एक
समाचार ने उसे “कई दशकों में ईसाइयों के लिए सबसे अधिक प्राण घातक दिन” कहा। अप्रैल
2017 में रविवार की आराधना सभाओं पर किया गया आक्रमण हमारी समझ से बाहर है। उपासना
के भवन में की गई हिंसा और रक्तपात का वर्णन कर पाने के लिए हमारे पास कोई उचित शब्द
नहीं हैं। परन्तु हम उन से कुछ सहायता प्राप्त कर सकते हैं जो इस प्रकार की पीड़ा
से अवगत हैं।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में जब आसाप ने जब भजन 74 लिखा था, उस समय यरूशलेम के अधिकांश निवासी या तो मार डाले गए थे, या निर्वासित कर दिए गए थे। अपने हृदय की वेदना
को व्यक्त करते हुए उसने क्रूर आक्रमणकारियों के द्वारा लाए गए विनाश का वर्णन
करते हुए कहा, “तेरे द्रोही तेरे
सभा स्थान के बीच गरजते रहे हैं” (पद 4); “उन्होंने तेरे पवित्र स्थान को आग
में झोंक दिया है, और तेरे नाम
के निवास को गिरा कर अशुद्ध कर डाला है” (पद 7)।
परन्तु
फिर भी भजनकार को इस वीभत्स वास्तविकता में भी एक ऐसा स्थान मिला जहाँ वह स्थिर खड़ा
हो सका, और आज हम भी हो सकते हैं।
आसाप ने दृढ़ होकर कहा, “परमेश्वर
तो प्राचीन काल से मेरा राजा है, वह पृथ्वी पर उद्धार के काम करता आया है” (पद 12)।
इस सत्य पर आधारित होने से आसाप परमेश्वर की महान सामर्थ्य का स्तुतिगान करने पाया,
चाहे उस समय उसका छुटकारा अनुपस्थित लग रहा था। आसाप ने प्रार्थना की, “अपनी वाचा की सुधि ले; क्योंकि देश के अन्धेरे स्थान अत्याचार के घरों
से भरपूर हैं। पिसे हुए जन को निरादर हो कर लौटना न पड़े; दीन दरिद्र लोग तेरे नाम की स्तुति करने पाएं” (पद
20-21)।
जब
न्याय और दया अनुपस्थित अनुभव हों, तब भी परमेश्वर की सामर्थ्य और उसका प्रेम कभी
कम नहीं होते हैं। हम भी आसाप के समान, पूरे भरोसे के साथ कह सकते हैं, “किन्तु परमेश्वर ... मेरा राजा है।” – टिम गुस्ताफसन
परमेश्वर अपने नाम की रक्षा करेगा।
क्योंकि उदयाचल से ले कर अस्ताचल तक अन्यजातियों
में मेरा नाम महान है, और हर कहीं मेरे
नाम पर धूप और शुद्ध भेंट चढ़ाई जाती है; क्योंकि अन्यजातियों में मेरा नाम महान है, सेनाओं के यहोवा का यही वचन है। - मलाकी 1:11
बाइबल पाठ: भजन 74:4-8, 12-23
भजन संहिता 74:4 तेरे द्रोही तेरे सभा स्थान
के बीच गरजते रहे हैं; उन्होंने अपनी
ही ध्वजाओं को चिन्ह ठहराया है। वे उन मनुष्यों के समान थे
भजन संहिता 74:5 जो घने वन के पेड़ों पर कुल्हाड़े
चलाते हैं।
भजन संहिता 74:6 और अब वे उस भवन की नक्काशी
को, कुल्हाड़ियों और हथौड़ों से बिलकुल
तोड़े डालते हैं।
भजन संहिता 74:7 उन्होंने तेरे पवित्र स्थान
को आग में झोंक दिया है, और तेरे नाम
के निवास को गिरा कर अशुद्ध कर डाला है।
भजन संहिता 74:8 उन्होंने मन में कहा है कि
हम इन को एकदम दबा दें; उन्होंने इस
देश में ईश्वर के सब सभा स्थानों को फूंक दिया है।
भजन संहिता 74:12 परमेश्वर तो प्राचीन काल से
मेरा राजा है, वह पृथ्वी पर उद्धार के
काम करता आया है।
भजन संहिता 74:13 तू ने अपनी शक्ति से समुद्र
को दो भाग कर दिया; तू ने जल में मगरमच्छों
के सिरों को फोड़ दिया।
भजन संहिता 74:14 तू ने तो लिव्यातानों के सिर
टुकड़े टुकड़े कर के जंगली जन्तुओं को खिला दिए।
भजन संहिता 74:15 तू ने तो सोता खोल कर जल की
धारा बहाई, तू ने तो बारहमासी नदियों
को सुखा डाला।
भजन संहिता 74:16 दिन तेरा है रात भी तेरी है; सूर्य और चन्द्रमा को तू ने स्थिर किया है।
भजन संहिता 74:17 तू ने तो पृथ्वी के सब सिवानों
को ठहराया; धूप काल और जाड़ा दोनों तू
ने ठहराए हैं।
भजन संहिता 74:18 हे यहोवा स्मरण कर, कि शत्रु ने नामधराई की है, और मूढ़ लोगों ने तेरे नाम की निन्दा की है।
भजन संहिता 74:19 अपनी पिण्डुकी के प्राण को
वन पशु के वश में न कर; अपने दीन जनों
को सदा के लिये न भूल
भजन संहिता 74:20 अपनी वाचा की सुधि ले; क्योंकि देश के अन्धेरे स्थान अत्याचार के घरों
से भरपूर हैं।
भजन संहिता 74:21 पिसे हुए जन को निरादर हो
कर लौटना न पड़े; दीन दरिद्र लोग तेरे
नाम की स्तुति करने पाएं।
भजन संहिता 74:22 हे परमेश्वर उठ, अपना मुकद्दमा आप ही लड़; तेरी जो नामधराई मूढ़ से दिन भर होती रहती है, उसे स्मरण कर।
भजन संहिता 74:23 अपने द्रोहियों का बड़ा बोल
न भूल, तेरे विरोधियों का कोलाहल तो
निरन्तर उठता रहता है।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 32-33
- इब्रानियों 1