दुकान से सामान लेकर निकलते हुए मैंने बस यूँ ही गैस से भरा एक बड़ा सा लाल गुब्बारा खरीद लिया जिस पर लिखा था "मैं तुमसे प्रेम करता हूँ।" मैं अपनी खरीददारी का सामान अपनी कार में रख रही थी कि गुब्बारे के धागे पर मेरी पकड़ ढीली हो गई और वह मेरे हाथों से फिसल गया। मैं वहां खड़ी उसे ऊपर की ओर उड़ते हुए देखती रह गई; थोड़ी सी देर ही में वह एक छोटा सा बिंदु मात्र बनकर रह गया और फिर अन्ततः केवल एक याद।
उस गुब्बारे को खो देने से मुझे याद आय कि कैसे हमारे जीवनों से प्रेम कभी कभी अनायास ही जाता रहता है। हमारे बच्चे विद्रोह करके अलग हो जाते हैं; कभी जीवन-साथी अलग हो कर अपनी अलग राह चल निकलते हैं; संबंधी और प्रीय जन दूर हो जाते हैं, अकेला छोड़ देते हैं; घनिष्ठ मित्र संपर्क में रहना छोड़ देते हैं।
ऐसे में मैं बहुत धन्यवादी हूँ कि परमेश्वर का प्रेम सदा स्थिर बना रहता है और जब संसार के लोगों का प्रेम हमें अकेला छोड़ देता है, तो उसका प्रेम फिर भी हमारे साथ रहता है, हमें थामे रहता है। इसीलिए प्रभु यीशु ने संसार के सभी लोगों को निमंत्रण दिया है कि उसके प्रेम में बने रहें: "जैसा पिता ने मुझ से प्रेम रखा, मेरे प्रेम में बने रहो। यदि तुम मेरी आज्ञाओं को मानोगे, तो मेरे प्रेम में बने रहोगे: जैसा कि मैं ने अपने पिता की आज्ञाओं को माना है, और उसके प्रेम में बना रहता हूं। मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि मेरा आनन्द तुम में बना रहे, और तुम्हारा आनन्द पूरा हो जाए" (युहन्ना १५:९-११)। वह चाहता है कि उसके प्रेम के आनन्द में सब आनन्दित रहें।
हम सब परमेश्वर के प्रेम आलिंगन में स्थिर बने रह सकते हैं, क्योंकि जैसे पौलुस प्रेरित ने लिखा: "क्योंकि मैं निश्चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ, न ऊंचाई, न गहिराई और न कोई और सृष्टि, हमें परमेश्वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी" (रोमियों ८:३८-३९)। एक बार जब हम प्रभु यीशु को अपने उद्धारकर्ता के रूप में स्वीकार कर लेते हैं, तो उसमें होकर मिलने वाला परमेश्वर का प्रेम हमारे लिए एक अटल, स्थाई, अनन्तकाल की निश्चितता हो जाता है।
क्या आपने अपने जीवन से संसार के किसी प्रेम को जाते हुए अनुभव किया है? परमेश्वर के प्रेम में शरण तथा विश्राम लें, क्योंकि अपने बच्चों के प्रति उसकी सदा बनी रहने वाली देख-भाल आपके मन को उसके प्रेम, शांति और सुरक्षा में बनाए रखेगी। - जैनिफर बेन्सन शुल्ट
क्योंकि परमेश्वर का वचन अटल और सदा के लिए है इसीलिए हमारा उद्धार भी अटल और सदा के लिए है।
जैसा पिता ने मुझ से प्रेम रखा, मेरे प्रेम में बने रहो। - युहन्ना १५:९
बाइबल पाठ: रोमियों ८:३५-३९
Rom 8:35 कौन हम को मसीह के प्रेम से अलग करेगा? क्या क्लेश, या संकट, या उपद्रव, या अकाल, या नंगाई, या जोखिम, या तलवार?
Rom 8:36 जैसा लिखा है, कि तेरे लिये हम दिन भर घात किए जाते हैं; हम वध होने वाली भेंडों की नाई गिने गए हैं।
Rom 8:37 परन्तु इन सब बातों में हम उसके द्वारा जिस ने हम से प्रेम किया है, जयवन्त से भी बढ़कर हैं।
Rom 8:38 क्योंकि मैं निश्चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ, न ऊंचाई,
Rom 8:39 न गहिराई और न कोई और सृष्टि, हमें परमेश्वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी।
एक साल में बाइबल:
- यशायाह ५०-५२
- १ थिस्सलुनीकियों ५