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शनिवार, 14 जुलाई 2012

सौदा

  क्या आपको अच्छी सौदेबाज़ी करना पसन्द है? मैं केवल दुकानदार से किसी चीज़ के दाम कम करवाने तक सीमित रहने वाली बात के लिए नहीं कह रहा  हूँ, वरन अपनी ओर से बिना कुछ भी दिए अपने लाभ के लिए किसी दूसरे को मना लेना कुछ लोगों का प्रयास रहता है और उन्हें बहुत अच्छा लगता है। यदि आप इस प्रकार की सौदेबाज़ी को जानते हैं तो प्रभु यीशु मसीह द्वारा दिए गए उड़ाऊ पुत्र के दृष्टांत में, उड़ाऊ पुत्र द्वारा बनाई गई घर वापस लौटने की योजना को बेहतर समझ सकेंगे।

   जिन दिनों की बात प्रभु यीशु ने बताई, उन दिनों में तीन प्रकार के दास होते थे: एक वे जो दिन के हिसाब से कार्य करते थे और दिन के अन्त में अपनी मज़दूरी पाते थे; दूसरे वे थे जो स्वामी के साथ जुड़े होते थे, उसके यहां घंटों कार्य तो करते थे, पर रहते कहीं बाहर थे जिससे उनकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता बनी रहती थी; तीसरे वे थे जो अपने स्वामी के पूर्णतः आधीन थे और उसी के साथ रहते थे और सदा उसकी सेवा करते रहते थे।

   जब उड़ाऊ पुत्र अपना सब कुछ गंवा बैठा और उसे वापस अपने पिता के पास घर लौटने का विचार आया, तो यह रोचक है कि उसने पिता से जिस क्षमा याचना कि योजना बनाई उसमें उसने अपने एक दास होने की इच्छा को तो व्यक्त किया, किंतु वह दूसरे तरह का दास, जिसकी स्वतंत्रता बनी रहती है! उसने एक कृतज्ञ और पूर्णतः समर्पित तीसरी तरह का दास बनना क्यों नहीं चाहा? कुछ टीकाकारों का मानना है कि वह अपने पिता से एक सौदा करने का प्रयास कर रहा था, एक ऐसा सौदा जिसमें उसकी स्वतंत्रता भी बनी रहती और उसे जीवन यापन की सुविधा भी मिल जाती। लेकिन पिता की योजना तो कुछ और ही थी जो उस सौदेबाज़ उड़ाऊ पुत्र कि उम्मीदों से भी परे और अनपेक्षित थी। पिता ने तो उसे उसका सारा अधिकार, जिसे वह ठोकर मार कर चला गया था, लौटा दिया और दास के समान नहीं वरन अपने पुत्र के समान स्वीकार कर लिया, उसके लौटने के लिए आनन्द मनाया।

   कई बार हम भी परमेश्वर के साथ सौदेबाज़ी करना चाहते हैं, हम चाहते हैं और परमेश्वर से कहते हैं, "परमेश्वर, मैं आपकी सेवा तो कर लूंगा, किंतु आपको अपनी स्वतंत्रता नहीं सौंपूंगा।" हो सकता है कि उस समय हमें यह एक लाभकारी सौदा लगे, किंतु परमेश्वर द्वारा दी गई सौदे की शर्तें सदा ही बेहतर और भली होती हैं। उड़ाऊ पुत्र के पिता के समान, परमेश्वर पिता की बाहें भी अपनी पश्चातापी सन्तान को वापस पा लेने और उसे परिवार के सदस्य रूप में बहाल कर देने, उसके लौट आने के आनन्द को मनाने के लिए सदा खुली रहती हैं।

   संसार और पाप में खोए प्रत्येक जन की बहाली के लिए देर है तो बस उसके अपने प्रेमी पिता परमेश्वर की पुकार को सुनने और मानने की, उसकी ओर लौट आने की। इससे बेहतर सौदा क्या होगा; इससे अच्छी सेवकाई क्या होगी? - जो स्टोवैल


मसीह यीशु को संपूर्ण समर्पण में ही सच्ची स्वतंत्रता है।

अब इस योग्य नहीं रहा कि तेरा पुत्र कहलाऊं, मुझे अपने एक मजदूर की नाईं रख ले। - लूका १५:१९

बाइबल पाठ: लूका १५:११-२४
Luk 15:11  फिर उस ने कहा, किसी मनुष्य के दो पुत्र थे।
Luk 15:12  उन में से छुटके ने पिता से कहा कि हे पिता संपत्ति में से जो भाग मेरा हो, वह मुझे दे दीजिए। उस ने उन को अपनी संपत्ति बांट दी।
Luk 15:13  और बहुत दिन न बीते थे कि छुटका पुत्र सब कुछ इकट्ठा करके एक दूर देश को चला गया और वहां कुकर्म में अपनी संपत्ति उड़ा दी।
Luk 15:14  जब वह सब कुछ खर्च कर चुका, तो उस देश में बड़ा अकाल पड़ा, और वह कंगाल हो गया।
Luk 15:15  और वह उस देश के निवासियों में से एक के यहां जा पड़ा : उस ने उसे अपने खेतों में सूअर चराने के लिये भेजा।
Luk 15:16 और वह चाहता था, कि उन फलियों से जिन्‍हें सूअर खाते थे अपना पेट भरे; और उसे कोई कुछ नहीं देता था।
Luk 15:17  जब वह अपने आपे में आया, तब कहने लगा, कि मेरे पिता के कितने ही मजदूरों को भोजन से अधिक रोटी मिलती है, और मैं यहां भूखा मर रहा हूं।
Luk 15:18 मैं अब उठकर अपने पिता के पास जाऊंगा और उस से कहूंगा कि पिता जी मैं ने स्‍वर्ग के विरोध में और तेरी दृष्‍टि में पाप किया है।
Luk 15:19  अब इस योग्य नहीं रहा कि तेरा पुत्र कहलाऊं, मुझे अपने एक मजदूर की नाईं रख ले।
Luk 15:20  तब वह उठकर, अपने पिता के पास चला: वह अभी दूर ही था, कि उसके पिता ने उसे देखकर तरस खाया, और दौड़कर उसे गले लगाया, और बहुत चूमा।
Luk 15:21 पुत्र ने उस से कहा; पिता जी, मैं ने स्‍वर्ग के विरोध में और तेरी दृष्‍टि में पाप किया है, और अब इस योग्य नहीं रहा, कि तेरा पुत्र कहलाऊं।
Luk 15:22 परन्‍तु पिता ने अपने दासों से कहा; झट अच्‍छे से अच्‍छा वस्‍त्र निकाल कर उसे पहिनाओ, और उसके हाथ में अंगूठी, और पांवों में जूतियां पहिनाओ।
Luk 15:23 और पला हुआ बछड़ा लाकर मारो ताकि हम खांए और आनन्‍द मनावें।
Luk 15:24 क्‍योंकि मेरा यह पुत्र मर गया था, फिर जी गया है : खो गया था, अब मिल गया है: और वे आनन्‍द करने लगे।


एक साल में बाइबल: 

  • भजन १०-१२ 
  • प्रेरितों १९:१-२०