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सोमवार, 26 अगस्त 2019

प्रमाणित लेख



      बहुत वर्षों से मैं घाना में मेरे और मेरे भाई के साथ, हमारे बचपन में घटित एक घटना की कहानी सुनाता रहा था। मुझे जैसे वह घटना याद थी,  मेरे भाई ने हमारी पुरानी, लोहे से बनी, तिपहिया साईकिल एक नाग के ऊपर लाकर खड़ी कर दी। क्योंकि साईकिल बहुत भारी थी, इसलिए वह नाग उसके अगले पहिए के नीचे दबा पड़ा रहा।

      किन्तु मेरी मौसी और मेरी माँ के देहांत के पश्चात, हमें मेरी माँ द्वारा लिखी गई एक पुरानी चिट्ठी मिली जिसमें उन्होंने उस घटना के बारे में लिखा था। उस चिट्ठी से हमें वास्तविकता पता चली, कि सांप के उपर साईकिल मैंने खड़ी की थी और मेरा भाई माँ को बताने के लिए दौड़कर अन्दर चला गया था। उनके प्रत्यक्षदर्शी विवरण के कारण, जो घटना घटित होने के निकट समय में ही लिखा गया था, वास्तविकता प्रगट हो गई, कोई संदेह नहीं रहा।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रभु यीशु मसीह की जीवनी लिखने के लिए लूका ने भी सच्चे अभिलेखों के महत्व को समझा, और उसने प्रत्यक्षदर्शीयों के बयान और विवरण के आधार पर सारा ब्यौरा लिखा, जिससे जो बातें कही और सिखाई जा रही थीं उनकी सत्यता प्रमाणित हो सके (लूका 1:2-4)। उसके इसी परिश्रम का परिणाम बाइबल में ‘लूका रचित सुसमाचार है’। लूका ने ही प्रेरितों के काम नामक पुस्तक को भी लिखा, और उसके आरंभ में लिखा “उसने दु:ख उठाने के बाद बहुत से पड़े प्रमाणों से अपने आप को उन्हें जीवित दिखाया, और चालीस दिन तक वह उन्हें दिखाई देता रहा: और परमेश्वर के राज्य की बातें करता रहा” (प्रेरितों 1:3)।

      हमारा मसीही विश्वास कही-सुनी बातों या काल्पनिक कहानियों पर आधारित नहीं है। हमारा विश्वास प्रभु यीशु मसीह के जीवन के बारे में प्रमाणित और अकाट्य लेखों पर आधारित है, जो हमें बताते हैं कि प्रभु यीशु समस्त मानव जाति को उद्धार और परमेश्वर से मेल-मिलाप का मार्ग प्रदान करने के लिए आए थे। - टिम गुस्ताफासन

वास्तविक विश्वास यथार्थ पर आधारित होता है।

और बालकपन से पवित्र शास्त्र तेरा जाना हुआ है, जो तुझे मसीह पर विश्वास करने से उद्धार प्राप्त करने के लिये बुद्धिमान बना सकता है। हर एक पवित्रशास्‍त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है। - 2 तिमुथियुस 3:15-16

बाइबल पाठ: लूका 1:1-4; प्रेरितों 1:1-3
Luke 1:1 इसलिये कि बहुतों ने उन बातों को जो हमारे बीच में होती हैं इतिहास लिखने में हाथ लगाया है।
Luke 1:2 जैसा कि उन्होंने जो पहिले ही से इन बातों के देखने वाले और वचन के सेवक थे हम तक पहुंचाया।
Luke 1:3 इसलिये हे श्रीमान थियुफिलुस मुझे भी यह उचित मालूम हुआ कि उन सब बातों का सम्पूर्ण हाल आरम्भ से ठीक ठीक जांच कर के उन्हें तेरे लिये क्रमानुसार लिखूं।
Luke 1:4 कि तू यह जान ले, कि वे बातें जिनकी तू ने शिक्षा पाई है, कैसी अटल हैं।
Acts 1:1 हे थियुफिलुस, मैं ने पहिली पुस्तिका उन सब बातों के विषय में लिखी, जो यीशु ने आरम्भ में किया और करता और सिखाता रहा।
Acts 1:2 उस दिन तक जब वह उन प्रेरितों को जिन्हें उसने चुना था, पवित्र आत्मा के द्वारा आज्ञा देकर ऊपर उठाया न गया।
Acts 1:3 और उसने दु:ख उठाने के बाद बहुत से पड़े प्रमाणों से अपने आप को उन्हें जीवित दिखाया, और चालीस दिन तक वह उन्हें दिखाई देता रहा: और परमेश्वर के राज्य की बातें करता रहा।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 119:89-176
  • 1 कुरिन्थियों 8