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शनिवार, 2 जनवरी 2021

निर्देश

 

          मेरे पिता में दिशा की इतनी अद्भुत समझ थी कि इसके लिए मुझे उन से ईर्ष्या होती थी। उन्हें बस पता होता था कि उत्तर, दक्षिण, पूर्व, और पश्चिम किस ओर हैं। यह ऐसा था मानो उन्होंने इस दिशा ज्ञान के साथ ही जन्म लिया हो। और वो सदा ही सही भी होते थे; सिवाय उस रात के, जब वो सही नहीं थे। उस रात मेरे पिता मार्ग भूल गए, खो गए।

          वो और मेरी माँ एक अपरिचित नगर में किसी कार्यक्रम में सम्मिलित होने गए थे, और उनके वापस लौटने के समय तक अँधेरा हो चुका था। वे निश्चित थे कि उन्हें मुख्य सड़क तक पहुँचने का मार्ग पता है, परन्तु उन्हें पता नहीं था, और वे कुछ देर इधर-उधर मुड़ते रहे, और गलत मार्ग के कारण असमंजस में पड़ते चले गए, और फिर निराश होकर खिसियाने लगे। तब मेरी माँ ने उनसे कहा, “मैं समझ रही हूँ कि यह कठिन है, परन्तु कोई बात नहीं; आप अपने फोन पर सही मार्ग के निर्देश देख सकते हैं।” जहाँ तक मुझे पता है, जीवन में पहली बार, मेरे छिहत्तर वर्षीय पिता ने किसी से दिशा निर्देश लिए, वो भी अपने फोन से!

          परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार के पास जीवन का बहुत अनुभव था। परन्तु भजन ऐसे पलों को भी प्रकट करता है जब दाऊद आत्मिक तथा भावनात्मक रीति से खोया हुआ सा प्रतीत होता है। भजन 143 ऐसे ही एक समय को बताता है। उस महान राजा का मन व्याकुल था (पद 4); वह समस्या में पड़ा हुआ था (पद 11)। इसलिए उसने रुक कर प्रार्थना की, “जिस मार्ग से मुझे चलना है, वह मुझको बता दे” (पद 8)। उसने किसी मनुष्य का सहारा नहीं लिया, वरन परमेश्वर को पुकार कर कहा, “क्योंकि मैं तुझी पर भरोसा रखता हूँ” (पद 8)।

          यदि वह “[परमेश्वर के] मन के अनुसार व्यक्ति” (1शमूएल 13:14) खोया हुआ अनुभव कर सकता है, और परमेश्वर से दिशा-निर्देश तथा मार्गदर्शन माँग सकता है, तो स्वाभाविक है कि हमें भी परमेश्वर से निर्देश लेने की आवश्यकता होगी। यदि आज आपको मार्ग नहीं मिल रहा है, तो निःसंकोच होकर परमेश्वर से निर्देश मांगें। - जॉन ब्लेज़

 

परमेश्वर से निर्देश मांगना ठीक ही नहीं है – सर्वोत्तम है।


और जब कभी तुम दाहिनी या बाईं ओर मुड़ने लगो, तब तुम्हारे पीछे से यह वचन तुम्हारे कानों में पड़ेगा, मार्ग यही है, इसी पर चलो। - यशायाह 30:21

बाइबल पाठ: भजन 143:4-11

भजन 143:4 मेरी आत्मा भीतर से व्याकुल हो रही है मेरा मन विकल है।

भजन 143:5 मुझे प्राचीन काल के दिन स्मरण आते हैं, मैं तेरे सब अद्भुत कामों पर ध्यान करता हूं, और तेरे काम को सोचता हूं।

भजन 143:6 मैं तेरी ओर अपने हाथ फैलाए हुए हूं; सूखी भूमि के समान मैं तेरा प्यासा हूं।

भजन 143:7 हे यहोवा, फुर्ती कर के मेरी सुन ले; क्योंकि मेरे प्राण निकलने ही पर हैं मुझ से अपना मुंह न छिपा, ऐसा न हो कि मैं कब्र में पड़े हुओं के समान हो जाऊं।

भजन 143:8 अपनी करुणा की बात मुझे शीघ्र सुना, क्योंकि मैं ने तुझी पर भरोसा रखा है। जिस मार्ग से मुझे चलना है, वह मुझ को बता दे, क्योंकि मैं अपना मन तेरी ही ओर लगाता हूं।

भजन 143:9 हे यहोवा, मुझे शत्रुओं से बचा ले; मैं तेरी ही आड़ में आ छिपा हूं।

भजन 143:10 मुझ को यह सिखा, कि मैं तेरी इच्छा क्योंकर पूरी करूं, क्योंकि मेरा परमेश्वर तू ही है! तेरा भला आत्मा मुझ को धर्म के मार्ग में ले चले!

भजन 143:11 हे यहोवा, मुझे अपने नाम के निमित्त जिला! तू जो धर्मी है, मुझ को संकट से छुड़ा ले!

 

एक साल में बाइबल: 

  • उत्पत्ति 4-6
  • मत्ती 2

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