ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें : rozkiroti@gmail.com / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

गुरुवार, 13 मई 2021

लालसा

 

          पुर्तगाली भाषा में फेरनानडो पेस्सोआ की कविता, “ओडे मारीटीमा” में एक पंक्ति है, “आह, हर घाट, पत्थर में एक लालसा है।” कवि उन भावनाओं के बारे में कह रहा था जो जहाज़ के घाट से विदा होने पर उठती हैं। वह जहाज़ चला जाता है, किन्तु घाट के पत्थर वहीं रह जाते हैं, उन आशाओं, सपनों, बिछड़ने, और लालसाओं की स्मृतियों के रूप में, जो जहाज़ और उसमें विदा हुए प्रिय जनों के जाने से पीछे रह जाती हैं। हम उसके लिए लालसा करते और दुखी होते हैं जो अब साथ नहीं है, और न ही जिस तक हम अब पहुँच सकते हैं।

          जिस पुर्तगाली भाषा के शब्द का अनुवाद “लालसा” किया गया है, वह बिछड़ने के उस गहरे दुःख को प्रकट करता है, जिसका वर्णन नहीं किया जा सकता है। कवि अवर्णनीय का वर्णन करने का प्रयास कर रहा है।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में मूसा के जीवन के लिए हम कह सकते हैं कि नबो पहाड़ मूसा के लिए “पत्थर में लालसा” था। नबो पहाड़ पर से, देहांत से ठीक पहले, परमेश्वर ने उसे उस वाचा किए हुए देश को दिखाया – उस देश को जिसमें वह अपने देह में प्रवेश नहीं कर सकता था। परमेश्वर ने मूसा से कहा था,मैं ने इस को तुझे साक्षात दिखला दिया है, परन्तु तू पार हो कर वहां जाने न पाएगा” (पद 4); हो सकता है कि परमेश्वर के बात हमें कुछ अधिक कठोर प्रतीत हो। अगर यही हमारा दृष्टिकोण है तो हम उसे नहीं समझ पा रहे हैं जो परमेश्वर मूसा से कह रहा था। परमेश्वर मूसा को दिलासा दे रहा था,जिस देश के विषय में मैं ने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब से शपथ खाकर कहा था, कि मैं इसे तेरे वंश को दूंगा वह यही है” (पद 4)। शीघ्र ही मूसा नबो से कूच करके, कनान से भी उत्तम स्थान में, परमेश्वर के पास जाने वाला था (पद 5)।

          हम अकसर जीवन के किसी घाट पर खड़े होते हैं। प्रिय जन चले जाते हैं; आशा धूमिल हो जाती है; सपने समाप्त हो जाते हैं; बस उन से संबंधित लालसाएँ रह जाती हैं। लेकिन हम मसीही विश्वासियों के लिए यही अन्त नहीं है। हमारी लालसाएँ हमें परमेश्वर की ओर इंगित करती हैं; वह ही हमारी वो परिपूर्णता है जिसकी हम लालसा रखते हैं। - टिम गुस्ताफसन

 

मेरे जीवन की सबसे मधुर बात मेरी लालसा रही है – पहाड़ पर पहुँचूं, 

उस को प्राप्त करूँ जिससे समस्त सुन्दरता आती है – सी. एस. ल्युईस


मुझे तो निश्चय है, कि मेरा छुड़ाने वाला जीवित है, और वह अन्त में पृथ्वी पर खड़ा होगा। और अपनी खाल के इस प्रकार नाश हो जाने के बाद भी, मैं शरीर में हो कर ईश्वर का दर्शन पाऊंगा। - अय्यूब 19:25-26

बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 34:1-5

व्यवस्थाविवरण 34:1 फिर मूसा मोआब के अराबा से नबो पहाड़ पर, जो पिसगा की एक चोटी और यरीहो के सामने है, चढ़ गया; और यहोवा ने उसको दान तक का गिलाद नाम सारा देश,

व्यवस्थाविवरण 34:2 और नप्ताली का सारा देश, और एप्रैम और मनश्शे का देश, और पच्छिम के समुद्र तक का यहूदा का सारा देश,

व्यवस्थाविवरण 34:3 और दक्खिन देश, और सोअर तक की यरीहो नाम खजूर वाले नगर की तराई, यह सब दिखाया।

व्यवस्थाविवरण 34:4 तब यहोवा ने उस से कहा, जिस देश के विषय में मैं ने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब से शपथ खाकर कहा था, कि मैं इसे तेरे वंश को दूंगा वह यही है। मैं ने इस को तुझे साक्षात दिखला दिया है, परन्तु तू पार हो कर वहां जाने न पाएगा।

व्यवस्थाविवरण 34:5 तब यहोवा के कहने के अनुसार उसका दास मूसा वहीं मोआब देश में मर गया

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 17-18
  • यूहन्ना 3:19-36

बुधवार, 12 मई 2021

प्रेम

 

          उन्नीस वर्ष की होने के तुरंत बाद, मैं अपनी माँ और घर से सात सौ मील दूर के एक स्थान पर जा कर काम करने और रहने लगी थी। यह तब की बात है जब न तो पेजर और न ही सेल-फोन थे; मैं प्रतिदिन माँ से साधारण लैंड-लाइन फोन के द्वारा बात किया करती थी। एक प्रातः, मुझे कुछ काम करने के लिए घर से सामान्य से जल्दी जाना पड़ा, और नियोजित समय पर मैं माँ से बात नहीं कर सकी। उस संध्या, मेरे घर पर दो पुलिसकर्मी मेरा हाल-चाल पूछने के लिए आ गए। माँ मेरे कुशल के लिए दिन भर चिंतित बनी रही थी; और बार बार मुझे फोन करती किन्तु हर बार उसे मेरे फोन के व्यस्त होने की ध्वनि ही सुनने को मिलती। अन्ततः माँ ने स्थानीय पुलिस सेवा की सहायता ली, और उन्हें बलपूर्वक कहा की वे जाकर देखें कि मैं ठीक हूँ कि नहीं। मेरे कुशल को पता करने के बाद, जाते हुए एक पुलिसकर्मी ने मुझ से कहा, “यह बहुत बड़ी आशीष है कि प्रेम तुम्हें ढूँढने से रुका नहीं।”

          उनके जाने के बाद जब माँ को फोन करने के लिए मैं फोन पर पहुँची, तो मुझे कारण का पता चला; गलती से मैंने फोन के हैंडल को ठीक से नहीं रखा था, और इस कारण वह व्यस्त होने की ध्वनि दे रहा था। मैंने माँ से बात की, उनसे क्षमा माँगी; और उन्होंने मेरे हाल-चाल जानने, मुझे सुरक्षित पाने के पश्चात कहा कि अब उन्हें यह भला समाचार शेष सभी परिवार जनों को भी बताना है – क्योंकि उन्होंने सबसे कह दिया था कि मुझे कुछ हो गया है, मैं कहीं गायब हो गई हूँ! फोन बन्द कर के रखते समय मैं सोचने लगी, कि क्या माँ की यह प्रतिक्रिया आवश्यकता से कुछ अधिक नहीं थी? किन्तु फिर भी इस एहसास ने कि मुझ से इतना प्रेम किया जाता है, एक अच्छी सी अनुभूति दी।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में परमेश्वर का बहुत सुन्दर चित्रण किया गया है – परमेश्वर प्रेम है; निरंतर प्रेम करता है, और अपने भटकने वाले बच्चों को अपने पास बुलाने और साथ रखने के निरंतर प्रयास करता रहता है। एक अच्छे चरवाहे के समान, वह अपनी प्रत्येक खोई हुई भेड़ की चिंता करता है, और उसे खोज कर निकाल कर ले कर आता है। इस प्रकार वह दिखता है कि हम उसके लिए कितने अमूल्य हैं, और वह एक को भी अपने से अलग नहीं होने दे सकता है (लूका 15:1-7)।

          परमेश्वर जो प्रेम है, अपने इस प्रेम के अंतर्गत हमेशा हम पर अपनी दृष्टि बनाए रखता है। यदि हम उससे दूर कहीं भटक जाएँ, तो जब तक हम लौट कर उसके पास वापस आ नहीं जाते हैं, वह हमें खोजता और पुकारता ही रहता है। उसके इस अद्भुत प्रेम के बारे में हमें औरों को भी बताना है, जिससे वो भी उसके इस प्रेम का अनुभव करें, और उसके साथ अनन्त आशीष के संबंध में जुड़ जाएँ। - सोहचील डिक्सन

 

प्रभु परमेश्वर, आपके इस अद्भुत प्रेम, देखभाल, और सुरक्षा के लिए बहुत धन्यवाद।


देखो पिता ने हम से कैसा प्रेम किया है, कि हम परमेश्वर की सन्तान कहलाएं, और हम हैं भी: इस कारण संसार हमें नहीं जानता, क्योंकि उसने उसे भी नहीं जाना। - 1 यूहन्ना 3:1

बाइबल पाठ: लूका 15:1-7

लूका 15:1 सब चुंगी लेने वाले और पापी उसके पास आया करते थे ताकि उस की सुनें।

लूका 15:2 और फरीसी और शास्त्री कुड़कुड़ा कर कहने लगे, कि यह तो पापियों से मिलता है और उन के साथ खाता भी है।

लूका 15:3 तब उसने उन से यह दृष्टान्त कहा।

लूका 15:4 तुम में से कौन है जिस की सौ भेड़ें हों, और उन में से एक खो जाए तो निन्यानवे को जंगल में छोड़कर, उस खोई हुई को जब तक मिल न जाए खोजता न रहे?

लूका 15:5 और जब मिल जाती है, तब वह बड़े आनन्द से उसे कांधे पर उठा लेता है।

लूका 15:6 और घर में आकर मित्रों और पड़ोसियों को इकट्ठे कर के कहता है, मेरे साथ आनन्द करो, क्योंकि मेरी खोई हुई भेड़ मिल गई है।

लूका 15:7 मैं तुम से कहता हूं; कि इसी रीति से एक मन फिराने वाले पापी के विषय में भी स्वर्ग में इतना ही आनन्द होगा, जितना कि निन्यानवे ऐसे धर्मियों के विषय नहीं होता, जिन्हें मन फिराने की आवश्यकता नहीं।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 15-16
  • यूहन्ना 3:1-18

मंगलवार, 11 मई 2021

सही समय

 

          मेरे स्नातक होने से पूर्व के अध्ययन और स्नातक होने के अध्ययन के मध्य के गर्मी के अवकाश के समय में मेरी चिंता दिन-प्रति-दिन बढ़ती जा रही थी। मेरी प्रवृत्ति है कि सब कुछ पहले से नियोजित कर के, उसे योजनाबद्ध रीति से किया जाए। और अब अपने राज्य के बाहर जाकर अध्ययन को आगे बढ़ाना, और खर्चे के लिए हाथ में कोई नौकरी न होना, मुझे परेशान कर रहा था। लेकिन उस गर्मियों के अवकाश के समय जो कार्य मैं कर रही थी, उसे पूरा करने से कुछ ही दिन पहले, मुझे कम्पनी की ओर से कहा गया कि मैं उस कार्य को ज़ारी रख सकती हूँ, उसे इंटरनेट के माध्यम से करती रह सकती हूँ। मैंने उनके इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया, और मुझे इससे यह शान्ति भी मिली कि परमेश्वर मेरी देखभाल कर रहा है।

          परमेश्वर ने मेरे लिए उपलब्ध करवाया, लेकिन अपने समय के अनुसार, न कि मेरे समय और मेरी इच्छा के अनुसार। परमेश्वर के वचन बाइबल में अब्राहम ने इससे भी कहीं अधिक कठिन परिस्थिति का सामना किया था, अपने पुत्र इसहाक को लेकर। परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि अपने बेटे इसहाक को लेकर मोरिय्याह पहाड़ पर जाए, और वहाँ पर उसे बलिदान कर दे (उत्पत्ति 22:1-2)। अब्राहम ने बिना किसी संकोच के परमेश्वर की बात को स्वीकार कर लिया, और इसहाक को लेकर वहाँ चला गया। उसे वहाँ पहुँचने के लिए तीन दिन की यात्रा करनी पड़ी, जिसके दौरान उसके पास सारी परिस्थिति पर फिर से विचार करने और अपना निर्णय बदलने का पर्याप्त समय था, परन्तु उसने ऐसा नहीं किया (पद 3-4)।

          जब इसहाक में बलि के लिए पशु के बारे में प्रश्न किया तो अब्राहम ने उत्तर दिया “हे मेरे पुत्र, परमेश्वर होमबलि की भेड़ का उपाय आप ही करेगा” (पद 8)। मैं सोचती हूँ कि हर कदम पर क्या अब्राहम की चिंता भी बढ़ती गई होगी? क्या इसहाक को बांधकर लकड़ियों पर लेटाने, उसे मारने के लिए चाकू को हाथ में ऊपर उठाने – क्या हर गाँठ को बाँधने, चाकू को उठाते जाने – सभी के साथ उसकी चिंता बढ़ती गई होगी (पद 9-10)? उसे कितनी राहत मिली होगी जब स्वर्गदूत ने उसे रोका (पद 11-12)। परमेश्वर ने बलिदान के लिए भेड़ का भी प्रयोजन करके दिया – झाड़ियों में फँसा हुआ एक मेढ़ा प्रदान किया (पद 13)।

          परमेश्वर ने अब्राहम के विश्वास की परीक्षा की, और वह परीक्षा में खरा निकला। बिलकुल सही समय पर, परमेश्वर ने उपलब्ध भी करवा कर दिया। हमारा प्रभु परमेश्वर हमारी प्रत्येक आवश्यकता को जानता है, और उसे पता वह सही समय पता है जब उसे पूरा करना है। - जूली श्वाब

 

प्रभु आपके प्रयोजनों के लिए धन्यवाद; आप सही समय पर उपलब्ध करवाते हैं।


इसलिये परमेश्वर के बलवन्‍त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। - 1 पतरस 5:6

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 22:1-14

उत्पत्ति 22:1 इन बातों के पश्चात ऐसा हुआ कि परमेश्वर ने, अब्राहम से यह कहकर उसकी परीक्षा की, कि हे अब्राहम: उसने कहा, देख, मैं यहां हूं।

उत्पत्ति 22:2 उसने कहा, अपने पुत्र को अर्थात अपने एकलौते पुत्र इसहाक को, जिस से तू प्रेम रखता है, संग ले कर मोरिय्याह देश में चला जा, और वहां उसको एक पहाड़ के ऊपर जो मैं तुझे बताऊंगा होमबलि कर के चढ़ा।

उत्पत्ति 22:3 सो अब्राहम बिहान को तड़के उठा और अपने गदहे पर काठी कसकर अपने दो सेवक, और अपने पुत्र इसहाक को संग लिया, और होमबलि के लिये लकड़ी चीर ली; तब कूच कर के उस स्थान की ओर चला, जिसकी चर्चा परमेश्वर ने उस से की थी।

उत्पत्ति 22:4 तीसरे दिन अब्राहम ने आंखें उठा कर उस स्थान को दूर से देखा।

उत्पत्ति 22:5 और उसने अपने सेवकों से कहा गदहे के पास यहीं ठहरे रहो; यह लड़का और मैं वहां तक जा कर, और दण्डवत कर के, फिर तुम्हारे पास लौट आऊंगा।

उत्पत्ति 22:6 सो अब्राहम ने होमबलि की लकड़ी ले अपने पुत्र इसहाक पर लादी, और आग और छुरी को अपने हाथ में लिया; और वे दोनों एक साथ चल पड़े।

उत्पत्ति 22:7 इसहाक ने अपने पिता अब्राहम से कहा, हे मेरे पिता; उसने कहा, हे मेरे पुत्र, क्या बात है उसने कहा, देख, आग और लकड़ी तो हैं; पर होमबलि के लिये भेड़ कहां है?

उत्पत्ति 22:8 अब्राहम ने कहा, हे मेरे पुत्र, परमेश्वर होमबलि की भेड़ का उपाय आप ही करेगा।

उत्पत्ति 22:9 सो वे दोनों संग संग आगे चलते गए। और वे उस स्थान को जिसे परमेश्वर ने उसको बताया था पहुंचे; तब अब्राहम ने वहां वेदी बनाकर लकड़ी को चुन चुनकर रखा, और अपने पुत्र इसहाक को बान्ध के वेदी पर की लकड़ी के ऊपर रख दिया।

उत्पत्ति 22:10 और अब्राहम ने हाथ बढ़ाकर छुरी को ले लिया कि अपने पुत्र को बलि करे।

उत्पत्ति 22:11 तब यहोवा के दूत ने स्वर्ग से उसको पुकार के कहा, हे अब्राहम, हे अब्राहम; उसने कहा, देख, मैं यहां हूं।

उत्पत्ति 22:12 उसने कहा, उस लड़के पर हाथ मत बढ़ा, और न उस से कुछ कर: क्योंकि तू ने जो मुझ से अपने पुत्र, वरन अपने एकलौते पुत्र को भी, नहीं रख छोड़ा; इस से मैं अब जान गया कि तू परमेश्वर का भय मानता है।

उत्पत्ति 22:13 तब अब्राहम ने आँखें उठाई, और क्या देखा, कि उसके पीछे एक मेढ़ा अपने सींगो से एक झाड़ी में फँसा हुआ है: सो अब्राहम ने जा कर उस मेंढ़े को लिया, और अपने पुत्र के स्थान पर होमबलि कर के चढ़ाया।

उत्पत्ति 22:14 और अब्राहम ने उस स्थान का नाम यहोवा यिरे रखा: इसके अनुसार आज तक भी कहा जाता है, कि यहोवा के पहाड़ पर उपाय किया जाएगा।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 13-14
  • यूहन्ना 2

सोमवार, 10 मई 2021

मित्र

 

          उसके पति के देहांत के बाद से बेट्सी अपने अधिकांश दिन अपने घर में अकेले ही बिताती है, टेलीविज़न देखने में या अपने लिए चाय बनाने में अपना समय बिताती है। इस एकाकीपन में वह अकेली नहीं है। अनुमान है कि ब्रिटेन की आबादी के लगभग पंद्रह प्रतिशत से अधिक लोग यह कहते हैं कि वे अपने को अधिकांशतः या हमेशा अकेला अनुभव करते हैं। इस कारण ब्रिटेन की सरकार ने इस अकेलेपन के कारण और उनका निवारण ढूँढने के लिए एक मंत्री को भी नियुक्त किया है।

          अकेलेपन के कुछ कारण तो सबको पता हैं: हम एक से दूसरे स्थान घर बदलते रहते हैं, और कहीं जड़ें नहीं जमाने पाते हैं। कुछ लोगों को लगता है कि वे अपनी देखभाल स्वयं कर सकते हैं, और उन्हें किसी की ओर हाथ बढ़ाने की कोई आवश्यकता अनुभव नहीं होती है। बहुतेरों को आधुनिक तकनीकी और उपकरणों ने वश में कर रखा है, और वे अपने फोन या कंप्यूटर या टी.वी. को ही देखते रहते हैं। सभी के पास अपने अकेलेपन के अपने ही कारण हैं।

          मुझे इस अकेलेपन के अन्धकार का खतरा अनुभव होता है, और हो सकता है कि आपको भी होता हो। इसीलिए हमें मित्रों की आवश्यकता है; हम मसीही विश्वासियों को अन्य मसीही विश्वासियों की संगति और मित्रता आवश्यक है। परमेश्वर के वचन बाइबल में इब्रानियों की पत्री में, प्रभु यीशु के बलिदान की चर्चा का समापन हमें एक दूसरे के साथ मिलते रहने और निरंतर संगति रखने के निर्देश के साथ होता है (10:25)। हम सभी मसीही विश्वासी परमेश्वर के परिवार का अंग हैं, इसलिए हमें भाई-बहनों के समान परस्पर प्रेम दिखाना चाहिए और अजनबियों के प्रति अतिथि-सत्कार की भावना रखनी चाहिए (13:1-2)। यदि हम सभी प्रयास करें, तो हम सभी को एक-दूसरे की देखभाल और संगति के आनन्द का अनुभव भी होगा।

          हो सकता है कि अकेले रहने वाले लोग हमारी इस कृपा का प्रत्युत्तर न देने पाएँ, परन्तु कृपा न करने का यह कोई कारण नहीं है। हमारे प्रभु यीशु ने हमसे वायदा किया है कि वह हमें कभी नहीं छोड़ेगा या त्यागेगा (13:5), इसलिए हमें भी यही तत्परता औरों के साथ दिखानी चाहिए। जैसे वह हर समय, हर बात के लिए, हर परिस्थिति में, हमारा मित्र बनकर हमारे साथ बना रहता है, वैसे ही हम भी औरों के मित्र बनें, उनके साथ निरंतर संगति बनाए रखें। यदि आप स्वयं अकेले हैं, तो भी परमेश्वर के परिवार के अन्य सदस्यों के साथ संपर्क और संगति बनाए रखने, उनके सहायक बनने के तरीके ढूँढें। मसीह यीशु को अपना मित्र बना लें; उसकी मित्रता और आशीषें न केवल इस जीवन में, वरन परलोक में भी सदा साथ रहती हैं। - माइक व्हिटमर

 

अकेलेपन का समाधान परमेश्वर के परिवार का सक्रिय सदस्य होना है।


और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो। - इब्रानियों 10:25

बाइबल पाठ: इब्रानियों 13:1-8

इब्रानियों 13:1 भाईचारे की प्रीति बनी रहे।

इब्रानियों 13:2 पहुनाई करना न भूलना, क्योंकि इस के द्वारा कितनों ने अनजाने स्‍वर्गदूतों की पहुनाई की है।

इब्रानियों 13:3 कैदियों की ऐसी सुधि लो, कि मानो उन के साथ तुम भी कैद हो; और जिन के साथ बुरा बर्ताव किया जाता है, उन की भी यह समझकर सुधि लिया करो, कि हमारी भी देह है।

इब्रानियों 13:4 विवाह सब में आदर की बात समझी जाए, और बिछौना निष्कलंक रहे; क्योंकि परमेश्वर व्यभिचारियों, और परस्त्रीगामियों का न्याय करेगा।

इब्रानियों 13:5 तुम्हारा स्वभाव लोभरहित हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा।

इब्रानियों 13:6 इसलिये हम बेधड़क हो कर कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है।

इब्रानियों 13:7 जो तुम्हारे अगुवे थे, और जिन्होंने तुम्हें परमेश्वर का वचन सुनाया है, उन्हें स्मरण रखो; और ध्यान से उन के चाल-चलन का अन्त देखकर उन के विश्वास का अनुकरण करो।

इब्रानियों 13:8 यीशु मसीह कल और आज और युगानुयुग एक सा है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 10-12
  • यूहन्ना 1:29-51

रविवार, 9 मई 2021

सहायक

 

          हम दर्शकों के स्थान में बैठे हुए हमारी बेटी के बास्केटबाल खेल को देख रहे थे; खेल के दौरान उनके प्रशिक्षक ने एक शब्द कहा “डबल्स” (दो एक साथ)। यह सुनते ही तुरंत ही उनकी टीम की सुरक्षा रणनीति परिवर्तित हो गई, और उनके प्रतिरोधियों की सबसे लम्बे खिलाड़ी, जिसके पास गेंद थी, का सामना करने के लिए एक के स्थान पर अब दो खिलाड़ी आ गए। उन दोनों के आ जाने से वह प्रतिरोधी खिलाड़ी बॉल को सही दिशा में फेंक कर अंक नहीं बनाने पाई, और बॉल हमारी बेटी की टीम के हाथों में आ गई।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में जब सभोपदेशक का लेखक सुलैमान, इस संसार की कठिनाइयों और हताशाओं का सामना करता है, तब वह भी इस बात को मान लेता है कि परिश्रम के समय यदि कोई सहायक साथ हो तो परिश्रम से अच्छा परिणाम मिलता है (4:9)। जब कोई अकेला ही परिस्थितियों का सामना कर रहा होता है तो उसके पराजित होने की संभावना अधिक होती है; किन्तु यदि दो एक साथ हों तो वे अपने आप को बचा सकते हैं (पद 12)। यदि कोई मित्र हमारे साथ हो, तो वह हमें गिरने से बचा सकता है (पद 10)।

          सुलैमान के शब्द हमें प्रोत्साहित करते हैं कि अपनी जीवन यात्रा में किसी के मित्र, किसी के सहायक बनें; या किसी को अपनी सहायता के लिए साथ लिए चलें, जिससे हमें अकेले ही समस्याओं से जूझना न पड़े। किन्तु यह करने के लिए हम में से कुछ को अपने आप को इस प्रकार से खुला और उपलब्ध करवाना होगा, जैसा औरों के साथ होने से हम संकोच करते हैं और इस कारण अपने ही अंदर सीमित रहते हैं। लेकिन हम में से कुछ ऐसे भी हैं जो अपने साथ घनिष्ठता चाहते हैं, उन्हें लालसा रहते है कि लोग उनके संपर्क में आएँ और संगति करें, जिन से फिर वो अपने मन की बातों को बाँट सकें। कारण चाहे कुछ भी हो, हमें सहायता देने और सहायता लेने से संकोच नहीं करना चाहिए।

          उस बास्केटबॉल प्रशिक्षक की रणनीति वही थी जो सुलैमान की थी – अपने साथ सहायक ले लेना, जिससे चाहे खेल का स्थान हो या जीवन का मैदान हो, हमारे साथ हमें संभालने के लिए एक सहायक हो। हम अपने प्रभु परमेश्वर के धन्यवादी बने रहें कि वह हमारे जीवनों में सहायक खड़े करता है, और स्वयं भी हमारा सहायक बनकर हमारे साथ रहता है, तथा उसने हमारे सहायक के रूप में पवित्र आत्मा को हम मसीही विश्वासियों में बसाया है। - कर्स्टन होल्मबर्ग

 

प्रभु परमेश्वर जीवन के संघर्षों में आप हमारे सहायक बनें और हमें औरों के सहायक बनाएँ।


और मैं पिता से बिनती करूंगा, और वह तुम्हें एक और सहायक देगा, कि वह सर्वदा तुम्हारे साथ रहे। अर्थात सत्य का आत्मा, जिसे संसार ग्रहण नहीं कर सकता, क्योंकि वह न उसे देखता है और न उसे जानता है: तुम उसे जानते हो, क्योंकि वह तुम्हारे साथ रहता है, और वह तुम में होगा। - यूहन्ना 14:16-17

बाइबल पाठ: सभोपदेशक 4:1-12

सभोपदेशक 4:1 तब मैं ने वह सब अन्धेर देखा जो संसार में होता है। और क्या देखा, कि अन्धेर सहने वालों के आंसू बह रहे हैं, और उन को कोई शान्ति देने वाला नहीं! अन्धेर करने वालों के हाथ में शक्ति थी, परन्तु उन को कोई शान्ति देने वाला नहीं था।

सभोपदेशक 4:2 इसलिये मैं ने मरे हुओं को जो मर चुके हैं, उन जीवतों से जो अब तक जीवित हैं अधिक सराहा;

सभोपदेशक 4:3 वरन उन दोनों से अधिक सुभागी वह है जो अब तक हुआ ही नहीं, न ये बुरे काम देखे जो संसार में होते हैं।

सभोपदेशक 4:4 तब मैंने सब परिश्रम के काम और सब सफल कामों को देखा जो लोग अपने पड़ोसी से जलन के कारण करते हैं। यह भी व्यर्थ और मन का कुढ़ना है।

सभोपदेशक 4:5 मूर्ख छाती पर हाथ रखे रहता और अपना मांस खाता है।

सभोपदेशक 4:6 चैन के साथ एक मुट्ठी उन दो मुट्ठियों से अच्छा है, जिनके साथ परिश्रम और मन का कुढ़ना हो।

सभोपदेशक 4:7 फिर मैं ने धरती पर यह भी व्यर्थ बात देखी।

सभोपदेशक 4:8 कोई अकेला रहता और उसका कोई नहीं है; न उसके बेटा है, न भाई है, तौभी उसके परिश्रम का अन्त नहीं होता; न उसकी आंखें धन से सन्तुष्ट होती हैं, और न वह कहता है, मैं किस के लिये परिश्रम करता और अपने जीवन को सुख रहित रखता हूं? यह भी व्यर्थ और निरा दु:ख भरा काम है।

सभोपदेशक 4:9 एक से दो अच्छे हैं, क्योंकि उनके परिश्रम का अच्छा फल मिलता है।

सभोपदेशक 4:10 क्योंकि यदि उन में से एक गिरे, तो दूसरा उसको उठाएगा; परन्तु हाय उस पर जो अकेला हो कर गिरे और उसका कोई उठाने वाला न हो।

सभोपदेशक 4:11 फिर यदि दो जन एक संग सोए तो वे गर्म रहेंगे, परन्तु कोई अकेला क्योंकर गर्म हो सकता है?

सभोपदेशक 4:12 यदि कोई अकेले पर प्रबल हो तो हो, परन्तु दो उसका सामना कर सकेंगे। जो डोरी तीन तागे से बटी हो वह जल्दी नहीं टूटती।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 7-9
  • यूहन्ना 1:1-28

शनिवार, 8 मई 2021

भरोसा


          मेसाचुसेट्स के बोस्टन शहर में एक पट्टिका लगी है जिस पर लिखा है “Crossing the Bowl of Tears” (आँसुओं का कटोरा पार करना)। यह उन लोगों की स्मृति में लगाई गई है जिन्होंने सन 1840 के अन्त के समय आयरलैंड में आए भयंकर अकाल से बचने के लिए अटलांटिक महासागर को पार करने का जोखिम उठाया। अकाल की इस भयानक त्रासदी में दस लाख से अधिक लोग मारे गए, और उतने ही लोगों ने घर-बार छोड़कर, खतरनाक हालात में महासागर पार करने का जोखिम उठाया। भूख और दुःख के कारण, ये यात्री कहीं पर, किसी रीति से कुछ आशा को ढूँढ रहे थे; उनकी इस तलाश को जॉन बॉयल ओरियली ने काव्यात्मक रीति से “आँसुओं का कटोरा” कहा।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 55 में, दाऊद बताता है कि वह कैसे आशा को ढूँढ़ रहा था। यद्यपि, जिन खतरों का वह सामना कर रहा था, हमें उनके कोई विवरण तो नहीं पता है, लेकिन हम यह समझ सकते हैं कि उनके बोझ के कारण वह अपने आप को भावनात्मक रीति से टूटा हुआ अनुभव करने लगा था (पद 4-5)। ऐसे में उसकी स्वाभाविक प्रतिक्रिया थी कि वह प्रार्थना करे, और उसने लिखा, और मैं ने कहा, भला होता कि मेरे कबूतर के से पंख होते तो मैं उड़ जाता और विश्राम पाता” (पद 6)।

          जब भी संकट आएँ, तो सदा स्मरण रखें कि सभी शान्ति का परमेश्वर आपको आपके सबसे अन्धकारपूर्ण समयों और सबसे गहरे भय के पार सुरक्षित लेकर जा सकता है। हमारे प्रभु परमेश्वर का अपने विश्वासियों से यह वायदा है कि वह हमारी आँखों से सब आँसुओं को पोंछ देगा (प्रकाशितवाक्य 21:4)। उसके इस आश्वासन से सामर्थ्य पाकर, हम आज अपने आँसुओं को भी उसे सौंप सकते हैं, इस भरोसे के साथ कि अवश्य ही एक दिन वह उन सभी का हिसाब चुकाएगा। - बिल क्राउडर

 

हे परमेश्वर पिता, जब जीवन अभिभूत करे, तो मुझे अपनी सामर्थ्य से भर देना।


तू मेरे मारे मारे फिरने का हिसाब रखता है; तू मेरे आंसुओं को अपनी कुप्पी में रख ले! क्या उनकी चर्चा तेरी पुस्तक में नहीं है? - भजन संहिता 56:8

बाइबल पाठ: भजन 55:4-19

भजन संहिता 55:4 मेरा मन भीतर ही भीतर संकट में है, और मृत्यु का भय मुझ में समा गया है।

भजन संहिता 55:5 भय और कंपकंपी ने मुझे पकड़ लिया है, और भय के कारण मेरे रोंए रोंए खड़े हो गए हैं।

भजन संहिता 55:6 और मैं ने कहा, भला होता कि मेरे कबूतर के से पंख होते तो मैं उड़ जाता और विश्राम पाता!

भजन संहिता 55:7 देखो, फिर तो मैं उड़ते उड़ते दूर निकल जाता और जंगल में बसेरा लेता,

भजन संहिता 55:8 मैं प्रचण्ड बयार और आन्धी के झोंके से बचकर किसी शरण स्थान में भाग जाता।

भजन संहिता 55:9 हे प्रभु, उन को सत्यानाश कर, और उनकी भाषा में गड़बड़ी डाल दे; क्योंकि मैं ने नगर में उपद्रव और झगड़ा देखा है।

भजन संहिता 55:10 रात दिन वे उसकी शहरपनाह पर चढ़कर चारों ओर घूमते हैं; और उसके भीतर दुष्टता और उत्पात होता है।

भजन संहिता 55:11 उसके भीतर दुष्टता ने बसेरा डाला है; और अन्धेर, अत्याचार और छल उसके चौक से दूर नहीं होते।

भजन संहिता 55:12 जो मेरी नामधराई करता है वह शत्रु नहीं था, नहीं तो मैं उसको सह लेता; जो मेरे विरुद्ध बड़ाई मारता है वह मेरा बैरी नहीं है, नहीं तो मैं उस से छिप जाता।

भजन संहिता 55:13 परन्तु वह तो तू ही था जो मेरी बराबरी का मनुष्य मेरा परम-मित्र और मेरी जान पहचान का था।

भजन संहिता 55:14 हम दोनों आपस में कैसी मीठी मीठी बातें करते थे; हम भीड़ के साथ परमेश्वर के भवन को जाते थे।

भजन संहिता 55:15 उन को मृत्यु अचानक आ दबाए; वे जीवित ही अधोलोक में उतर जाएं; क्योंकि उनके घर और मन दोनों में बुराइयां और उत्पात भरा है।

भजन संहिता 55:16 परन्तु मैं तो परमेश्वर को पुकारूंगा; और यहोवा मुझे बचा लेगा।

भजन संहिता 55:17 सांझ को, भोर को, दोपहर को, तीनों पहर मैं दोहाई दूंगा और कराहता रहूंगा। और वह मेरा शब्द सुन लेगा।

भजन संहिता 55:18 जो लड़ाई मेरे विरुद्ध मची थी उस से उसने मुझे कुशल के साथ बचा लिया है। उन्होंने तो बहुतों को संग ले कर मेरा सामना किया था।

भजन संहिता 55:19 ईश्वर जो आदि से विराजमान है यह सुनकर उन को उत्तर देगा। ये वे हैं जिन में कोई परिवर्तन नहीं और उन में परमेश्वर का भय है ही नहीं।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 4-6
  • लूका 24:36-53

शुक्रवार, 7 मई 2021

आदर्श

 

          यदि आप से पूछा जाए कि आपका परामर्शदाता कौन है, तो आपके सामने किसका नाम आएगा? मेरे लिए वह नाम पास्टर रिच है। उन्होंने मुझे में संभावनाओं को देखा, और तब भी मुझ पर भरोसा रखा जब मैं स्वयं अपने आप पर भरोसा नहीं रखती थी। उन्होंने स्वयं नम्रता और प्रेम के साथ सेवकाई करने का एक आदर्श बनकर मुझे सिखाया; और परिणामस्वरूप आज मैं परमेश्वर की सेवा औरों को सिखाने तथा औरों के लिए आदर्श बनकर कार्य करने के द्वारा करने पा रही हूँ।

          परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि एलिशा के एक अगुवे के रूप में विकसित होने में एलिय्याह की बहुत प्रमुख भूमिका थी। एलिय्याह ने एलिशा को हल जोतते हुए देखा और उसे अपने पीछे हो लेने के लिए कहा, क्योंकि परमेश्वर ने एलिय्याह से कहा था कि वह एलिशा को अपना उत्तराधिकारी अभिषेक करे (1 राजाओं 9:16, 19)। युवा एलिशा ने अपने परामर्शदाता को अद्भुत आश्चर्यकर्म करते हुए देखा, और साथ ही यह भी सीखा कि चाहे कुछ भी हो जाए, केवल परमेश्वर ही की आज्ञाकारिता का जीवन जीना है। एलिय्याह ने अपने के जीवन के अन्त का समय निकट आने पर, एलिशा को तीन बार अवसर दिया कि वह वापस चला जाए, किन्तु हर बार एलिशा ने इसके लिए मना कर दिया, और कहा “...यहोवा के और तेरे जीवन की शपथ मैं तुझे नहीं छोड़ने का” (2 राजा 2:2, 4, 6)। एलिशा की इस विश्वासयोग्यता के कारण उसे भी परमेश्वर ने अद्भुत रीति से अपने कार्यों के लिए उपयोग किया।

          हम सभी को कोई न कोई ऐसा आदर्श चाहिए होता है जिससे हम प्रभु यीशु का अनुसरण करने के अर्थ को सीखें और समझें, और फिर उसका पालन करें। प्रभु परमेश्वर हमारे मध्य में ऐसे भक्त लोगों को खड़ा करे जो हमारी आत्मिक उन्नति में हमारे मार्गदर्शक और आदर्श बनें, और हमें सही मसीही जीवन जीने में सहायक हों। साथ ही, प्रभु परमेश्वर के अनुग्रह और उसके आत्मा की सामर्थ्य से हम भी औरों के लिए परामर्शदाता, मार्गदर्शक, और आदर्श बन सकें। - एस्तेरा पिरोसका एस्कोबार

 

परमेश्वर पिता हमारे जीवनों में हमें चुनौतियां देने और 

प्रोत्साहित करने वाले मार्गदर्शक लोगों के लिए आपका धन्यवाद


तुम मेरी सी चाल चलो जैसा मैं मसीह की सी चाल चलता हूं। - 1 कुरिन्थियों 11:1

बाइबल पाठ: 2 राजाओं 2:1-6

2 राजा 2:1 जब यहोवा एलिय्याह को बवंडर के द्वारा स्वर्ग में उठा लेने को था, तब एलिय्याह और एलिशा दोनों संग संग गिलगाल से चले।

2 राजा 2:2 एलिय्याह ने एलिशा से कहा, यहोवा मुझे बेतेल तक भेजता है इसलिये तू यहीं ठहरा रह। एलिशा ने कहा, यहोवा के और तेरे जीवन की शपथ मैं तुझे नहीं छोड़ने का; इसलिये वे बेतेल को चले गए।

2 राजा 2:3 और बेतेल-वासी भविष्यद्वक्ताओं के चेले एलिशा के पास आकर कहने लगे, क्या तुझे मालूम है कि आज यहोवा तेरे स्वामी को तेरे ऊपर से उठा लेने पर है? उसने कहा, हां, मुझे भी यह मालूम है, तुम चुप रहो।

2 राजा 2:4 और एलिय्याह ने उस से कहा, हे एलिशा, यहोवा मुझे यरीहो को भेजता है; इसलिये तू यहीं ठहरा रह: उसने कहा, यहोवा के और तेरे जीवन की शपथ मैं तुझे नहीं छोड़ने का; सो वे यरीहो को आए।

2 राजा 2:5 और यरीहो-वासी भविष्यद्वक्ताओं के चेले एलिशा के पास आकर कहने लगे, क्या तुझे मालूम है कि आज यहोवा तेरे स्वामी को तेरे ऊपर से उठा लेने पर है? उसने उत्तर दिया, हां मुझे भी मालूम है, तुम चुप रहो।

2 राजा 2:6 फिर एलिय्याह ने उस से कहा, यहोवा मुझे यरदन तक भेजता है, सो तू यहीं ठहरा रह; उसने कहा, यहोवा के और तेरे जीवन की शपथ मैं तुझे नहीं छोड़ने का; सो वे दोनों आगे चले।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 1-3
  • लूका 24:1-35