जून
2004 में, वैंकूवर आर्ट गैलरी में, कैनाडा की क्रॉस-कंट्री स्की करने वाली खिलाड़ी,
बेकी स्कॉट को ओलंपिक स्वर्ण-पदक प्रदान किया गया। यह रोचक था, क्योंकि वे ओलंपिक
खेल तो 2002 में ऊटाह में आयोजित हुए थे। उस समय स्कॉट को दो अन्य प्रतियोगियों के
बाद तीसरा स्थान और कांस्य पदक मिला था; परन्तु कुछ माह पश्चात यह पता चला के पहले
दोनों प्रतियोगियों ने वर्जित पदार्थों का प्रयोग किया था, जिसके कारण उन्हें
अयोग्य घोषित कर दिया गया और तीसरा स्थान पाने वाली स्कॉट को अब प्रथम स्थान तथा
स्वर्ण-पदक दिया गया।
यह
अच्छा तो है कि स्कॉट को अन्ततः उसका स्वर्ण पदक मिल गया, परन्तु वह पल जब उसे सब
के सामने मंच पर खड़े होकर वह पदक लेना था और उसके देश का राष्ट्रगान बजाया जाना था
सदा के लिए जा चुका था। उस अन्याय की पूर्ति कभी नहीं की जा सकेगी।
किसी
भी प्रकार का अन्याय हमें विचलित करता है, और स्वर्ण-पदक न मिल पाने से बढ़कर और भी
अनेकों प्रकार के अन्याय सँसार में होते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल के आरंभ में
ही कैन और हाबिल की कहानी अन्याय की एक चर्म सीमा को दिखाती है (उत्पत्ति 4:8)।
पहली झलक में यह लगता है कि कैन अपने भाई हाबिल की हत्या करके भी बच निकला। उसने
एक लंबा भरपूरी का जीवन जीया और एक शहर भी बसाया (पद 17)।
परन्तु
स्वयँ परमेश्वर ने कैन का सामना किया; परमेश्वर ने कैन से कहा, “...तेरे भाई का
लोहू भूमि में से मेरी ओर चिल्ला कर मेरी दोहाई दे रहा है” (पद 10)। बाद में
चलकर नए नियम में कैन को ऐसा व्यक्ति बताया गया जिसके उदाहरण का अनुसरण नहीं करना
चाहिए (1 यूहन्ना 3:2; यहूदा 1:11)। परन्तु हाबिल के विषय नए नियम में आया है, “विश्वास
ही से हाबिल ने कैन से उत्तम बलिदान परमेश्वर के लिये चढ़ाया; और उसी के द्वारा उसके धर्मी होने की गवाही
भी दी गई: क्योंकि
परमेश्वर ने उस की भेंटों के विषय में गवाही दी; और
उसी के द्वारा वह मरने पर भी अब तक बातें करता है”
(इब्रानियों 11:4)।
परमेश्वर
न्याय करने, गलत को सही करने, तथा निर्बलों का बचाव करने के विषय बहुत ध्यान करता
है। अन्ततः कोई उसके न्याय से बच नहीं सकता है, और वह उसमें लाए गए विश्वास के
अन्तर्गत किए गए कार्यों का प्रतिफल भी देगा। - टिम गुस्ताफासन
अन्ततः पाप का न्याय वैसे नहीं होगा, जैसे
हम उसे देखते हैं;
वरन वैसे जैसे परमेश्वर पाप को देखता है।
फिर मैं ने छोटे बड़े सब मरे हुओं को
सिंहासन के साम्हने खड़े हुए देखा, और पुस्तकें खोली गई;
और फिर एक और पुस्तक खोली गई; और फिर एक और
पुस्तक खोली गई, अर्थात जीवन की पुस्तक; और जैसे उन पुस्तकों में लिखा हुआ था, उन के कामों
के अनुसार मरे हुओं का न्याय किया गया। - प्रकाशिताक्य 20:12
बाइबल पाठ: उत्पत्ति 4:1-12
Genesis 4:1 जब आदम अपनी पत्नी हव्वा के
पास गया तब उसने गर्भवती हो कर कैन को जन्म दिया और कहा, मैं
ने यहोवा की सहायता से एक पुरूष पाया है।
Genesis 4:2 फिर वह उसके भाई हाबिल को भी
जन्मी, और हाबिल तो भेड़-बकरियों का चरवाहा बन गया, परन्तु कैन भूमि की खेती करने वाला किसान बना।
Genesis 4:3 कुछ दिनों के पश्चात कैन यहोवा
के पास भूमि की उपज में से कुछ भेंट ले आया।
Genesis 4:4 और हाबिल भी अपनी भेड़-बकरियों
के कई एक पहिलौठे बच्चे भेंट चढ़ाने ले आया और उनकी चर्बी भेंट चढ़ाई; तब यहोवा ने हाबिल और उसकी भेंट को तो ग्रहण किया,
Genesis 4:5 परन्तु कैन और उसकी भेंट को
उसने ग्रहण न किया। तब कैन अति क्रोधित हुआ, और उसके मुंह पर
उदासी छा गई।
Genesis 4:6 तब यहोवा ने कैन से कहा,
तू क्यों क्रोधित हुआ? और तेरे मुंह पर उदासी
क्यों छा गई है?
Genesis 4:7 यदि तू भला करे, तो क्या तेरी भेंट ग्रहण न की जाएगी? और यदि तू भला
न करे, तो पाप द्वार पर छिपा रहता है, और
उसकी लालसा तेरी और होगी, और तू उस पर प्रभुता करेगा।
Genesis 4:8 तब कैन ने अपने भाई हाबिल से
कुछ कहा: और जब वे मैदान में थे, तब कैन ने अपने भाई हाबिल
पर चढ़ कर उसे घात किया।
Genesis 4:9 तब यहोवा ने कैन से पूछा,
तेरा भाई हाबिल कहां है? उसने कहा मालूम नहीं:
क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूं?
Genesis 4:10 उसने कहा, तू ने क्या किया है? तेरे भाई का लोहू भूमि में से
मेरी ओर चिल्ला कर मेरी दोहाई दे रहा है!
Genesis 4:11 इसलिये अब भूमि जिसने तेरे
भाई का लोहू तेरे हाथ से पीने के लिये अपना मुंह खोला है, उसकी
ओर से तू शापित है।
Genesis 4:12 चाहे तू भूमि पर खेती करे,
तौभी उसकी पूरी उपज फिर तुझे न मिलेगी, और तू
पृथ्वी पर बहेतू और भगोड़ा होगा।
एक साल में बाइबल:
- अय्यूब 41-42
- प्रेरितों 16:22-40