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सोमवार, 20 फ़रवरी 2012

निष्क्रीय?

   अपनी कार को बाज़ार में, सड़क के किनारे या कार खड़ी करने के स्थानों पर ठीक से खड़ी करना मेरे लिए समस्या रही है। मुझे कार चलाना सिखाने वाले शिक्षक के लिए कार खड़ी करना सिखाना कोई महत्वपुर्ण बात नहीं थी, इसलिए किसी तंग स्थान पर गाड़ी लगाना मैं कई साल तक नहीं सीख पाई; अभी भी जब तक दो या तीन गाड़ियों के लायक स्थान ना हो मैं अपनी गाड़ी नहीं खड़ी कर सकती। गाड़ी ठीक से खड़ी करने के लिए धैर्य रखना मुझे बहुत विचलित करता है।

   एक और बात है जिसे समझना मेरे लिए कठिन रहा और जिसने मुझे विचलित किया है; इसे मैंने तब सुना था जब मैं मसीही विश्वास में नई ही थी। किसी ने कहा था: "परमेश्वर एक स्थिर खड़ी गाड़ी को दिशा देकर आगे नहीं बढ़ा सकता।" कहने वाले का तात्पर्य था कि जब तक हम सचल या सक्रीय नहीं होंगे परमेश्वर भी हमें सही दिशा में ले जाने नहीं पाएगा। मैंने इसे अपने जीवन के लिए चुनौती के रूप में लिया, और निर्णय लिया कि मैं कार्यशील रहूंगी और मेरे सचल या सक्रीय होने से ही परमेश्वर मुझे आगे बढ़ने की सही दिशा देगा। अब, मसीही विश्वास में कुछ परिपक्व हो जाने के बाद मैं जानती हूँ कि यह एक रोचक विचार तो हो सकता है, किंतु परमेश्वर हमेशा इसी के अनुसार कार्य नहीं करता। कभी कभी हमारे जीवनों में परमेश्वर हमें कुछ समय तक एक स्थान पर स्थिर खड़े रहने देना चाहता है।

   जब मूसा इस्त्राएलियों को मिस्त्र से लेकर कनान देश की ओर जा रहा था तो कई बार परमेश्वर ने इस्त्राएलियों को एक ही स्थान पर पड़ाव डालकर रखा। परमेश्वर आग और बादल के खंबे में उनके आगे आगे रहता था और उन्हें मार्ग तथा दिशा दिखाता था। जब जब वह बादल उठता और खंबा आगे की ओर बढ़ता तो इस्त्राएली भी पड़ाव उठाकर उसके पीछे चलते थे; जब वह स्थिर रहता था तो इस्त्राएली भी पड़ाव डाले रहते थे (गिनती ९:१५-२३)। प्रतीक्षा करना आसान नहीं होता, किंतु कई बार परमेश्वर चाहता है कि जिस जगह उसने हमें रखा है हम वहीं बने रहें। भजनकार ने लिखा: "यहोवा की बाट जोहता रह; हियाव बान्ध और तेरा हृदय दृढ़ रहे; हां, यहोवा ही की बाट जोहता रह!" (भजन २७:१४)।

   हो सकता है कि आप को लगे कि आप कहीं पर व्यर्थ ही निष्क्रीय पड़े हैं और अपना समय और सामर्थ बेकार कर रहे हैं। धैर्य का पाठ महत्वपूर्ण है, उसे धैर्य ही से सीखा जाता है और परमेश्वर अपने लोगों को यह पाठ भी सिखाना चाहता है जिससे वे धैर्य की परिस्थितियों में विचलित ना हों वरन उनका लाभ उठा सकें। अपने हृदय को परमेश्वर की अगुवाई के लिए खुला और तैयार रखिए। सही समय पर वह आप को आगे बढ़ने को कहेगा और तब आप सही दिशा में सही कार्य के लिए आगे बढ़ सकेंगे, परमेश्वर के लिए सही रीति से उपयोगी हो सकेंगे और जीवन में सच्ची आशीष पा सकेंगे। - सिंडी हैस कैस्पर


परमेश्वर हमारा ठहरना और चलना दोनो ही निर्धारित करता है।

मैं धीरज से यहोवा की बाट जोहता रहा; और उस ने मेरी ओर झुककर मेरी दोहाई सुनी। - भजन ४०:१

बाइबल पाठ: गिनती ९:१५-२३
Num 9:15  जिस दिन निवास जो साक्षी का तम्बू भी कहलाता है खड़ा किया गया, उस दिन बादल उस पर छा गया; और सन्ध्या को वह निवास पर आग सा दिखाई दिया और भोर तक दिखाई देता रहा। 
Num 9:16  और नित्य ऐसा ही हुआ करता था; अर्थात दिन को बादल छाया रहता, और रात को आग दिखाई देती थी। 
Num 9:17  और जब जब वह बादल तम्बू पर से उठ जाता तब इस्त्राएली प्रस्थान करते थे; और जिस स्थान पर बादल ठहर जाता वहीं इस्त्राएली अपने डेरे खड़े करते थे। 
Num 9:18  यहोवा की आज्ञा से इस्त्राएली कूच करते थे, और यहोवा ही की आज्ञा से वे डेरे खड़े भी करते थे; और जितने दिन तक वह बादल निवास पर ठहरा रहता उतने दिन तक वे डेरे डाले पड़े रहते थे। 
Num 9:19  और जब जब बादल बहुत दिन निवास पर छाया रहता तब इस्त्राएली यहोवा की आज्ञा मानते, और प्रस्थान नहीं करते थे। 
Num 9:20  और कभी कभी वह बादल थोड़े ही दिन तक निवास पर रहता, और तब भी वे यहोवा की आज्ञा से डेरे डाले पड़े रहते थे और फिर यहोवा की आज्ञा ही से प्रस्थान करते थे। 
Num 9:21  और कभी कभी बादल केवल सन्ध्या से भोर तक रहता; और जब वह भोर को उठ जाता था तब वे प्रस्थान करते थे, और यदि वह रात दिन बराबर रहता तो जब बादल उठ जाता तब ही वे प्रस्थान करते थे। 
Num 9:22  वह बादल चाहे दो दिन, चाहे एक महीना, चाहे वर्ष भर, जब तक निवास पर ठहरा रहता तब तक इस्त्राएली अपने डेरों में रहते और प्रस्थान नहीं करते थे; परन्तु जब वह उठ जाता तब वे प्रस्थान करते थे। 
Num 9:23  यहोवा की आज्ञा से वे अपने डेरे खड़े करते, और यहोवा ही की आज्ञा से वे प्रस्थान करते थे; जो आज्ञा यहोवा मूसा के द्वारा देता था उसको वे माना करते थे।

एक साल में बाइबल: 

  • लैव्यवस्था २६-२७
  • मरकुस २

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