एक
विश्वासी महिला के अंतिम संस्कार में सम्मिलित होने के बाद मेरा हृदय भारी है।
उसका जीवन विलक्षण तो नहीं था; उसके चर्च, पड़ौस, और
मित्रों के अतिरिक्त उसे जानने वाले कोई अधिक लोग नहीं थे। लेकिन वे प्रेम करती थी
– प्रभु यीशु, अपने सात बच्चों, और पच्चीस नाती-पोतों से। वह बड़ी सरलता से हंसती थी,उदारता
पूर्वक सेवा करती थी, तथा औरों के मन में शीघ्र ही स्थान बना लेती थी।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में सभोपदेशक की पुस्तक में लिखा है, “जेवनार के घर जाने से
शोक ही के घर जाना उत्तम है; क्योंकि सब मनुष्यों का अन्त यही है, और जो जीवित है वह मन लगाकर
इस पर सोचेगा” (7:2)। “बुद्धिमानों का मन शोक करने वालों के घर की ओर लगा रहता है परन्तु
मूर्खों का मन आनन्द करने वालों के घर लगा रहता है” (7:4) क्योंकि वहाँ पर हम
सबसे अधिक महत्वपूर्ण बात सीखते हैं। न्यू यॉर्क टाइम्स अखबार के एक संवाददाता,
डेविड ब्रुक्स ने कहा है, दो प्रकार के सदगुण होते हैं: एक वे जिन्हें आप अपने
जीवन के उस संक्षिप्त विवरण, जिसे आप नौकरी के आवेदन के लिए भेजते हैं, में
देखना चाहते हैं; और दूसरे वे जिन्हें आप चाहते हैं कि आपके अंतिम संस्कार के समय आपके लिए कहे
जाएँ। कभी-कभी ये एक-दूसरे से मेल भी खाते हैं, लेकिन बहुधा ये एक-दूसरे के साथ
स्पर्धा में रहते हैं।
जिस
स्त्री के अंतिम संस्कार में मैं गया था, उसके जीवन का कोई संक्षिप्त विवरण तो नहीं था, लेकिन
उसके बच्चों की गवाही थी कि वह बाइबल में नीतिवचन 31 में वर्णन की गई भक्त स्त्री
का प्रतिरूप थी। उन बच्चों ने उस से ही प्रभु यीशु से प्रेम करने तथा औरों की
सहायता करते रहने की प्रेरणा प्राप्त की थी। जैसा कि पौलुस ने कहा है, “तुम
मेरी सी चाल चलो जैसा मैं मसीह की सी चाल चलता हूं” (1 कुरिन्थियों 11:1), उन
बच्चों ने भी अंतिम संस्कार के समय उसके सदगुणों का वर्णन करते समय हमें कहा कि हम
भी उस स्त्री के समान प्रभु यीशु का अनुसरण करें, जैसे कि उसने अपने बच्चों
को करना सिखाया है।
आपके
अंतिम संस्कार के समय आपके बारे में क्या कहा जाएगा? आप क्या चाहेंगे कि लोग
आपके लिए कहें जाए; आपके बारे में स्मरण करें? अभी भी समय है, अपने जीवन में उन सदगुणों
को विकसित कर लीजिए जिन्हें आप चाहते हैं कि आपके अंतिम संस्कार के समय कहे जाएँ। प्रभु
यीशु मसीह में विश्वास लाकर, उसे अपना जीवन समर्पित करने के द्वारा प्रभु के सद्गुण
विकसित कर लीजिए। - माइक व्हिटमर
परमेश्वर पिता मुझ में ऐसे सद्गुण विकसित करें जो
आपको महिमा दें।
क्योंकि यदि ये बातें तुम में वर्तमान रहें, और बढ़ती
जाएं, तो तुम्हें हमारे प्रभु यीशु मसीह के पहचानने में निकम्मे और निष्फल न होने देंगी।
- 2 पतरस 1:8
बाइबल पाठ: सभोपदेशक 7:1-6
सभोपदेशक 7:1 अच्छा नाम अनमोल इत्र से और मृत्यु का दिन
जन्म के दिन से उत्तम है।
सभोपदेशक 7:2 जेवनार के घर जाने से शोक ही के घर जाना
उत्तम है; क्योंकि
सब मनुष्यों का अन्त यही है, और जो जीवित है वह मन लगाकर इस पर सोचेगा।
सभोपदेशक 7:3 हंसी से खेद उत्तम है, क्योंकि मुंह पर के शोक से
मन सुधरता है।
सभोपदेशक 7:4 बुद्धिमानों का मन शोक करने वालों के घर
की ओर लगा रहता है परन्तु मूर्खों का मन आनन्द करने वालों के घर लगा रहता है।
सभोपदेशक 7:5 मूर्खों के गीत सुनने से बुद्धिमान की घुड़की
सुनना उत्तम है।
सभोपदेशक 7:6 क्योंकि मूर्ख
की हंसी हांडी के नीचे जलते हुए कांटों ही चरचराहट के समान होती है; यह भी व्यर्थ है।
एक साल में बाइबल:
- अय्यूब 5-7
- प्रेरितों 8:1-25