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बुधवार, 25 दिसंबर 2019

धन्यवाद



      इस क्रिसमस पर जब आप क्रिसमस की विशेष मिठाई, कैंडी केन का स्वाद लें तो जर्मनी के लोगों को “डैंके सकोन” बोलें, क्योंकि वह कैंडी सबसे पहले जर्मनी के कोलोन शहर में बनी थी। जब आप क्रिसमस की ऋतु में खिलने वाले पोइंसेटिया के फूलों का आनन्द लें तो मेक्सिको के लोगों को “ग्रासियास” कहें, जहां से यह पौधा लाया गया और सब स्थानों पर पहुँच गया। इस त्यौहार के अवसर पर फ्रांस के लोगों को उनकी भाषा के शब्द ‘नोएल’ के लिए “मर्सी बौकूप” कहें, और क्रिसमस ट्री तथा दीवारों पर सजावट के लिए लगाई जाने वाली ‘मिसलटो’ की बेल के लिए अंग्रजों का धन्यवाद करें।

      लेकिन क्रिसमस के समय विभिन्न परंपराओं एवं उत्सवों – वे रीति-रिवाज़ जो संसार के भिन्न स्थानों से एकत्रित हुए हैं, का आनन्द लेते समय, हमारा सबसे निष्ठावान और हृदय से निकला धन्यवाद हमारे भले, दयालु, और प्रेमी परमेश्वर के लिए हो। क्योंकि परमेश्वर ही से हमें क्रिसमस मनाने का कारण प्राप्त हुआ – 2000 वर्ष से भी अधिक पहले बैतलहम की चरनी में जन्मा शिशु यीशु। उनके आगमन की सूचना मानव-जाति को एक स्वर्गदूत ने यह कहकर दी, “...देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा। कि आज दाऊद के नगर में तुम्हारे लिये एक उद्धारकर्ता जन्मा है, और यही मसीह प्रभु है” (लूका 2:10-11)।

      इस क्रिसमस के समय, रौशनी से जगमगाते क्रिसमस ट्री और उसके चारों ओर रखे खुले हुए नए उपहारों के होते हुए भी सच्ची खुशी की उत्तेजना प्रभु यीशु की ओर ध्यान करने और उनके संसार में आने के उद्देश्य, “...तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्धार करेगा” (मत्ती 1:21) पर मनन करने से ही होती है। प्रभु का जन्म परंपराओं से बढ़कर है: परमेश्वर के इस अवर्णनीय उपहार के लिए वही हमारे स्तुतिगान और धन्यवाद का केंद्र बिंदु है। - डेव ब्रैनन

सो परमेश्वर जो आशा का दाता है तुम्हें विश्वास करने में सब प्रकार के आनन्द और शान्ति से परिपूर्ण करे, कि पवित्र आत्मा की सामर्थ से तुम्हारी आशा बढ़ती जाए - रोमियों 15:13

बाइबल पाठ: लूका 2:1-10
Luke 2:1 उन दिनों में औगूस्‍तुस कैसर की ओर से आज्ञा निकली, कि सारे जगत के लोगों के नाम लिखे जाएं।
Luke 2:2 यह पहिली नाम लिखाई उस समय हुई, जब क्‍विरिनियुस सूरिया का हाकिम था।
Luke 2:3 और सब लोग नाम लिखवाने के लिये अपने अपने नगर को गए।
Luke 2:4 सो यूसुफ भी इसलिये कि वह दाऊद के घराने और वंश का था, गलील के नासरत नगर से यहूदिया में दाऊद के नगर बैतलहम को गया।
Luke 2:5 कि अपनी मंगेतर मरियम के साथ जो गर्भवती थी नाम लिखवाए।
Luke 2:6 उन के वहां रहते हुए उसके जनने के दिन पूरे हुए।
Luke 2:7 और वह अपना पहिलौठा पुत्र जनी और उसे कपड़े में लपेटकर चरनी में रखा: क्योंकि उन के लिये सराय में जगह न थी।
Luke 2:8 और उस देश में कितने गड़ेरिये थे, जो रात को मैदान में रहकर अपने झुण्ड का पहरा देते थे।
Luke 2:9 और प्रभु का एक दूत उन के पास आ खड़ा हुआ; और प्रभु का तेज उन के चारों ओर चमका, और वे बहुत डर गए।
Luke 2:10 तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा।

एक साल में बाइबल: 
  • सपन्याह 1-3
  • प्रकाशितवाक्य 16