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रविवार, 12 जुलाई 2015

यीशु


   माइकल ब्राउन न्यू-यॉर्क में रहने वाला एक यहूदी बालक था जिसे धार्मिक बातों में कोई दिलचस्पी नहीं थी। उसका जीवन एक बैन्ड में ड्रम्स बजाने वाला होने पर केंद्रित था और फिर वह मादक पदार्थों के सेवन में भी पड़ गया। कुछ मित्रों ने उसे चर्च में आमंत्रित किया, जहाँ वह लोगों के प्रेम और प्रार्थनाओं को अनुभव करके बहुत प्रभावित हुआ। कुछ समय के आत्मिक संघर्ष के बाद माइकल ने प्रभु यीशु पर विश्वास किया और अपना जीवन प्रभु को समर्पित कर दिया।

   यह उस किशोर यहूदी के लिए एक बहुत बड़ा परिवर्तन था। एक दिन उसने अपने पिता को बताया कि उसे मालूम पड़ा है कि परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड की पुस्तकें, जो यहूदियों की धर्म पुस्तकें भी हैं, प्रभु यीशु के बारे में बताती हैं। उसके पिता ने बड़े विसमय से पूछा, "कहाँ?" माइकल ने अपनी बाइबल खोली और वह यशायाह 53 पर खुली, जिसे वह अपने पिता के साथ पढ़ने लगा। वहाँ लिखे विवरण को पढ़कर माइकल उत्तेजित होकर चिल्ला उठा, "यही तो है; यही यीशु है!"

   यकीनन वह यीशु का विवरण ही था; परमेश्वर के पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन तथा कुछ मसीही विश्वासियों की सहायता से माइकल ने यशायाह में वर्णित मसीह यीशु को पहचान लिया; आज माइकल एक लेखक और बाइबल विद्वान है। माइकल ने प्रभु यीशु में विश्वास द्वारा मिलने वाले उद्धार और उससे परिवर्तित होने वाले जीवन को अनुभव किया; साथ ही उसने पापों की क्षमा और अनन्त जीवन की आशीष का भी अनुभव किया, और यह भी जाना कि वह "दुखी पुरुष" (पद 3) जो "हमारे अपराधों के कारण घायल किया गया" (पद 5) प्रभु यीशु ही है जो सारे संसार के सभी लोगों के लिए क्रुस पर बलिदान हुआ तथा आज भी जो कोई उस पर विश्वास लाता है, वह माइकल के समान ही उन बहुमूल्य तथा अनन्त आशीषों को सेंत-मेंत प्राप्त कर लेता है।

   बाइबल बताती है कि केवल प्रभु यीशु ही है जो ना केवल पाप क्षमा करता है, वरन जीवन भी बदल देता है और उद्धार केवल उसी में ही है। - डेव ब्रैनन


परमेश्वर का आत्मा परमेश्वर के वचन को संसार के लोगों के मन तथा जीवन परिवर्तित करने के लिए उपयोग करता है।

और किसी दूसरे के द्वारा उद्धार नहीं; क्योंकि स्वर्ग के नीचे मनुष्यों में और कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया, जिस के द्वारा हम उद्धार पा सकें। - प्रेरितों 4:12

बाइबल पाठ: यशायाह 53:1-12
Isaiah 53:1 जो समाचार हमें दिया गया, उसका किस ने विश्वास किया? और यहोवा का भुजबल किस पर प्रगट हुआ? 
Isaiah 53:2 क्योंकि वह उसके साम्हने अंकुर की नाईं, और ऐसी जड़ के समान उगा जो निर्जल भूमि में फूट निकले; उसकी न तो कुछ सुन्दरता थी कि हम उसको देखते, और न उसका रूप ही हमें ऐसा दिखाई पड़ा कि हम उसको चाहते। 
Isaiah 53:3 वह तुच्छ जाना जाता और मनुष्यों का त्यागा हुआ था; वह दु:खी पुरूष था, रोग से उसकी जान पहिचान थी; और लोग उस से मुख फेर लेते थे। वह तुच्छ जाना गया, और, हम ने उसका मूल्य न जाना।। 
Isaiah 53:4 निश्चय उसने हमारे रोगों को सह लिया और हमारे ही दु:खों को उठा लिया; तौभी हम ने उसे परमेश्वर का मारा-कूटा और दुर्दशा में पड़ा हुआ समझा। 
Isaiah 53:5 परन्तु वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं। 
Isaiah 53:6 हम तो सब के सब भेड़ों की नाईं भटक गए थे; हम में से हर एक ने अपना अपना मार्ग लिया; और यहोवा ने हम सभों के अधर्म का बोझ उसी पर लाद दिया।
Isaiah 53:7 वह सताया गया, तौभी वह सहता रहा और अपना मुंह न खोला; जिस प्रकार भेड़ वध होने के समय वा भेड़ी ऊन कतरने के समय चुपचाप शान्त रहती है, वैसे ही उसने भी अपना मुंह न खोला। 
Isaiah 53:8 अत्याचार कर के और दोष लगाकर वे उसे ले गए; उस समय के लोगों में से किस ने इस पर ध्यान दिया कि वह जीवतों के बीच में से उठा लिया गया? मेरे ही लोगों के अपराधों के कारण उस पर मार पड़ी। 
Isaiah 53:9 और उसकी कब्र भी दुष्टों के संग ठहराई गई, और मृत्यु के समय वह धनवान का संगी हुआ, यद्यपि उसने किसी प्रकार का अपद्रव न किया था और उसके मुंह से कभी छल की बात नहीं निकली थी।
Isaiah 53:10 तौभी यहोवा को यही भाया कि उसे कुचले; उसी ने उसको रोगी कर दिया; जब तू उसका प्राण दोषबलि करे, तब वह अपना वंश देखने पाएगा, वह बहुत दिन जीवित रहेगा; उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी। 
Isaiah 53:11 वह अपने प्राणों का दु:ख उठा कर उसे देखेगा और तृप्त होगा; अपने ज्ञान के द्वारा मेरा धर्मी दास बहुतेरों को धर्मी ठहराएगा; और उनके अधर्म के कामों का बोझ आप उठा लेगा। 
Isaiah 53:12 इस कारण मैं उसे महान लोगों के संग भाग दूंगा, और, वह सामर्थियों के संग लूट बांट लेगा; क्योंकि उसने अपना प्राण मृत्यु के लिये उण्डेल दिया, वह अपराधियों के संग गिना गया; तौभी उसने बहुतों के पाप का बोझ उठ लिया, और, अपराधियों के लिये बिनती करता है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 4-6
  • प्रेरितों 17:16-34