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सोमवार, 2 मई 2016

विश्राम स्थल


   मेरे दफ्तर की खिड़की से दिखने वाले खेत में खड़ा वह एकमात्र पेड़ मेरे लिए एक पहेली था। कई एकड़ में फैले उस खेत में से अनेक पेड़ काट दिए गए थे जिससे खेती की जा सके, लेकिन उस एक पेड़ को छोड़ दिया गया था, और वह ऊँची और बड़े दायरे में फैली हुई अपनी डालियों के साथ वहाँ बना हुआ था। इस पहेली का उत्तर मुझे तब मिला जब मैंने वहाँ के किसानों की परंपरा के बारे में जाना - लंबे समय से वे किसान अपने खेतों में एक पेड़ को बचाए रखते थे जिससे वे और उनके जानवर उस पेड़ के नीचे विश्राम पा सकें, धूप और गर्मी से बचने का एक ठंड़ा स्थान उनके पास उपलब्ध रहे।

   हमारे जीवनों में भी कभी ऐसा होता है कि हम ही अकेले होते हैं जो किसी दुर्घटना या त्रासदी से बच कर निकल आते हैं, और सोचते हैं कि हम ही क्यों बच सके? युद्ध स्थल से लौटने वाले सैनिकों, जान-लेवा रोगों के फैलने पर बचने वाले रोगियों, आदि सब की यही सोच होती है, कि जब अन्य कोई नहीं बच सका, तो हम क्यों और कैसे बच गए?

   परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड में हम पाते हैं कि जब ढिठाई तथा अनाज्ञाकारिता के कारण परमेश्वर को अपनी प्रजा इस्त्राएल को अन्ततः दण्ड देने के लिए मजबूर होना पड़ा, उन्हें दास्तव में जाने दिया गया, तब भी परमेश्वर ने थोड़े से लोगों को सुरक्षित बचाए रखा। इन बचे हुए लोगों ने परमेश्वर की व्यवस्था और विधियों को संभाले रखा और आगे चलकर यरुशालेम के मन्दिर का पुनःनिर्माण किया (एज़्रा 9:9)। प्रेरित पौलुस ने अपने आप को परमेश्वर द्वारा बचा कर रखे हुओं में से एक बताया (रोमियों 11:1, 5) जिससे वह गैरयहूदियों के मध्य परमेश्वर का संदेशवाहक बन सके (रोमियों 11:13)।

   यदि आज हम वहाँ सुरक्षित खड़े हैं जहाँ अनेक गिर चुके हैं या नाश हो चुके हैं, तो वह इसलिए कि हम उस जीवते सच्चे प्रभु परमेश्वर की स्तुति और आराधना में हाथ उठाएं, उसके प्रेम और दया के सुसमाचार को अन्य लोगों तक फैलाएं और पाप के दुषप्रभावों से हताश और निराश लोगों के लिए एक विश्राम स्थल बनें, जहाँ वे बुराई की झुलसाने वाली तपिश से ठन्डक पाने का स्थान तथा अनन्त आशीष के जीवन मार्ग पाएं। - जूली ऐकैरमैन लिंक


प्रोत्साहन की एक छोटी से चिंगारी, आशा की बड़ी ज्वाला सुल्गा सकती है।

कि प्रभु का आत्मा मुझ पर है, इसलिये कि उसने कंगालों को सुसमाचार सुनाने के लिये मेरा अभिषेक किया है, और मुझे इसलिये भेजा है, कि बन्‍धुओं को छुटकारे का और अन्‍धों को दृष्टि पाने का सुसमाचार प्रचार करूं और कुचले हुओं को छुड़ाऊं। - लूका 4:18

बाइबल पाठ: एज़्रा 9:5-9
Ezra 9:5 परन्तु सांझ की भेंट के समय मैं वस्त्र और बागा फाड़े हुए उपवास की दशा में उठा, फिर घुटनों के बल झुका, और अपने हाथ अपने परमेश्वर यहोवा की ओर फैला कर कहा, 
Ezra 9:6 हे मेरे परमेश्वर! मुझे तेरी ओर अपना मुंह उठाते लाज आती है, और हे मेरे परमेश्वर! मेरा मुंह काला है; क्योंकि हम लोगों के अधर्म के काम हमारे सिर पर बढ़ गए हैं, और हमारा दोष बढ़ते बढ़ते आकाश तक पहुंचा है 
Ezra 9:7 अपने पुरखाओं के दिनों से ले कर आज के दिन तक हम बड़े दोषी हैं, और अपने अधर्म के कामों के कारण हम अपने राजाओं और याजकों समेत देश देश के राजाओं के हाथ में किए गए कि तलवार, बन्धुआई, लूटे जाने, और मुंह काला हो जाने की विपत्तियों में पड़ें जैसे कि आज हमारी दशा है। 
Ezra 9:8 और अब थोड़े दिन से हमारे परमेश्वर यहोवा का अनुग्रह हम पर हुआ है, कि हम में से कोई कोई बच निकले, और हम को उसके पवित्र स्थान में एक खूंटी मिले, और हमारा परमेश्वर हमारी आंखों में जयोति आने दे, और दासत्व में हम को कुछ विश्रान्ति मिले। 
Ezra 9:9 हम दास तो हैं ही, परन्तु हमारे दासत्व में हमारे परमेश्वर ने हम को नहीं छोड़ दिया, वरन फारस के राजाओं को हम पर ऐसे कृपालु किया, कि हम नया जीवन पाकर अपने परमेश्वर के भवन को उठाने, और इसके खंडहरों को सुधारने पाए, और हमें यहूदा और यरूशालेम में आड़ मिली।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 राजा 12-13
  • लूका 22:1-20