एक व्यक्ति को हर बात के लिए सदा चिन्ता करते रहने की आदत थी। फिर एक दिन उसके मित्रों ने उसे प्रसन्नचित और तनावमुक्त होकर सीटी बजाते हुए देखा। उन्होंने आश्चर्यचकित होकर उससे पूछा, "क्या हो गया?" उसने उत्तर दिया, अब मैंने अपनी चिन्ताएं करने के लिए किसी को नौकरी पर रख लिया है, और वही मेरी सभी चिन्ताएं किया करेगा। मित्रों ने पूछा, "इसके लिए तुम उसे कितनी तनख्वाह दे रहे हो?" तो व्यक्ति ने उत्तर दिया, "दो हज़ार डॉलर प्रति सप्ताह!" मित्रों फिर चकित होकर उससे पूछा, "वाह! लेकिन क्या तुम इतना दे सकते हो? इतनी बड़ी रकम उसे कैसे देने पाओगे?" तो उस व्यक्ति का उत्तर था, "मैं दे तो नहीं सकता हूँ; लेकिन कैसे दे पाऊँगा, इसकी चिन्ता करना अब उसका काम है!"
वस्तविक जीवन में तनाव के समाधान के लिए यह हास्यस्पद विधि काम नहीं करती है; परन्तु हम मसीही विश्वासियों के लिए, क्योंकि हम परमेश्वर की सन्तान हैं, परमेश्वर ने हमारे लिए प्रावधान किया है कि हम अपनी सारी चिन्ताएं उसे सौंप सकते हैं जो सब कुछ को सदा नियंत्रण में रखता और संभालता है, विशेषकर तब जब हमें लगता है कि कुछ भी नियंत्रण में नहीं है।
परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक हमें स्मरण करवाती है कि परमेश्वर सितारों को भी गिन-गिनकर निकालता है, और उन सबको नाम ले लेकर बुलाता है; "अपनी आंखें ऊपर उठा कर देखो, किस ने इन को सिरजा? वह इन गणों को गिन गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले ले कर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बली है कि उन में के कोई बिना आए नहीं रहता" (यशायाह 40:25-26)। और जैसे परमेश्वर सितारों को उनके नाम से जानता है, वैसे ही वह हमें भी व्यक्तिगत रीति से जानता है, और हम उसकी ध्यानपूर्वक देख-रेख में सदा बने रहते हैं (यशायाह 40:27)।
यदि हम किसी बात के लिए चिन्ता करने की प्रवृत्ति रखते हैं तो उसे प्रभु परमेश्वर को सौंप सकते हैं। वह कभी थकता नहीं है जिससे हमारा ध्यान न रख सके। उसके पास सारी बुध्दिमता और सामर्थ्य है जिसका उपयोग वह हमारे लिए करना चाहता है। वह पवित्र परमेश्वर जो सितारों को संचालित करता है, वही हमें अपनी बाहों में भर कर भी रखता है; इसलिए हमें चिन्ता करने की कोई आवश्यकता नहीं है; अपने सारी चिन्ता उसी पर डाल दें। - पोह फैंग चिया
जहाँ विश्वास आरंभ होता है, चिन्ता वहीं पर समाप्त होती है।
अपना बोझ यहोवा पर डाल दे वह तुझे सम्भालेगा; वह धर्मी को कभी टलने न देगा। - भजन 55:22
बाइबल पाठ: यशायाह 40:25-31
Isaiah 40:25 सो तुम मुझे किस के समान बताओगे कि मैं उसके तुल्य ठहरूं? उस पवित्र का यही वचन है।
Isaiah 40:26 अपनी आंखें ऊपर उठा कर देखो, किस ने इन को सिरजा? वह इन गणों को गिन गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले ले कर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बली है कि उन में के कोई बिना आए नहीं रहता।
Isaiah 40:27 हे याकूब, तू क्यों कहता है, हे इस्राएल तू क्यों बोलता है, मेरा मार्ग यहोवा से छिपा हुआ है, मेरा परमेश्वर मेरे न्याय की कुछ चिन्ता नहीं करता?
Isaiah 40:28 क्या तुम नहीं जानते? क्या तुम ने नहीं सुना? यहोवा जो सनातन परमेश्वर और पृथ्वी भर का सिरजनहार है, वह न थकता, न श्रमित होता है, उसकी बुध्दि अगम है।
Isaiah 40:29 वह थके हुए को बल देता है और शक्तिहीन को बहुत सामर्थ देता है।
Isaiah 40:30 तरूण तो थकते और श्रमित हो जाते हैं, और जवान ठोकर खाकर गिरते हैं;
Isaiah 40:31 परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे उकाबों के समान उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे, चलेंगे और थकित न होंगे।
एक साल में बाइबल:
- यशायाह 39-40
- कुलुस्सियों 4