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शनिवार, 8 फ़रवरी 2020

नम्र


      जो लोग असामान्य प्रसिद्धि या प्रतिष्ठा प्राप्त कर लेते हैं वे “अपने जीवन काल में ही अति विशिष्ट” हो जाते हैं। मेरे एक मित्र ने, जो व्यावासायिक बेसबॉल खेलता है, मुझे बताया की वह खेल के संसार में ऐसे कई लोगों से मिला है जो “अपने मन में ही अति विशिष्ट” होते हैं। घमण्ड हमारे अपने प्रति दृष्टिकोण को बिगाड़ देती है, किन्तु नम्रता एक वास्तविक दृष्टिकोण को बनाए रखने में सहायक होती है।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन के लेखक ने कहा, “विनाश से पहिले गर्व, और ठोकर खाने से पहिले घमण्ड होता है” (16:18)। जब हम अपनी छवि अपने आप को महत्वपूर्ण समझते हुए देखते हैं तो हमें हमारा अवास्तविक स्वरूप दिखाई देता है। पने आप को ऊँचा उठाना, पतन में गिरने की तैयारी होता है।

      घमण्ड के विष का तोड़ है सच्ची नम्रता, जो परमेश्वर से मिलती है, “घमण्डियों के संग लूट बांट लेने से, दीन लोगों के संग नम्र भाव से रहना उत्तम है” (16:19)।

      प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों से कहा, “...तुम जानते हो, कि अन्य जातियों के हाकिम उन पर प्रभुता करते हैं; और जो बड़े हैं, वे उन पर अधिकार जताते हैं। परन्तु तुम में ऐसा न होगा; परन्तु जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे, वह तुम्हारा सेवक बने। और जो तुम में प्रधान होना चाहे वह तुम्हारा दास बने। जैसे कि मनुष्य का पुत्र, वह इसलिये नहीं आया कि उस की सेवा टहल करी जाए, परन्तु इसलिये आया कि आप सेवा टहल करे और बहुतों की छुडौती के लिये अपने प्राण दे।” (मत्ती 20:25-28)।

      किसी उपलब्धि या विशेष सफलता के लिए सम्मान और प्रशंसा प्राप्त करने में कोई बुराई नहीं है। परन्तु यह हमारे लिए घमण्ड का कारण न बने इसके लिए हमें उस पर अपना ध्यान केन्द्रित रखना चाहिए जिसने हमें अपना अनुसरण करने के लिए बुलाया है, और अपने विषय कहा है, “...मुझ से सीखो; क्योंकि मैं नम्र और मन में दीन हूं: और तुम अपने मन में विश्राम पाओगे” (मत्ती 11:29)।

सच्ची नम्रता परमेश्वर से आती है।

धन्य हैं वे, जो मन के दीन हैं, क्योंकि स्वर्ग का राज्य उन्‍हीं का है। - मत्ती 5:3

बाइबल पाठ: नीतिवचन 16:16-22
Proverbs 16:16 बुद्धि की प्राप्ति चोखे सोने से क्या ही उत्तम है! और समझ की प्राप्ति चान्दी से अति योग्य है।
Proverbs 16:17 बुराई से हटना सीधे लोगों के लिये राजमार्ग है, जो अपने चाल चलन की चौकसी करता, वह अपने प्राण की भी रक्षा करता है।
Proverbs 16:18 विनाश से पहिले गर्व, और ठोकर खाने से पहिले घमण्ड होता है।
Proverbs 16:19 घमण्डियों के संग लूट बांट लेने से, दीन लोगों के संग नम्र भाव से रहना उत्तम है।
Proverbs 16:20 जो वचन पर मन लगाता, वह कल्याण पाता है, और जो यहोवा पर भरोसा रखता, वह धन्य होता है।
Proverbs 16:21 जिसके हृदय में बुद्धि है, वह समझ वाला कहलाता है, और मधुर वाणी के द्वारा ज्ञान बढ़ता है।
Proverbs 16:22 जिसके बुद्धि है, उसके लिये वह जीवन का सोता है, परन्तु मूढ़ों को शिक्षा देना मूढ़ता ही होती है।

एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 4-5
  • मत्ती 24:29-51


शुक्रवार, 7 फ़रवरी 2020

प्रेम



      पीनट्स कॉमिक कार्टून का एक मुख्य पात्र है लाइनस। लाइनस हाज़िरजवाब और चतुर है, किन्तु सदा असुरक्षित अनुभव करता रहता है, और अपने साथ सदा एक छोटा कंबल लिए रहता है, जिससे उसे सुरक्षा की भावना बनी रहती है। लाइनस के समान, हम सभी को किसी न किसी बात से भय और असुरक्षा की भावना रहती है, और सांत्वना तथा सुरक्षा प्रदान करने वाले की आवश्यकता होती है।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में हम प्रभु यीशु के एक शिष्य, पतरस, को देखते हैं, जिसने भय के कारण प्रभु को जानने से भी इनकार कर दिया। जब प्रभु यीशु को पकड़ा गया, तो पतरस कुछ साहस कर के प्रभु के पीछे-पीछे महायाजक के आंगन तक तो चला गया। परन्तु जब लोग उसे पहचानने का प्रयास करने लगे, तो पतरस भयभीत हुआ और प्रभु का इनकार करने लगा (यूहन्ना 18:15-26)। यद्यपि उसने लज्जाजनक शब्दों के प्रयोग द्वारा प्रभु का इनकार किया, किन्तु फिर भी प्रभु ने उससे प्रेम करना बंद नहीं किया; और अन्ततः प्रभु पतरस को अपने पास लौटा ले आया (यूहन्ना 21:15-19)।

      बाद में पवित्र आत्मा की अगुवाई में लिखी अपनी पहली पत्री में जिस प्रेम के प्रति उसने 1 पतरस 4:8 में बल दिया है, वह प्रभु से मिले उसी गहरे प्रेम को अनुभव करने के कारण था। पतरस ने संबंधों में प्रेम के महत्त्व पर बहुत महत्त्व दिया, जिसे हम उसके द्वारा प्रेम करने के साथ “सबसे ऊपर” के प्रयोग द्वारा देखते हैं। इस पद में प्रेम करने को प्रोत्साहित करते हुए पतरस कहता है, “और सब में श्रेष्ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो; क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढांप देता है।”

      क्या कभी आप को भी अपनी किसी असुरक्षा के समय में ऐसी सुरक्षा की भावना की आवश्यकता अनुभव हुई है? मुझे तो हुई है! कोई ऐसी बात कह देने, या कुछ ऐसा कर बैठने के उपरान्त, जिसके लिए फिर बाद में मुझे पछतावा हुआ, मैंने दोषी और लज्जित होने को अनुभव किया है। तब मुझे भी वैसे ही प्रभु के प्रेम से ढाँपे जाने की आवश्यकता महसूस होती है जैसी सुसमाचारों के विवरणों में अपमानित और लज्जित लोगों को प्रभु द्वारा ढांपे जाने की हुई थी।

      प्रभु यीशु के अनुयायियों के लिए, प्रेम वह कंबल है जिसे उन्हें अनुग्रह और साहसपूर्वक औरों को देना चाहिए, उन्हें सान्तवना और प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए। क्योंकि हम ने प्रभु से यह ढांपने और प्रोत्साहित करने वाला प्रेम पाया है, इसलिए हमें भी उस प्रेम को औरों को पहुँचाने वाला बनना चाहिए। - आर्थर जैकसन

परमेश्वर आपसे और मुझ से प्रेम करता है – हमें भी एक दूसरे से प्रेम करना चाहिए।

वह हमारे सब क्‍लेशों में शान्‍ति देता है; ताकि हम उस शान्‍ति के कारण जो परमेश्वर हमें देता है, उन्हें भी शान्‍ति दे सकें, जो किसी प्रकार के क्‍लेश में हों। - 2 कुरिन्थियों 1:4

बाइबल पाठ: यूहन्ना 18:15-18, 25-27
John 18:15 शमौन पतरस और एक और चेला भी यीशु के पीछे हो लिये: यह चेला महायाजक का जाना पहचाना था और यीशु के साथ महायाजक के आंगन में गया।
John 18:16 परन्तु पतरस बाहर द्वार पर खड़ा रहा, तब वह दूसरा चेला जो महायाजक का जाना पहचाना था, बाहर निकला, और द्वारपालिन से कहकर, पतरस को भीतर ले आया।
John 18:17 उस दासी ने जो द्वारपालिन थी, पतरस से कहा, क्या तू भी इस मनुष्य के चेलों में से है? उसने कहा, मैं नहीं हूं।
John 18:18 दास और प्यादे जाड़े के कारण को एले धधकाकर खड़े ताप रहे थे और पतरस भी उन के साथ खड़ा ताप रहा था।
John 18:25 शमौन पतरस खड़ा हुआ ताप रहा था। तब उन्होंने उस से कहा; क्या तू भी उसके चेलों में से है? उसने इन्कार कर के कहा, मैं नहीं हूं।
John 18:26 महायाजक के दासों में से एक जो उसके कुटुम्ब में से था, जिसका कान पतरस ने काट डाला था, बोला, क्या मैं ने तुझे उसके साथ बारी में न देखा था?
John 18:27 पतरस फिर इन्कार कर गया और तुरन्त मुर्ग ने बांग दी।

एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 1-3
  • मत्ती 24:1-28



गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020

आराधना



      “यह कैंसर है”; जब मेरी माँ ने वह शब्द कहे, तब मैं मन पक्का करने का प्रयास कर रही थी। परन्तु उनके शब्द सुनते ही मैं फूटफूट कर रोने लग गयी, क्योंकि ये वो शब्द हैं जिन्हें आप जीवन में कभी सुनना नहीं चाहते हैं, एक बार भी नहीं। और यह तो तीसरी बार था जब माँ को कैंसर से जूझना पड़ रहा था। एक सामान्य जांच के दौरान उन्हें पता चला था की उनकी बगल में एक गाँठ है, जिसकी आगे जांच से पता चला की वह कैंसर की गाँठ है।

      यद्यपि यह बुरी खबर माँ के लिए थी, परन्तु उन्हें ही मुझे सांत्वना देनी पड़ी। इस समाचार के लिए उनकी प्रतिक्रिया विस्मित करने वाली थी; उन्होंने कहा, “मैं जानती हूँ की परमेश्वर सदा ही मेरे प्रति भला रहता है। वह पूर्णतः विश्वास योग्य है।” आगे के इलाज के दौरान, जिसमें एक कठिन ऑप्रेशन तथा रेडिएशन लगवाना सम्मिलित थे, माँ को हमेशा परमेश्वर की उनके साथ उपस्थिति और विश्वासयोग्यता का एहसास बना रहा।

      यह सब परमेश्वर के वचन बाइबल में अय्यूब के समान है। अय्यूब को अपनी संपत्ति, बच्चों, और स्वास्थ्य से हाथ धोना पड़ा; परन्तु इन सब हानियों के बाद भी हम देखते हैं की दुखद समाचार सुनने के बाद भी, “अय्यूब उठा, और बागा फाड़, सिर मुंड़ाकर भूमि पर गिरा और दण्डवत्‌ कर के कहा” (अय्यूब 1:20)। जब उससे उसके पत्नी ने कहा कि अपनी इन परिस्थितियों को लेकर वह परमेश्वर को बुरा-भला कहे, तो अय्यूब ने कहा, “...तू एक मूढ़ स्त्री की सी बातें करती है, क्या हम जो परमेश्वर के हाथ से सुख लेते हैं, दु:ख न लें? इन सब बातों में भी अय्यूब ने अपने मुंह से कोई पाप नहीं किया” (2:10)। यह उसकी कैसी अद्भुत आरम्भिक प्रतिक्रिया थी। यद्यपि अय्यूब ने बाद में शिकायत तो की, किन्तु साथ ही उसने यह भी स्वीकार कर लिया कि परमेश्वर कभी नहीं बदलता है। अय्यूब जानता था की परमेश्वर हर समय उसके साथ है और हमेशा उसकी देखभाल करता रहता है।

      हम में से अधिकाँश के लिए, कठिनाईयों और विपरीत परिस्थितियों में, परमेश्वर की आराधना करना हमारी आरंभिक  प्रतिक्रियाओं में से नहीं होता है। कभी-कभी हमारी परिस्थितियों की पीड़ा इतना अभीभुतित कर देने वाली होती है की हम भय, क्रोध, और आवेश में बौखला उठते हैं, उलटा-सीधा बोल देते हैं। परन्तु अपनी माँ की प्रतिक्रिया को देखकर मुझे स्मरण आया कि परमेश्वर अभी भी उपस्थित है, अभी भी भला है, और हर परिस्थिति में हमारी सहायता करता है, हमें सांत्वना देता है।

      परमेश्वर हर परिस्थिति में आराधना के योग्य है।

अपनी सबसे कमज़ोर परिस्थिति में भी हम अपनी आँखें परमेश्वर की और उठा सकते हैं।

और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती है; अर्थात उन्हीं के लिये जो उस की इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं। - रोमियों 8:28

बाइबल पाठ: अय्यूब 1:13-22
Job 1:13 एक दिन अय्यूब के बेटे-बेटियां बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पी रहे थे;
Job 1:14 तब एक दूत अय्यूब के पास आकर कहने लगा, हम तो बैलों से हल जोत रहे थे, और गदहियां उनके पास चर रही थी,
Job 1:15 कि शबा के लोग धावा कर के उन को ले गए, और तलवार से तेरे सेवकों को मार डाला; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:16 वह अभी यह कह ही रहा था कि दूसरा भी आकर कहने लगा, कि परमेश्वर की आग आकाश से गिरी और उस से भेड़-बकरियां और सेवक जलकर भस्म हो गए; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:17 वह अभी यह कह ही रहा था, कि एक और भी आकर कहने लगा, कि कसदी लोग तीन गोल बान्धकर ऊंटों पर धावा कर के उन्हें ले गए, और तलवार से तेरे सेवकों को मार डाला; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:18 वह अभी यह कह ही रहा था, कि एक और भी आकर कहने लगा, तेरे बेटे-बेटियां बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पीते थे,
Job 1:19 कि जंगल की ओर से बड़ी प्रचण्ड वायु चली, और घर के चारों कोनों को ऐसा झोंका मारा, कि वह जवानों पर गिर पड़ा और वे मर गए; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:20 तब अय्यूब उठा, और बागा फाड़, सिर मुंड़ाकर भूमि पर गिरा और दण्डवत्‌ कर के कहा,
Job 1:21 मैं अपनी मां के पेट से नंगा निकला और वहीं नंगा लौट जाऊंगा; यहोवा ने दिया और यहोवा ही ने लिया; यहोवा का नाम धन्य है।
Job 1:22 इन सब बातों में भी अय्यूब ने न तो पाप किया, और न परमेश्वर पर मूर्खता से दोष लगाया।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 39-40
  • मत्ती 23:23-39



बुधवार, 5 फ़रवरी 2020

सुनें



      मुझे सुननें में कठिनाई होती है – मेरे पिता कहा करते थे की मैं एक कान से बहरा हूँ और दूसरे से मुझे कम सुनता है। इसलिए मैं कानों में सुनने में सहायता करने वाले उपकरण लगा कर रखता हूँ। अधिकांशतः यह उपकरण अच्छा काम करते हैं; बस जब आस-पास बहुत शोर हो रहा हो तब वे सभी ध्वनियों को पकड़ लेते हैं और तब मैं अपने सामने वाले व्यक्ति की आवाज़ को सुन नहीं पाता हूँ।

      यही हमारे समाज में भी होता है; अनेकों प्रकार की कर्कश ध्वनियाँ, परमेश्वर की धीमी आवाज़ को दबा देती हैं। कवि, टी. एस. इलियट ने कहा, “शब्द कहाँ मिलेगा, शब्द कहाँ गूंजेगा? यहाँ नहीं, यहाँ पर पर्याप्त खामोशी नहीं है।”
      सौभाग्यवश, सुनने में सहायता करने वाले मेरे उपकरण में ऐसा इंतज़ाम है जिससे मैं शोर की ध्वनी को दबा सकता हूँ और केवल वही आवाज़ सुन सकता हूँ, जो मैं सुनना चाहता हूँ। उसी प्रकार से, हमारे चारों और के शोर के होते हुए भी, यदि हम अपने मानों को शांत करें, तो हम परमेश्वर की दबी हुई धीमी आवाज़ को सुनने पाएंगे (1 राजाओं 19:11-12)।

      परमेश्वर हम से प्रतिदिन बातें करता है, हमें हमारी व्याकुलताओं और लालसाओं में बुलाता है। वह हमें हमारे सबसे घोर दुखों में हमें शान्ति और सांत्वना देने, तथा हमारे सबसे बड़े आनन्द की अपूर्णता और असंतुष्टि में हमें परिपूर्णता प्रदान करने के लिए पुकारता है। परन्तु मुख्यतः परमेश्वर हम से अपने वचन बाइबल में होकर बातें करता है (1 थिस्सुलुनीकियों 2:13)। जब आप उसके वचन को लेकर पढ़ते हैं, तो आप उसकी आवाज़ को सुनते हैं। वह आप से इतना प्रेम करता है जितना आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं; और वह चाहता है कि आप उसकी सुनें कि वह आप से क्या कहना चाहता है। - डेविड एच. रोपर

परमेश्वर हम से अपने वचन में होकर बातें करता है, यदि हम सुनने के लिए समय निकालें।

इसलिये हम भी परमेश्वर का धन्यवाद निरन्‍तर करते हैं; कि जब हमारे द्वारा परमेश्वर के सुसमाचार का वचन तुम्हारे पास पहुंचा, तो तुम ने उस मनुष्यों का नहीं, परन्तु परमेश्वर का वचन समझकर (और सचमुच यह ऐसा ही है) ग्रहण किया: और वह तुम में जो विश्वास रखते हो, प्रभावशाली है। - 1 थिस्सुलुनीकियों 2:13

बाइबल पाठ: यूहन्ना 10:25-30
John 10:25 यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, कि मैं ने तुम से कह दिया, और तुम प्रतीति करते ही नहीं, जो काम मैं अपने पिता के नाम से करता हूं वे ही मेरे गवाह हैं।
John 10:26 परन्तु तुम इसलिये प्रतीति नहीं करते, कि मेरी भेड़ों में से नहीं हो।
John 10:27 मेरी भेड़ें मेरा शब्द सुनती हैं, और मैं उन्हें जानता हूं, और वे मेरे पीछे पीछे चलती हैं।
John 10:28 और मैं उन्हें अनन्त जीवन देता हूं, और वे कभी नाश न होंगी, और कोई उन्हें मेरे हाथ से छीन न लेगा।
John 10:29 मेरा पिता, जिसने उन्हें मुझ को दिया है, सब से बड़ा है, और कोई उन्हें पिता के हाथ से छीन नहीं सकता।
John 10:30 मैं और पिता एक हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 36-38
  • मत्ती 23:1-22



मंगलवार, 4 फ़रवरी 2020

महिमा



      परमेश्वर का वचन बाइबल हमें बताती है कि:
  • अपनी स्वाभाविक दशा में हम उस से रहित हैं (रोमियों 3:23)।
  • प्रभु यीशु उस का प्रकाश थे (इब्रानियों 1:3), और जिन्होंने उन्हें देखा था उन्होंने उस को भी देखा था (यूहन्ना 1:14)।
  • पुराने नियम में उस के तेज ने आराधना के तम्बू को भर दिया था (40:34-35), और उस ही की अगुवाई में इस्राएली कनान देश तक पहुंचे थे।
  • और हमें यह प्रतिज्ञा दी गई है कि समय के अंत में, स्वर्ग उस से प्रकाशमान होगा, और उस का तेज इतना प्रबल होगा कि वहां सूर्य की कोइ आवश्यकता नहीं होगी (प्रकाशितवाक्य 21:23)।


      उपरोक्त सभी कथनों में ‘उस’ क्या है? यह परमेश्वर की महिमा है, और अद्भुत है!

      समस्त बाइबल में हमें बताया गया है कि, परमेश्वर द्वारा रची गई इस धरती पर अपने निवास के समय के दौरान, हम परमेश्वर की अद्भुत और भव्य महिमा की झलक का आनन्द लेते रह सकते हैं। परमेश्वर की महिमा को उसके अस्तित्व का बाहरी प्रगटिकरण वर्णित किया गया है। क्योंकि हम परमेश्वर को नहीं देख सकते हैं, इसलिए उसने अपनी उपस्थिति और कार्यों के स्पष्ट दर्शन हमारे लिए सृष्टि के वैभव, हमारे उद्धार की महानता, और हमारे जीवनों में पवित्र आत्मा की उपस्थिति के द्वारा दिए हैं।

      आज, उसकी महानता के प्रमाण के लिए परमेश्वर की महिमा के खोजी बनें; आप उस महिमा को प्रकृति की सुन्दरता, किसी बच्चे की हंसी, तथा औरों के प्रेम में पाएंगे। आज भी परमेश्वर की महिमा पृथ्वी पर विद्यमान है। - डेव ब्रैनन

हम परमेश्वर की महिमा को देख सकते हैं और 
उसका आनन्द उठा सकते – अभी और अनन्तकाल में भी।

उसका महिमायुक्त नाम सर्वदा धन्य रहेगा; और सारी पृथ्वी उसकी महिमा से परिपूर्ण होगी। आमीन फिर आमीन। - भजन 72:19

बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य 21:1-3, 10-11, 23
Revelation 21:1 फिर मैं ने नये आकाश और नयी पृथ्वी को देखा, क्योंकि पहिला आकाश और पहिली पृथ्वी जाती रही थी, और समुद्र भी न रहा।
Revelation 21:2 फिर मैं ने पवित्र नगर नये यरूशलेम को स्वर्ग पर से परमेश्वर के पास से उतरते देखा, और वह उस दुल्हिन के समान थी, जो अपने पति के लिये सिंगार किए हो।
Revelation 21:3 फिर मैं ने सिंहासन में से किसी को ऊंचे शब्द से यह कहते सुना, कि देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है; वह उन के साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उन के साथ रहेगा; और उन का परमेश्वर होगा।
Revelation 21:10 और वह मुझे आत्मा में, एक बड़े और ऊंचे पहाड़ पर ले गया, और पवित्र नगर यरूशलेम को स्वर्ग पर से परमेश्वर के पास से उतरते दिखाया।
Revelation 21:11 परमेश्वर की महिमा उस में थी, ओर उस की ज्योति बहुत ही बहुमूल्य पत्थर, अर्थात बिल्लौर के समान यशब के समान स्‍वच्‍छ थी।
Revelation 21:23 और उस नगर में सूर्य और चान्‍द के उजाले का प्रयोजन नहीं, क्योंकि परमेश्वर के तेज से उस में उजाला हो रहा है, और मेम्ना उसका दीपक है।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 34-35
  • मत्ती 22:23-46



सोमवार, 3 फ़रवरी 2020

शब्द



      कभी-कभी हमारे जीवन किसी के प्रबल प्रभाव के द्वारा पल भर में बदल सकते हैं। रॉक एंड रोल के प्रसिद्द कलाकार ब्रूस स्प्रिंग्सटीन के लिए, ऐसा संगीत कलाकारों के कार्य के द्वारा हुआ, जिनकी सहायता से वह एक कठिन बचपन और हताशा से लगातार संघर्ष से ऊपर उठ सका। उसे अपने ही कार्य से प्रोत्साहन मिला, जब उसने इस सत्य का स्वयं व्यावाहारिक अनुभव किया कि “आप किसी सही गाने के द्वारा तीन मिनिट में किसी का जीवन बदल सकते हैं।”

      एक अर्थपूर्ण गाने के समान, औरों के अच्छे शब्द हमें आशा दे सकते हैं, और हमारे जीवनों की दिशा बदल सकते हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि हम में से अधिकाँश के पास ऐसे लोगों से संबंधित कहानियां होंगी जिनके साथ हुए किसी वार्तालाप ने हमारे जीवनों पर स्थाई प्रभाव डाला – किसी शिक्षक के शब्द जिनसे हमने संसार के प्रति अपने दृष्टिकोण को बदला, किसी के द्वारा कहे गए प्रोत्साहन के शब्द जिनसे हमने अपने आत्मविश्वास को पुनः प्राप्त किया, किसी मित्र के कोमल शब्द जिन्होंने हमें किसी कठिन समय में सहायता प्रदान की।

      संभवतः इसीलिए, परमेश्वर के वचन बाइबल में नीतिवचन की पुस्तक में इतना बल दिया गया है कि हम अपने शब्दों को नाप-तौल कर तथा बुद्धिमानी के साथ प्रयोग करें। पवित्र-शास्त्र कभी भी वार्तालाप को यूं ही की गई “बातचीत” नहीं मानता है। वरन, हमें सिखाया गया है कि शब्दों के मृत्यु और जीवन के परिणाम हो सकते हैं (18:21)। थोड़े शब्दों से हम किसी की आत्मा को कुचल सकते हैं, या बुद्धि और आशा के शब्दों के साथ औरों का मनोबल बढ़ा कर उन्हें दृढ़ कर सकते हैं (15:4)।

      हम सभी के पास प्रभावी संगीत बनाने का कौशल नहीं है। परन्तु हम में से प्रत्येक परमेश्वर से यह बुद्धिमता माँग सकता है कि अपने शब्दों के द्वारा औरों की सेवा कर सकें (यशायाह 50:4)। परमेश्वर हमें, थोड़े से चुनिन्दा शब्दों के सही प्रयोग द्वारा, औरों के जीवनों को बदलने के लिए उपयोग कर सकता है। - मोनिका ब्रैंड्स

परमेश्वर ने हमें सक्षम किया है कि हम अपने 
शब्दों और व्यवहार के द्वारा औरों के जीवनों को प्रभावित कर सकें।

प्रभु यहोवा ने मुझे सीखने वालों की जीभ दी है कि मैं थके हुए को अपने वचन के द्वारा संभालना जानूं। भोर को वह नित मुझे जगाता और मेरा कान खोलता है कि मैं शिष्य के समान सुनूं। - यशायाह 50:4

बाइबल पाठ: नीतिवचन 15:4; 16:24; 18:21
Proverbs 15:4 शान्ति देने वाली बात जीवन-वृक्ष है, परन्तु उलट फेर की बात से आत्मा दु:खित होती है।
Proverbs 16:24 मन भावने वचन मधु भरे छते की नाईं प्राणों को मीठे लगते, और हड्डियों को हरी-भरी करते हैं।
Proverbs 18:21 जीभ के वश में मृत्यु और जीवन दोनों होते हैं, और जो उसे काम में लाना जानता है वह उसका फल भोगेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 31-33
  • मत्ती 22:1-22



रविवार, 2 फ़रवरी 2020

अवसर



      अनेकों लोगों के समान मैं भी व्यायाम करने से कतराता हूँ। इसलिए हाल ही में मैंने अपने आप को व्यायाम के लिए प्रोत्साहित करने के लिए पेडोमीटर नामक एक उपकरण ले लिया, जो मेरे द्वारा कदमों के प्रयोग की गिनती करता रहता है। यह एक साधारण सा उपकरण है, परन्तु इस छोटे से उपकरण ने मेरे जीवन में जो परिवर्तन किया है वह अद्भुत है। अब सोफा से उतरकर कुछ काम करना हो तो उसके लिए खिसियाने और कुड़कुड़ाने के स्थान पर मैं उसे कुछ और क़दमों की गिनती बढ़ाने का अवसर देखता हूँ। उबाऊ और साधारण से काम करना, जैसे कि किसी के लिए एक ग्लास पानी लाकर देना, अब मेरे लिए अवसर हैं एक बड़े लक्ष्य तक पहुँचने में योगदान के लिए। मेरे पेडोमीटर ने मेरे दृष्टिकोण और उत्साह को बदल दिया है। अब मैं उन अवसरों की तलाश में रहता हूं जिनसे मुझे कदमों की गिनती बढ़ाने का कारण मिलेगा।

      क्या हमारा मसीही जीवन भी कुछ इसी के समान नहीं है? प्रतिदिन हमारे पास लोगों से मिलने, उनसे प्रेम करने, उनकी सेवा करने के अवसर होते हैं, जैसा कि परमेश्वर के वचन बाइबल में, कुलुस्सियों 4:5 में प्रेरित पौलुस कहता है। परन्तु क्या मैं सदा उन अवसरों के प्रति सजग रहता हूँ? क्या मैं साधारण सी बातों में भी लोगों को प्रोत्साहित करने के अवसर ढूँढ़ता हूँ? मैं जितने भी लोगों के संपर्क में आता हूँ, परमेश्वर उन सभी के जीवनों में भी कार्यरत है, वे चाहे मेरे परिवार जन हों या फिर किसी दुकान में काम करने वाला कोई कर्मचारी हो। प्रत्येक संपर्क मेरे लिए एक अवसर है इसका ध्यान करने का कि ऐसे में प्रभु परमेश्वर क्या करता – चाहे वह एक “छोटी” सी बात, जैसे कि रेस्टोरां के वेटर से उसका हाल-चाल पूछना ही क्यों न हो।

      कौन जाने कि ऐसे अवसरों में परमेश्वर क्या कार्य कर जाए, जब हम उन अवसरों के प्रति सचेत रहते हैं, जो वह हमारी ओर भेजता है। - एडम होल्ज़

किसी की सेवा करने के प्रत्येक अवसर का सदुपयोग करें।

पहुनाई करना न भूलना, क्योंकि इस के द्वारा कितनों ने अनजाने स्‍वर्गदूतों की पहुनाई की है। - इब्रानियों 13:2

बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 4:1-6
Colossians 4:1 हे स्‍वामियों, अपने अपने दासों के साथ न्याय और ठीक ठीक व्यवहार करो, यह समझकर कि स्वर्ग में तुम्हारा भी एक स्‍वामी है।
Colossians 4:2 प्रार्थना में लगे रहो, और धन्यवाद के साथ उस में जागृत रहो।
Colossians 4:3 और इस के साथ ही साथ हमारे लिये भी प्रार्थना करते रहो, कि परमेश्वर हमारे लिये वचन सुनाने का ऐसा द्वार खोल दे, कि हम मसीह के उस भेद का वर्णन कर सकें जिस के कारण मैं कैद में हूं।
Colossians 4:4 और उसे ऐसा प्रगट करूं, जैसा मुझे करना उचित है।
Colossians 4:5 अवसर को बहुमूल्य समझ कर बाहर वालों के साथ बुद्धिमानी से बर्ताव करो।
Colossians 4:6 तुम्हारा वचन सदा अनुग्रह सहित और सलोना हो, कि तुम्हें हर मनुष्य को उचित रीति से उत्तर देना आ जाए।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 29-30
  • मत्ती 21:23-46