जिल प्राईस की याद्दाश्त विलक्षण है और वैज्ञानिक उससे चकित हैं। सन २००६ में एक वैज्ञानिक पत्रिका में उसकी विलक्षण याद्दाश्त के बारे में लेख छपा: "A Case of Unusual Autobiographical Remembering" (असाधारण आपबीती बातों को स्मरण रखने की क्षमता)। जिल प्राइस के पास शब्दों, संख्याओं, घटनाओं या भाषाओं को याद करने की कोई विशेष क्षमता नहीं है। लेकिन पिछले ३० वर्षों में जो भी उसके साथ किसी भी दिन हुआ है, वह उसे पूर्णतः याद रहता है। आप कोई भी तारीख बोल दीजिए, जिल उसका स्पताह का दिन, उस दिन का मौसम, उस दिन उसने क्या खाया था, कौन से टी.वी. प्रोग्राम देखे थे, किन लोगों से क्या बातचीत करी थी, सब कुछ सही सही बता देगी।
हम में से शायद ही कोई होगा जिसके पास ऐसी याद्दाश्त है। इसीलिए हमें अपने कार्यों को करने, अपने कार्य के लिए किए गए समय निर्धारण आदि को स्मरण दिलाने के लिए सहायता की आवश्यक्ता रहती है। यह स्मरण दिलाने की बात और भी आवश्यक हो जाती है जब बात आत्मिक सच्चाईयों की हो। प्रेरित पतरस ने दिखाया कि वह इस आत्मिक बातों के स्मरण दिलाए जाने की आवश्यक्ता को भली प्रकार से समझता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में उसने अपनी पत्री में लिखा: "इसलिये यद्यपि तुम ये बातें जानते हो, और जो सत्य वचन तुम्हें मिला है, उस में बने रहते हो, तौभी मैं तुम्हें इन बातों की सुधि दिलाने को सर्वदा तैयार रहूंगा। और मैं यह अपने लिये उचित समझता हूं, कि जब तक मैं इस डेरे में हूं, तब तक तुम्हें सुधि दिलाकर उभारता रहूं" (२ पतरस १:१२-१३)।
हमारी याद्दाश्त चाहे जैसी भी हो, परमेश्वर के वचन और बातें स्मरण दिलाए जाते रहने की आवश्यक्ता हमें सदा रहेगी। परमेश्वर के वचन का अध्ययन - प्रतिदिन व्यक्तिगत रीति से एवं समयानुसार छोटे से गुट के साथ सामूहिक रूप में, किसी स्थानीय चर्च के कार्यों में अपने आप को सम्मिलित करना आदि वे सहायक हैं जो हमें परमेश्वर के वचन की अत्यन्त आवश्यक बातों को स्मरण दिलाते रहेंगे और परमेश्वर की संगति में बनाए रखेंगे।
यही हमारे उद्धारकर्ता प्रभु यीशु से हमारे प्रेम का सच्चा प्रगटीकरण भी है, जैसा उसने स्वयं कहा: "जिस के पास मेरी आज्ञा है, और वह उन्हें मानता है, वही मुझ से प्रेम रखता है, और जो मुझ से प्रेम रखता है, उस से मेरा पिता प्रेम रखेगा, और मैं उस से प्रेम रखूंगा, और अपने आप को उस पर प्रगट करूंगा। यीशु ने उस को उत्तर दिया, यदि कोई मुझ से प्रेम रखे, तो वह मेरे वचन को मानेगा, और मेरा पिता उस से प्रेम रखेगा, और हम उसके पास आएंगे, और उसके साथ वास करेंगे" (यूहन्ना १४:२१, २३)। - डेनिस फिशर
होने दें कि परमेश्वर का वचन आपकी याद्दाश्त में भर जाए, आपके हृदय पर राज्य करे और आपके कदमों का मार्गदर्शन करता रहे।
बाइबल पाठ: २ पतरस १:५-१६
2Pe 1:5 और इसी कारण तुम सब प्रकार का यत्न करके, अपने विश्वास पर सद्गुण, और सद्गुण पर समझ।
2Pe 1:6 और समझ पर संयम, और संयम पर धीरज, और धीरज पर भक्ति।
2Pe 1:7 और भक्ति पर भाईचारे की प्रीति, और भाईचारे की प्रीति पर प्रेम बढ़ाते जाओ।
2Pe 1:8 क्योंकि यदि ये बातें तुम में वर्तमान रहें, और बढ़ती जाएं, तो तुम्हें हमारे प्रभु यीशु मसीह के पहचानने में निकम्मे और निष्फल न होने देंगी।
2Pe 1:9 और जिस में ये बातें नहीं, वह अन्धा है, और धुन्धला देखता है, और अपने पूर्वकाली पापों से धुलकर शुद्ध होने को भूल बैठा है।
2Pe 1:10 इस कारण हे भाइयों, अपने बुलाए जाने, और चुन लिये जाने को सिद्ध करने का भली भांति यत्न करते जाओ, क्योंकि यदि ऐसा करोगे, तो कभी भी ठोकर न खाओगे।
2Pe 1:11 वरन इस रीति से तुम हमारे प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनन्त राज्य में बड़े आदर के साथ प्रवेश करने पाओगे।
2Pe 1:12 इसलिये यद्यपि तुम ये बातें जानते हो, और जो सत्य वचन तुम्हें मिला है, उस में बने रहते हो, तौभी मैं तुम्हें इन बातों की सुधि दिलाने को सर्वदा तैयार रहूंगा।
2Pe 1:13 और मैं यह अपने लिये उचित समझता हूं, कि जब तक मैं इस डेरे में हूं, तब तक तुम्हें सुधि दिला कर उभारता रहूं।
2Pe 1:14 क्योंकि यह जानता हूं, कि मसीह के वचन के अनुसार मेरे डेरे के गिराए जाने का समय शीघ्र आने वाला है।
2Pe 1:15 इसलिये मैं ऐसा यत्न करूंगा, कि मेरे कूच करने के बाद तुम इन सब बातों को सर्वदा स्मरण कर सको।
2Pe 1:16 क्योंकि जब हम ने तुम्हें अपने प्रभु यीशु मसीह की सामर्थ का, और आगमन का समाचार दिया था तो वह चतुराई से गढ़ी हुई कहानियों का अनुकरण नहीं किया था वरन हम ने आप ही उसके प्रताप को देखा था।
एक साल में बाइबल:
- व्यवस्थाविवरण ११-१३
- मरकुस १२:१-२७