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सोमवार, 26 फ़रवरी 2018

देखभाल


   मैंने यूँ ही हलके में, उस 84 वर्षीय वृद्धा और मेरी मित्र से पूछा, “कैसी हैं माताजी?” उन्होंने अपने दुखते जोड़ों की ओर संकेत करते हुए कहा, “बुढ़ापा बहुत कठिन होता है!” परन्तु फिर साथ ही बड़ी निष्ठा के साथ यह भी कहा, “परन्तु परमेश्वर मेरे साथ भला रहा है और अभी भी है।”

   सुप्रसिद्ध सुसमाचार प्रचारक बिली ग्राहम ने अपनी पुस्तक Nearing Home में लिखा है, “वृद्ध होना मेरे जीवन का सबसे बड़ा आश्चर्य रहा है।” परन्तु बिली ग्राहम ने इस संदर्भ में, परमेश्वर के वचन बाइबल के बारे में यह भी बताया है कि, “यद्यपि बाइबल हमारे वृद्ध होने में अनुभव की जाने वाले समस्याओं को छुपाती या नज़रंदाज़ तो नहीं करती है, लेकिन साथ ही बाइबल वृद्धावस्था को तुच्छ या दांत किटकिटा कर बस सहन करते रहने वाला बोझ भी नहीं बताती है।” फिर बिली ग्राहम ने कुछ प्रश्नों का उल्लेख किया जिनका सामना वृद्ध होते हुए उन्हें करना पड़ा है; जैसे कि “हम कैसे आयु के साथ बढ़ने वाले उन भय, संघर्षों और बढ़ती सीमाओं का न केवल सामना कर सकते हैं वरन उन सब के होते हुए भी अन्दर से और भी बलवंत हो सकते हैं।”

   बाइबल ही में हमें परमेश्वर का आश्वासन मिलता है, “तुम्हारे बुढ़ापे में भी मैं वैसा ही बना रहूंगा और तुम्हारे बाल पकने के समय तक तुम्हें उठाए रहूंगा। मैं ने तुम्हें बनाया और तुम्हें लिये फिरता रहूंगा”(यशायाह 46:4)।

   हम नहीं जानते हैं कि पृथ्वी पर हमें कितने समय और जीवित रहना है; न ही यह जानते हैं कि पृथ्वी पर अपने समय के दौरान हमें किन परिस्थितियों और कठिनाईयों का सामना करना पद सकता है। परन्तु इस सब में एक बात तो निश्चित है: हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे जीवन भर हमारी देखभाल करता रहेगा। - लौरेंस दर्मानी


वृद्धावस्था से न घबाराएं; परमेश्वर सदा आपके साथ बना रहेगा।

हम को अपने दिन गिनने की समझ दे कि हम बुद्धिमान हो जाएं। - भजन 90:12

बाइबल पाठ: यशायाह 46:4-13
Isaiah 46:3 हे याकूब के घराने, हे इस्राएल के घराने के सब बचे हुए लोगो, मेरी ओर कान लगाकर सुनो; तुम को मैं तुम्हारी उत्पत्ति ही से उठाए रहा और जन्म ही से लिये फिरता आया हूं।
Isaiah 46:4 तुम्हारे बुढ़ापे में भी मैं वैसा ही बना रहूंगा और तुम्हारे बाल पकने के समय तक तुम्हें उठाए रहूंगा। मैं ने तुम्हें बनाया और तुम्हें लिये फिरता रहूंगा;
Isaiah 46:5 मैं तुम्हें उठाए रहूंगा और छुड़ाता भी रहूंगा।। तुम किस से मेरी उपमा दोगे और मुझे किस के समान बताओगे, किस से मेरा मिलान करोगे कि हम एक समान ठहरें?
Isaiah 46:6 जो थैली से सोना उण्डेलते वा कांटे में चान्दी तौलते हैं, जो सुनार को मजदुरी देकर उस से देवता बनवाते हैं, तब वे उसे प्रणाम करते वरन दण्डवत भी करते हैं!
Isaiah 46:7 वे उसको कन्धे पर उठा कर लिये फिरते हैं, वे उसे उसके स्थान में रख देते और वह वहीं खड़ा रहता है; वह अपने स्थान से हट नहीं सकता; यदि कोई उसकी दोहाई भी दे, तौभी न वह सुन सकता है और न विपत्ति से उसका उद्धार कर सकता है।।
Isaiah 46:8 हे अपराधियों, इस बात को स्मरण करो और ध्यान दो, इस पर फिर मन लगाओ।
Isaiah 46:9 प्राचीनकाल की बातें स्मरण करो जो आरम्भ ही से है; क्योंकि ईश्वर मैं ही हूं, दूसरा कोई नहीं; मैं ही परमेश्वर हूं और मेरे तुल्य कोई भी नहीं है।
Isaiah 46:10 मैं तो अन्त की बात आदि से और प्राचीनकाल से उस बात को बताता आया हूं जो अब तक नहीं हुई। मैं कहता हूं, मेरी युक्ति स्थिर रहेगी और मैं अपनी इच्छा को पूरी करूंगा।
Isaiah 46:11 मैं पूर्व से एक उकाब पक्षी को अर्थात दूर देश से अपनी युक्ति के पूरा करने वाले पुरूष को बुलाता हूं। मैं ही ने यह बात कही है और उसे पूरी भी करूंगा; मैं ने यह विचार बान्धा है और उसे सफल भी करूंगा।
Isaiah 46:12 हे कठोर मनवालो तुम जो धर्म से दूर हो, कान लगाकर मेरी सुनो।
Isaiah 46:13 मैं अपनी धामिर्कता को समीप ले आने पर हूं वह दूर नहीं है, और मेरे उद्धार करने में विलम्ब न होगा; मैं सिय्योन का उद्धार करूंगा और इस्राएल को महिमा दूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 15-16
  • मरकुस 6:1-29