ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

बुधवार, 5 फ़रवरी 2020

सुनें



      मुझे सुननें में कठिनाई होती है – मेरे पिता कहा करते थे की मैं एक कान से बहरा हूँ और दूसरे से मुझे कम सुनता है। इसलिए मैं कानों में सुनने में सहायता करने वाले उपकरण लगा कर रखता हूँ। अधिकांशतः यह उपकरण अच्छा काम करते हैं; बस जब आस-पास बहुत शोर हो रहा हो तब वे सभी ध्वनियों को पकड़ लेते हैं और तब मैं अपने सामने वाले व्यक्ति की आवाज़ को सुन नहीं पाता हूँ।

      यही हमारे समाज में भी होता है; अनेकों प्रकार की कर्कश ध्वनियाँ, परमेश्वर की धीमी आवाज़ को दबा देती हैं। कवि, टी. एस. इलियट ने कहा, “शब्द कहाँ मिलेगा, शब्द कहाँ गूंजेगा? यहाँ नहीं, यहाँ पर पर्याप्त खामोशी नहीं है।”
      सौभाग्यवश, सुनने में सहायता करने वाले मेरे उपकरण में ऐसा इंतज़ाम है जिससे मैं शोर की ध्वनी को दबा सकता हूँ और केवल वही आवाज़ सुन सकता हूँ, जो मैं सुनना चाहता हूँ। उसी प्रकार से, हमारे चारों और के शोर के होते हुए भी, यदि हम अपने मानों को शांत करें, तो हम परमेश्वर की दबी हुई धीमी आवाज़ को सुनने पाएंगे (1 राजाओं 19:11-12)।

      परमेश्वर हम से प्रतिदिन बातें करता है, हमें हमारी व्याकुलताओं और लालसाओं में बुलाता है। वह हमें हमारे सबसे घोर दुखों में हमें शान्ति और सांत्वना देने, तथा हमारे सबसे बड़े आनन्द की अपूर्णता और असंतुष्टि में हमें परिपूर्णता प्रदान करने के लिए पुकारता है। परन्तु मुख्यतः परमेश्वर हम से अपने वचन बाइबल में होकर बातें करता है (1 थिस्सुलुनीकियों 2:13)। जब आप उसके वचन को लेकर पढ़ते हैं, तो आप उसकी आवाज़ को सुनते हैं। वह आप से इतना प्रेम करता है जितना आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं; और वह चाहता है कि आप उसकी सुनें कि वह आप से क्या कहना चाहता है। - डेविड एच. रोपर

परमेश्वर हम से अपने वचन में होकर बातें करता है, यदि हम सुनने के लिए समय निकालें।

इसलिये हम भी परमेश्वर का धन्यवाद निरन्‍तर करते हैं; कि जब हमारे द्वारा परमेश्वर के सुसमाचार का वचन तुम्हारे पास पहुंचा, तो तुम ने उस मनुष्यों का नहीं, परन्तु परमेश्वर का वचन समझकर (और सचमुच यह ऐसा ही है) ग्रहण किया: और वह तुम में जो विश्वास रखते हो, प्रभावशाली है। - 1 थिस्सुलुनीकियों 2:13

बाइबल पाठ: यूहन्ना 10:25-30
John 10:25 यीशु ने उन्हें उत्तर दिया, कि मैं ने तुम से कह दिया, और तुम प्रतीति करते ही नहीं, जो काम मैं अपने पिता के नाम से करता हूं वे ही मेरे गवाह हैं।
John 10:26 परन्तु तुम इसलिये प्रतीति नहीं करते, कि मेरी भेड़ों में से नहीं हो।
John 10:27 मेरी भेड़ें मेरा शब्द सुनती हैं, और मैं उन्हें जानता हूं, और वे मेरे पीछे पीछे चलती हैं।
John 10:28 और मैं उन्हें अनन्त जीवन देता हूं, और वे कभी नाश न होंगी, और कोई उन्हें मेरे हाथ से छीन न लेगा।
John 10:29 मेरा पिता, जिसने उन्हें मुझ को दिया है, सब से बड़ा है, और कोई उन्हें पिता के हाथ से छीन नहीं सकता।
John 10:30 मैं और पिता एक हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 36-38
  • मत्ती 23:1-22