ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

गुरुवार, 11 अक्टूबर 2012

अनुस्मारक


   जब आप अपने कंप्यूटर को चालू करते हैं तो उसके पटल पर क्या दृश्य रहता है? आप उस पटल पर दिखने के लिए अपने परिवार या किसी प्रीय जन की कोई फोटो लगा सकते हैं, या कोई प्राकृतिक दृश्य, अथवा अपने किसी पसन्दीदा कलाकार, नायक या खेल-कूद प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले जन का चित्र लगा सकते हैं। यह आपको उन लोगों का, उनकी उपलब्धियों का, उनकी बातों का स्मरण दिलाता है।

   कुछ लोग कलाकार की कलपना द्वारा बनाए गए प्रभु यीशु के चित्र को लगाते हैं। एक व्यक्ति ने मुझे बताया कि वह बहुत समय से इंटरनैट पर उपलब्ध अश्लील चित्रों और सामग्री से जूझ रहा था। कभी वह उस संघर्ष में विजयी होता तो कभी पराजित होकर फिर उन्हीं व्यर्थ चित्रों और बातों में पड़ जाता, और इससे उसकी अपने जीवन से निराशा बढ़ती जा रही थी। अन्ततः उसने पाया कि अपने कंप्यूटर के एक कोने में प्रभु यीशु के चित्र को लगाने से वह अपनी इस समस्या पर स्थाई विजय पा सका। जिसने अपने प्राण उसके लिए बलिदान किए, उसके लगातार दिखाई देते रहने वाले स्मरण को अपने समक्ष रखने से उसके मन से उन इंटरनैट के स्थानों का आकर्षण मिट सका।

   ऐसा नहीं था कि प्रभु यीशु का वह कालपनिक चित्र किसी सामर्थी मन्त्र या जादू का कार्य कर रहा था, या उस चित्र में कोई शक्ति थी जो उस व्यक्ति या उसके कंप्यूटर को प्रभावित कर रही थी। बात साधारण सी थी, उस चित्र द्वारा वह व्यक्ति परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस प्रेरित द्वारा कुलुस्सियों के विश्वासियों को लिखी पत्री में दी गई शिक्षा को बार बार स्मरण कर पाता था कि "क्‍योंकि तुम तो मर गए, और तुम्हारा जीवन मसीह के साथ परमेश्वर में छिपा हुआ है। इसलिये अपने उन अंगो को मार डालो, जो पृथ्वी पर हैं, अर्थात व्यभिचार, अशुद्धता, दुष्‍कामना, बुरी लालसा और लोभ को जो मूर्ति पूजा के बराबर है" (कुलुस्सियों ३:३, ५); और यह स्मरण उसे उन अश्लील स्थानों पर जाने से रोक देता था।

   जब हम अपनी आंखें प्रभ यीशु की ओर लगाए रखते हैं तो यह हमारे लिए एक शक्तिशाली अनुस्मारक होता है कि हम अब संसार के नहीं प्रभु के जन हैं, संसार के लिए नहीं प्रभु के लिए जीना ही हमारा ध्येय है: "और वह इस निमित्त सब के लिये मरा, कि जो जीवित हैं, वे आगे को अपने लिये न जीएं परन्‍तु उसके लिये जो उन के लिये मरा और फिर जी उठा" (२ कुरिन्थियों ५:१५)।

   क्या आप भी किसी समस्या से जूझ रहे हैं जो आपके आत्मिक जीवन को उठने नहीं दे रही है? अपने सामने प्रभु यीशु का कोई अनुस्मारक रखिए - बाइबल का कोई पद या कोई चित्र; कोई ऐसी बात जो आपका ध्यान प्रभु यीशु की ओर खींचती रहे। यह अनुस्मारक पूजे जाने या उसके आगे सिर झुकाने के लिए कतई नहीं हो, वरन केवल और केवल  आपको स्मरण दिलाते रहने के लिए कि आप अपने नहीं हैं, प्रभु यीशु के हैं; और आपके जीवन से प्रभु की महिमा होनी है: "क्‍या तुम नहीं जानते, कि तुम्हारी देह पवित्रात्मा का मन्‍दिर है जो तुम में बसा हुआ है और तुम्हें परमेश्वर की ओर से मिला है, और तुम अपने नहीं हो; क्योंकि दाम देकर मोल लिये गए हो, इसलिये अपनी देह के द्वारा परमेश्वर की महिमा करो" (१ कुरिन्थियों ६:१९-२०)। - जो स्टोवैल


पाप से अपने को दूर बनाए रखने का सबसे अच्छा उपाय है कि पाप और अपने बीच में प्रभु यीशु को खड़ा कर लें।

पृथ्वी पर की नहीं परन्‍तु स्‍वर्गीय वस्‍तुओं पर ध्यान लगाओ। - कुलुस्सियों ३:२

बाइबल पाठ: कुलुस्सियों ३:१-१०
Col 3:1  सो जब तुम मसीह के साथ जिलाए गए, तो स्‍वर्गीय वस्‍तुओं की खोज में रहो, जहां मसीह वर्तमान है और परमेश्वर के दाहिनी ओर बैठा है। 
Col 3:2  पृथ्वी पर की नहीं परन्‍तु स्‍वर्गीय वस्‍तुओं पर ध्यान लगाओ। 
Col 3:3  क्‍योंकि तुम तो मर गए, और तुम्हारा जीवन मसीह के साथ परमेश्वर में छिपा हुआ है। 
Col 3:4   जब मसीह जो हमारा जीवन है, प्रगट होगा, तब तुम भी उसके साथ महिमा सहित प्रगट किए जाओगे। 
Col 3:5  इसलिये अपने उन अंगो को मार डालो, जो पृथ्वी पर हैं, अर्थात व्यभिचार, अशुद्धता, दुष्‍कामना, बुरी लालसा और लोभ को जो मूर्ति पूजा के बराबर है। 
Col 3:6   इन ही के कारण परमेश्वर का प्रकोप आज्ञा न मानने वालों पर पड़ता है। 
Col 3:7  और तुम भी, जब इन बुराइयों में जीवन बिताते थे, तो इन्‍हीं के अनुसार चलते थे। 
Col 3:8  पर अब तुम भी इन सब को अर्थात क्रोध, रोष, बैरभाव, निन्‍दा, और मुंह से गालियां बकना ये सब बातें छोड़ दो। 
Col 3:9  एक दूसरे से झूठ मत बोलो क्‍योंकि तुम ने पुराने मनुष्यत्‍व को उसके कामों समेत उतार डाला है। 
Col 3:10 और नए मनुष्यत्‍व को पहिन लिया है जो अपने सृजनहार के स्‍वरूप के अनुसार ज्ञान प्राप्‍त करने के लिये नया बनता जाता है।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह ३७-३८ 
  • कुलुस्सियों ३