ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

मंगलवार, 19 नवंबर 2019

उत्कृष्ट कृति



      मेरे पिता, तीरंदाजों के लिए उनकी पसंद के अनुसार तरकश बनाते हैं, जिसमें वे अपने तीर ले जा सकें। वे असली चमड़े के भागों पर पहले वन्य जीव-जंतुओं की आकृतियाँ काट और खोद कर बनाते हैं, और फिर उन भागों को साथ मिलाकर सिल देते हैं। मैं जब उनसे मिलाने गई हुई थी, तो मैंने बैठकर उन्हें अपनी एक कृति को बनाते हुए देखा। उनके सावधान हाथों ने चाकू की नोक से चमड़े पर उचित दबाव के साथ कटाई और खुदाई की, और विभिन्न आकृतियों को बनाया, और फिर एक कपड़े को रंग में डुबोकर उनपर रंग चढ़ा दिया जिससे वे और अधिक सुन्दर लगने लगीं।

      मैं बैठी अपने पिता की कारीगरी की सराहना कर रही थी, तो मुझे ध्यान आया कि कितनी ही बार मैं अपने स्वर्गीय पिता परमेश्वर की कारीगरी की, जो मुझमें तथा औरों में विदित है, सराहना और अंगीकार करने से चूक जाती हूँ। परमेश्वर की अद्भुत कारीगरी पर मनन करते हुए मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में राजा दाऊद द्वारा परमेश्वर की रचना की पुष्टि स्मरण हो आई, कि परमेश्वर ने ही हमारे आतंरिक अस्तित्व को रचा है, और हम भयानक तथा अद्भुत रीति से रचे गए हैं (भजन 139:13-14)।

      क्योंकि हम जानते हैं कि हमारे सृष्टिकर्ता की प्रत्येक रचना अद्भुत है (पद 14), इसलिए हम भरोसे के साथ उसकी स्तुति और प्रशंसा कर सकते हैं। हम अपना तथा दूसरों का भी और अधिक आदर करने के लिए प्रोत्साहित हो सकते हैं, क्योंकि परमेश्वर ही हमारा और उनका रचियता है, और समस्त सृष्टि के सृष्टिकर्ता ने हमारे अस्तितिव में आने से पहले ही हमें पूरी तरह से, अन्दर और बाहर, न केवल जाना, वरन हमारे सभी दिन भी ठहराए (पद 15-16)।

      जैसे वह चमड़े का टुकड़ा मेरे पिता के कुशल हाथों में तराशा जाकर एक सुन्दर तरकश बन गया, वैसे ही हम भी परमेश्वर की अनुपम और एकमात्र सुन्दर रचना हैं, इसलिए बहुमूल्य हैं। हम में से प्रत्येक को परमेश्वर ने अपनी इच्छा के अनुसार अद्वितीय और एक उद्देश्य के साथ बनाया है, जिससे हम उसकी एक उत्कृष्ट कृति होकर परमेश्वर की भव्यता और महानता को प्रगट करें। - जोशील डिक्सन

परमेश्वर प्रत्येक व्यक्ति को एक उद्देश्य और विशिष्टता के साथ अद्भुत रीति से बनाता है।

तब यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा, गर्भ में रचने से पहिले ही मैं ने तुझ पर चित्त लगाया, और उत्पन्न होने से पहिले ही मैं ने तुझे अभिषेक किया; मैं ने तुझे जातियों का भविष्यद्वक्ता ठहराया। - यिर्मयाह 1:4-5

बाइबल पाठ: भजन 139:11-18
Psalms 139:11 यदि मैं कहूं कि अन्धकार में तो मैं छिप जाऊंगा, और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अन्धेरा हो जाएगा,
Psalms 139:12 तौभी अन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिये अन्धियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं।
Psalms 139:13 मेरे मन का स्वामी तो तू है; तू ने मुझे माता के गर्भ में रचा।
Psalms 139:14 मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिये कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं।
Psalms 139:15 जब मैं गुप्त में बनाया जाता, और पृथ्वी के नीचे स्थानों में रचा जाता था, तब मेरी हडि्डयां तुझ से छिपी न थीं।
Psalms 139:16 तेरी आंखों ने मेरे बेडौल तत्व को देखा; और मेरे सब अंग जो दिन दिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहिले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे।
Psalms 139:17 और मेरे लिये तो हे ईश्वर, तेरे विचार क्या ही बहुमूल्य हैं! उनकी संख्या का जोड़ कैसा बड़ा है।
Psalms 139:18 यदि मैं उन को गिनता तो वे बालू के किनकों से भी अधिक ठहरते। जब मैं जाग उठता हूं, तब भी तेरे संग रहता हूं।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 11-13
  • याकूब 1