डेविड बच्चों के लिए गुब्बारों से जानवरों के आकार बनाते थे, उनके लिए कठपुतलियां बनाते थे और कठपुतलियों के माध्यम से बच्चों तक मसीही संदेश पहुंचाते थे। जब चर्च के किसी कार्यक्रम की योजना बन रही होती थी तो सदा ही उनका प्रश्न होता था कि बच्चों के लिए क्या किया जाएगा? उनको चिंता रहती थी कि ना केवल व्यसक वरन किसी न किसी रीति से बच्चे भी चर्च की गतिविधियों और परमेश्वर की आराधना में भाग ले सकें।
लूका के १८ अध्याय में हम प्रभु यीशु मसीह के बच्चों के प्रति ध्यान को पाते हैं। जब लोग बच्चों को प्रभु यीशु के पास लाने लगे तो चेलों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, कि व्यस्त प्रभु को बच्चे परेशान ना करें। किंतु प्रभु बच्चों से परेशान नहीं थे, वरन इसके विपरीत उन्होंने चेलों की यह बात पसन्द नहीं आई; उन्हों ने चेलों से कहा: "...बालकों को मेरे पास आने दो, और उन्हें मना न करो: क्योंकि परमेश्वर का राज्य ऐसों ही का है" (लूका १८:१६)। इसी वृतांत को लिखते हुए मरकुस ने लिखा है कि प्रभु ने बच्चों को अपनी गोद में बैठाया और उन्हें आशीष दी (मरकुस १०:१४-१६)।
क्यों ना हम बच्चों के प्रति अपने रवैये को जांच लें और अपने प्रभु की इच्छा के अनुरूप और डेविड होलक्विस्ट के उदाहरण के समान उनका ध्यान रखें, उन्हें परमेश्वर की आराधना के लिए प्रोत्साहित करें, बच्चों को किसी रीति से प्रभु के निकट लाने के माध्यम बनें। आखिरकर हमारे प्रभु ने स्वयं ही कहा है कि परमेश्वर का राज्य उन्हीं का है जो बच्चों के समान हैं। - ऐनी सेटास
परमेश्वर छोटे बच्चों के विष्य में बड़ी चिन्ता रखता है।
यीशु न बच्चों को पास बुला कर कहा, बालकों को मेरे पास आने दो, और उन्हें मना न करो: क्योंकि परमेश्वर का राज्य ऐसों ही का है। - लूका १८:१६
बाइबल पाठ: मरकुस १०:१३-१६
Mar 10:13 फिर लोग बालकों को उसके पास लाने लगे, कि वह उन पर हाथ रखे, पर चेलों ने उनको डांटा।
Mar 10:14 यीशु ने यह देख क्रुध होकर उन से कहा, बालकों को मेरे पास आने दो और उन्हें मना न करो, क्योंकि परमेश्वर का राज्य ऐसों ही का है।
Mar 10:15 मैं तुम से सच कहता हूं, कि जो कोई परमेश्वर के राज्य को बालक की नाई ग्रहण न करे, वह उस में कभी प्रवेश करने न पाएगा।
Mar 10:16 और उस ने उन्हें गोद में लिया, और उन पर हाथ रखकर उन्हें आशीष दी।
एक साल में बाइबल:
- १ इतिहास २२-२४
- यूहन्ना ८:२८-५९