ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2019

मित्र



      मेरी एक प्रिय सहेली ने मुझे एक सन्देश भेजा और कहा, “मैं बहुत आनन्दित हूँ कि हम एक-दूसरे के साथ अपने जीवन की भली, बुरी, और कटु बातें बाँट सकते हैं।” हम दोनों कई वर्षों से सहेलियाँ रहे हैं, और हमने परस्पर अपने आनन्द और असफलताओं को साझा किया है। हम जानते हैं कि हम सिद्ध नहीं हैं, इसलिए हम अपने संघर्षों को भी बाँटते हैं और एक दूसरे की सफलताओं में आनन्दित भी होते हैं।

      परमेश्वर के वचन बाइबल के दो पात्र, दाऊद और योनातान भी बहुत अच्छे मित्र थे; उनकी मित्रता का आरंभ गोलियत पर दाऊद की विजय के साथ हुआ (1 शमूएल 18:1-4)। उन दोनों ने योनातान के पिता, राजा शाउल, के दाऊद के प्रति द्वेष रखने (18:6-11; 20:1-2) और दाऊद को मार डालने के शाउल के षड़यंत्रों और प्रयासों के बुरे और भयावह दिनों के अनुभव भी साझा किए (20:42)।

      परिस्थितियों के बदल जाने पर अच्छे मित्र एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ देते हैं। वे एक-दूसरे साथ भले और बुरे दोनों समयों में बने रहते हैं। अच्छे मित्र, उन बुरे दिनों में जब हम प्रभु से दूर चले जाने के प्रलोभनों या परिक्षा में पड़ रहे हों, तब हमें फिर से परमेश्वर की ओर मोड़ने में भी सहायक होते हैं।

      सच्ची मित्रता परमेश्वर का उपहार है क्योंकि वह सदा हमारे साथ बने रहने वाले हमारे उस सिद्ध मित्र – प्रभु यीशु, के जैसे व्यवहार का उदाहरण होते हैं; उस प्रभु का जिसने हम से प्रतिज्ञा की है कि वह न तो हमें कभी छोड़ेगा और न ही कभी त्यागेगा (इब्रानियों 13:5)। - कीला ओकोआ


सच्चा मित्र वह पहला व्यक्ति होता है 
जो तब हमारे पास आता है 
जब अन्य सभी छोड़ के चले जाते हैं।

तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। - इब्रानियों 13:5

बाइबल पाठ: 1 शमूएल 20:35-42
1 Samuel 20:35 बिहान को योनातन एक छोटा लड़का संग लिये हुए मैदान में दाऊद के साथ ठहराए हुए स्थान को गया।
1 Samuel 20:36 तब उसने अपने छोकरे से कहा, दौड़कर जो जो तीर मैं चलाऊं उन्हें ढूंढ़ ले आ। छोकरा दौड़ता ही था, कि उसने एक तीर उसके परे चलाया।
1 Samuel 20:37 जब छोकरा योनातन के चलाए तीर के स्थान पर पहुंचा, तब योनातन ने उसके पीछे से पुकार के कहा, तीर तो तेरी परली ओर है।
1 Samuel 20:38 फिर योनातन ने छोकरे के पीछे से पुकारकर कहा, “बड़ी फुर्ती कर, ठहर मत!” और योनातन का छोकरा तीरों को बटोर के अपने स्वामी के पास ले आया।
1 Samuel 20:39 इसका भेद छोकरा तो कुछ न जानता था; केवल योनातन और दाऊद इस बात को जानते थे।
1 Samuel 20:40 और योनातन ने अपने हथियार अपने छोकरे को देकर कहा, जा, इन्हें नगर को पहुंचा।
1 Samuel 20:41 ज्योंही छोकरा चला गया, त्योंही दाऊद दक्खिन दिशा की अलंग से निकला, और भूमि पर औंधे मुंह गिरके तीन बार दण्डवत की; तब उन्होंने एक दूसरे को चूमा, और एक दूसरे के साथ रोए, परन्तु दाऊद को रोना अधिक था।
1 Samuel 20:42 तब योनातन ने दाऊद से कहा, कुशल से चला जा; क्योंकि हम दोनों ने एक दूसरे से यह कहके यहोवा के नाम की शपथ खाई है, कि यहोवा मेरे और तेरे मध्य, और मेरे और तेरे वंश के मध्य में सदा रहे। तब वह उठ कर चला गया; और योनातन नगर में गया।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 4-5
  • मत्ती 24:29-51