ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शुक्रवार, 1 जनवरी 2016

धन्यवाद


सभी पाठकों को नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं।

   अमेरिका के अनेक कैलण्डरों के अनुसार, जनवरी का महीना राष्ट्रीय धन्यवादी महीना होता है। लेकिन यह बात सरलता से संसार के सभी स्थानों के लिए स्थानांतरित करी जा सकती है, इसलिए इसे वैश्विक धन्यवादी महिना भी कह सकते हैं। धन्यवाद और कृतज्ञता के इस उत्सव का सर्वोत्तम उपयोग करने के लिए आईए देखें कि परमेश्वर का वचन बाइबल परमेश्वर को धन्यवाद देने के विषय में क्या कहती है।

   इस विषय को देखना आरंभ करने का एक संभव स्थान है भजन 136, जिसका आरंभ और अन्त दोनों ही "धन्यवाद करो" के साथ होता है (पद 1, 26)। इस भजन में बारंबार हमें परमेश्वर का धन्यवाद करने का एकमात्र और सर्वोपरि कारण स्मरण करवाया गया है - "क्योंकि उसकी करुणा सदा की है"। हम यह पूरा महीना भजन 136 से परमेश्वर के प्रति धन्यवादी और कृतज्ञ होना सीखने में बिता सकते हैं।

   इस भजन में भजनकार हमें परमेश्वर के महान आश्चर्यजनक कार्यों को याद करवाता है (पद 4); हमें परमेश्वर की सृजन शक्ति के बारे में जो उसकी बुद्धिमता का प्रमाण है बताता है (पद 5)। वह परमेश्वर के लोगों को बन्धुआई से छुड़ाए जाकर उनके दासत्व से निकाले जाने को दोहराता है (पद 10-22)। जब इस भजन में दी गई सृष्टि और छुटकारे की बातों पर विचार करते हैं तो इस महीने के हर दिन में धन्यवाद देने के लिए हम कोई ना कोई विषय तो पा ही सकते हैं।

   नए वर्ष का आरंभ परमेश्वर के प्रति धन्यवादी और कृतज्ञ होने पर ध्यान केंद्रित करने से बेहतर और क्या हो सकता है? आईए भजनकार के साथ कहें, "यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है, और उसकी करूणा सदा की है" (भजन 136:1)। - डेव ब्रैनन


जब जो कुछ अच्छा है पर विचार करें तो अच्छाई के रचियता परमेश्वर पिता का धन्यवाद भी करें।

स्वर्ग के परमेश्वर का धन्यवाद करो, उसकी करूणा सदा की है। - भजन 136:26

बाइबल पाठ: भजन 136:1-16
Psalms 136:1 यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकि वह भला है, और उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:2 जो ईश्वरों का परमेश्वर है, उसका धन्यवाद करो, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:3 जो प्रभुओं का प्रभु है, उसका धन्यवाद करो, उसकी करूणा सदा की है।
Psalms 136:4 उसको छोड़कर कोई बड़े बड़े अशचर्यकर्म नहीं करता, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:5 उसने अपनी बुद्धि से आकाश बनाया, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:6 उसने पृथ्वी को जल के ऊपर फैलाया है, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:7 उसने बड़ी बड़ी ज्योतियों बनाईं, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:8 दिन पर प्रभुता करने के लिये सूर्य को बनाया, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:9 और रात पर प्रभुता करने के लिये चन्द्रमा और तारागण को बनाया, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:10 उसने मिस्त्रियों के पहिलौठों को मारा, उसकी करूणा सदा की है।
Psalms 136:11 और उनके बीच से इस्राएलियों को निकाला, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:12 बलवन्त हाथ और बढ़ाई हुई भुजा से निकाल लाया, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:13 उसने लाल समुद्र को खण्ड खण्ड कर दिया, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:14 और इस्राएल को उसके बीच से पार कर दिया, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:15 और फिरौन को सेना समेत लाल समुद्र में डाल दिया, उसकी करूणा सदा की है। 
Psalms 136:16 वह अपनी प्रजा को जंगल में ले चला, उसकी करूणा सदा की है।

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 1-3
  • मत्ती 1