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मंगलवार, 8 अगस्त 2017

शान्त


   अमेरिका में महिलाओं की व्यवसायिक गोल्फ प्रतियोगिताओं में, सन 2003 की विमेंस ऑपेन को एक अपेक्षाकृत अनजानी खिलाड़ी हिलैरी लंके ने जीत कर इतिहास बनाया। न केवल उसने यह प्रतियोगिता जीती, वरन पेशेवर गोल्फ में यह उसकी एक मात्र जीत भी थी। उसकी यह अप्रत्याशित और उत्साहवर्धक जीत इस बात की पुष्टि करती है कि खेल-कूद में सबसे रोमाँचक बात होती है उनकी अनिश्चितता।

   परन्तु जीवन में अनिश्चितता सदा रोमाँचकारी नहीं होती है। हम योजनाएं तथा रणनीतियाँ बनाते हैं। जो हम जीवन में होते देखना चाहते हैं उन बातों के विषय मंसूबे बाँधते हैं, प्रस्ताव रखते हैं; परन्तु बहुधा यह सब अच्छे अनुमानों से बढ़कर और कुछ नहीं हो पाते हैं। हमें कुछ पता नहीं है कि एक वर्ष, एक माह, एक सप्ताह, या एक दिन भी क्या लेकर आ जाएगा। इसलिए हम मसीही विश्वासी प्रार्थना करते हैं और उसके अनुसार योजना बनाते हैं; और फिर अपने प्रभु परमेश्वर के हाथों में, जो सब कुछ संपूर्णता के साथ जानता है, सब कुछ समर्पित करते हैं, क्योंकि हम किसी बात के विषय भविष्यवाणी नहीं कर सकते हैं। इसीलिए मैं परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 46:10, "चुप हो जाओ, और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं। मैं जातियों में महान हूं, मैं पृथ्वी भर में महान हूं!", को बहुत पसन्द करता हूँ।

   जीवन अप्रत्याशित है; कभी भी कुछ भी हो सकता है। ऐसी अनेकों बातें हैं जिनके बारे में मैं कुछ नहीं जानता हूँ, और न जान सकता हूँ, कम से कम किसी निश्चितता के साथ तो कदापि नहीं जान सकता हूँ। परन्तु मैं यह तो निश्चितता के साथ जानता हूँ कि मेरा प्रभु परमेश्वर है जो सब कुछ के बारे में सब कुछ - भूत, वर्तमान, भविष्य, जानता है; वह मुझ से बहुत प्रेम करता है, मुझे कभी अकेला नहीं छोड़ता है और मेरी सहायाता के लिए सदा मेरे साथ रहता है। उसे, और मेरे लिए उसकी योजनाओं के उद्देश्य को जानने के कारण, मैं हर बात में, हर परिस्थिति में शान्त बना रह सकता हूँ। - बिल क्राउडर


जीवन की अनिश्चितताओं में हमारे प्रति परमेश्वर की देखभाल ही निश्चितता है।

और यह नहीं जानते कि कल क्या होगा: सुन तो लो, तुम्हारा जीवन है ही क्या? तुम तो मानो भाप समान हो, जो थोड़ी देर दिखाई देती है, फिर लोप हो जाती है। इस के विपरीत तुम्हें यह कहना चाहिए, कि यदि प्रभु चाहे तो हम जीवित रहेंगे, और यह या वह काम भी करेंगे। - याकूब 4:14-15

बाइबल पाठ: भजन 46
Psalms 46:1 परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है, संकट में अति सहज से मिलने वाला सहायक। 
Psalms 46:2 इस कारण हम को कोई भय नहीं चाहे पृथ्वी उलट जाए, और पहाड़ समुद्र के बीच में डाल दिए जाएं; 
Psalms 46:3 चाहे समुद्र गरजे और फेन उठाए, और पहाड़ उसकी बाढ़ से कांप उठें।
Psalms 46:4 एक नदी है जिसकी नहरों से परमेश्वर के नगर में अर्थात परमप्रधान के पवित्र निवास भवन में आनन्द होता है। 
Psalms 46:5 परमेश्वर उस नगर के बीच में है, वह कभी टलने का नहीं; पौ फटते ही परमेश्वर उसकी सहायता करता है। 
Psalms 46:6 जाति जाति के लोग झल्ला उठे, राज्य राज्य के लोग डगमगाने लगे; वह बोल उठा, और पृथ्वी पिघल गई। 
Psalms 46:7 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है।
Psalms 46:8 आओ, यहोवा के महाकर्म देखो, कि उसने पृथ्वी पर कैसा कैसा उजाड़ किया है। 
Psalms 46:9 वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है; वह धनुष को तोड़ता, और भाले को दो टुकड़े कर डालता है, और रथों को आग में झोंक देता है! 
Psalms 46:10 चुप हो जाओ, और जान लो, कि मैं ही परमेश्वर हूं। मैं जातियों में महान हूं, मैं पृथ्वी भर में महान हूं! 
Psalms 46:11 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है; याकूब का परमेश्वर हमारा ऊंचा गढ़ है।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 74-76
  • रोमियों 9:16-33