सन २००८ में Day of Discovery का फिल्म बनाने वाला दल एक विशेष अभियान पर चीन गया। उनका उद्देश्य था चीन में काम कर चुके प्रसिद्ध मिशनरी एरिक लिडल के मिशनरी जीवन पर फिल्म बनाना। एरिक लिडल १९२४ के ओलंपिक खेलों में स्वर्ण पदक विजेता भी था और उसके जीवन पर Chariots of Fire नामक फिल्म बन चुकी थी। वह दल एरिक की तीन बेटियों और उनकी बुज़ुर्ग रिशतेदार लूइज़ी को भी अपने साथ ले गया, जिससे वे उन स्थानों को देख सकें जहां एरिक ने काम किया था और एरिक की दो बड़ी बेटियां रहीं थीं।
जब वे चीन की राजधानी बीजिंग पहुंचे तो एक स्थान पर उन्हें अपना सामान उठा कर काफी लंबी दूरी पैद्ल चलना पड़ा, चलते चलते लूइज़ी की सांस फूल गई और उसे सांस लेने में मुशकिल होने लगी। उस द्ल की एक सद्स्या जूली लूइज़ी के पास उसके साथ बैठ गई और उस के घुटनों पर हाथ रख कर बड़े स्वाभाविक रूप से छोटी से प्रार्थना करी - "प्रीय प्रभु यीशु, आंटी लूइज़ी को सांस लेने में सहायता करें" और तुरंत ही लुइज़ी की सांस ठीक चलने लगी।
बाद में एरिक की एक बेटी हीदर ने बताया कि जूली की प्रार्थना और इस घटना ने उसके विश्वास में नई जान फूंकी। जूली के साधारण विश्वास के कार्य ने हीदर को यीशु के साथ उसके लगातार बने रहने वाले रिशते को स्मरण दिलाया - यह वह सच्चाई थी जिसे हीदर उस समय अपने जीवन में भुला चुकी थी।
कभी कभी हमें ऐसे अनुभवों की आवश्यक्ता होती है जो हमें परमेश्वर की लगातार हमारे साथ बनी रहने वाली उपस्थिति हमें स्मरण दिला सकें। जब आपके जीवन में कठिनाईयां और परीक्षाएं आयें, आपको लगे कि परमेश्वर आपसे दूर कहीं है, तो जूली की साधारण विश्वास की प्रार्थना को याद कीजिए - संसार के सृष्टीकर्ता परमेश्वर से हमारी दूरी केवल एक प्रार्थना भर की है, और साधारण विश्वास से करी गई प्रार्थना उसके साथ हमारे संबंध को कार्यान्वित कर देती है (यूहन्ना १४:१३, १४)। - डेव ब्रैनन
जो कुछ तुम मेरे नाम से मांगोगे, वही मैं करूंगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो। यदि तुम मुझ से मेरे नाम से कुछ मांगोगे, तो मैं उसे करूंगा। - यूहन्ना १४:१३, १४
बाइबल पाठ: यूहन्ना १४: १२-१४
मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो मुझ पर विश्वास रखता है, ये काम जो मैं करता हूं वह भी करेगा, वरन इन से भी बड़े काम करेगा, क्योंकि मैं पिता के पास जाता हूं।
और जो कुछ तुम मेरे नाम से मांगोगे, वही मैं करूंगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो।
यदि तुम मुझ से मेरे नाम से कुछ मांगोगे, तो मैं उसे करूंगा।
एक साल में बाइबल:
जब वे चीन की राजधानी बीजिंग पहुंचे तो एक स्थान पर उन्हें अपना सामान उठा कर काफी लंबी दूरी पैद्ल चलना पड़ा, चलते चलते लूइज़ी की सांस फूल गई और उसे सांस लेने में मुशकिल होने लगी। उस द्ल की एक सद्स्या जूली लूइज़ी के पास उसके साथ बैठ गई और उस के घुटनों पर हाथ रख कर बड़े स्वाभाविक रूप से छोटी से प्रार्थना करी - "प्रीय प्रभु यीशु, आंटी लूइज़ी को सांस लेने में सहायता करें" और तुरंत ही लुइज़ी की सांस ठीक चलने लगी।
बाद में एरिक की एक बेटी हीदर ने बताया कि जूली की प्रार्थना और इस घटना ने उसके विश्वास में नई जान फूंकी। जूली के साधारण विश्वास के कार्य ने हीदर को यीशु के साथ उसके लगातार बने रहने वाले रिशते को स्मरण दिलाया - यह वह सच्चाई थी जिसे हीदर उस समय अपने जीवन में भुला चुकी थी।
कभी कभी हमें ऐसे अनुभवों की आवश्यक्ता होती है जो हमें परमेश्वर की लगातार हमारे साथ बनी रहने वाली उपस्थिति हमें स्मरण दिला सकें। जब आपके जीवन में कठिनाईयां और परीक्षाएं आयें, आपको लगे कि परमेश्वर आपसे दूर कहीं है, तो जूली की साधारण विश्वास की प्रार्थना को याद कीजिए - संसार के सृष्टीकर्ता परमेश्वर से हमारी दूरी केवल एक प्रार्थना भर की है, और साधारण विश्वास से करी गई प्रार्थना उसके साथ हमारे संबंध को कार्यान्वित कर देती है (यूहन्ना १४:१३, १४)। - डेव ब्रैनन
परमेश्वर अपने लोगों की सच्ची प्रार्थनाओं में आनन्दित होता है।
जो कुछ तुम मेरे नाम से मांगोगे, वही मैं करूंगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो। यदि तुम मुझ से मेरे नाम से कुछ मांगोगे, तो मैं उसे करूंगा। - यूहन्ना १४:१३, १४
बाइबल पाठ: यूहन्ना १४: १२-१४
मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो मुझ पर विश्वास रखता है, ये काम जो मैं करता हूं वह भी करेगा, वरन इन से भी बड़े काम करेगा, क्योंकि मैं पिता के पास जाता हूं।
और जो कुछ तुम मेरे नाम से मांगोगे, वही मैं करूंगा कि पुत्र के द्वारा पिता की महिमा हो।
यदि तुम मुझ से मेरे नाम से कुछ मांगोगे, तो मैं उसे करूंगा।
एक साल में बाइबल:
- श्रेष्ठगीत १-३
- गलतियों २