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बुधवार, 14 सितंबर 2016

यीशु


   सुप्रसिद्ध मसीही प्रचारक चार्ल्स वेस्ली (1707-1788) ने परमेश्वर की स्तुति में 9000 भजन और कविताएं लिखीं थीं। उन में से कुछ, जैसे कि "काश कि हज़ार ज़ुबानों से" स्तुति और आराधना की महान कृतियाँ हैं। उनकी एक कविता, "कोमल यीशु, नम्र एवं सौम्य" जो पहली बार 1742 में प्राकाशित हुई थी, एक बच्चे के समान करी गई शांत मन की प्रार्थना है जो दिखाती है कि हमें कैसे साधारण विश्वास और ईमानदारी के साथ प्रभु यीशु का खोजी होना चाहिए:
प्रेमी यीशु, कोमल मेमने,
आपके कृपालु हाथों में समर्पित हूँ;
मेरे उद्धारकर्ता, मुझे अपनी समानता में लाएं,
आप स्वयं मेरे हृदय में निवास करें।

   जब प्रभु यीशु के कुछ चेले उसके स्वर्गीय राज्य में उच्च स्थान प्राप्त करने के लिए तरकीबें लड़ा रहे थे, तब प्रभु यीशु ने "...एक बालक को पास बुलाकर उन के बीच में खड़ा किया। और कहा, मैं तुम से सच कहता हूं, यदि तुम न फिरो और बालकों के समान न बनो, तो स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करने नहीं पाओगे" (मत्ती 18:2-3)।

   बच्चे बहुत कम ही किसी उच्च पद की या सामर्थ पाने की लालसा करते हैं; इससे अधिक वे सुरक्षा और स्वीकृति चाहते हैं; बच्चे उन व्यसकों के साथ रहना चाहते हैं जो उन्हें प्रेम करते हैं, उनकी देखभाल करते हैं। प्रभु यीशु ने कभी बच्चों को अपने से दूर नहीं किया।

   वेस्ली की इस कविता का अंतीम अंतरा एक बालक के समान प्रभु यीशु की समानता में ढलने की लालसा को दिखाता है:
तब मैं आपकी प्रशंसा प्रदर्शित करने पाऊँगा,
खुशियों से भरे अपने सारे दिनों में आपकी सेवा करूँगा;
तब संसार सदा देखने पाएगा,
मसीह, पवित्र बालक को मुझ में।
 - डेविड मैक्कैसलैंड

विश्वास सबसे अच्छा एक बच्चे के समान निर्मल हृदय में ही चमकता है।

यीशु ने कहा, बालकों को मेरे पास आने दो: और उन्हें मना न करो, क्योंकि स्वर्ग का राज्य ऐसों ही का है। - मत्ती 19:14

बाइबल पाठ: मत्ती 18:1-10
Matthew 18:1 उसी घड़ी चेले यीशु के पास आकर पूछने लगे, कि स्वर्ग के राज्य में बड़ा कौन है? 
Matthew 18:2 इस पर उसने एक बालक को पास बुलाकर उन के बीच में खड़ा किया। 
Matthew 18:3 और कहा, मैं तुम से सच कहता हूं, यदि तुम न फिरो और बालकों के समान न बनो, तो स्वर्ग के राज्य में प्रवेश करने नहीं पाओगे। 
Matthew 18:4 जो कोई अपने आप को इस बालक के समान छोटा करेगा, वह स्वर्ग के राज्य में बड़ा होगा। 
Matthew 18:5 और जो कोई मेरे नाम से एक ऐसे बालक को ग्रहण करता है वह मुझे ग्रहण करता है। 
Matthew 18:6 पर जो कोई इन छोटों में से जो मुझ पर विश्वास करते हैं एक को ठोकर खिलाए, उसके लिये भला होता, कि बड़ी चक्की का पाट उसके गले में लटकाया जाता, और वह गहिरे समुद्र में डुबाया जाता। 
Matthew 18:7 ठोकरों के कारण संसार पर हाय! ठोकरों का लगना अवश्य है; पर हाय उस मनुष्य पर जिस के द्वारा ठोकर लगती है। 
Matthew 18:8 यदि तेरा हाथ या तेरा पांव तुझे ठोकर खिलाए, तो काटकर फेंक दे; टुण्‍डा या लंगड़ा हो कर जीवन में प्रवेश करना तेरे लिये इस से भला है, कि दो हाथ या दो पांव रहते हुए तू अनन्त आग में डाला जाए। 
Matthew 18:9 और यदि तेरी आंख तुझे ठोकर खिलाए, तो उसे निकाल कर फेंक दे। 
Matthew 18:10 काना हो कर जीवन में प्रवेश करना तेरे लिये इस से भला है, कि दो आंख रहते हुए तू नरक की आग में डाला जाए।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 19-21
  • 2 कुरिन्थियों 7


मंगलवार, 13 सितंबर 2016

स्मरण


   मसीही विश्वास में आने के बाद के मेरे आरंभिक वर्ष एक गहन दुराग्रह से भरे हुए थे। मुझे यह लगता था कि जब प्रभु यीशु मसीह का पुनःआगमन होगा और हम मसीही विश्वासी उसके साथ रहने तथा अपने कार्यों के प्रतिफलों को पाने के लिए उसके पास स्वर्ग में उठाए जाएंगे, तब जैसे औरों के वैसे ही मेरे कार्यों के विशलेषण के लिए मेरे सभी पाप और बुराईयाँ भी एक बड़े पटल पर सब के सामने प्रदर्शित होंगे।

   लेकिन आज मैं जानता हूँ कि परमेश्वर ने चुना है कि वह किसी भी मसीही विश्वासी के पापों को, जिनके लिए वे प्रभु यीशु मसीह के नाम में विश्वास लाकर क्षमा माँग चुके हैं और पा चुके हैं, कभी स्मरण नहीं करेगा; वे सारे पाप समुद्र की गहराईयों में सदा के लिए दफन कर दिए गए हैं और उन्हें वहाँ से कभी निकाला या जाँचा नहीं जाएगा।

   एमी कार्माईकिल ने लिखा, "एक या दो दिन पहले मैं अपने अतीत के बारे में दुःखी होकर विचार कर रही थी - मेरे जीवन में कितनी ही गलतियाँ तथा असफलताएं थीं। मैं यशायाह 43 पढ़ रही थी और उसके 24वें पद में मैं अपने आप को देख रही थी जहाँ परमेश्वर कह रहा है: "...परन्तु तू ने अपने पापों के कारण मुझ पर बोझ लाट दिया है, और अपने अधर्म के कामों से मुझे थका दिया है"; और फिर पहली बार मेरा ध्यान एक बात पर गया - पद 24 तथा पद 25 के बीच में कोई रिक्त स्थान नहीं दिया गया है, और पद 25 में परमेश्वर आगे कहता है: "मैं वही हूं जो अपने नाम के निमित्त तेरे अपराधों को मिटा देता हूं और तेरे पापों को स्मरण न करूंगा।"

   इसमें कोई शंका नहीं है कि जब प्रभु यीशु पुनः आएगा तब, जैसा कि परमेश्वर के वचन बाइबल में लिखा गया है: "...वही तो अन्धकार की छिपी बातें ज्योति में दिखाएगा, और मनों की मतियों को प्रगट करेगा, तब परमेश्वर की ओर से हर एक की प्रशंसा होगी" (1 कुरिन्थियों 4:5)। उस दिन हमारे सभी कार्य जाँचे अवश्य जाएंगे जिससे कि हम अपने प्रतिफल पा सकें; और यह भी संभव है कि हमें कुछ बातों के लिए अपने प्रतिफलों की हानि भी उठानी पड़े, लेकिन हम मसीही विश्वासी पापों के न्याय का सामना कदापि नहीं करेंगे (1 कुरिन्थियों 3:11-15)। परमेश्वर हमें प्रभु यीशु के बलिदान द्वारा क्षमा पाए हुआ, उसके लहु से धुल कर निष्पाप किए गई देखता है, और हमारा कोई भी पाप कभी स्मरण नहीं किया जाएगा। - डेविड रोपर


जब परमेश्वर हमारा उद्धार करता है तो 
हमारे पाप क्षमा करके उन्हें सदा के लिए मिटा भी देता है।

सो हम इन बातों के विषय में क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है? जिसने अपने निज पुत्र को भी न रख छोड़ा, परन्तु उसे हम सब के लिये दे दिया: वह उसके साथ हमें और सब कुछ क्योंकर न देगा? परमेश्वर के चुने हुओं पर दोष कौन लगाएगा? परमेश्वर वह है जो उन को धर्मी ठहराने वाला है। - रोमियों 8:31-33

बाइबल पाठ: यशायाह 43:22-28; 1 कुरिन्थियों 3:11-15
Isaiah 43:22 तौभी हे याकूब, तू ने मुझ से प्रार्थना नहीं की; वरन हे इस्राएल तू मुझ से उकता गया है! 
Isaiah 43:23 मेरे लिये होमबलि करने को तू मेम्ने नहीं लाया और न मेलबलि चढ़ा कर मेरी महिमा की है। देख, मैं ने अन्नबलि चढ़ाने की कठिन सेवा तुझ से नहीं कराई, न तुझ से धूप ले कर तुझे थका दिया है। 
Isaiah 43:24 तू मेरे लिये सुगन्धित नरकट रूपये से मोल नहीं लाया और न मेलबलियों की चर्बी से मुझे तृप्त किया। परन्तु तू ने अपने पापों के कारण मुझ पर बोझ लाट दिया है, और अपने अधर्म के कामों से मुझे थका दिया है।
Isaiah 43:25 मैं वही हूं जो अपने नाम के निमित्त तेरे अपराधों को मिटा देता हूं और तेरे पापों को स्मरण न करूंगा। 
Isaiah 43:26 मुझे स्मरण करो, हम आपस में विवाद करें; तू अपनी बात का वर्णन कर जिस से तू निर्दोष ठहरे। 
Isaiah 43:27 तेरा मूलपुरूष पापी हुआ और जो जो मेरे और तुम्हारे बीच बिचवई हुए, वे मुझ से बलवा करते चले आए हैं। 
Isaiah 43:28 इस कारण मैं ने पवित्रस्थान के हाकिमों को अपवित्र ठहराया, मैं ने याकूब को सत्यानाश और इस्राएल को निन्दित होने दिया है।

1 Corinthians 3:11 क्योंकि उस नेव को छोड़ जो पड़ी है, और वह यीशु मसीह है कोई दूसरी नेव नहीं डाल सकता। 
1 Corinthians 3:12 और यदि कोई इस नेव पर सोना या चान्दी या बहुमोल पत्थर या काठ या घास या फूस का रद्दा रखता है। 
1 Corinthians 3:13 तो हर एक का काम प्रगट हो जाएगा; क्योंकि वह दिन उसे बताएगा; इसलिये कि आग के साथ प्रगट होगा: और वह आग हर एक का काम परखेगी कि कैसा है। 
1 Corinthians 3:14 जिस का काम उस पर बना हुआ स्थिर रहेगा, वह मजदूरी पाएगा। 
1 Corinthians 3:15 और यदि किसी का काम जल जाएगा, तो हानि उठाएगा; पर वह आप बच जाएगा परन्तु जलते जलते।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 16-18
  • 2 कुरिन्थियों 6


सोमवार, 12 सितंबर 2016

छुटकारा


   परमेश्वर के वचन बाइबल में छोटे लड़के दाऊद द्वारा दैत्याकार गोलियत के वध की घटना दर्ज है। दैत्याकार गोलियत एला की तराई में आता है, वह 9 फुट ऊँचा है, उसने काँसे की झिलम पहन रखी है जो सूरज की रौशनी में चमक रही है, उसके हाथ में भाला है जिसपर रस्सी लिपटी है जिससे वह अच्छी पकड़ के साथ दूर तक फेंका जा सके और हवा में घूमता हुआ जाकर निशाने पर अचूक लगे; गोलियत अजेय प्रतीत हो रहा है।

   लेकिन दाऊद, चाहे वह लड़का और देखने में गोलियत से छोटा ही है, परिणाम को गोलियत से बेहतर जानता है। गोलियत दैत्याकार दिख भी रहा था और व्यवहार भी वैसा ही कर रहा था, परन्तु जीवते परमेश्वर के सामने गोलियत की कोई हस्ती नहीं है। दाऊद के पास परमेश्वर का सही दृष्टिकोण था, इसलिए दाऊद परिस्थितियों का भी सही आंकलन कर रहा था - उसे गोलियत केवल वह दीख पड़ रहा था जो जीवते परमेश्वर की सेना को ललकार रहा था (1 शमूएल 17:26)। दाऊद गोलियत के सामने अपने चरवाहे के वस्त्रों में, अपनी लाठी, गोफन और पाँच पत्थरों को लेकर बड़े हियाव के साथ आया; क्योंकि उसका भरोसा उस पर नहीं था जो उसके पास है, वरन उसपर था जो उसके साथ है - जीवता परमेश्वर (पद 45)। दाऊद के इसी दृष्टिकोण और भरोसे ने उसे गोलियत पर विजयी किया।

   आज आप अपने जीवन में किस गोलियत का सामना कर रहे हैं? हो सकता है आपकी परेशानी का कारण आपके कार्यस्थल की कोई असंभव प्रतीत होने वाली परिस्थिति है, या कोई आर्थिक कठिनाई, या फिर कोई टूटा हुआ संबंध। ये सब या अन्य कोई भी विपरीत परिस्थिति आपको दैत्याकार लग सकती है, परन्तु परमेश्वर के सामने इन बातों की कोई हस्ती नहीं है। स्तुति गीत लेखक चार्ल्स वैस्ली द्वारा लिखे गए शब्द हमें स्मरण दिलाते हैं कि: "विश्वास, सामर्थी विश्वास, वायदा केवल उसे ही देखता है; असंभव पर हंसता है और पुकारता है कि हो जाएगा।"

   यदि परमेश्वर की इच्छा में है तो अवश्य ही आपको छुटकारा मिल जाएगा, और ऐसे तरीके से मिलेगा जिसकी आप ने कलपना भी नहीं करी होगी। - पोह फैंग चिया


परमेश्वर को यह मत बताईए कि आपकी कठिनाईयाँ कितनी बड़ी हैं; 
अपनी कठिनाईयों को यह बताईए कि आपका परमेश्वर कितना बड़ा है।

तब उसने मुझे उत्तर देकर कहा, जरूब्बाबेल के लिये यहोवा का यह वचन है : न तो बल से, और न शक्ति से, परन्तु मेरे आत्मा के द्वारा होगा, मुझ सेनाओं के यहोवा का यही वचन है। - ज़कर्याह 4:6 

बाइबल पाठ: 1 शमूएल 17:32-37, 42-51
1 Samuel 17:32 तब दाऊद ने शाऊल से कहा, किसी मनुष्य का मन उसके कारण कच्चा न हो; तेरा दास जा कर उस पलिश्ती से लड़ेगा। 
1 Samuel 17:33 शाऊल ने दाऊद से कहा, तू जा कर उस पलिश्ती के विरुद्ध नहीं युद्ध कर सकता; क्योंकि तू तो लड़का ही है, और वह लड़कपन ही से योद्धा है। 
1 Samuel 17:34 दाऊद ने शाऊल से कहा, तेरा दास अपने पिता की भेड़ बकरियां चराता था; और जब कोई सिंह वा भालू झुंड में से मेम्ना उठा ले गया, 
1 Samuel 17:35 तब मैं ने उसका पीछा कर के उसे मारा, और मेम्ने को उसके मुंह से छुड़ाया; और जब उसने मुझ पर चढ़ाई की, तब मैं ने उसके केश को पकड़कर उसे मार डाला। 
1 Samuel 17:36 तेरे दास ने सिंह और भालू दोनों को मार डाला; और वह खतनारहित पलिश्ती उनके समान हो जाएगा, क्योंकि उसने जीवित परमेश्वर की सेना को ललकारा है। 
1 Samuel 17:37 फिर दाऊद ने कहा, यहोवा जिसने मुझ सिंह और भालू दोनों के पंजे से बचाया है, वह मुझे उस पलिश्ती के हाथ से भी बचाएगा। शाऊल ने दाऊद से कहा, जा, यहोवा तेरे साथ रहे।
1 Samuel 17:42 जब पलिश्ती ने दृष्टि कर के दाऊद को देखा, तब उसे तुच्छ जाना; क्योंकि वह लड़का ही था, और उसके मुख पर लाली झलकती थी, और वह सुन्दर था। 
1 Samuel 17:43 तब पलिश्ती ने दाऊद से कहा, क्या मैं कुत्ता हूं, कि तू लाठी ले कर मेरे पास आता है? तब पलिश्ती अपने देवताओं के नाम ले कर दाऊद को कोसने लगा। 
1 Samuel 17:44 फिर पलिश्ती ने दाऊद से कहा, मेरे पास आ, मैं तेरा मांस आकाश के पक्षियों और वनपशुओं को दे दूंगा। 
1 Samuel 17:45 दाऊद ने पलिश्ती से कहा, तू तो तलवार और भाला और सांग लिये हुए मेरे पास आता है; परन्तु मैं सेनाओं के यहोवा के नाम से तेरे पास आता हूं, जो इस्राएली सेना का परमेश्वर है, और उसी को तू ने ललकारा है। 
1 Samuel 17:46 आज के दिन यहोवा तुझ को मेरे हाथ में कर देगा, और मैं तुझ को मारूंगा, और तेरा सिर तेरे धड़ से अलग करूंगा; और मैं आज के दिन पलिश्ती सेना की लोथें आकाश के पक्षियों और पृथ्वी के जीव जन्तुओं को दे दूंगा; तब समस्त पृथ्वी के लोग जान लेंगे कि इस्राएल में एक परमेश्वर है। 
1 Samuel 17:47 और यह समस्त मण्डली जान लेगी की यहोवा तलवार वा भाले के द्वारा जयवन्त नहीं करता, इसलिये कि संग्राम तो यहोवा का है, और वही तुम्हें हमारे हाथ में कर देगा। 
1 Samuel 17:48 जब पलिश्ती उठ कर दाऊद का साम्हना करने के लिये निकट आया, तब दाऊद सेना की ओर पलिश्ती का साम्हना करने के लिये फुर्ती से दौड़ा। 
1 Samuel 17:49 फिर दाऊद ने अपनी थैली में हाथ डालकर उस में से एक पत्थर निकाला, और उसे गोफन में रखकर पलिश्ती के माथे पर ऐसा मारा कि पत्थर उसके माथे के भीतर घुस गया, और वह भूमि पर मुंह के बल गिर पड़ा। 
1 Samuel 17:50 यों दाऊद ने पलिश्ती पर गोफन और एक ही पत्थर के द्वारा प्रबल हो कर उसे मार डाला; परन्तु दाऊद के हाथ में तलवार न थी। 
1 Samuel 17:51 तब दाऊद दौड़कर पलिश्ती के ऊपर खड़ा हुआ, और उसकी तलवार पकड़कर मियान से खींची, और उसको घात किया, और उसका सिर उसी तलवार से काट डाला। यह देखकर कि हमारा वीर मर गया पलिश्ती भाग गए। 

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 13-15
  • 2 कुरिन्थियों 5


रविवार, 11 सितंबर 2016

बचाने के लिए


   11 सितंबर 2001 को न्यूयॉर्क शहर में हुए आतंकी हमले में वहाँ के ट्विन टावर्स के ध्वस्त हो जाने के बाद के बचाव कार्य में सहायता के लिए लाए गए खोजी कुत्तों की देखभाल सिंथिया ऑटो कर रही थीं। कुछ वर्ष पश्चात सिंथिया ने कार्य आने वाले कुत्तों के लिए एक केंद्र खोला जहाँ छोटे पिल्लों को आगे चल कर आपदा पीड़ित व्यक्त्तियों के बचाव में सहायता देने के लिए विशिष्ट प्रशीक्षण दिया जाता है। इन बचाव जानवरों के संबंध में सिंथिया ऑटो ने एक टिप्पणी करी: "ऐसे अनेकों कार्य हैं जहाँ कुत्तों की सहायता ली जाती है...वे जान बचाने में भी सहायक होते हैं।" उन पिल्लों के लिए ऑटो ने कहा कि एक दिन जान के खतरे वाली स्थिति में वे लोगों की महत्वपूर्ण सहायता करेंगे; वे बचाने के लिए ही जन्मे हैं।

   परमेश्वर का वचन बाइबल हमें प्रभु यीशु मसीह के बारे में बताती है जो मानव जाति को पाप के दण्ड से बचाने के लिए जन्मे थे। जो कार्य प्रभु यीशु ने किया वह तुलना में संसार के समस्त इतिहास के किसी भी व्यक्ति के किसी भी कार्य से कहीं बढ़कर है। दो हज़ार वर्ष पूर्व परमेश्वर स्वयं मनुष्य बन कर आ गया ताकि हमारे लिए वह कर के दे जो हम अपने लिए कभी कर नहीं सकते थे। जब परमेश्वर प्रभु यीशु के नाम से मनुष्य बनकर अवतरित हुआ तो वह यह जानता था, और उसने इसकी घोषणा भी करी, कि वह बचाने के लिए आया है; प्रभु यीशु ने कहा, "मनुष्य का पुत्र इसलिये नहीं आया, कि उस की सेवा टहल की जाए, पर इसलिये आया, कि आप सेवा टहल करे, और बहुतों की छुड़ौती के लिये अपना प्राण दे" (मरकुस 10:45)।

   आईए हम इस अद्भुत तारणहार, प्रभु यीशु मसीह को समर्पण करें, उसकी जो स्वर्ग की महिमा छोड़कर पृथ्वी पर हमें बचाने के लिए आ गया ताकि जो कोई स्वेच्छा से उस पर विश्वास करे वह नाश ना हो परन्तु अनन्त जीवन पाए (यूहन्ना 3:16), आराधना और स्तुति करें। - डैनिस फिशर


प्रभु यीशु मसीह खोए हुओं को ढ़ूँढ़ने और बचाने के लिए आए।

क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। - यूहन्ना 3:16

बाइबल पाठ: मरकुस 10:35-45
Mark 10:35 तब जब्‍दी के पुत्र याकूब और यूहन्ना ने उसके पास आकर कहा, हे गुरू, हम चाहते हैं, कि जो कुछ हम तुझ से मांगे, वही तू हमारे लिये करे। 
Mark 10:36 उसने उन से कहा, तुम क्या चाहते हो कि मैं तुम्हारे लिये करूं? 
Mark 10:37 उन्होंने उस से कहा, कि हमें यह दे, कि तेरी महिमा में हम में से एक तेरे दाहिने और दूसरा तेरे बांए बैठे। 
Mark 10:38 यीशु ने उन से कहा, तुम नहीं जानते, कि क्या मांगते हो? जो कटोरा मैं पीने पर हूं, क्या पी सकते हो? और जो बपतिस्मा मैं लेने पर हूं, क्या ले सकते हो? 
Mark 10:39 उन्होंने उस से कहा, हम से हो सकता है: यीशु ने उन से कहा: जो कटोरा मैं पीने पर हूं, तुम पीओगे; और जो बपतिस्मा मैं लेने पर हूं, उसे लोगे। 
Mark 10:40 पर जिन के लिये तैयार किया गया है, उन्हें छोड़ और किसी को अपने दाहिने और अपने बाएं बिठाना मेरा काम नहीं। 
Mark 10:41 यह सुन कर दसों याकूब और यूहन्ना पर रिसयाने लगे। 
Mark 10:42 और यीशु ने उन को पास बुला कर उन से कहा, तुम जानते हो, कि जो अन्यजातियों के हाकिम समझे जाते हैं, वे उन पर प्रभुता करते हैं; और उन में जो बड़ें हैं, उन पर अधिकार जताते हैं। 
Mark 10:43 पर तुम में ऐसा नहीं है, वरन जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे वह तुम्हारा सेवक बने। 
Mark 10:44 और जो कोई तुम में प्रधान होना चाहे, वह सब का दास बने। 
Mark 10:45 क्योंकि मनुष्य का पुत्र इसलिये नहीं आया, कि उस की सेवा टहल की जाए, पर इसलिये आया, कि आप सेवा टहल करे, और बहुतों की छुड़ौती के लिये अपना प्राण दे।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 10-12
  • 2 कुरिन्थियों 4


शनिवार, 10 सितंबर 2016

प्रेम-पत्र


   मैं और मेरी पत्नी जब अपनी डाक का डब्बा खोलते हैं तो यदा-कदा हमें एक पत्र मिलता है जिसमें कोई शब्द नहीं लिखे होते हैं; जब हम लिफाफे से उस पत्र को निकालते हैं तो वह केवल एक कागज़ होता है जिस पर रंगीन स्केच-पेन से कुछ निशान बने होते हैं। ये पत्र हमारे हृदयों को हर्षित करते हैं क्योंकि वे हमारी पोती केटी द्वारा हमें लिखे गए संदेश हैं; केटी हम से दूर एक अलग प्रांत में रहती है और उसकी आयु अभी स्कूल जाने लायक नहीं हुई है। बिना कोई शब्द लिखे, केटी हम तक यह सन्देश पहुँचा देती है कि वह हम से प्रेम करती है और हमारे बारे में सोचती है।

   अपने प्रीय जनों से आने वाले पत्र हम सभी को पसंद होते हैं, और हम में से अनेक लोग उन्हें संजो कर भी रखते हैं तथा बार-बार उन्हें देखते-पढ़ते हैं। इसीलिए यह तथ्य कि हमारे परमेश्वर पिता ने हमें एक प्रेम-पत्र लिखा है, जिसका नाम बाइबल है, इतना उत्साहवर्धक है। परमेश्वर के इस वचन, बाइबल, का मूल्य उसके सामर्थ, चुनौती तथा समझदारी से भरे वचनों से बढ़कर है; वह जीवते वचन - प्रभु यीशु मसीह का प्रतिरूप है, जो परमेश्वर के साथ था और परमेश्वर है (यूहन्ना 1:1)।

   बाइबल की अनेकों घटनाओं और बातों में, उसकी शिक्षाओं और मार्गदर्शन में, जो एक बात बारंबार हमारे सामने आती है, वह है कि परमेश्वर हम से प्रेम करता है और उसने हमें पापों के दुषप्रभावों से बचाने की योजना बनाकर कार्यान्वित कर रखी है। बाइबल हमें बताती है कि परमेश्वर की नज़र हमारे अस्तित्व पर हमारे जन्म लेने से पूर्व से ही लगातार बनी हुई है (भजन 139); वह हमारी प्रत्येक आवश्यकता को जानता है और उसे पूरा करता है (मत्ती 6:25-34); वह हमें शान्ति तथा सांत्वना देता है (2 कुरिन्थियों 1:3-4) और अपने पुत्र प्रभु यीशु मसीह के बलिदान के द्वारा उसने हमें बचाया है (रोमियों 1:16-17)।

   परमेश्वर ने अपने इस प्रेम-पत्र बाइबल द्वारा समस्त मानव-जाति को यह जता दिया है कि जितना प्रेम वह आपसे करता है वह हमारी कलपना से भी कहीं बढ़कर है। इसीलिए, कोई अचरज की बात नहीं कि भजनकार ने इस अद्भुत प्रेम-पत्र के संबंध में लिखा है, "मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा; और तेरे वचन को न भूलूंगा" (भजन 119:16)।


परमेश्वर का प्रेम, हमारे लिए लिखे गए उसके पत्र बाइबल में प्रगट है।

आदि में वचन था, और वचन परमेश्वर के साथ था, और वचन परमेश्वर था। यही आदि में परमेश्वर के साथ था। सब कुछ उसी के द्वारा उत्पन्न हुआ और जो कुछ उत्पन्न हुआ है, उस में से कोई भी वस्तु उसके बिना उत्पन्न न हुई। 
 - यूहन्ना 1:1-3

बाइबल पाठ: भजन 119:9-16
Psalms 119:9 जवान अपनी चाल को किस उपाय से शुद्ध रखे? तेरे वचन के अनुसार सावधान रहने से। 
Psalms 119:10 मैं पूरे मन से तेरी खोज में लगा हूं; मुझे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटकने न दे! 
Psalms 119:11 मैं ने तेरे वचन को अपने हृदय में रख छोड़ा है, कि तेरे विरुद्ध पाप न करूं। 
Psalms 119:12 हे यहोवा, तू धन्य है; मुझे अपनी विधियां सिखा! 
Psalms 119:13 तेरे सब कहे हुए नियमों का वर्णन, मैं ने अपने मुंह से किया है। 
Psalms 119:14 मैं तेरी चितौनियों के मार्ग से, मानों सब प्रकार के धन से हर्षित हुआ हूं। 
Psalms 119:15 मैं तेरे उपदेशों पर ध्यान करूंगा, और तेरे मार्गों की ओर दृष्टि रखूंगा। 
Psalms 119:16 मैं तेरी विधियों से सुख पाऊंगा; और तेरे वचन को न भूलूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 8-9
  • 2 कुरिन्थियों 3


शुक्रवार, 9 सितंबर 2016

शान्तिदूत


   किसी ने कलपना भी नहीं की थी कि अमेरिका के टेक्सस प्रांत में उमबार्जर का वह छोटा सा चर्च चित्रकला का अन्तर्राष्ट्रीय मंच बन जाएगा। दूसरे विश्वयुद्ध के अन्त समय में, इटली के सात युद्ध-बन्दियों को, जो निकट के एक युद्ध-बन्दी शिविर में रखे गए थे, चुना गया कि वे उस चर्च की ईंटों से बनी साधारण सी दीवर को संवारने का कार्य करें। पहले तो वे बन्दी अपने बंधकों की सहायता करने से हिचकिचाए, परन्तु फिर वे इस शर्त पर ऐसा करने को राज़ी हो गए कि उनका कार्य मसीही भाईचारे और सामनजस्य को समर्पित प्रयास माना जाए। उनमें से एक युद्ध-बन्दी ने बाद में बताया कि जब उन्होंने इस कार्य को करना आरंभ किया, तो चित्र बनाते समय और लकड़ी पर प्रभु यीशु के अन्तिम भोज की नक्काशी करते हुए, "भले भाव की एक लहर अपने आप ही हम में होकर प्रवाहित होने लग गई। कोई भी युद्ध अथवा बीते समय के बारे में बात नहीं करता था, क्योंकि हम यहाँ शान्ति तथा प्रेम का कार्य कर रहे थे।"

   हमारे जीवन परमेश्वर के प्रेम का परिचय दे पाने की अनोखी संभावनाओं से भरे रहते हैं। हम अपने आप को कठोर भावनाओं, तनाव पूर्ण संबंधों और सीमित कर देने वाली परिस्थितियों से घिरे तथा बंधे अनुभव कर सकते हैं; परन्तु शान्ति में सामर्थ है कि वह किसी भी बाधा से पार निकलकर बाहर आ सकती है। परमेश्वर के वचन बाइबल में याकूब ने अपनी पत्री में लिखा, "पर जो ज्ञान ऊपर से आता है वह पहिले तो पवित्र होता है फिर मिलनसार, कोमल और मृदुभाव और दया, और अच्‍छे फलों से लदा हुआ और पक्षपात और कपट रहित होता है। और मिलाप कराने वालों के लिये धामिर्कता का फल मेल-मिलाप के साथ बोया जाता है" (याकूब 3:17-18)।

   आज हम चाहे जहाँ भी हों, चाहे जैसी भी परिस्थिति में हों, परमेश्वर से प्रार्थना करें कि वह वहीं पर हमें अपने शान्तिदूत बनाकर उपयोग करे। - डेविड मैक्कैसलैंड


सर्वोत्तम शान्तिदूत वे होते हैं जो अपने जीवनों में परमेश्वर की शान्ति को जानते हैं।

धन्य हैं वे, जो मेल करवाने वाले हैं, क्योंकि वे परमेश्वर के पुत्र कहलाएंगे। - मत्ती 5:9

बाइबल पाठ: याकूब 3:13-18
James 3:13 तुम में ज्ञानवान और समझदार कौन है? जो ऐसा हो वह अपने कामों को अच्‍छे चालचलन से उस नम्रता सहित प्रगट करे जो ज्ञान से उत्पन्न होती है। 
James 3:14 पर यदि तुम अपने अपने मन में कड़वी डाह और विरोध रखते हो, तो सत्य के विरोध में घमण्‍ड न करना, और न तो झूठ बोलना। 
James 3:15 यह ज्ञान वह नहीं, जो ऊपर से उतरता है वरन सांसारिक, और शारीरिक, और शैतानी है। 
James 3:16 इसलिये कि जहां डाह और विरोध होता है, वहां बखेड़ा और हर प्रकार का दुष्‍कर्म भी होता है। 
James 3:17 पर जो ज्ञान ऊपर से आता है वह पहिले तो पवित्र होता है फिर मिलनसार, कोमल और मृदुभाव और दया, और अच्‍छे फलों से लदा हुआ और पक्षपात और कपट रहित होता है। 
James 3:18 और मिलाप कराने वालों के लिये धामिर्कता का फल मेल-मिलाप के साथ बोया जाता है।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 6-7
  • 2 कुरिन्थियों 2


गुरुवार, 8 सितंबर 2016

क्या बोएं?


   मेरे कॉलेज भवन के घंटाघर पर एक प्रतिमा बनी है, जिसका नाम है "बोनेवाला"। उसके नीचे परमेश्वर के वचन बाइबल में से गलतियों 6:7 का भाग "मनुष्य जो बोता है" लिखा गया है। मिशिगन स्टेट विश्वविद्यालय कृषि शोध में अग्रणीय है; परन्तु कृषि तकनीकी तथा फसल उत्पादन के क्षेत्र में लाए गए अनेकों सुधारों के बावजूद, आज भी मक्की के दाने बोने से सेम की फसल पाना संभव नहीं हुआ है! जो हम बोते हैं, उसी की फसल हमें प्राप्त होती है।
   प्रभु यीशु मसीह ने अपनी शिक्षाओं को समझाने के लिए कृषि से संबंधित कई रूपक अलंकारों का प्रयोग किया। बीज बोने वाले के दृष्टांत में (मरकुस 4:1-20), उन्होंने परमेश्वर के वचन को भिन्न प्रकार की भूमि में बोए गए बीज के रूपक से समझाया। जैसा उस दृष्टांत में कहा गया है, बोने वाला तो बिना फर्क किए सभी स्थानों पर बीज डालता है, यह जानते हुए कि कुछ बीज ऐसे स्थानों पर भी पड़ेगा जहाँ वह उगने नहीं पाएगा।

   प्रभु यीशु के समान ही हमें भी हर समय सभी स्थानों पर बीज डालना है। यह परमेश्वर की ज़िम्मेदारी है कि वह बीज कहाँ गिरे और कैसा उगे तथा फल लाए। परमेश्वर नहीं चाहता है कि हम विनाश की कटनी काटें, इसलिए वह चाहता है कि हम अच्छा और सही बीज बोएं: "दुष्ट मिथ्या कमाई कमाता है, परन्तु जो धर्म का बीज बोता, उसको निश्चय फल मिलता है" (नीतिवचन 11:18)। प्रेरित पौलुस ने इस रूपक को और विस्तार से समझाते हुए गलतिया के मसीही विश्वासियों को लिखा कि बुराई के नहीं वरन अनन्त जीवन की आशीष के बीज बोएं (गलतियों 6:8)।

   इस प्रश्न, "क्या बोएं?" का उत्तर है, "वही बोएं जिसकी फसल आप काटना चाहते हैं"। अच्छाई की फसल काटने के लिए आज से ही अच्छाई के बीज बोना आरंभ कर दें। - जूली ऐकैरमैन लिंक


ज़मीन के अन्दर बोया गया बीज ही फलदायक वृक्ष बनता है;
 निःस्वार्थ जीवन ही अनन्त आशीष की फसल लाता है।

धोखा न खाओ, परमेश्वर ठट्ठों में नहीं उड़ाया जाता, क्योंकि मनुष्य जो कुछ बोता है, वही काटेगा। क्योंकि जो अपने शरीर के लिये बोता है, वह शरीर के द्वारा विनाश की कटनी काटेगा; और जो आत्मा के लिये बोता है, वह आत्मा के द्वारा अनन्त जीवन की कटनी काटेगा। - गलतियों 6:7-8

बाइबल पाठ: मरकुस 4:1-20
Mark 4:1 वह फिर झील के किनारे उपदेश देने लगा: और ऐसी बड़ी भीड़ उसके पास इकट्ठी हो गई, कि वह झील में एक नाव पर चढ़कर बैठ गया और सारी भीड़ भूमि पर झील के किनारे खड़ी रही। 
Mark 4:2 और वह उन्हें दृष्‍टान्‍तों में बहुत सी बातें सिखाने लगो, और अपने उपदेश में उन से कहा। 
Mark 4:3 सुनो: देखो, एक बोनेवाला, बीज बाने के लिये निकला! 
Mark 4:4 और बोते समय कुछ तो मार्ग के किनारे गिरा और पक्षियों ने आकर उसे चुग लिया। 
Mark 4:5 और कुछ पत्थरीली भूमि पर गिरा जहां उसको बहुत मिट्टी न मिली, और गहरी मिट्टी न मिलने के कारण जल्द उग आया। 
Mark 4:6 और जब सूर्य निकला, तो जल गया, और जड़ न पकड़ने के कारण सूख गया। 
Mark 4:7 और कुछ तो झाड़ियों में गिरा, और झाड़ियों ने बढ़कर उसे दबा लिया, और वह फल न लाया। 
Mark 4:8 परन्तु कुछ अच्छी भूमि पर गिरा; और वह उगा, और बढ़कर फलवन्‍त हुआ; और कोई तीस गुणा, कोई साठ गुणा और कोई सौ गुणा फल लाया। 
Mark 4:9 और उसने कहा; जिस के पास सुनने के लिये कान हों वह सुन ले।
Mark 4:10 जब वह अकेला रह गया, तो उसके साथियों ने उन बारह समेत उस से इन दृष्‍टान्‍तों के विषय में पूछा। 
Mark 4:11 उसने उन से कहा, तुम को तो परमेश्वर के राज्य के भेद की समझ दी गई है, परन्तु बाहर वालों के लिये सब बातें दृष्‍टान्‍तों में होती हैं। 
Mark 4:12 इसलिये कि वे देखते हुए देखें और उन्हें सुझाई न पड़े और सुनते हुए सुनें भी और न समझें; ऐसा न हो कि वे फिरें, और क्षमा किए जाएं। 
Mark 4:13 फिर उसने उन से कहा; क्या तुम यह दृष्‍टान्‍त नहीं समझते? तो फिर और सब दृष्‍टान्‍तों को क्योंकर समझोगे? 
Mark 4:14 बोने वाला वचन बोता है। 
Mark 4:15 जो मार्ग के किनारे के हैं जहां वचन बोया जाता है, ये वे हैं, कि जब उन्होंने सुना, तो शैतान तुरन्त आकर वचन को जो उन में बोया गया था, उठा ले जाता है। 
Mark 4:16 और वैसे ही जो पत्थरीली भूमि पर बोए जाते हैं, ये वे हैं, कि जो वचन को सुनकर तुरन्त आनन्द से ग्रहण कर लेते हैं। 
Mark 4:17 परन्तु अपने भीतर जड़ न रखने के कारण वे थोड़े ही दिनों के लिये रहते हैं; इस के बाद जब वचन के कारण उन पर क्‍लेश या उपद्रव होता है, तो वे तुरन्त ठोकर खाते हैं। 
Mark 4:18 और जो झाडियों में बोए गए ये वे हैं जिन्होंने वचन सुना। 
Mark 4:19 और संसार की चिन्‍ता, और धन का धोखा, और और वस्‍तुओं का लोभ उन में समाकर वचन को दबा देता है। और वह निष्‍फल रह जाता है। 
Mark 4:20 और जो अच्छी भूमि में बोए गए, ये वे हैं, जो वचन सुनकर ग्रहण करते और फल लाते हैं, कोई तीस गुणा, कोई साठ गुणा, और कोई सौ गुणा।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 3-5
  • 2 कुरिन्थियों 1