अपनी पुस्तक The Complete Disciple में पौल पोवेल लिखते हैं, "आज के समय के बहुत से चर्च मुझे ऐसे मज़दूरों की याद दिलाते हैं जो औज़ारों की कार्यशाला में बैठे-बैठे ही फसल को खेत से गोदाम में ले आने का प्रयास कर रहे हैं। वे प्रति इतवार अपनी कार्यशाला में जाते हैं, फसल उगाने और जमा करने के नए और बेहतर तरीके सीखते हैं, अपने औज़ारों को तेज़ और दुरुस्त करते तथा अपने ट्रैक्टरों में तेल और ग्रीस डालते हैं, फिर उठ कर अपने घर चले जाते हैं। रात को वे फिर वापस आकर यही प्रक्रिया दोहराते हैं और फिर घर चले जाते हैं। ऐसा वे हफ्तों, महीनों, सालों से करते आ रहे हैं, लेकिन फसल काटने उन में से कोई भी खेत में नहीं जाता; सब कार्य शाला में बैठे बैठे फसल उगाने और काटने के तरीके ही सीखते रहते हैं।"
प्रभु यीशु का अपने चेलों को दिया गया अन्तिम निर्देश था के वे सारे संसार में जा कर लोगों को प्रभु में विश्वास द्वारा मिलने वाले उद्धार और पापों से मुक्ति के बारे में बताएं। प्रभु यीशु ने अपने स्वर्गारोहण से पहले, "...उन से कहा, तुम सारे जगत में जा कर सारी सृष्टि के लोगों को सुसमाचार प्रचार करो" (मरकुस १६:१२५)। प्रभु यीशु की यह बड़ी आज्ञा आज भी उस के चेलों के लिए लागू है, तथा चेलों का कर्तव्य है। किंतु बहुतेरे चर्च सदस्य, चाहे वे वर्षों से मसीही विश्वासी हों और परमेश्वर के वचन बाइबल के बारे में अच्छी जानकारी रखते हों, तौ भी कभी सुसमाचार प्रचार के लिए कार्य करने नहीं जाते।
इस विषय में मैं भी दोषी हूँ। मैं मिशन और मिशनरी कार्यों को नियमित रूप से प्रोत्साहित करता हूँ, उनके कार्यों में योगदान देता हूँ, लेकिन मैं आत्मिक अन्धकार में खोए हुए लोगों के बीच में वैसे नहीं जाता जैसे मुझे जाना चाहिए। प्रभु के आगमन से पहले, अब समय है कि हम मसीही विश्वासियों को अपनी यह कमी स्वीकार करनी चाहिए और प्रभु यीशु द्वारा नियुक्त कार्य और कार्य स्थल पर जाना चाहिए। - डेव एग्नर
सुसमाचार प्रचार के मिशन कार्यों में हम केवल एक कार्य नहीं कर सकते - सुसमाचार प्रचार को नज़रान्दाज़ करना।
स्वामी ने दास से कहा, सड़कों पर और बाड़ों की ओर जा कर लोगों को बरबस ले ही आ ताकि मेरा घर भर जाए। - लूका १४:२३
बाइबल पाठ: लूका १४:१५-२४
Luk 14:15 उसके साथ भोजन करने वालों में से एक ने ये बातें सुनकर उस से कहा, धन्य है वह, जो परमेश्वर के राज्य में रोटी खाएगा।
Luk 14:16 उस ने उस से कहा; किसी मनुष्य ने बड़ी जेवनार की और बहुतों को बुलाया।
Luk 14:17 जब भोजन तैयार हो गया, तो उस ने अपने दास के हाथ नेवतहारियों को कहला भेजा, कि आओ, अब भोजन तैयार है।
Luk 14:18 पर वे सब के सब क्षमा मांगने लगे, पहिले ने उस से कहा, मैं ने खेत मोल लिया है और अवश्य है कि उसे देखूं: मैं तुझ से बिनती करता हूं, मुझे क्षमा करा दे।
Luk 14:19 दूसरे ने कहा, मैं ने पांच जोड़े बैल मोल लिए हैं: और उन्हें परखने जाता हूं : मैं तुझ से बिनती करता हूं, मुझे क्षमा करा दे।
Luk 14:20 एक और ने कहा, मै ने ब्याह किया है, इसलिये मैं नहीं आ सकता।
Luk 14:21 उस दास ने आ कर अपने स्वामी को ये बातें कह सुनाईं, तब घर के स्वामी ने क्रोध में आ कर अपने दास से कहा, नगर के बाजारों और गलियों में तुरन्त जा कर कंगालों, टुण्डों, लंगड़ों और अन्धों को यहां ले आओ।
Luk 14:22 दास ने फिर कहा, हे स्वामी, जैसे तू ने कहा था, वैसे ही किया गया है; फिर भी जगह है।
Luk 14:23 स्वामी ने दास से कहा, सड़कों पर और बाड़ों की ओर जा कर लोगों को बरबस ले ही आ ताकि मेरा घर भर जाए।
Luk 14:24 क्योंकि मैं तुम से कहता हूं, कि उन नेवते हुओं में से कोई मेरी जेवनार को न चखेगा।
एक साल में बाइबल:
- योएल
- प्रकाशितवाक्य ५