परमेश्वर का वचन हमारे पास अनेकों रुप में आता है, जैसे कि परमेश्वर के वचन बाइबल पर आधारित उपदेश, परमेश्वर की आराधना और स्तुति के लिए लिखे गए गीत, बाइबल अध्ययन समूहों में मिलने वाली शिक्षाओं और व्याख्याओं द्वारा, आध्यात्म और भक्ति लेखों द्वारा, इत्यादि; ये सभी माध्यम पवित्र-शास्त्र से हमारे लिए परमेश्वर की सच्चाईयों को लेकर आते हैं। लेकिन हम अपने व्यक्तिगत बाइबल पठन एवं अध्ययन की अवहेलना नहीं कर सकते हैं।
हाल ही में मैंने बाइबल में पुराने नियम की पुस्तक व्यवस्थाविवरण तथा नए नियम की पुस्तक मत्ती 5-7 अध्याय में दिए प्रभु यीशु के पहाड़ी सन्देश का समानान्तर परिच्छेद-दर-परिच्छेद अध्ययन किया और इस ने मेरा हृदय छू लिया। बाइबल के इन दोनों ही खण्डों में हमारे विश्वास से संबंधित नियम भी पाए जाते हैं; व्यवस्थाविवरण 5:6-21 में दस आज्ञाएं दी गईं हैं तथा मत्ती 5:3-12 में प्रभु यीशु मसीह के धन्य वचन। व्यवस्थाविवरण हमें परमेश्वर द्वारा इस्त्राएल के साथ बाँधी गई उस पुरानी वाचा को दिखाता है जिसका पालन परमेश्वर अपने लोगों के जीवन में देखना चाहता था। मत्ती में प्रभु यीशु दिखाते हैं कि कैसे उन्होंने उस व्यवस्था को पूरा करके हमारे लिए नई वाचा के सिद्धांत स्थापित किए जो हमें व्यवस्था के बन्धन से मुक्त कर देते हैं।
अपने सभी विश्वासियों को परमेश्वर ने ना केवल अपना वचन वरन अपना पवित्र आत्मा भी दिया है, जो उनके अन्दर निवास करता है, उन्हें उस वचन को सिखाता है, जीवन व्यतीत करने की सामर्थ और शिक्षा देता है, सदाचारिता एवं पवित्रता के लिए कायल करता है। पवित्र आत्मा के इस कार्य का परिणाम होता है हमारे जीवनों में समझदारी, पश्चाताप, नवीनिकरण और प्रभु यीशु में उन्नति। मसीही धर्मशास्त्री फिलिप स्पेनर ने लिखा: " परमेश्वर का वचन हमारे जितना अधिक निकट होगा, हम विश्वास में उतने ही अधिक दृढ़ और फलदायी होंगे।" आईए हम भजनकार के साथ प्रार्थना करें: "मेरी आंखें खोल दे, कि मैं तेरी व्यवस्था की अद्भुत बातें देख सकूं" (भजन 119:18)। - डेव एग्नर
जब परमेश्वर का वचन हमारे अन्दर बसेगा तो वह हमारे जीवनों से प्रवाहित भी होगा।
परन्तु जब वह अर्थात सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग बताएगा, क्योंकि वह अपनी ओर से न कहेगा, परन्तु जो कुछ सुनेगा, वही कहेगा, और आनेवाली बातें तुम्हें बताएगा। वह मेरी महिमा करेगा, क्योंकि वह मेरी बातों में से ले कर तुम्हें बताएगा। - यूहन्ना 16:13-14
बाइबल पाठ: भजन 119:17-24
Psalms 119:17 अपने दास का उपकार कर, कि मैं जीवित रहूं, और तेरे वचन पर चलता रहूं।
Psalms 119:18 मेरी आंखें खोल दे, कि मैं तेरी व्यवस्था की अद्भुत बातें देख सकूं।
Psalms 119:19 मैं तो पृथ्वी पर परदेशी हूं; अपनी आज्ञाओं को मुझ से छिपाए न रख!
Psalms 119:20 मेरा मन तेरे नियमों की अभिलाषा के कारण हर समय खेदित रहता है।
Psalms 119:21 तू ने अभिमानियों को, जो शापित हैं, घुड़का है, वे तेरी आज्ञाओं की बाट से भटके हुए हैं।
Psalms 119:22 मेरी नामधराई और अपमान दूर कर, क्योंकि मैं तेरी चितौनियों को पकड़े हूं।
Psalms 119:23 हाकिम भी बैठे हुए आपास में मेरे विरुद्ध बातें करते थे, परन्तु तेरा दास तेरी विधियों पर ध्यान करता रहा।
Psalms 119:24 तेरी चितौनियां मेरा सुखमूल और मेरे मन्त्री हैं।
एक साल में बाइबल:
- लैव्यवस्था 14
- मत्ती 26:51-75