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बुधवार, 15 अक्तूबर 2014

सहायक


   मैंने अनेक मसीही विश्वासियों को यह कहते हुए सुना है कि "मैं मरने से नहीं डरता क्योंकि मुझे पूर्ण विश्वास है कि मैं मरने के बाद स्वर्ग में होऊँगा; किंतु मुझे डर लगता है मरने की प्रक्रिया से!" हाँ, यह सही है कि मसीही विश्वासी होने के नाते हम अन्ततः स्वर्ग में होने की प्रतीक्षा में हैं लेकिन मरना हमें फिर भी भयभीत कर सकता है - इसे स्वीकार कर लेने में कोई शर्मिंदगी की बात नहीं है। मरने के साथ जुड़ी हुई पीड़ा से, प्रीय जनों से बिछुड़ने से, उन्हें अशक्त तथा दुखी कर देने से, पृथ्वी पर मिले अवसरों को बिसरा देने की जवाबदेही आदि से भयभीत होना स्वाभाविक बात है। लेकिन मसीही विश्वासियों के लिए जो मृत्यु के उस पार उनके लिए रखा है, वह उन्हें हिम्मत देता है, मृत्यु के भय को कम करता है।

   क्यों मसीही विश्वासियों को मृत्यु से भयभीत होने की आवश्यकता नहीं है? क्योंकि परमेश्वर का वचन बाइबल हमें आश्वस्त करती है कि जैसे मसीह यीशु मृतकों में से जिलाया गया, जो मसीह यीशु में विश्वास द्वारा अब मसीह यीशु में आ गए हैं वे भी वैसे ही जिलाए जाएंगे। प्रभु यीशु के पुनरुत्थान द्वारा मृत्यु उनके लिए निरस्त कर दी गई है, उसकी सामर्थ निषक्रीय कर दी गई है; इसीलिए प्रेरित पौलुस कुरिन्थुस के मसीही विश्वासियों को लिखी अपनी पत्री में कहता है: "हे मृत्यु तेरा डंक कहां रहा? मृत्यु का डंक पाप है; और पाप का बल व्यवस्था है। परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा हमें जयवन्‍त करता है" (1 कुरिन्थियों 15:56-57)।

   मृत्यु की प्रक्रीया तो हम मसीही विश्वासियों की सहायक है जो हमें अनन्त काल के लिए परमेश्वर की उपस्थिति तथा आनन्द में ले आती है। परमेश्वर से हमें यह आश्वासन है कि "चाहे मैं घोर अन्धकार से भरी हुई तराई में हो कर चलूं, तौभी हानि से न डरूंगा, क्योंकि तू मेरे साथ रहता है; तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है" (भजन 23:4)। यह शब्द चित्र प्रभु यीशु जो हमारे साथ रहता है के कार्य का है, वह सदा हमें शान्ति और सांत्वना देता है और अन्ततः जीवन के अन्धकार से निकालकर परमेश्वर के निवास स्थान में ले आता है। हमारा उद्धारकर्ता हमें कभी नहीं छोड़ता, सदा और हर परिस्थिति में हमारे साथ बना रहता है और हमारी अनन्त भलाई के लिए कार्यरत रहता है; वह हमारा सदा सहायक है। - एल्बर्ट ली


स्वर्ग की भोर के आगमन से पूर्व, मृत्यु जीवन का अन्तिम अंधकार है।

और जब यह नाशमान अविनाश को पहिन लेगा, और यह मरनहार अमरता को पहिन लेगा, तक वह वचन जो लिखा है, पूरा हो जाएगा, कि जय ने मृत्यु को निगल लिया। हे मृत्यु तेरी जय कहां रही? - 1 कुरिन्थियों 15:54-55

बाइबल पाठ: भजन 23
Psalms 23:1 यहोवा मेरा चरवाहा है, मुझे कुछ घटी न होगी। 
Psalms 23:2 वह मुझे हरी हरी चराइयों में बैठाता है; वह मुझे सुखदाई जल के झरने के पास ले चलता है; 
Psalms 23:3 वह मेरे जी में जी ले आता है। धर्म के मार्गो में वह अपने नाम के निमित्त मेरी अगुवाई करता है। 
Psalms 23:4 चाहे मैं घोर अन्धकार से भरी हुई तराई में हो कर चलूं, तौभी हानि से न डरूंगा, क्योंकि तू मेरे साथ रहता है; तेरे सोंटे और तेरी लाठी से मुझे शान्ति मिलती है।। 
Psalms 23:5 तू मेरे सताने वालों के साम्हने मेरे लिये मेज बिछाता है; तू ने मेरे सिर पर तेल मला है, मेरा कटोरा उमण्ड रहा है। 
Psalms 23:6 निश्चय भलाई और करूणा जीवन भर मेरे साथ साथ बनी रहेंगी; और मैं यहोवा के धाम में सर्वदा वास करूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • मत्ती 8-11