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शुक्रवार, 4 जुलाई 2014

स्वतंत्रता


   आज अमेरिका का स्वतंत्रता दिवस है, और अपने चीनी मित्रों के कौशल और चतुराई के द्वारा हम अमेरीकी लोग इसे रंगीन आतिश्बाज़ी के व्यापक तथा विशाल प्रदर्शन के साथ मनाते हैं। प्रति वर्ष जब मैं अपने राष्ट्रीय गान के गाए जाने और आकाश में बारूद के धमाकों द्वारा आकर्षक रंगीन नमूनों के बनाए जाने को देखती हूँ तो मुझे स्मरण हो आता है कि साधारण्तया बारूद के बम इस आतिशबाज़ी के समान रंगीन एवं आकर्षक नहीं वरन घातक होते हैं, उनके परिणाम ऐसे आनन्दमय नहीं वरन दुखदायी होते हैं।

   यद्यपि आतिश्बाज़ी और घातक बम बनाने के लिए एक ही पदार्थ का प्रयोग होता है, एक उत्पाद का उद्देश्य मनोरंजन करना होता है तो दूसरे का घायल करना या जान लेना। यहाँ हम देखते हैं कि कैसे एक ही पदार्थ भले और बुरे दोनों ही कार्यों के लिए प्रयोग किया जा सकता है। योग्य, सावधानी रखने वाले तथा दूसरों की भलाई का ध्यान रखने वालों के हाथों में वही खतरनाक वस्तु आनन्दायक एवं मनोरंजक बन जाती है। लेकिन इसका विपरीत भी इतना ही सत्य है।

   कुछ यही बात स्वतंत्रता के साथ भी लागू होती है; स्वतंत्रता को भी भलाई और बुराई दोनों ही के लिए प्रयोग किया जा सकता है। हम मसीही विश्वासियों को मूसा में होकर मिली व्यवस्था के नियमों के पालन की अनिवार्यता से स्वतंत्रता तो है, लेकिन परमेश्वर का वचन बाइबल हमें सचेत भी करता है कि हम अपनी इस आत्मिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग अपनी स्वार्थ सिद्धी के लिए नहीं करें: "हे भाइयों, तुम स्‍वतंत्र होने के लिये बुलाए गए हो परन्तु ऐसा न हो, कि यह स्‍वतंत्रता शारीरिक कामों के लिये अवसर बने, वरन प्रेम से एक दूसरे के दास बनो" (गलतियों 5:13)।

   संभव है कि हम सबके पास हम अमरीकीयों के समान राजनैतिक एवं धार्मिक स्वतंत्रता नहीं हो, लेकिन संसार के प्रत्येक मसीही विश्वासी के पास, वह चाहे जिस भी स्थान पर रह रहा हो, आत्मिक स्वतंत्रता अवश्य है। इस आत्मिक स्वतंत्रता का उपयोग हमें अपनी इच्छा या विचारों को दूसरों पर थोपने के लिए नहीं वरन परमेश्वर की इच्छा और विचारों को दूसरों तक पहुँचाने के लिए करना है जिससे सब मसीह यीशु में विश्वास द्वारा मिलने वाली स्वतंत्रता को जान सकें। - जूली ऐकैरमैन लिंक


स्वतंत्रता का अर्थ यह नहीं कि हम अपनी मनमानी करें; वरन यह कि हम परमेश्वर की इच्छा पूरी करें, उसे प्रसन्न करें।

और अपने आप को स्‍वतंत्र जानो पर अपनी इस स्‍वतंत्रता को बुराई के लिये आड़ न बनाओ, परन्तु अपने आप को परमेश्वर के दास समझ कर चलो। - 1 पतरस 2:16

बाइबल पाठ: गलतियों 5:1-14
Galatians 5:1 मसीह ने स्‍वतंत्रता के लिये हमें स्‍वतंत्र किया है; सो इसी में स्थिर रहो, और दासत्‍व के जूए में फिर से न जुतो।
Galatians 5:2 देखो, मैं पौलुस तुम से कहता हूं, कि यदि खतना कराओगे, तो मसीह से तुम्हें कुछ लाभ न होगा।
Galatians 5:3 फिर भी मैं हर एक खतना कराने वाले को जताए देता हूं, कि उसे सारी व्यवस्था माननी पड़ेगी। 
Galatians 5:4 तुम जो व्यवस्था के द्वारा धर्मी ठहरना चाहते हो, मसीह से अलग और अनुग्रह से गिर गए हो। 
Galatians 5:5 क्योंकि आत्मा के कारण, हम विश्वास से, आशा की हुई धामिर्कता की बाट जोहते हैं। 
Galatians 5:6 और मसीह यीशु में न खतना, न खतनारिहत कुछ काम का है, परन्तु केवल, जो प्रेम के द्वारा प्रभाव करता है। 
Galatians 5:7 तुम तो भली भांति दौड़ रहे थे, अब किस ने तुम्हें रोक दिया, कि सत्य को न मानो। 
Galatians 5:8 ऐसी सीख तुम्हारे बुलाने वाले की ओर से नहीं। 
Galatians 5:9 थोड़ा सा खमीर सारे गूंधे हुए आटे को खमीर कर डालता है। 
Galatians 5:10 मैं प्रभु पर तुम्हारे विषय में भरोसा रखता हूं, कि तुम्हारा कोई दूसरा विचार न होगा; परन्तु जो तुम्हें घबरा देता है, वह कोई क्यों न हो दण्‍ड पाएगा। 
Galatians 5:11 परन्तु हे भाइयो, यदि मैं अब तक खतना का प्रचार करता हूं, तो क्यों अब तक सताया जाता हूं; फिर तो क्रूस की ठोकर जाती रही। 
Galatians 5:12 भला होता, कि जो तुम्हें डांवाडोल करते हैं, वे काट डाले जाते! 
Galatians 5:13 हे भाइयों, तुम स्‍वतंत्र होने के लिये बुलाए गए हो परन्तु ऐसा न हो, कि यह स्‍वतंत्रता शारीरिक कामों के लिये अवसर बने, वरन प्रेम से एक दूसरे के दास बनो। 
Galatians 5:14 क्योंकि सारी व्यवस्था इस एक ही बात में पूरी हो जाती है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 120-123