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गुरुवार, 18 अप्रैल 2013

भलाई का उद्देश्य


   बचपन में हम सण्डे स्कूल में एक गाना गाया करते थे, जो कुछ इस प्रकार था: "परमेश्वर मेरे प्रति भला है! परमेश्वर मेरे प्रति भला है! वह मेरा हाथ थामता है और मुझे सहारा देता है। परमेश्वर मेरे प्रति भला है!

   मैं इस बात का पूरी रीति से विश्वास करता हूँ कि परमेश्वर मेरे प्रति भला है, और ना केवल मेरे प्रति वरन सभी मनुष्यों के प्रति वह भला है और उनके लिए भले कार्य करने में वह आनन्दित होता है। वह वास्तव में हमारे हाथ थामे रहता है, विशेषकर कठिन समयों में और जीवन की समस्याओं का सामना करने में वह हमें सहारा देता है। लेकिन क्या आपने कभी अपने आप से यह पूछा कि परमेश्वर भला क्यों है? अवश्य ही ऐसा इसलिए नहीं है क्योंकि हम उसकी भलाई के योग्य हैं और ना ही इसलिए उसे अपने किसी प्रयोजन के लिए हमारा साथ और प्रेम चाहिए। कौन मनुष्य परमेश्वर को कुछ दे सकता है, या किसी मनुष्य के पास ऐसा क्या है जो परमेश्वर के पास नहीं; जो कुछ हम हैं और जो भी हमारे पास है वह अन्ततः उसी का प्रदान किया हुआ ही तो है!

   भजनकार ने अपनी एक प्रार्थना में कहा: "परमेश्वर हम पर अनुग्रह करे और हम को आशीष दे; वह हम पर अपने मुख का प्रकाश चमकाए जिस से तेरी गति पृथ्वी पर, और तेरा किया हुआ उद्धार सारी जातियों में जाना जाए" (भजन 67:1-2)। परमेश्वर से मिलने वाली हमारी प्रतिदिन की आशीषें इस बात का प्रमाण हैं कि वह भला परमेश्वर है जो अपने लोगों की चिन्ता करता है। लेकिन संसार के लोग इस बात को कैसे जानेंगे यदि हम उन भलाईयों के लिए परमेश्वर की सार्वजनिक रूप में स्तुति और बड़ाई नहीं करेंगे? परमेश्वर के भले कार्यों के वर्णन से ही लोग उसके बारे में तथा उसकी वास्तविकता और उसके गुणों के बारे में जानने पाएंगे। इसीलिए भजनकार ने आगे लिखा: "हे परमेश्वर, देश देश के लोग तेरा धन्यवाद करें; देश देश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें" (भजन 67:3)।

   इसलिए अगली बार जब हम परमेश्वर की भलाई के पात्र होने का अनुभव करें तो साथ ही उसे सार्वजनिक रूप में धन्यवाद करना ना भूलें। उसकी भलाईयों का उपभोग बिना उसे उन भलाईयों के योग्य धन्यवाद दिए या आभार प्रकट किए हुए करते रहना, परमेश्वर का अनादर है और हमारे जीवनों में उसकी भलाई के उद्देश्य को नकारता है। - जो स्टोवैल


परमेश्वर भला है - सुनिश्चित करें कि आप के आस-पास के लोग आपके जीवन से इस बात को अवश्य जानें।

परमेश्वर हम पर अनुग्रह करे और हम को आशीष दे; वह हम पर अपने मुख का प्रकाश चमकाए - भजन 67:1

बाइबल पाठ: भजन 67
Psalms 67:1 परमेश्वर हम पर अनुग्रह करे और हम को आशीष दे; वह हम पर अपने मुख का प्रकाश चमकाए
Psalms 67:2 जिस से तेरी गति पृथ्वी पर, और तेरा किया हुआ उद्धार सारी जातियों में जाना जाए।
Psalms 67:3 हे परमेश्वर, देश देश के लोग तेरा धन्यवाद करें; देश देश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें।
Psalms 67:4 राज्य राज्य के लोग आनन्द करें, और जयजयकार करें, क्योंकि तू देश देश के लोंगों का न्याय धर्म से करेगा, और पृथ्वी के राज्य राज्य के लोगों की अगुवाई करेगा।
Psalms 67:5 हे परमेश्वर, देश देश के लोग तेरा धन्यवाद करें; देश देश के सब लोग तेरा धन्यवाद करें।
Psalms 67:6 भूमि ने अपनी उपज दी है, परमेश्वर जो हमारा परमेश्वर है, उसने हमें आशीष दी है।
Psalms 67:7 परमेश्वर हम को आशीष देगा; और पृथ्वी के दूर दूर देशों के सब लोग उसका भय मानेंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 शमूएल 3-5 
  • लूका 14:25-35