इस महान और अद्भुत निर्देशक, परमेश्वर, के हाथों में यहोशू ही के समान पूर्णतया समर्पित कर के तथा उसके वचन और निर्देशों का पालन कर के यहोशू के समान ही परमेश्वर की विश्वासयोग्यता के उत्तम प्रतिफल पा सकते हैं। - पोह फैंग चिया


परमेश्वर में विश्वास यह कभी नहीं देखता कि उसे कहाँ ले जाया जा रहा है; 
वह तो बस अपने मार्गदर्शक को और उसके प्रेम को जानता है और उसकी मानता है। -ऑस्वॉल्ड चैम्बर्स

तब उन्होंने संकट में यहोवा की दोहाई दी, और उसने उन को सकेती से छुड़ाया; और उन को ठीक मार्ग पर चलाया, ताकि वे बसने के लिये किसी नगर को जा पहुंचे। लोग यहोवा की करूणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण, जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें! - भजन 107:6-8

बाइबल पाठ: यहोशू 1:1-9
Joshua 1:1 यहोवा के दास मूसा की मृत्यु के बाद यहोवा ने उसके सेवक यहोशू से जो नून का पुत्र था कहा, 
Joshua 1:2 मेरा दास मूसा मर गया है; सो अब तू उठ, कमर बान्ध, और इस सारी प्रजा समेत यरदन पार हो कर उस देश को जा जिसे मैं उन को अर्थात इस्राएलियों को देता हूं। 
Joshua 1:3 उस वचन के अनुसार जो मैं ने मूसा से कहा, अर्थात जिस जिस स्थान पर तुम पांव धरोगे वह सब मैं तुम्हे दे देता हूं। 
Joshua 1:4 जंगल और उस लबानोन से ले कर परात महानद तक, और सूर्यास्त की ओर महासमुद्र तक हित्तियों का सारा देश तुम्हारा भाग ठहरेगा। 
Joshua 1:5 तेरे जीवन भर कोई तेरे साम्हने ठहर न सकेगा; जैसे मैं मूसा के संग रहा वैसे ही तेरे संग भी रहूंगा; और न तो मैं तुझे धोखा दूंगा, और न तुझ को छोडूंगा। 
Joshua 1:6 इसलिये हियाव बान्धकर दृढ़ हो जा; क्योंकि जिस देश के देने की शपथ मैं ने इन लोगों के पूर्वजों से खाई थी उसका अधिकारी तू इन्हें करेगा। 
Joshua 1:7 इतना हो कि तू हियाव बान्धकर और बहुत दृढ़ हो कर जो व्यवस्था मेरे दास मूसा ने तुझे दी है उन सब के अनुसार करने में चौकसी करना; और उस से न तो दाहिने मुड़ना और न बांए, तब जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा काम सफल होगा। 
Joshua 1:8 व्यवस्था की यह पुस्तक तेरे चित्त से कभी न उतरने पाए, इसी में दिन रात ध्यान दिए रहना, इसलिये कि जो कुछ उस में लिखा है उसके अनुसार करने की तू चौकसी करे; क्योंकि ऐसा ही करने से तेरे सब काम सफल होंगे, और तू प्रभावशाली होगा। 
Joshua 1:9 क्या मैं ने तुझे आज्ञा नहीं दी? हियाव बान्धकर दृढ़ हो जा; भय न खा, और तेरा मन कच्चा न हो; क्योंकि जहां जहां तू जाएगा वहां वहां तेरा परमेश्वर यहोवा तेरे संग रहेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 3-4
  • इब्रानियों 11:20-40