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शनिवार, 21 नवंबर 2020

मध्यस्थ

 

         एक बड़े शैक्षिक कार्य को समय से पूरा करना मुझ पर बोझ के समान बना हुआ था, और मैं चिंतित थी कि क्या मैं उसे समय से पूरा करने पाऊंगी? मेरी चिंताओं के मध्य में मुझे तीन सन्देश मिले – तीनों मेरे मित्रों द्वारा मुझे प्रोत्साहित करने के लिए भेजे गए थे। प्रत्येक सन्देश में कहा गया कि परमेश्वर ने उस मित्र के हृदय में डाला कि वह  मेरे लिए प्रार्थना करे और मुझे प्रोत्साहित करे। मैंने उन संदेशों के कारण अपने आप को बहुत दीन और प्रोत्साहित पाया कि मेरे ये मित्र, यह जाने बिना ही कि मुझे क्या परेशानी है, परमेश्वर की अगुवाई में मेरे लिए प्रार्थना कर रहे थे, मेरे लिए प्रार्थना में मध्यस्थ और सहायक का कार्य कर रहे थे।

        हम परमेश्वर के वचन बाइबल में देखते हैं कि प्रेरित पौलुस को प्रार्थना की सामर्थ्य का पता था, जब उसने कोरिन्थ की मसीही मण्डली को लिखा कि उसे विश्वास था कि परमेश्वर उन्हें संकटों से बचाता रहेगा जब “तुम भी मिलकर प्रार्थना के द्वारा हमारी सहायता करोगे” (2 कुरिन्थियों 1:10-11)। और जब परमेश्वर उनकी प्रार्थनाओं का उत्तर देगा तो वह महिमान्वित होगा जब लोग उन बहुतेरों की प्रार्थनाओं के उत्तर के लिए उसके धन्यवादी होंगे (पद 11)।

        मेरे मित्र और पौलुस के समर्थक प्रार्थना में मध्यस्थ होने की सेवकाई में संलग्न थे, जिसे सुप्रसिद्ध मसीही प्रचारक ऑस्वाल्ड चैम्बर्स ने “एक गुप्त सेवकाई जो पिता परमेश्वर को महिमान्वित करने वाले फल लाती है” कहा। जब हम अपने मन और हृदय यीशु पर केन्द्रित करते हैं, तो हम पाते हैं कि वह हमें एक आकार दे रहा है, हमें प्रार्थना करना तथा साथ ही औरों के लिए मध्यस्थता करना भी सिखा रहा है। वह हमें सक्षम करता है कि हम मित्रों, परिवार जनों, और यहाँ तक कि अजनबियों के लिए भी प्रार्थनाएँ करें, उनके लिए भी मध्यस्थ होने की भूमिका को निभाएं।

        क्या आज परमेश्वर ने किसी के लिए आपके मन में बोझ डाला है कि आप उसके लिए मध्यस्थ बनें और उसे प्रार्थना में परमेश्वर के सामने उठाएँ? – एमी बाउचर पाई

 

परमेश्वर अपने लोगों की प्रार्थनाएँ सुनता है।


और हर समय और हर प्रकार से आत्मा में प्रार्थना, और बिनती करते रहो, और इसी लिये जागते रहो, कि सब पवित्र लोगों के लिये लगातार बिनती किया करो। - इफिसियों 6:18

बाइबल पाठ: 2 कुरिन्थियों 1:8-11

2 कुरिन्थियों 1:8 हे भाइयों, हम नहीं चाहते कि तुम हमारे उस क्लेश से अनजान रहो, जो आसिया में हम पर पड़ा, कि ऐसे भारी बोझ से दब गए थे, जो हमारी सामर्थ्य से बाहर था, यहां तक कि हम जीवन से भी हाथ धो बैठे थे।

2 कुरिन्थियों 1:9 वरन हम ने अपने मन में समझ लिया था, कि हम पर मृत्यु की आज्ञा हो चुकी है कि हम अपना भरोसा न रखें, वरन परमेश्वर का जो मरे हुओं को जिलाता है।

2 कुरिन्थियों 1:10 उसी ने हमें ऐसी बड़ी मृत्यु से बचाया, और बचाएगा; और उस से हमारी यह आशा है, कि वह आगे को भी बचाता रहेगा।

2 कुरिन्थियों 1:11 और तुम भी मिलकर प्रार्थना के द्वारा हमारी सहायता करोगे, कि जो वरदान बहुतों के द्वारा हमें मिला, उसके कारण बहुत लोग हमारी ओर से धन्यवाद करें।

 

एक साल में बाइबल: 

  • यहेजकेल 16-17
  • याकूब 3