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मंगलवार, 3 जनवरी 2017

मुक्त


   ऐन को, वह जहाँ कहीं भी हो, वहाँ लोगों से बात करना और उन्हें प्रभु यीशु के बारे में बताना अच्छा लगता है। एक दिन जब वह अपने पति से मिलने अस्पताल गई हुई थी, ऐन ने उसके पति की सेवा करने वाले सेवा-सहायक से वार्तालाप आरंभ किया। ऐन ने उससे पूछा कि क्या उसने विचार किया है कि वह भविष्य में क्या करना चाहता है? जब उस सेवा-सहायक ने कहा कि उसने अभी इस बारे में विचार नहीं किया है, तो ऐन ने उसे सुझाव दिया कि उस के लिए पहले परमेश्वर को जानना आवश्यक है, क्योंकि जीवन के सही निर्णय परमेश्वर की सहायता से ही लिए जा सकते हैं। यह सुनकर उस सेवा-सहायक ने अपनी कमीज़ की एक आस्तीन ऊपर कर के अपनी बाँह पर "मैं मुक्त किया गया हूँ" गोदा हुआ दिखाया।

  उन दोनों को एहसास हुआ कि वे दोनों ही प्रभु यीशु को चाहते हैं, उसे समर्पित हैं; और उन दोनों ही के पास उस में अपने विश्वास को व्यक्त करने के, जिस ने उन्हें मुक्त करने के लिए अपने प्राण बलिदान किए, अपने अपने तरीके थे।

   स्टीव ग्रीन के एक पुराने गीत का शीर्षक इसे सबसे अच्छा व्यक्त करता है: "लोगों को प्रभु की आवश्यकता है"। अब यह हमारे ऊपर है कि हम उनके साथ अपने मसीही विश्वास को बाँटने के कौन से तरीके अपनाते हैं, बनाते हैं, और इस सुसमाचार को लोगों को बताते हैं। अपरिचितों से बात करना हर किसी से नहीं हो पाता, और ना ही सुसमाचार फैलाने का कोई ऐसा तरीका है जिसे सभी एक समान प्रयोग कर सकें। परन्तु जब हम अपने आप को परमेश्वर को उसका कार्य करने के लिए उपलब्ध करवाएंगे, तो वह हमारे व्यकतित्व के अनुसार हमारे अन्दर विद्यमान उसकी ज्योति का उपयोग उसके प्रेम, अनुग्रह एवं उद्धार के सन्देश को लोगों तक पहुँचाने के लिए करेगा।

   क्या आप प्रभु यीशु में लाए गए विश्वास एवं पापों की क्षमा द्वारा "मुक्त" किए गए हैं? यदि हाँ, तो परमेश्वर से कहें कि प्रभु यीशु में उपलब्ध इस मुक्ति के सुसमाचार को औरों तक पहुँचाने के लिए वह आपको भी इस्तेमाल करे। - डेव ब्रैनन


प्रभु यीशु में उद्धार का शुभ-सन्देश इतना अच्छा है कि
 उसे अपने तक ही रखना उचित नहीं है।

हे मेरे परमेश्वर मैं तेरी इच्छा पूरी करने से प्रसन्न हूं; और तेरी व्यवस्था मेरे अन्त:करण में बनी है। मैं ने बड़ी सभा में धर्म के शुभ समाचार का प्रचार किया है; देख, मैं ने अपना मुंह बन्द नहीं किया हे यहोवा, तू इसे जानता है। मैं ने तेरा धर्म मन ही में नहीं रखा; मैं ने तेरी सच्चाई और तेरे किए हुए उधार की चर्चा की है; मैं ने तेरी करूणा और सत्यता बड़ी सभा से गुप्त नहीं रखी। - भजन 40:8-10

बाइबल पाठ: प्रेरितों 17:22-31
Acts 17:22 तब पौलुस ने अरियुपगुस के बीच में खड़ा हो कर कहा; हे अथेने के लोगों मैं देखता हूं, कि तुम हर बात में देवताओं के बड़े मानने वाले हो। 
Acts 17:23 क्योंकि मैं फिरते हुए तुम्हारी पूजने की वस्‍तुओं को देख रहा था, तो एक ऐसी वेदी भी पाई, जिस पर लिखा था, कि अनजाने ईश्वर के लिये। सो जिसे तुम बिना जाने पूजते हो, मैं तुम्हें उसका समाचार सुनाता हूं। 
Acts 17:24 जिस परमेश्वर ने पृथ्वी और उस की सब वस्‍तुओं को बनाया, वह स्वर्ग और पृथ्वी का स्‍वामी हो कर हाथ के बनाए हुए मन्‍दिरों में नहीं रहता। 
Acts 17:25 न किसी वस्तु का प्रयोजन रखकर मनुष्यों के हाथों की सेवा लेता है, क्योंकि वह तो आप ही सब को जीवन और श्वास और सब कुछ देता है। 
Acts 17:26 उसने एक ही मूल से मनुष्यों की सब जातियां सारी पृथ्वी पर रहने के लिये बनाईं हैं; और उन के ठहराए हुए समय, और निवास के सिवानों को इसलिये बान्‍धा है। 
Acts 17:27 कि वे परमेश्वर को ढूंढ़ें, कदाचित उसे टटोल कर पा जाएं तौभी वह हम में से किसी से दूर नहीं! 
Acts 17:28 क्योंकि हम उसी में जीवित रहते, और चलते-फिरते, और स्थिर रहते हैं; जैसे तुम्हारे कितने कवियों ने भी कहा है, कि हम तो उसी के वंश भी हैं। 
Acts 17:29 सो परमेश्वर का वंश हो कर हमें यह समझना उचित नहीं, कि ईश्वरत्‍व, सोने या रूपे या पत्थर के समान है, जो मनुष्य की कारीगरी और कल्पना से गढ़े गए हों। 
Acts 17:30 इसलिये परमेश्वर आज्ञानता के समयों में अनाकानी कर के, अब हर जगह सब मनुष्यों को मन फिराने की आज्ञा देता है। 
Acts 17:31 क्योंकि उसने एक दिन ठहराया है, जिस में वह उस मनुष्य के द्वारा धर्म से जगत का न्याय करेगा, जिसे उसने ठहराया है और उसे मरे हुओं में से जिलाकर, यह बात सब पर प्रामाणित कर दी है।

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 7-9
  • मत्ती 3